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फन उठाकर खड़े किंग कोबरा को देखकर बड़े-बड़े दूर से ही भाग खड़े हों। यह दुनिया का सबसे लंबा जहरीला सांप है। इसकी लंबाई साढ़े 5 मीटर तक हो सकती है। यह जमीन से 2 मीटर ऊपर तक फन उठा सकता है। किंग कोबरा से बाकी सांप भी बचकर निकलते हैं क्योंकि यह उन्हें भी खा जाता है। किंग कोबरा की गिनती भारत ही नहीं, दुनिया के सबसे जहरीले सांपों में होती है। सबसे खतरनाक बात यह कि अपने शिकार को मारने के लिए किंग कोबरा को डसने की जरूरत नहीं। यह 2 मीटर दूर से ही जहर फेंककर शिकार को अंधा कर सकता है। आमतौर पर घने जंगलों, ठंडे दलदलों, बांस और रेनफॉरेस्ट्स में पाया जाता है। किंग कोबरा के जहर की काट मौजूद है मगर इसका एक दंश ही इंसान की मौत के लिए काफी है। किंग कोबरा के काटने के 30 मिनट के भीतर ऐंटी-वेनम न मिले तो मौत हो जाती है। इंडियन करैत: सबसे जहरीला, काटा पानी भी नहीं मांगताकरैत सांप गांवों और जंगलों में खूब निकलता है। देश में इंसानों को सबसे ज्यादा यही सांप काटता है। इसके जहर में ऐसे न्यूरोटॉक्सिन्स होते हैं कि शरीर काम करना बंद कर देता है। 45 मिनट के भीतर इंसान की मौत हो जाती है। दिक्कत ये है कि उत्तर भारतीय करैत के जहर की काट नहीं है। 6.5 फीट तक लंबाई रखने वाले करैत सांप 10-17 साल की उम्र तक जिंदा रहते हैं। रसेल्स वाइपर: भारत का सबसे 'हत्यारा' सांपरसेल्स वाइपर (Russell's viper) सांप भारत में हर जगह पाया जाता है। किसी और सांप के मुकाबले, इसी ने सबसे ज्यादा भारतीयों की जान ली है। यह डसने से पहले जोर से फुफकारता है। इसकी बाइट से एक हीमोटॉक्सिन रिलीज होता है जो सीधे सेंट्रल नर्वस सिस्टम को पंगु कर देता है। रसेल्स वाइपर काटे तो इंटरनल ब्लीडिंग होती है, तेज दर्द उठता है और दिमाग में हेमरेज हो जाता है। बिना ऐंटी-वेनम 45 मिनट के भीतर मौत हो जाती है। रसेल्स वाइपर रात में खूब सक्रिय रहता है जो इसे इंसानों के लिए और खतरनाक बनाता है। सॉ-स्केल्ड वाइपर: छोटा मगर बेहद जहरीला है ये सांपदेखने में तो सॉ-स्केल्ड वाइपर बेहद छोटा होता है, मगर जहरीला बहुत है। इसकी बड़ी-बड़ी आंखें, गर्दन से चौड़ा सिर बाकी सांपों से अलग बनाते हैं। आमतौर पर रेतीले, चट्टानी और नर्म मिट्टी वाले इलाकों में पाया जाने वाला यह सांप 2.6 फीट से ज्यादा लंबा नहीं होता। यह भारत के चार सबसे जहरीले सांपों में सबसे छोटा होता है। दुनिया में सबसे ज्यादा इसी सांप के काटने से लोग मरते हैं। इसका ऐंटी-वेनम उपलब्ध है इसके बावजूद मृत्यु-दर 20% है यानी हर पांच में से एक शिकार की मौत हो जाती है। इंडियन कोबरा: नाग डसे तो दो घंटे में मौतभारत में कई तरह के कोबरा पाए जाते हैं मगर सबसे आम नाग है। सर्पदंश के अधिकतर मामले इसी के आते हैं। इसका फन इसे आकर्षक बनाता है। यह 7 फीट तक लंबे हो सकते हैा और पूरे भारत में पाए जाते हैं। नाग के काटने से दो घंटे के भीतर इंसान की मौत हो सकती है। नाग का जहर शरीर को सुन्न कर देता है। रेस्पिरेटरी सिस्टम फेल हो सकता है, कार्डियक अरेस्ट हो सकता है। Navbharat Times News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म... पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐप लेटेस्ट न्यूज़ से अपडेट रहने के लिए NBT फेसबुकपेज लाइक करें
करैत करैत
पटना. मानसून के आते ही गांव से लेकर शहरों तक में सांपों का खतरा मंडराने लगा है। बिहार के ग्रामीण इलाके में बारिश के दिनों में उमस बढ़ने के साथ ही एक ऐसे सांप का खतरा बढ़ जाता है जो इंसानों के साथ सोना पसंद करता है। इसके काटने का पता भी नहीं चलता क्यूंकि बहुत हल्का दर्द होता है और कई बार नींद में ही पीड़ित की मौत हो जाती है। यह एक बाइट में इतना जहर इंजेक्ट करता है, जिससे 40 से अधिक लोगों की मौत हो सकती है। सीने में, पेट में या गर्दन पर ही क्यों काटता है ये... हम बात कर रहे हैं भारत में जमीन पर रहने वाले सांपों में सबसे अधिक जहरीले सांप करैत के बारे में। काले स्लेटी रंग के इस सांप के शरीर पर गोल पट्टियां होती हैं। सांप को पकड़ने वालों की यदि मानें तो दिखने में यह भले ही काफी सुंदर और शांत नजर आए, लेकिन यह जानलेवा होता है। दिन के उजाले में यह घरों के अंधेरे कोने, ईंटों और लकड़ियों के ढेर में छुपा रहता है। रात में शिकार पर निकलता है यह सांप करैत मुख्य रूप से अपने से छोटे सांप, चूहों और मेंढ़कों का शिकार करता है। रात के अंधरे में यह शिकार पर निकलता है। इसके शिकार ज्यादातर गांव के लोग होते हैं। गांव में बारिश के मौसम में लोग जमीन पर सो जाते हैं। यह खतरनाक होता है। करैत ठंडे खून वाला सांप है। गर्मी पाने के लिए यह इंसान के बिस्तर में घुस जाता है। इंसान के शरीर की गर्मी इसे अच्छी लगती है और ज्यादातर ये इंसानी शरीर के उपरी हिस्से पर ही लिपटने की कोशिश करता है। करवट लेने के दौरान जैसे ही इंसान का शरीर सांप के संपर्क में आता है सांप आदमी को डस लेता है। नींद में ही हो जाती है मौत आगे की स्लाइड्स में पढ़ें, क्यों इतना खतरनाक है ये सांप... करैत काटने से क्या होता है?करैत का जहर तंत्रिका तंत्र को बाधा करता है। डोमी या कोबरा का जहर तंत्रिका तंत्र को बाधा करता है। करैत और कोबरा में मस्तिष्क विष होते हैं। सांप के काटने पर ये ज़हर लसिका और खून में पहुँच जाते हैं।
करैत सांप में कितना जहर होता है?यह एक बाइट में इतना जहर इंजेक्ट करता है, जिससे 40 से अधिक लोगों की मौत हो सकती है। सीने में, पेट में या गर्दन पर ही क्यों काटता है ये... हम बात कर रहे हैं भारत में जमीन पर रहने वाले सांपों में सबसे अधिक जहरीले सांप करैत के बारे में।
करैत में कौन सा जहर होता है?भारत में करैत के काटने के मामले में 70-80% लोगों की मौत हो जाती है. इसमें भी इनलैंड ताइपान की तरह न्यूरोटॉक्सिन(Neurotoxin) होता है जो नर्वस सिस्टम ब्रेक कर देता है. ऑस्ट्रेलिया में पाया जाने वाला ताइपान स्नेक सबसे जहरीले सांपों में से एक है.
करैत कहाँ पाया जाता है?यह सांप भारत बांग्लादेश और दक्षिणपूर्व एशिया में पाया जाता है। इंडियन करैत की औसत लंबाई तीन फुट होती है। अधिकतम लंबाई 1.75 5 फीट 9 इंच तक होती है।
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