कान में खुजली होने का कारण क्या है? - kaan mein khujalee hone ka kaaran kya hai?

कान में खुजली (Ear Itching Causes) कई कारणों से हो सकता है। इसके कुछ गंभीर और सामान्य कारण हो सकते हैं। लेकिन हम में से कई लोग कान में खुलजी की परेशानी को नजरअंदाज करने लगते हैं। लेकिन आपको बता दें कि बार-बार या फिर लगातार कान में खुजली करने से कभी-कभी कान से खून भी निकलते लगता है। ऐसे में कान में खुजली की परेशानी का समय पर इलाज कराना बहुत ही जरूरी होता है। कान में खुलजी का इलाज इसके कारणों के आधार पर किया जा सकता है। ऐसे में कान में खुलजी के कारणों को जानना बहुत ही जरूरी है। आज हम इस लेख में कान में खुलजी के कारणों के बारे में विस्तार से जानेंगे। 

कान में खुलजी के कारण (Ear Itching Causes in Hindi)

कान में इंफेक्शन

कान में कई कारणों से खुलजी (itchy ears caused by allergies) की परेशानी हो सकती हैं। इन कारणों में कभी-कभी संक्रमण भी हो सकता है। सर्दी या फ्लू के कारण कान में बैक्टीरिया और वायरस जैसे संक्रमण उत्पन्न हो सकते हैं।  इसके अलावा कान में संक्रमण की परेशानी कान में पानी फंसने और ईयरवैक्स की वजह से भी हो सकता है। कान में संक्रमण की परेशानी होने पर कान में खुलजी के साथ-साथ कान में दर्द, कान से तरल पदार्थ बहना, सुनने की शक्ति का खोना, सिर में दर्द जैसे लक्षण दिख सकते हैं। इस स्थिति में तुरंत डॉक्टर की सलाह लेने की आवश्यकता होती है।

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ड्राई ईयर

कान को साफ और स्वस्थ रखने के लिए आमतौर पर हमारे कान तेल और ईयरवैक्स का उत्पादन करते हैं। हम में से कई लोग अपने कान को बहुत ज्यादा साफ करते हैं, इस स्थिति में कान से वैक्स निकल जाता है और जिससे आपके कान ड्राई हो जाते हैं। ऐसे में कान में खुलजी के साथ-साथ कान में जलन और अन्य समस्याएं हो सकती हैं। 

फूड एलर्जी

फूड एलर्जी के कारण भी कुछ लोगों को कान में खुलजी की परेशानी हो सकती है। आमतौर पर दूध, मछली, गेहूं, सोया जैसे खाद्य पदार्थों को खाने से व्यक्ति को कान में खुजली की परेशानी हो सकती है। साथ ही इससे कुछ लोगों को बाकी हिस्सों में भी खुलजी का अनुभव हो सकता है। इसके अलावा कुछ अन्य खाद्य पदार्थों जैसे- सेब, खरबूजे, चेरी, कीवी, सूरजमुखी के बीज, बादाम, अखरोट इत्यादि के सेवन से खुलजी की समस्या हो सकती है। फूड एलर्जी में कान में खुलजी के साथ-साथ स्किन पर खुलजी, पेट में दर्द जैसे लक्षण भी दिख सकते हैं।  

ईयरवैक्स ब्लॉकेज 

ईयरवैक्स के जमा होने से कानों में खुजली हो सकती है। साथ ही इससे सुनने की क्षमता भी प्रभावित होती है। दरअसल, हमारा कान, कान को साफ रखने और अंदरूनी कान को संक्रमण से बचाने में मदद करने के लिए ईयरवैक्स का उत्पादन करता है।  इयरवैक्स स्वाभाविक रूप से कान से बाहर निकलता है। साथ ही इस दौरान मृत स्किन सेल्स और मलबे कान से बाहर आ जाते हैं। लेकिन कई लोग कान से वैक्स या फिर मैल को निकालने के लिए लकड़ी, पिन, ईयरबड्स, उंगली इत्यादि का इस्तेमाल करते हैं, जिससे ईयरवैक्स अंदर की ओर चला जाता है। इस स्थिति में ईयरवैक्स ब्लॉकेज की परेशानी हो सकती है। 

ईयर स्वीमर्स

कान में पानी फंस जाए, तो इससे एक्यूट ओटिटिस एक्सटर्ना (acute otitis externa) नामक स्थिति उत्पन्न हो सकती है।  इस स्थिति को ईयर स्वीमर्स कहा जाता हैं, क्योंकि यह परेशानी आमतौर पर स्वीर्स को ही अधिक प्रभावित करती है। ईयर स्वीमर्स की समस्या होने पर कान में खुलजी के साथ-साथ कान में दर्द, गर्दन, चेहरे या सिर में दर्द, कान के आसपास सूजन, कान बहना, सुनने में कठिनाई जैसी समस्या उत्पन्न हो सकती है। 

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कान में खुजली का इलाज (Ear Itching Treatment in Hindi)

  • कान में खुलजी की परेशानी होने पर आमतौर पर लोग घर पर ही इसका इलाज करते हैं। हालांकि, गंभीर स्थितियों में तुरंत डॉक्टर की सलाह लें। डॉक्टर खुलजी के कारणों के आधार पर इसका इलाज कर सकते हैं। 
  • स्किन ड्राई होने की वजह से अगर आपको कान में खुलजी हो रही है, तो इस स्थिति में कान में ऑलिव ऑयल या फिर बेबी ऑयल की कुछ बूंदे डालने की सलाह दी जा सकती है। 
  • खाने से एलर्जी के कारण अगर आपको कान में खुलजी की परेशानी हो सकती है। इस स्थिति में डॉक्टर आपको एलर्जी वाले फूड्स न खाने की सलाह दे सकते हैं।
  • कान में काफी ज्यादा ईयरवैक्स होने पर डॉक्टर आपको कुछ दवाईयां जैसे- ईयर ड्रॉप्स दे सकते हैं। ईयर ड्रॉप्स वैक्स को ढीला कर सकती हैं। जिससे कान में मौजूद वैक्स बाहर निकल आते हैं। 
  • इसके अलावा संक्रमण की स्थिति होने पर डॉक्टर कुछ एंटीबैक्टीरियल दवाएं लेने की भी सलाह देते हैं। 
  • एलर्जीय राइनाइटिस के कारण कान में खुजली होने पर डॉक्टर एंटीहिस्टामाइन लेने की सलाह दे सकते हैं। 

कान में खुलजी के कई कारण हो सकते हैं। जिसमें ईयर स्वीमर्स, कान में संक्रमण जैसी कारण प्रमुख है। इस तरह की परेशानी होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। ताकि किसी भी तरह की गंभीर परेशानी से बचा जा सके।

कान में खुजली हो रही है तो क्या करना चाहिए?

कान में खुजली होना एक आम समस्या है। आमतौर पर कान में खुजली होने के पीछे कई वजह हो सकते हैं। जिसमें संक्रमण, त्वचा संबंधी समस्याएं, कान के अंदरूनी हिस्से में कोई चोट लगना, पसीना या फिर गंदगी के कारण भी कान में खुजली हो सकती है। हालांकि कई बार ये खुजली किसी गंभीर कारणों से भी हो सकती है।

क्या कान में तेल डालना चाहिए?

बता दें कि कान में तेल डालने से ऑटोमाइकोसिस की बीमारी हो सकती है, जिसके कारण परमानेंट हियरिंग डिसेबिलिटी की समस्या हो सकती है. कान से मैल निकालने के लिए कई लोग कान में तेल डालते हैं, लेकिन इससे धूल-मिट्टी के कारण कान में गंदगी जमा हो सकती है, जिससे कान की मैल बाहर निकलने की बजाय और अधिक जमा हो सकता है.

कान की सबसे अच्छी दवाई कौन सी है?

Al-Eartone इयर ड्रॉप कान की समस्याओं के लिए एक एनोडीन, शामक, एंटीसेप्टिक और कीटाणुनाशक के रूप में कार्य करता है. यह कान श्लेष्म झिल्ली की सूजन की स्थिति में अत्यधिक प्रभावी है. यह एंटीसेप्टिक सॉल्यूशन एंटी-फंगल और एंटी-बैक्टीरियल गुणों के साथ एक शक्तिशाली इयर टॉनिक है.

कान में गुदगुदी क्यों होती है?

-कान में सबसे अधिक दिक्कत नमी यानी मॉइश्चर के कारण होती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि नहाते वक्त या हर समय जुकाम रहने के कारण हमारे कान की अंदरूनी नसों में मॉइश्चर जमा रहता है। इस कारण वहां फंगस और बैक्टीरिया पनप जाते हैं। जो तेज खुजली करते हैं।

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