जनरेटर कितने प्रकार के होते हैं - janaretar kitane prakaar ke hote hain

नमस्कार दोस्तों इससे पहले वाले लेख में हमने दिष्ट धारा जनित्र (DC generator) के बारे में जाना, इस लेख में हम जानेंगे कि दिष्ट धारा जनित्र कितने प्रकार के होते हैं? तथा इससे जुड़े हुए अनेक तथ्यों के बारे में जानेंगे।

  • जनरेटर कितने प्रकार के होते हैं - janaretar kitane prakaar ke hote hain

DC generator

डी.सी. जनरेटर दो प्रकार के होते हैं –

Table of Contents

  • सेपेरेटली एक्साइड जेनरेटर (Separately Excited DC Generator)
  • स्व: उत्तेजित जेनरेटर (Self Excited DC Generator)
  • शण्ट जेनरेटर (Shunt Generator)
  • शण्ट जेनरेटर के अनुप्रयोग (Application of Dc shunt generator)
  • श्रेणी जनरेटर(Series Generator)
  • श्रेणी जेनरेटर के अनुप्रयोग (Application of series Generators)
  • कम्पाउन्ड जेनरेटर (Component Generator)
  • कम्पाउन्ड जेनरेटर के अनुप्रयोग (Application of compound generator)
  • डी.सी. जेनरेटर के स्व: उत्तेजित होने के लिए न्यूनतम प्रतिबंध (Minimum condition for self Excitation of D.C. Generators)

  • सेपेरेटली एक्साइड जेनरेटर (Separately Excited Generator)
  • स्व: उत्तेजित जेनरेटर (Self Excited Generator)

सेपेरेटली एक्साइड जेनरेटर (Separately Excited DC Generator)

इस प्रकार के जेनरेटर मैं क्षेत्र कुंडली को किसी बाह्य डी. सी. स्रोत द्वारा उत्तेजित (Excite) किया जाता है।

स्व: उत्तेजित जेनरेटर (Self Excited DC Generator)

इस प्रकार के जेनरेटर में उसमें प्रेरित विद्युत वाहक बल द्वारा ही क्षेत्र (field) को उत्तेजित किया जाता है।

इन्हें भी पढ़ें:- दिष्ट धारा जेनरेटर क्या है? (What is DC generator)

स्व: उत्तेजित जनरेटर निन्न प्रकार के होते हैं –

  • शण्ट जेनरेटर (Shunt Generator)
  • श्रेणी जनरेटर(Series Generator)
  • कम्पाउन्ड जेनरेटर (Component Generator)

शण्ट जेनरेटर (Shunt Generator)

शण्ट जनरेटर में आर्मेचर एवं क्षेत्र कुंडली समांतर में संयोजित की जाती है।

Ish = V/Rsh
Ia = IL + Ish
V = Eg – IaRa

Power developed, P = EgIa
Power delivered, Pdel = VIL

शण्ट जेनरेटर के अनुप्रयोग (Application of Dc shunt generator)

शण्ट जेनरेटर का प्रयोग बैटरी चार्जिंग, हल्के प्रकाशीय भार के लिए (Small lighting Loads), कम शक्ति की मोटर को चलाने में किया जाता है।

श्रेणी जनरेटर(Series Generator)

इस प्रकार के जेनरेटर में आर्मेचर एवं क्षेत्र कुंडलन श्रेणी क्रम में संयोजित की जाती हैं। श्रेणी जेनरेटर में क्षेत्र कुंडली का प्रतिरोध शण्ट जेनरेटर की क्षेत्र कुंडली के प्रतिरोध की तुलना में कम होता है।

Ia = Ise = IL = I
V = Eg – I(Ra + Ise)

Power developed, P = EgI
Power delivered, P = VI

श्रेणी जेनरेटर के अनुप्रयोग (Application of series Generators)

श्रेणी जेनरेटर प्राय: स्थिर धारा के लिए प्रयोग किये जाते हैं। प्राय: श्रेणी जेनरेटर दिष्ट धारा फीडरों पर बूस्टर की भांति प्रयोग किए जाते हैं। श्रेणी मशीन का विशेष उपयोग स्वत: उत्तेजित जेनरेटरों के रूप में विद्युत संकर्षण (Electric traction) में किया जाता है। ट्रामकारो
(Tramcars) पर ब्रेकिंग के लिए श्रेणी मशीनों, जो सामान्यतः मोटर की भांति प्रयोग की जाती हैं, के संयोजन को इस प्रकार बदलते हैं जिससे वे स्वत: उत्तेजित जनित्रों (Self Excited generators) के रूप में कार्य करते हैं।

कम्पाउन्ड जेनरेटर (Component Generator)

इस प्रकार के जनरेटर में आर्मेचर कुंडली के अतिरिक्त एक शण्ट क्षेत्र (shunt field) एवं श्रेणी क्षेत्र की जाते हैं श्रेणी क्षेत्र का निम्न प्रकार संयोजन किया जा सकता है।

  • लघु शण्ट कम्पाउन्ड जेनरेटर (Short Shunt Component Generator)
  • दीर्घ शण्ट कम्पाउन्ड जेनरेटर (Long shunt Component Generator)

चुंबकीय प्रभाव की दृष्टि से यदि श्रेणी चुंबकीय क्षेत्र एवं शण्ट चुंबकीय क्षेत्र परस्पर विरोध करते हैं तब यह डिफरेंशियल जनरेटर तथा यदि दोनों क्षेत्र एक ही दिशा में चुंबकीय प्रभाव उत्पन्न करते हैं तब संचयी (Commulative) जेनरेटर कहलाते हैं।

Ise = IL
Ish = (V + IseRse)/Rsh
Ia = IL + Ish
V = Eg – IaRa – IseRse

Power developed = EgIa
Power delivered = VIL

Ish = V/Rsh
Ia = Ise = IL + Ish
V = Eg – IaRa – IaRse
= E – Ia(Ra + Rse)

Power developed = EgIa
Power delivered = VIL

कम्पाउन्ड जेनरेटर के अनुप्रयोग (Application of compound generator)

कम्पाउन्ड जेनरेटर का प्रयोग आर्क वेल्डिग में अवकल कंपाउंड जेनरेटर, पावर सप्लाई के लिये ओवर कंपाउंड जनरेटर, लेबिल कम्पाउन्ड जनरेटर का अन्य दूरी के डी.सी. फिडर सप्लाई में किया जाता है।

विद्युत जनरेटर एक ऐसी मशीन है जो यांत्रिक ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में बदलने का कार्य करती है। इस प्रकार Generator एक Electric Energy उतपन्न करनेे करने वाली मशीन है जो प्रेरण के सिद्धांत पर कार्य करता है।

Generator के मूल सिद्धांत

जनरेटर मुख्य रूप से फैराडे के सिद्धांत पर कार्य करता है ।
फैराडे के सिद्धांत के अनुसार,
  ‘ यदि कोई चालक है चुंबकीय क्षेत्र में घुमाया जाता है तो उसमें एक विद्युत वाहक बल प्रेरित या उत्पन्न हो जाता है और यदि परिपथ पूर्ण होता है तो धारा प्रवाह होने लगता है।’

जनरेटर कितने प्रकार के होते हैं - janaretar kitane prakaar ke hote hain



जनरेटर से विद्युत शक्ति उत्पन्न करने हेतु मुख्य बाते

इस प्रकार विद्युत शक्ति उत्पन्न करने के लिए मुख्य तीन बातों की आवश्यकता होती है-
1- चुंबकीय क्षेत्र
2- चालक
3- चालक को चुंबकीय क्षेत्र में घुमाने हेतु यांत्रिक बल


जनरेटर के प्रकार

जनरेटर मुख्य रूप से दो प्रकार के होते हैं-
1- AC Generator
2- DC Generator


1- AC Generator

AC जनरेटर एक ऐसी मशीन है जो यांत्रिक ऊर्जा को प्रत्यावर्ती विद्युत (AC) ऊर्जा में बदलता है।AC जनरेटर को अल्टरनेटर भी कहते हैं।

2- DC Generator

डीसी जनरेटर एक ऐसी मशीन है जो यांत्रिक ऊर्जा को दिष्ट धारा विद्युत ऊर्जा में बदलता है परंतु यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि दिष्ट धारा कभी उत्पन्न नहीं की जा सकती है। और DC जनरेटर में भी AC धारा ही उत्पन्न होती है जिसे कम्यूटेटर द्वारा DC धारा में बदल दिया जाता है।
>>> DC generator in full details- click here 

>>> Generatorऔर Alternator में क्या अंतर होता है-

>>> Transformer क्या होता है, इसके कार्य सिद्धान्त,प्रकार और उपयोग का वर्णन

हमने इस पोस्ट में आपको बताया कि जनरेटर क्या है , यह किस सिद्धांत पर कार्य करता है और यह कितने प्रकार के होते हैं ।मुझे उम्मीद है कि आपको यह चीज समझ में आ गई होगी।

जनरेटर कौन सा करंट देता है?

AC जनरेटर वह जनरेटर होता है जिसे घुमाने से ac करंट यानि की ac विधुत पैदा होता है उसे ac जनरेटर कहा जाता है । जिस जनरेटर को घुमाने dc करंट पैदा होता है उसे dc जनरेटर कहा जाता है । Ac जनरेटर से निकला हुआ ac करंट को अल्टरनेटिव करंट कहा जाता है ।

AC जनरेटर कितने प्रकार के होते हैं?

जनरेटर के मूल प्रकार.
एसी (AC) जनरेटर एसी जनरेटर विद्युत चुम्बकीय प्रेरण के सिद्धांत के आधार पर काम करता है। ... .
डीसी (DC) जनरेटर एक डीसी जनरेटर एक प्रकार की विद्युत मशीन होती है। ... .
पेट्रोल (गैसोलीन) जनरेटर ... .
डीजल ईंधन जनरेटर ... .
बायो डीजल जनरेटर ... .
इमल्सीफाइड डीजल जनरेटर ... .
प्रोपेन गैस (वाष्प और तरल) जनरेटर ... .
प्राकृतिक गैस जनरेटर.

AC जनरेटर का नाम क्या है?

Ac जनरेटर जिसको अल्टरनेटिव करंट जनरेटर कहा जाता है । इस प्रकार के जनरेटर का उपयोग सबसे अधिक किया जाता है ।

जनरेटर का दूसरा नाम क्या है?

विद्युत जनित्र (इलेक्ट्रिक जनरेटर) एक ऐसी युक्ति है जो यांत्रिक उर्जा को विद्युत उर्जा में बदलने के काम आती है