Solution : आवश्यक सामग्री-दो बीकर, पानी, ठोस पदार्थ-शक्कर और नमकं, स्प्रिट लैंप, काँच की छड़, चम्मच <br> क्रियाकलाप-सर्वप्रथम दोनों बीकरों में 100-100 ml जल लेते हैं फिर एक बीकर में एक चम्मच शक्कर तथा दूसरे बीकर में एक चम्मच नमक डालते हैं। अब काँच की छड़ की सहायता से बीकर में शक्कर व नमक को मिलाते हैं। दोनों बीकरों में शक्कर व नमक तब तक डालते जाएँ जब तक उनका धुलना बंद न हो जाए। अब दोनों बींकरों को स्प्रिट लैंप की सहायता से गर्म करें। <br> अवलोकन - दोनों बीकरों को गर्म करते हुए पुनःविलेय ठोस पदार्थ (शक्कर व नमक) की कुछ मात्रा डालते रहने पर वह कुछ देर तक घुलता है और बाद में घुलना बंद हो जाता है। <br> निष्कर्ष - उपरोक्त क्रियाकलाप से स्पष्ट होता हैं कि ठोस पदार्थ की द्रव में विलेयता पर तापमान का प्रभाव पड़ता है और वह प्रभाव यह हैं कि तापमान बढ़ाने पर विलेयता एक निश्चित सीमा तक बढ़ती है बाद में विलंयन संतृप्त हो जाता है। <br> <img src="https://doubtnut-static.s.llnwi.net/static/physics_images/AKT_HIN_SCI_IX_C02_E01_046_S01.png" width="80%"> |