फंक्शनल ग्रुप कितने प्रकार के होते हैं? - phankshanal grup kitane prakaar ke hote hain?

विषयसूची

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  • 1 कार्यात्मक समूह की परिभाषा क्या है?
  • 2 प्रोपेन का प्रकार्यात्मक समूह क्या है?
  • 3 अल्कोहल क्रियात्मक समूह का परीक्षण कैसे करेंगे?
  • 4 फंक्शनल ग्रुप कितने प्रकार के होते हैं?
  • 5 CH3COCH3 C2H4 में कौन कौन सा प्रकार्यात्मक समूह उपस्थित हैं?
  • 6 कीटोन समूह कौन सा है?
  • 7 लुकास परीक्षण क्या है?
  • 8 कीटोनिक समूह क्या है?

कार्यात्मक समूह की परिभाषा क्या है?

इसे सुनेंरोकेंक्रियात्मक समूह (Functional Group) : ऐसे परमाणु अथवा परमाणुओं का समूह अथवा यौगिक जो मुख्यतः क्रियाशील होते हैं तथा जो यौगिक के रासायनिक गुणों का निर्धारण करते हैं उन्हें हम क्रियात्मक समूह कहते हैं। ये सभी क्रियात्मक समूह रासायनिक अभिक्रिया मे मुख्य रूप से भाग लेतें हैं तथा यौगिक के गुण का निर्धारण करतें हैं।

प्रोपेन का प्रकार्यात्मक समूह क्या है?

कार्बन और इसके यौगिक : प्रकार्यात्मक समूह Science class 10th:Hindi Medium NCERT Book Solutions….प्रकार्यात्मक समूह

कार्बन परमाणुओं की संख्यानामएल्केन का उदाहरण (H.C)
2 कार्बन परमाणु Eth- (एथ) Ethane एथेन
3 कार्बन परमाणु Prop- (प्रोप) Propane प्रोपेन
4 कार्बन परमाणु But- (ब्युट) Butane ब्यूटेन
5 कार्बन परमाणु Pent- (पेंट) Pentane पेंटेन

प्रोपेन 3 कार्बन वाला यौगिक है जिसका प्रकार्यात्मक समूह क्या है?

इसे सुनेंरोकेंExplanationएक प्रकार का कार्बनिक यौगिक जिसमें कीटोन प्रकार्यात्मक समूह के रूप में जुड़ा होता है; तथा कार्बन के तीन परमाणु होते हैं। प्रोपेन का संरचना सूत्र H3C−CO−CH3 H 3 C – C O – C H 3 है। तीन परमाणु वाले हाइड्रोकार्बन का मूल नाम प्रोपेन होता है। प्रोपेनोन में कार्बन के 3 (तीन) परमाणु के साथ एक −CO− कीटोन ग्रुप है।

अल्कोहल क्रियात्मक समूह का परीक्षण कैसे करेंगे?

कार्बोक्जिलिक अम्‍ल के लिए परीक्षण

  1. सोडियम हाइड्रोजन कार्बोनेट परीक्षण कार्बोक्जिलिक अम्‍ल सोडियम बाइकार्बोनेट के साथ अभिक्रिया करता है जिससे CO2 बनती है।
  2. एस्टर परीक्षण कार्बोक्जिलिक अम्‍ल एस्टर बनाने के लिए H2SO4 की उपस्थिति में अल्‍कोहल के साथ अभिक्रिया करता है।

फंक्शनल ग्रुप कितने प्रकार के होते हैं?

अनुक्रम

  • 1.1 हाइड्रोकार्बन
  • 1.2 हाइड्रोजन वाले प्रकार्यात्मक समूह
  • 1.3 आक्सीजन वाले प्रकार्यात्मक समूह
  • 1.4 नाइट्रोजन वाले प्रकार्यात्मक समूह
  • 1.5 गंधक वाले प्रकार्यात्मक समूह
  • 1.6 फॉस्फोरस वाले प्रकार्यात्मक समूह
  • 1.7 बोरॉन वाले प्रकार्यात्मक समूह

क्रियात्मक समूह कितने होते हैं?

यौगिक का वर्गक्रियात्मक समूह की संरचनाIUPAC समूह पूर्वलग्न
एस्टर -COOR
एसिड हैलाइड -COX (X = F , Cl , Br , I) Halo कर्बोनिल
एमाइड -CONH2 , -CONR , -CONHR कार्बेमोयल
आइसो सायनाइड -NC आइसो सायनो

CH3COCH3 C2H4 में कौन कौन सा प्रकार्यात्मक समूह उपस्थित हैं?

इसे सुनेंरोकेंउत्तर:-CH3COCH3 में कीटोन तथा C2H4 में एल्कीन प्रकार्यात्मक समूह उपस्थित है।

कीटोन समूह कौन सा है?

इसे सुनेंरोकेंकीटोन वे कार्बनिक यौगिक हैं, जिनमें कार्बनिक समूह होता है और जिनका सामान्य सूत्र R-CO-R होता है। यदि R तथा R एक ही मूलक हो तो कीटोन को ‘सरल कीटोन’ और यदि R तथा R विभिन्नमूलक हों तो उसे ‘मिश्रित कीटोन’ कहते हैं। वे कीटोन जिनमें दो कार्बनिल समूह होते हैं ‘द्वि-कीटोन’ कहलाते हैं।

लैसेग्ने परीक्षण क्या है?

इसे सुनेंरोकेंलैसेग्ने परीक्षण में जब कार्बनिक यौगिक को सोडियम के साथ गर्म किया जाता है तो इसमें उपस्थित सहसंयोजी बंधों से जुडे परमाणु आयनों में परिवर्तित हो जाते है जिनका परीक्षण कर लिया जाता है।

लुकास परीक्षण क्या है?

इसे सुनेंरोकेंल्यूकास परीक्षण ल्यूकास विलयन में जिंक क्लोराइड और सांद्र हाइड्रोक्लोरिक अम्ल होता है। यह अभिकर्मक, प्राथमिक, द्वितीयक और तृतीयक ऐल्कोहॉलों के साथ विभिन्न दरों से अभिक्रिया करता है। तृतीयक ऐल्कोहॉल लगभग तात्क्षणिक रूप से, द्वितीयक ऐल्कोहॉल लगभग 1 से 5 मिनट में और प्राथमिक ऐल्कोहॉल बहुत धीरे अभिक्रिया करती हैं।

कीटोनिक समूह क्या है?

इसे सुनेंरोकेंकीटोन कार्बनिक यौगिक हैं जो एक कार्बोनिल प्रकार्यात्मक समूह, C=O. को शामिल करते हैं। इस समूह के कार्बन परमाणु में दो शेष आबंध होते हैं जिन पर एल्काइल समूह का अधिवास हो सकता है।

एल्डिहाइड की कमी से कौन सा यौगिक प्राप्त होता है?

इसे सुनेंरोकेंहाइड्रोजन साइनाइड को सायनोहाइड्रिन बनाने के लिए एल्डिहाइड में भी मिलाया जाता है। यदि यह हाइड्रोलाइज्ड है, तो α-हाइड्रॉक्सी एसिड को संश्लेषित किया जा सकता है।

Functional Group

कार्बन हाईड्रोजन के अलावे दूसरे तत्वों के परमाणुओं से भी संयोग कर यौगिक बनाते हैं यथा: हैलोजन (क्लोरीन, फ्लोरीन, आयोडीन तथा ब्रोमीन), ऑक्सीजन, नाईट्रोजन, सल्फर आदि।

हाईड्रोकार्बन में ये परमाणु एक या एक से अधिक हाईड्रोजन के परमाणु को विस्थापित कर नये यौगिक का निर्माण करते हैं। ये परमाणु हाईड्रोजन के परमाणु को इस तरह विस्थापित करते हैं कि कार्बन की संयोजकता संतुष्ट रहे। ऐसे परमाणुओं को विषम परमाणु कहा जाता है।

विषम परमाणु के समूह जिनसे कार्बन श्रृंखला की लम्बाई तथा प्रकृति पर निर्भर न करते हुए यौगिक को विशिष्ट गुण मिलते हैं, प्रकार्यात्मक समूह (FUNCTIONAL GROUP) कहते हैं।

उदारण: प्रकार्यात्मक समूह (FUNCTIONAL GROUP) की सूची:

हैलो समूह (Halo group:) –Cl [क्लोराईड (Chloride)], –Br [ब्रोमाईड (Bromide)], –I [आयोडाइड (Iodide)] तथा –F [फ्लोराइड (Fluoride)] को हैलो समूह (HALO GROUP) कहा जाता है।

ऐल्कोहल (Alcohol): –OH [ऐल्कोहल समूह (Alcohol group)]

ऐल्डिहाइड (Aldehyde): –COH [ऐल्डिहाइड समूह(Aldehyde group)]

कीटोन (Ketone): –CO– [कीटोन समूह (Ketone group)]

कार्बोक्सिलिक अम्ल (Carboxylic Acid): –COOH [कार्बोक्सिलिक अम्ल समूह (Carboxylic acid group)]

ये प्रकार्यात्मक समूह हाइड्रोकार्बन की श्रृंखला के साथ जुड़्कर नये यौगिक का निर्माण करते हैं। इस तरह से बने नये यौगिक के गुण हाइड्रोकार्बन जिनसे वे बने हैं, बिल्कुल अलग होते हैं।

समान प्रकार्यात्मक समूह (FUNCTIONAL GROUP) वाले यौगिकों के रासायनिक गुण लगभग समान होते हैं।

समजातीय श्रेणी (Homologous Series)

यौगिकों की ऐसी श्रृंखला जिसमें कार्बन श्रृंखला में स्थित हाईड्रोजन को एक ही प्रकार का प्रकार्यात्मक समूह प्रतिस्थापित करता है, को समजातीय श्रेणी (HOMOLOGOUS SERIES) कहते हैं। एक समजातीय श्रेणी (HOMOLOGOUS SERIES) के सभी सदस्य के रासायनिक गुण समान होते हैं।

उदारण (Example):

CH4 [मिथेन (Methane)], C2H6[एथेन (Ethane)], C3H8[प्रोपेन (Propane)], C4H10[ब्युटेन (Butane)] ?. एक समजातीय श्रेणी (HOMOLOGOUS SERIES) बनाते हैं।

CH3OH, C2H5OH, CH5OH, ?. एक समजातीय श्रेणी (HOMOLOGOUS SERIES) बनाते हैं। इस समजातीय श्रेणी (HOMOLOGOUS SERIES) के सदस्य एल्कोहल कहलाते हैं।

CH3COH, C2H5COH, CH5COH, ?. एक समजातीय श्रेणी (HOMOLOGOUS SERIES) बनाते हैं। इस समजातीय श्रेणी (HOMOLOGOUS SERIES) के सदस्य एल्डिहाइड कहलाते हैं।

CH3COOH, C2H5COOH, CH5COOH, ?. एक समजातीय श्रेणी (HOMOLOGOUS SERIES) बनाते हैं। इस समजातीय श्रेणी (HOMOLOGOUS SERIES) के सदस्य एसिड कहलाते हैं।

समजातीय श्रेणी (HOMOLOGOUS SERIES) के गुण

समजातीय श्रेणी (HOMOLOGOUS SERIES) के प्रत्येक सदस्य का अपने उतरोत्तर सदस्य से –CH2 का अंतर होता है।

समजातीय श्रेणी (HOMOLOGOUS SERIES) के प्रत्येक सदस्य का अपने उतरोत्तर सदस्य के परमाणु भार में 14 u का अंतर होता है।

उदाहरण (Example):

CH4 and C2H6 – में – CH2 इकाई का अंतर है तथा इनके परमाणु भार में 14 u का अंतर है।

[कार्बन [carbon (C)] का परमाणु भार = 12 तथा हाइड्रोजन [Hydrogen (H)] का परमाणु भार = 1

∴ अत: मिथेन [methane (CH4)] का परमाणु भार = 12 + (1 x 4) = 16 तथा

एथेन [Ethane (C2H6)]का परमाणु भार = (12 x 2) + (1 x 6) = 30

∴ एथेन (Ethane) तथा मिथेन (Methane) के परमाणु भार में अंतर = 30 – 16 = 14 u]

CH3OH तथा C2H5OH – में – CH2 इकाई का अंतर है तथा इनके परमाणु भार में 14 u का अंतर है।

[CH3OH का परमाणु भार = 12 + (1 x 3) + 16 + 1 = 31

तथा C2H5OH का परमाणु भार = (12 x 2) + (1 x 5) + 16 + 1 = 45

अत: इनके परमाणु भारों में अंतर = 45 – 32 = 14 u]

C2H5COOH and C3H7COOH – इनमें – CH2 इकाई का अंतर है तथा इनके परमाणु भार में 14 u का अंतर है।

Nomenclature

कार्बन के यौगिकों की नामपद्धति (Nomenclature of Carbon compounds)

नामपद्धति की आवश्यकता (Need of Nomenclature)

सभी रासयनिक यौगिकों को एक अलग नाम से जाना जाता है। परंतु आण्विक सूत्र एक समान रहने के बाबजूद भी उनके कई तरह की संरचना सूत्र वाले यौगिकों का निर्माण करता है। साथ ही कार्बन के यौगिकों की संख्या इतनी अधिक है कि उनके नामकरण के लिये एक पद्धति की आवश्यकता है, ताकि सभी यौगिकों को अगल नामों से जाना जा सके।

उदाहरण:

Hexane:आण्विक सूत्र (Molecular formula): C6H14

हेक्सेन के एक प्रकार की संरचना सूत्र (First Structural formula of Hexane)

फंक्शनल ग्रुप कितने प्रकार के होते हैं? - phankshanal grup kitane prakaar ke hote hain?
Isomer of hexane

हेक्सेन के दूसरे प्रकार की संरचना सूत्र (Second possible structural formula of hexane)

फंक्शनल ग्रुप कितने प्रकार के होते हैं? - phankshanal grup kitane prakaar ke hote hain?
हेक्सेन का समावयन (Isomer of hexane)

हेक्सेन के तीसरे प्रकार की संरचना सूत्र (Third possible structural formula of hexane)

फंक्शनल ग्रुप कितने प्रकार के होते हैं? - phankshanal grup kitane prakaar ke hote hain?
हेक्सेन का समावयन (Isomer of hexane)

हेक्सेन के चौथे प्रकार की संरचना सूत्र (Fourth possible structural formula of hexane)

फंक्शनल ग्रुप कितने प्रकार के होते हैं? - phankshanal grup kitane prakaar ke hote hain?
हेक्सेन का समावयन (Isomer of hexane)

हेक्सेन के इन सभी यौगिकों के आण्विक सूत्र समान हैं, जबकि संरचना सूत्र अलग अलग। इसी प्रकार अन्य कई लम्बी श्रृंखला वाले हाइड्रोकार्बन विभिन्न तरह के संरचना सूत्रों का निर्माण करते हैं, जिसके कारण उनका नामकरण मुश्किल हो जाता है।

अत: कार्बन द्वारा बनाये जाने वाले यौगिकों की जटिलता को ध्यान में रखते हुए एक नामकरण पद्धति की आवश्यकता प्रतीत हुई।

कार्बन के यौगिकों का नामकरण (Nomenclature of Carbon Compounds)

IUPAC नाम: इंटरनेशनल युनियन ऑफ प्योर एंड अप्लायड केमेष्ट्री (International Union of Pure and Applied Chemistry) संक्षिप्त में 'IUPAC' कहा जाता है, ने कार्बन के यौगिकों के नामकरण के लिये कुछ नियम बनाये हैं। इन नाम को प्राय: IUPAC नाम कहा जाता है।

IUPAC नामकरण पद्धति मुक्यत: कार्बन की श्रृंखला में वर्तमान कार्बन के परमाणुओं की संख्या तथा उस यौगिक में उपस्थित प्रकार्यात्मक समूहों के लिये लगाये जाने वाले 'prefix' तथा 'suffix' पर आधारित है।

IUPAC नामकरण पद्धति के नियम (Rules for Nomenclature of Organic Compounds)

Rule no. (i):कार्बन के यौगिक में सर्वप्रथम कार्बन के परमाणुओं की संख्या पता करें। कार्बन के परमाणुओं की संख्या के आधार पर यौगिक का मूल नामकरण करें।

उदाहरण:

यदि कार्बन के परमाणुओं की संख्या = 1

∴ अत: यौगिक का मूल नाम 'मिथेन (Methane)' होगा।

यदि कार्बन के परमाणुओं की संख्या = 2

∴ अत: यौगिक का मूल नाम 'एथेन (Ethane)' होगा

यदि कार्बन के परमाणुओं की संख्या = 6

∴ अत: यौगिक का मूल नाम 'हेक्सेन (Hexane)' होगा और उसी प्रकार अन्य यौगिकों का मूल नाम निर्धारित किया जायेगा।

Rule no. (ii)यौगिक में यदि कोई प्रकार्यात्मक समूह वर्तमान है तो उसे चिन्हित करें।

यौगिक वर्तमान प्रकार्यात्मक समूह के लिये नीचे दिये गये 'पूर्वलग्न (prefix)' या 'अनुलग्न (suffix)' मूल नाम में जोड़ें।

प्रकार्यात्मक समूह के लिये निर्धारित पूर्वलग्न (Prefix specified for the functional group):

हैलो समूह (Halo group):

–Cl क्लोराईड (Chloride) के लिये यौगिक के नाम के आगे 'पूर्वलग्न (prefix)' chloro जोड़ें।

For –Br ब्रोमाईड (Bromide) के लिये यौगिक के नाम के आगे 'पूर्वलग्न (prefix)' bromo जोड़ें।

For –I आयोडाइड (Iodide) के लिये यौगिक के नाम के आगे 'पूर्वलग्न (prefix)' Iodo जोड़ें। with the name of parent compound.

For –F फ्लोराइड (Fluoride) के लिये यौगिक के नाम के आगे 'पूर्वलग्न (prefix)' जोड़ें।

यौगिक में 'पूर्वलग्न (prefix)' केवल हैलो समूह (Halo group) के लिये जोड़ा जाता है। बाकी अन्य समूहों के लिये अनुलग्न (suffix) जोड़ा जाता है।

उदाहरण:

CH3Cl का नामकरण

कार्बन के परमाणुओं की संख्या = 1

अत: दिये गये यौगिक का मूल नाम 'मिथेन (Methane)'

चूँकि इस यौगिक में –Cl (Chloride) प्रकार्यात्मक समूह के रूप में जुड़ा हुआ है, अत: इस यौगिक के मूल नाम में उपसर्ग के रूप में क्लोरो (Chloro) जुड़ेगा।

अत: दिये गये यौगिक का IUPAC नाम 'क्लोरो मेथेन (Chloromethane)' होगा।

क्लोरो मेथेन (Chloromethane) का संरचना सूत्र

फंक्शनल ग्रुप कितने प्रकार के होते हैं? - phankshanal grup kitane prakaar ke hote hain?
क्लोरो मेथेन (Chloromethane)

[यहाँ प्रकार्यात्मक समूह (functional group) को लाल रंग में दिखलाया गया है।]

क्लोरो मेथेन (Chloromethane) का सामान्य नाम मेथाइल क्लोराइड (Methyl chloride) है।

C2H5Cl का नामकरण

कार्बन के परमाणुओं की संख्या = 2

अत: दिये गये यौगिक का मूल नाम 'एथेन (Ethane)' होगा।

चूँकि इस यौगिक में –Cl (Chloride) प्रकार्यात्मक समूह के रूप में जुड़ा हुआ है, अत: इस यौगिक के मूल नाम में उपसर्ग के रूप में क्लोरो (Chloro) जुड़ेगा।

अत: दिये गये यौगिक का IUPAC नाम 'क्लोरोएथेन (Chloroethane)' or 'Chloro–ethane' होगा।

क्लोरो एथेन (Chloroethane) का संरचना सूत्र

फंक्शनल ग्रुप कितने प्रकार के होते हैं? - phankshanal grup kitane prakaar ke hote hain?
क्लोरो एथेन (Chloroethane)

क्लोरो एथेन (Chloroethane) का सामान्य नाम एथाइल क्लोराइड (Ethyl chloride) है।

C2H5Br का नामकरण

कार्बन के परमाणुओं की संख्या = 2

अत: दिये गये यौगिक का मूल नाम 'एथेन (Ethane)' होगा।

चूँकि इस यौगिक में –Br (Bromide) प्रकार्यात्मक समूह के रूप में जुड़ा हुआ है, अत: इस यौगिक के मूल नाम में उपसर्ग के रूप में ब्रोमो (Bromo) जुड़ेगा।

अत: दिये गये यौगिक का IUPAC नाम 'ब्रोमोएथेन (Bromoethane)' or 'Bromo–ethane' होगा।

ब्रोमोएथेन (Bromoethane) का संरचना सूत्र

फंक्शनल ग्रुप कितने प्रकार के होते हैं? - phankshanal grup kitane prakaar ke hote hain?
ब्रोमोएथेन (Bromoethane)

ब्रोमोएथेन (Bromoethane) का सामान्य नाम: एथाइल ब्रोमाइड (Ethyl bromide) है।

C4H9F का नामकरण

कार्बन के परमाणुओं की संख्यां: 4

चार कार्बन वाले यौगिक का मूल नाम 'ब्युटेन (Butane)'

चूँकि इस यौगिक में –F (Fluoride) प्रकार्यात्मक समूह के रूप में जुड़ा हुआ है, अत: इस यौगिक के मूल नाम में उपसर्ग के रूप में फ्लोरो (Fluoro) जुड़ेगा।

अत: दिये गये यौगिक का IUPAC नाम 'फ्लोरोब्युटेन (Fluorobutane)' or 'Fluoro– butane' होगा।

फ्लोरोब्युटेन (Fluorobutane)का संरचना सूत्र

फंक्शनल ग्रुप कितने प्रकार के होते हैं? - phankshanal grup kitane prakaar ke hote hain?
फ्लोरोब्युटेन (Fluorobutane)

फ्लोरोब्युटेन (Fluorobutane) का सामान्य नाम: ब्युटाइल फ्लोराइड (Butyl fluoride) है।

C6H13I का नामकरण

कार्बन के परमाणुओं की संख्यां: 6

चार कार्बन वाले यौगिक का मूल नाम 'हेक्सेन (Hexane)'

चूँकि इस यौगिक में –I (Iodide) प्रकार्यात्मक समूह के रूप में जुड़ा हुआ है, अत: इस यौगिक के मूल नाम में उपसर्ग के रूप में आयोडो (Iodo) जुड़ेगा।

अत: दिये गये यौगिक का IUPAC नाम 'आयोडोहेक्सेन (Iodohexane)' or 'Iodo– hexane' होगा।

आयोडोहेक्सेन (Iodohexane) का संरचना सूत्र

फंक्शनल ग्रुप कितने प्रकार के होते हैं? - phankshanal grup kitane prakaar ke hote hain?
आयोडोहेक्सेन (Iodohexane)

आयोडोहेक्सेन (Iodohexane) का साधारण या सामान्य नाम हेक्साइड आयोडाइड (Hexyl Idodide) है।

फंक्शनल ग्रुप कौन कौन से होते हैं?

कार्बनिक रसायन में, किसी अणु में उपस्थित परमाणुओं या बन्धों का वह विशिष्ट समूह जो उस कार्बनिक यौगिक के रासायनिक गुणों का निर्धारण करता है, प्रकार्यात्मक समूह (फंक्शनल ग्रुप) कहलाता है। विभिन्न अणुओं में उपस्थित प्रकार्यात्मक समूह एक ही या समान रासायनिक अभिक्रिया प्रदर्शित करेगा, चाहे अणु का आकार छोटा हो या बड़ा।

7 कार्यात्मक समूह क्या हैं?

कार्यात्मक समूहों में शामिल हैं: हाइड्रॉक्सिल, मिथाइल, कार्बोनिल, कार्बोक्सिल, अमीनो, फॉस्फेट और सल्फ़हाइड्रील

कार्यात्मक समूह कितने प्रकार के होते हैं?

चार कार्यात्मक समूह क्या हैं? जैविक अणुओं में, कुछ आवश्यक कार्यात्मक समूहों में हाइड्रॉक्सिल, मिथाइल, कार्बोनिल, कार्बोक्सिल, अमीनो, फॉस्फेट और सल्फहाइड्रील समूह शामिल हैं।

अंबिडेंट फंक्शनल ग्रुप क्या है उदाहरण सहित समझाइए?

कार्बन - कार्बन त्रि-बन्ध (Triple bond) - जिन यौगिकों में कार्बन-कार्बन त्रि-बन्ध (–C≡C—) उपस्थित होता है वे त्रि-बन्ध की उपस्थिति के कारण योगात्मक अभिक्रियाएँ प्रदर्शित करते हैं। जिन यौगिकों में कार्बन-कार्बन द्वि-बन्ध या त्रि-बन्ध उपस्थित होते हैं, उन्हें असंतृप्त यौगिक (unsaturated compounds) कहते हैं।