Show हरियाणा में पंचायत चुनाव (प्रतीकात्मक तस्वीर) तस्वीर साभार : iStock मुख्य बातें
Haryana Panchayat Election 2022: हरियाणा के 4 जिलों में पंचायत चुनाव का ऐलान कर दिया गया है। राज्य निर्वाचन आयोग ने कहा कि फरीदाबाद, हिसार, पलवल और फतेहाबाद में जिला परिषद और पंचायत समिति का चुनाव 22 नवंबर को होगा। पंच और सरपंच के चुनाव 25 नवंबर को होंगे। 5 नवंबर से नामांकन भरने की प्रक्रिया शुरू होगी। नामांकन पत्रों की छंटनी 12 नवंबर को होगी। नामांकन की वापसी 14 नवम्बर तक होगी। इससे पहले हाल ही में हरियाणा के 9 जिलों में पंचायत चुनाव की तारीखों का ऐलान किया गया था। अंबाला, चरखी-दादरी, गुरुग्राम, कैथल, कुरुक्षेत्र, रेवाड़ी, रोहतक, सिरसा और सोनीपत जिलों में पंचायत चुनाव होंगे। इन जिलों में में 9 नवंबर को मतदान होगा। जिला परिषद और पंचायत समितियों के लिए मतदान किया जाएगा। जबकि 12 नवंबर को पंच और सरपंच के चुनाव के लिए वोट डाले जाएंगे डाले जाएंगे। यहां 21 से 28 अक्टूबर तक नामांकन की प्रक्रिया चलेगी। 29 अक्टूबर को नामांकन की जांच होगी। 31 अक्टूबर तक नामांकन वापस लिए जा सकेंगे।
पंचायत चुनाव के तीसरे चरण का ऐलान:हिसार समेत 4 जिलों में जिला परिषद-पंचायत समिति सदस्य मतदान 22 और पंच-सरपंच का 25 नवंबर कोचंडीगढ़2 महीने पहले
चुनाव आयोग ने हरियाणा में पंचायत चुनाव के तीसरे चरण का ऐलान कर दिया है। हिसार समेत 4 जिलों में जिला परिषद और पंचायत समिति सदस्य के लिए मतदान 22 नवंबर और पंच-सरपंच के लिए 25 नवंबर को मतदान होगा। हिसार के अलावा फतेहाबाद, फरीदाबाद और पलवल में पंचायत चुनाव तीसरे चरण में होंगे। राज्य चुनाव आयुक्त धनपत सिंह ने कहा कि कल इसके लिए नोटिस जारी हो जाएगा। तीसरे चरण का चुनाव शेड्यूल इससे पहले 18 जिलों के चुनाव 2 चरण में कराने की घोषणा की जा चुकी है। पहले चरण के 9 जिलों में जिला परिषद और पंचायत समिति मेंबर का मतदान 30 अक्टूबर और पंच-सरपंच का मतदान 2 नवंबर को होगा। पंच-सरपंच की मतगणना मतदान के दिन ही होगी। दूसरे चरण के 9 जिलों में जिला परिषद और पंचायत समिति के लिए मतदान 9 नवंबर को होगा। वहीं पंच-सरपंच का मतदान 12 नवंबर को होगा। पंच-सरपंच के चुनाव का परिणाम इसी दिन आ जाएगा। पहले चरण के प्रचार का आज अंतिम दिन सुबह 7 बजे से शुरू होगी वोटिंग पंचायत चुनाव से जुड़ी 3 खास बातें 48 घंटे बाद 2 बार मतदान : पंचायत चुनाव में इस बार एक मतदाता 48 घंटे बाद 2 बार मतदान करेंगे। पहले चरण में 30 अक्टूबर को जिला परिषद और पंचायत समिति का मेंबर चुनेंगे। फिर 2 नवंबर को ग्राम पंचायत में पंच और सरपंच चुनेंगे। दूसरे चरण में 9 नवंबर को जिला परिषद और पंचायत समिति का मेंबर चुनेंगे। फिर 12 नवंबर को पंच-सरपंच चुनेंगे। पहली बार EVM से वोटिंग: पंचायत चुनाव में अब तक बैलेट पेपर से ही मतदान होता था। इस बार विधानसभा की तरह पहली बार ग्रामीण EVM से जिला परिषद और पंचायत समिति सदस्य का चुनाव करेंगे। मतगणना के लिए इंतजार : इस बार पंचायत समिति और जिला परिषद मेंबर के परिणाम के लिए मतदाताओं को इंतजार करना होगा। 3 चरण के पंचायत चुनाव में आयोग जिलेवाइज इनके चुनाव ग्राम पंचायत के साथ करवा रहा है। ग्राम पंचायत यानी पंच-सरपंच का परिणाम तो मतदान के दिन ही आ जाएगा। हालांकि जिला परिषद और पंचायत समिति मेंबर की मतगणना एक साथ सबसे अंत में होगी। ऐसे में पंचायत चुनाव का तीसरा चरण खत्म होने का इंतजार करना होगा। हरियाणा में पंचायत चुनाव के 2 चरणों का शेड्यूल... ग्राम पंचायत का नाम क्या है?भारत की पंचायती राज प्रणाली में गाँव या छोटे कस्बे के स्तर पर ग्राम पंचायत या ग्राम सभा होती है जो भारत के स्थानीय स्वशासन का प्रमुख अवयव है। सरपंच, ग्राम सभा का चुना हुआ सर्वोच्च प्रतिनिधि होता है। प्राचीन काल से ही भारतवर्ष के सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक जीवन में पंचायत का महत्वपूर्ण स्थान रहा है।
ग्राम पंचायत में सरपंच कौन है?सरपंच ग्राम पंचायत का प्रमुख होता है। सरपंच भारत में स्थानीय स्वशासन के लिए गांव स्तर पर विधिक संस्था ग्राम पंचायत का प्रधान होता है। पाकिस्तान एवं बांग्लादेश के गॉवों में भी यह प्रसाशन प्रणाली पायी जाती है। सरपंच चुने गए पंचों की मदद से ग्राम पंचायत के महत्वपूर्ण विषयों पर निर्णय लेता है।
हरियाणा में पंच चुनाव लड़ने के लिए खर्च सीमा कितनी है?पंच पद के चुनाव के लिए खर्च सीमा नहीं है। सरपंच पद हेतु निर्वाचन व्यय सीमा 20,000 रू है ।
हरियाणा में जिला परिषद कितनी है?हरियाणा 22 जिलों के साथ भारत के उत्तरी क्षेत्र में एक राज्य है और देश का सत्रहवां सबसे लोकप्रिय प्रदेश है।
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