जैविक आवर्धन क्या है कक्षा 10 - jaivik aavardhan kya hai kaksha 10

Q.10: जैविक आवर्धन (Biological magnification) क्या है? क्या पारितंत्र के विभिन्न स्तरों पर जैव आवर्धन का प्रभाव भी भिन्न-भिन्न होगा?

उत्तर : विभिन्न साधनों द्वारा हानिप्रद रसायनों का हमारी आहार श्रृंखला में प्रवेश करना तथा उनके हमारे शरीर में सांद्रित होने की प्रक्रिया को जैव आवर्धन कहते हैं। इन रसायनों का हमारे शरीर में प्रवेश विभिन्न विधियों द्वारा हो सकता है।

हम फसलों को रोगों से बचाने के लिए कीटनाशक, पीडकनाशक आदि रसायनों का छिडकाव करते हैं। इनका कुछ भाग मिट्टी द्वारा भूमि में रिस जाता है जिसे पौधे जड़ों द्वारा खनिजों के साथ ग्रहण कर लेते हैं। इन्हीं पौधों के उपयोग से वे रसायन हमारे शरीर में प्रवेश करते हैं तथा पौधों के लगातार सेवन से उनकी सांद्रता बढ़ती जाती है जिसके परिणामस्वरूप जैव आवर्धन का विस्तार होता है।

मनुष्य सर्वभक्षी है। वह पौधों तथा जंतुओं दोनों का उपयोग करता है तथा अनेक आहार श्रृंखलाओं में स्थान ग्रहण कर सकता है। इस कारण मानव में रसायन पदार्थों का प्रवेश तथा सांद्र शीघ्रता से होता है और जैव आवर्धन का विस्तार होता है।

उदाहरण

उत्तरी अमेरिका में मिशीगन झील के आसपास मच्छरों के मारने के लिए बहुत अधिक डी० डी० टी० का छिड़काव किया गया जिससे पेलिकन नामक पक्षियों की संख्या बहुत कम हो गई। पर्यावरण विशेषज्ञों द्वारा यह पाया गया कि पानी में प्रति दस लाख कण में 0.2 कण डी० डी० टी०(1ppm =1/1000000) है। डी० डी० टी० के उच्च स्तर के कारण पेलिकन पक्षियों के अंडों का आवरण पतला हो गया जिससे बच्चों के निकलने से पहले ही अंडे टूट जाते थे।

जैविक आवर्धन से आप क्या समझते हैं?

(Definition in Hindi) खाद्य शृंखला में एक अवस्था से दूसरी अवस्था में जाते हुए किसी रासायनिक स्थायी पदार्थ या तत्व (जैसे पीड़कनाशक, रेडियोसक्रिय वस्तुएँ या भारी धातुएँ) की सान्द्रता में वृद्धि।

जैविक आवर्धन क्या है Class 10?

उत्तर : विभिन्न साधनों द्वारा हानिप्रद रसायनों का हमारी आहार श्रृंखला में प्रवेश करना तथा उनके हमारे शरीर में सांद्रित होने की प्रक्रिया को जैव आवर्धन कहते हैं। इन रसायनों का हमारे शरीर में प्रवेश विभिन्न विधियों द्वारा हो सकता है। हम फसलों को रोगों से बचाने के लिए कीटनाशक, पीडकनाशक आदि रसायनों का छिडकाव करते हैं।

जैविक आवर्धन क्या है क्या परितंत्र के विभिन्न स्तरों पर जैविक आवर्धन का प्रभाव भिन्न भिन्न होगा?

चूंकि मनुष्य सर्वोच्च उपभोक्ता है, अतः ये रसायन मनुष्य के शरीर में अन्तिम रूप से पहुँचते हैं और संचित हो जाते हैं। वहाँ मनुष्य के वसीय ऊत्तकों में इन पदार्थों का सांद्रण बढ़ता रहता है। इसे जैव आवर्धन कहते हैं। हाँ, पारितंत्र के विभिन्न स्तरों पर यह आवर्धन भिन्न-भिन्न होगा तथा सर्वोच्च स्तर पर जैव आवर्धन सर्वाधिक होगा

जैव आवर्धन का कारण क्या है?

Solution : जैव आवर्धन का तात्पर्य है, क्रमिक पोषण स्तर पर आविषाक्त की सांद्रता में वृद्धि का होना । इसका कारण है जीव द्धारा संगाहित आविषाल- पदार्थ उपाचयित या उत्सर्जित नहीं हो सकता है और इस प्रकार यह अगले उच्चतर पोषण स्तर पर पहुँच जाता है। यह परिघटना पारा और डीडीटी के लिए सुविदित है।

संबंधित पोस्ट

Toplist

नवीनतम लेख

टैग