इनपुट टैक्स क्रेडिट का क्या अर्थ है? - inaput taiks kredit ka kya arth hai?

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जीएसटी में इनपुट क्रेडिट की व्यवस्था आपको, किसी एक वस्तु के कारोबार पर दोबारा GST चुकाने से बचाती है। इस लेख में हम जानेंगे कि जीएसटी में इनपुट क्रेडिट क्या होता है? इसकी मदद से आपको किस तरह दोबारा जीएसटी चुकाने की जरूरत नहीं पड़ती। इसका फायदा किसे मिलता है और कैसे मिलता है? About input Credit under GST in Hindi.

इनपुट क्रेडिट या इनपुट टैक्स क्रेडिट? दोनों में सही क्या है? इनपुट क्रेडिट (Input Credit) और इनपुट टैक्स क्रेडिट (Input Tax Credit) , दोनों एक ही चीजें हैं। मूल रूप से यह Input Tax Credit ही होता है, जिसे संक्षेप में Input Credit नाम दे दिया गया है। इस पोस्ट में भी हम भाषा को सरल रखने के लिए Input Credit शब्द का ही इस्तेमाल करेंगे, जिसका असली मतलब Input Tax Credit ही होगा।

पूरा लेख एक नजर में

  • इनपुट क्रेडिट या इनपुट टैक्स क्रेडिट क्या है?What is Input Credit Or Input Tax Credit
  • इनपुट क्रेडिट मिलने और उनके उपयोग की प्रक्रियाProcess To Get And Use Of Input Credit
  • इनपुट क्रेडिट का हिसाब-किताबCalculation Of Input Credit
  • खरीदार और विक्रेता दोनों रजिस्टर्ड होने जरूरीSellers And buyers Must Be Registered
  • इनपुट क्रेडिट क्लेम करने के लिए अन्य शर्तेंConditions For Input Credit Benefits
  • जीएसटी में कितने तरह की इनपुट क्रेडिट मिलती है?How many Types Of Input Credits In GST
  • इनपुट क्रेडिट का भुगतान कैसे?Payment Of Input Credit
  • इस महीने क्रेडिट का क्लेम न कर पाए हों तो
  • इनपुट क्रेडिट क्लेम के लिए यह भी रखें ध्यान

जीएसटी में Input credit से मतलब ऐसे सिस्टम से है, जिसमें आपको पहले कहीं चुकाए गए GST के बदले क्रेडिट मिल जाते हैं। बाद में अगर कभी आपको GST चुकाने की जरूरत पड़ती है, तो पैसों के बदले, इन Credits का इस्तेमाल कर सकते हैं। इस तरह, इन क्रेडिट की मदद से अपनी टैक्स देनदारी को कम कर पाते हैं। इस तरह से आपको एक वस्तु के कारोबार पर पर बार-बार टैक्स चुकाने का बोझ नहीं झेलना पड़ता।

उदाहरण के लिए, आप कोई प्रोडक्ट बनाते हैं, जिसके व्यापार करने  पर आपको 600 रुपए जीएसटी चुकाना चाहिए। अब मान लेते हैं कि-आपने उस प्रोडक्ट को बनाने के लिए जो माल खरीदा था उस पर पहले ही 400 रुपए जीएसटी चुका चुके हैं। तो फिर आपको फिलहाल सिर्फ 200 रुपये जीएसटी चुकाना होगा।

इस प्रकार, GST में, Input Credit ही वह व्यवस्था है, जो यह सुनिश्चित करती है कि किसी एक वस्तु पर दोहरा कर (Dual Taxation) न लगे। यानी कि एक वस्तु पर सरकार को जितना Tax मिलना है, उसका पूरा का पूरा बोझ अंतिम खरीदार या उपभोक्ता (Consumer) पर पड़े। यह System कैसे काम करता है, आइए समझते हैं—

इनपुट टैक्स क्रेडिट का क्या अर्थ है? - inaput taiks kredit ka kya arth hai?

इनपुट क्रेडिट मिलने और उनके उपयोग की प्रक्रियाProcess To Get And Use Of Input Credit

मान लेते हैं कि दो व्यापारी हैं, मोहन और सोहन। मोहन ने सोहन को माल बेचा। इस सौदे में सोहन को GST भी चुकाना पड़ा। इसके बदले में सोहन Input Credit का उपयोग कैसे कर सकेगा, आइए समझते हैं।

स्टेप-1

मोहन अपनी बिक्री रिटर्न GSTR-1 में इस सौदे को दर्ज करेगा। चूंकि यह सौदा सोहन के GSTIN नंबर के साथ दर्ज होगा। इसलिए यह GST Network में सोहन के Account में Show होने लगेगा। सोहन की ओर से चुकाए गए GST के बदले में सोहन के ‘Electronic Credit Ledger’ में Input Credit भी दर्ज हो जाएंगे।

स्टेप-2

सोहन जब अपना खरीदारियों details of inward supply का रिटर्न GSTR 2 भरेगा, तो उसे इसके बेस फॉर्म GSTR 2A में मोहन की ओर से दर्ज सौदा भी दिखेगा। सोहन इसे मान्य (Valid) करके अपने GSTR 2 में कॉपी कर देगा।

स्टेप-3

सोहन जब अपनी बिक्रियों और खरीदारियों के हिसाब से Tax का हिसाब करने के लिए GSTR- 3 भरेगा। वह अपनी टैक्स देनदारी (output tax liability) में इस सौदे पर मिले Input Credit को adjust कर देगा। adjust न कर पाने की स्थिति में वह इनको Carry Forward या Refund का विकल्प भी अपना सकेगा।

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इनपुट क्रेडिट का हिसाब-किताबCalculation Of Input Credit

मान लिया आपने 5000 रुपए में कोई कच्चा माल खरीदा, जिस पर 12 प्रतिशत GST लगता है। तो माल खरीदते समये आपको GST चुकता करना होगा- 5000*12%=600 रुपए।

यहां आपने Input Tax  (खरीदारी पर चुकाया गया टैक्स) चुकाया 600 रुपए। इसके बदले में आपके GST Account में 600 Credit  दर्ज हो गए।

उस कच्चे माल से आपने कोई सामान तैयार करके उसे 7000 रुपए में किसी और को बेच दिया। अब आपने इस बिक्री पर जो GST वसूला, वह होगा 7000*12%=840 रुपए।

आपका Output Tax (बिक्री पर लिया गया टैक्स) हो गया 840 रुपए। यानी कि इस सौेदे पर आपको सरकार को चुकाने होंगे 840 रुपए।

अपना Return भरते वक्त पहले आपको कुल 840 रुपए सरकार को देने हैं। तो इसका Payment आप दो हिस्सों में कर सकते हैं।

  • पहले 600 रुपए उस Input Credit से कटवा दीजिए जो आपको अपनी खरीदारी में चुकाए गए 600 रुपए (Input Tax)  के बदले मिली है।
  • बाकी बचे 240 रुपए। इन्हें आपको अपने bank Account से जमा करने पड़ेंगे। हालांकि, वास्तविक रूप से इनका बोझ आप पर नहीं पड़ता। क्योंकि,  840 रुपए आप पहले ही Customer से वसूल चुके होते हैं।

यहां हमने Example में सिर्फ एक सामान को अपनी खरीद-बिक्री और Tax Calculation में शामिल किया है। जीएसटी में Return दाखिल करते समय आपको पूरी अवधि की खरीदारियों (Purchases) और बिक्रियों (Sales) के हिसाब से Tax की Calculation और Payment करना होगा। यह अापकी Category के हिसाब से मासिक (Monthly) या तिमाही (Quarterly), जो आप पर लागू हो, हो सकता है। आप Total Credit का उपयोग यहां Payment के लिए कर सकते हैं।

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खरीदार और विक्रेता दोनों रजिस्टर्ड होने जरूरीSellers And buyers Must Be Registered

Input Credit का फायदा आपको तभी मिल सकेगा, जब कि आपने ऐसी जगह से खरीदारी की हो, जो GST System में Registered हो, और सौदे के बाद वह उसे अपने GST Return में दर्ज कर दे। साथ ही आप खुद भी GST System में Registered हों, ताकि वह उस सौदे को आपके Account Number के साथ दर्ज करे। क्योंकि, ऐसा होने पर ही उस सौदे के बदले में Input Credit आपके अकाउंट में दर्ज होंगे

यानी कि आप उत्पादक (manufacturer), सप्लायर (supplier), एजेंट (agent), ई-कॉमर्स ऑपरेटर (e-commerce operator), बिजनेस एग्रीगेटर (Business aggregator) आदि किसी भी Category में जीएसटी के तहत registered हैं तो आप अपनी Purchases  के साथ चुकाए गए GST के बदले Input Credit क्लेम करने के लिए पात्र (eligible) होंगे।

अगर विक्रेता (Outward Supplier) या खरीदार (Inward Supplier) में से कोई भी एक GST में Registered नहीं है तो दोनों के बीच हुए किसी सौदे में Input Credit का फायदा खरीदार को नहीं मिलेगा।

इनपुट क्रेडिट क्लेम करने के लिए अन्य शर्तेंConditions For Input Credit Benefits

जीएसटी के तहत Input Credit क्लेम करने लिए निम्नलिखित शर्तें भी पूरी होनी चाहिए-

  • आपके पास अपनी खरीदारी (Purchase) पर चुकाए गये GST की टैक्स रसीद (tax invoice) होनी चाहिए। अगर debit note के बदले में Input Credit क्लेम कर रहे हों तो registered dealer की ओर से जारी debit note होना चाहिएं।
  • अगर माल की पूरी खेप (lots) का मामला होता है, वहां पर पिछली खेप पर चुकाए गए GST के बदले में जारी tax invoice पर आप Input Tax Credit क्लेम कर सकते हैं।
  • माल या सेवा के खरीदार (recipient) को टैक्स रसीद (Tax Invoice) जारी होने की तारीख से तीन महीने के अंदर उस सेवा के लिए Payment कर देना अनिवार्य होगा। इसी अवधि के अंदर उस Purchase पर बन रहे Tax का भुगतान भी हो जाना चाहिए।
  • इस बीच अगर आपने बिना Payment के उस Tax Invoice के आधार पर Input Credit प्राप्त कर ली है तो जो भी Credit होंगी, वे आपकी टैक्स देनदारी (output tax liability) में जुड़ जाएंगी। साथ ही साथ इन Credit के बराबर रकम का ब्याज भी चुकाना पड़ेगा।

Note: आपकी खरीदारियों पर दूसरी कारोबारी की ओर से जो Tax वसूला गया है, वह उस बिक्रेता कारोबारी (Outward Supplier) की ओर से Government के पास जमा भी हो जाना चाहिए। Cash या Input Credit, किसी भी रूप में। जब वह यह Process पूरी कर देता है तभी आप उस सौदे पर चुकाए गए GST के बदले में Input Credit क्लेम करने के अधिकारी हो सकते हैं। क्योंकि GST Network पर सभी Input Credit के क्लेम मिलान (matched) करने चाहिए और मान्य validated होने चाहिए।

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जीएसटी में कितने तरह की इनपुट क्रेडिट मिलती है?How many Types Of Input Credits In GST

जीएसटी सिस्टम में किसी सौदे पर खरीदार को तीन प्रकार के Input Credit मिलते हैं—

SGST – State GST

एक ही राज्य के दो कारोबारियों के बीच सौदा होने पर राज्य सरकार को चुकाए जाने वाले GST के बदले में मिले Input Credit

CGST – Centre GST

एक ही राज्य के दो कारोबारियों के बीच सौदा होने पर केंद्र सरकार को चुकाया जाने वाले GST के बदले में मिले Input Credit

IGST – Integrated GST

दो अलग-अलग राज्यों के कारोबारियों के बीच सौदा होने पर, Purchaser की ओर से चुकाया जाने वाले एकीकृत टैक्स (Integrated)  के बदले में मिले Input Credit।

Note: IGST जो होता  है, वह SGST और CGST के योग के बराबर ही होता है। इसमें Export करने वाला राज्य, SGST के बदले में Credit Central Government को Transfer कर देता है, फिर केंद्र सरकार की ओर से Import करने वाले राज्य को Credit  ट्रांसफर कर दी जाती है।

इनपुट क्रेडिट का भुगतान कैसे?Payment Of Input Credit

आईजीएसटी का भुगतान| Payment Of IGST

IGST के भुगतान के लिए SGST, CSGT और IGST, सभी के बदले में मिले Input Credit  का उपयोग किया जा सकता हैं।

सीजीएसटी का भुगतान | Payment Of CGST

CGST के भुगतान के लिए, CGST और IGST के बदले ​में मिले Input Credit का उपयोग किया जा सकता है।

एसजीएसटी का भुगतान| Payment Of SGST

SGST के भुगतान के लिए, SGST और IGST के बदले में मिले  Credit का उपयोग किया जा सकता है।

Note: CGST और SGST के इनपुट क्रेडिट एक दूसरे के Output Tax के भुगतान के लिए उपयोग में नहीं लाए जा सकते। यानी कि CGST के भुगतान के लिए SGST के बदले में मिले Input Credit का उपयोग नहीं किया जा सकता। इसी प्रकार SGST के भुगतान के लिए CGST के बदले में मिले Input Credit  का उपयोग नहीं किया किया जा सकता।

इस महीने क्रेडिट का क्लेम न कर पाए हों तो

ऐसा हो सकता है कि आप अपनी पूरी Input Credit या उसका कुछ हिस्सा अभी Claim न कर पाए हों। जैसे कि आपने अपनी खरीदारियों पर जो GST चुकाया है वह उस रकम से ज्यादा हो,  जोकि आपने अपनी बिक्रियों पर GST इकट्ठा किया है। जाहिर है आपके पास Tax देनदारी चुकता करने के बाद भी Credit बचे रहेंगे।

ऐसे में आपके पास दो विकल्प होते हैं—

  • आप इसे आगे के महीनों के लिए बढ़ा (carry forward) सकते हैं।
  • Credit को वापसी (refund) के लिए भी Claim कर सकते हैं।

Note: अगर आपकी ओर से टैक्स यानी Output Tax कम दिया गया, तो बची हुई देनदारी जब भी आप चुकाएंगे, उसके साथ उसका ब्याज भी चुकाना पड़ेगा। लेकिन अगर आपने अपने Input Credit का उपयोग अभी नहीं किया है तो उन बची हुई Input Credit को आप बाद में कभी भी उपयोग कर सकते हैं, पर सरकार की ओर से आपको कोई Interest नहीं मिलेगा।

जीएसटी ई वे बिल प्रणाली के नियम

इनपुट क्रेडिट क्लेम के लिए यह भी रखें ध्यान

आप अपने Input Credit का उपयोग साल भर के अंदर ही कर सकते हैं। यानी कि उसकी रसीद (Invoice) जिस तारीख की होगी, उसके 12 महीने के अंदर आपको Input Credit का उपयोग कर लेना होगा।

चूंकि GST को वस्तुओं और सेवाओं, दोनों पर वसूला जाता है, इसलिए Input Credit का उपयोग भी दोनों तरह के सौदों (वस्तुओं और सेवाओं) में किया जा सकता है। capital goods पर भी Input tax credit लागू होता है।

जिन वस्तुओं और सेवाओं को आपने अपने खुद के उपभोग के लिए खरीदा है, उन पर Input Tax Credit का फायदा आपको नहीं मिल सकेगा। क्योंकि उन्हें आप अपनी बिक्री में नहीं दिखा सकते।


तो दोस्तों ये थी इनपुट टैक्स क्रेडिट के बारे में जरूरी जानकारियां। टैक्स, सेविंग और इन्वेस्टमेंट से जुड़ी अन्य उपयोगी जानकारियों के लिए देखें हमारे लेख-

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इनपुट टैक्स क्रेडिट का दावा करने की अधिकतम समय सीमा क्या है?

एक विक्रेता यदि अपना मासिक बिक्री का रिटर्न यदि 11 तारीख तक नहीं भरता है तो उसके क्रेता को उस माह में इनपुट क्रेडिट नहीं मिलती है इस प्रकार उसकी कर देयता एकदम बढ़ जाती है.

इनपुट टैक्स क्रेडिट से आप क्या समझते हैं?

जीएसटी में Input credit से मतलब ऐसे सिस्टम से है, जिसमें आपको पहले कहीं चुकाए गए GST के बदले क्रेडिट मिल जाते हैं। बाद में अगर कभी आपको GST चुकाने की जरूरत पड़ती है, तो पैसों के बदले, इन Credits का इस्तेमाल कर सकते हैं। इस तरह, इन क्रेडिट की मदद से अपनी टैक्स देनदारी को कम कर पाते हैं

आईटीसी का दावा करने के लिए कौन पात्र है?

जहां एक पंजीकृत व्यक्ति द्वारा प्राप्त वस्तुओं या सेवाओं का उपयोग अंशतः व्यवसाय और अंशत: अन्य उद्देश्य के लिए होता है, वहां क्या आईटीसी के लिए वह व्यक्ति योग्य होगा? केवल व्यवसाय के उद्देश्य से प्रयुक्त वस्तुओं या सेवाओं या दोनों का आईटीसी मिलेगा।

जीएसटी अधिनियम में इनपुट टैक्स क्रेडिट के संबंध में क्या प्रावधान हैं?

किन्तु 'सीजीएसटी' खाते का इनपुट टैक्स क्रेडिट एसजीएसटी भुगतान में अथवा 'एसजीएसटी के क्रेडिट को 'सीजीएसटी' के भुगतान में उपयोग की अनुमति नहीं होगी। 'आईजीएसटी' क्रेडिट को सर्वप्रथम 'आईजीएसटी' तत्पश्चात 'सीजीएसटी' तथा अन्त में 'एसजीएसटी' के क्रम में उपयोग करने की अनुमति होगी।