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शरीर में आयरन की अधिकता (हेमोक्रोमैटोसिस) क्या है? भोजन से अत्यधिक आयरन शरीर में अवशोषित करने की स्थिति को हेमोक्रोमैटोसिस (आयरन की अधिकता) कहते हैं। इससे खून में आयरन की मात्रा अधिक हो जाती है। जब तक यह अतिरिक्त आयरन शरीर से बाहर नहीं निकलता है तब तक किसी गंभीर स्वास्थ्य समस्या के पैदा होने का खतरा रहता है। अतिरिक्त आयरन लिवर, हृदय, अग्नाशय और जोड़ों में भी जम सकता है। यदि समय पर इस बीमारी का उपचार न किया जाए, तो हेमोक्रोमैटोसिस की वजह से शरीर के अंग काम करना बंद कर सकते हैं। शरीर में आयरन की अधिकता (हेमोक्रोमैटोसिस) के प्रकार - Types of Hemochromatosis in Hindiयह स्थिति दो प्रकार की होती है - प्राइमरी और सेकेंडरी।
शरीर में आयरन की अधिकता (हेमोक्रोमैटोसिस) के लक्षण - Hemochromatosis Symptoms in Hindiअक्सर हेमोक्रोमैटोसिस से ग्रस्त अधिकतर लोगों में इसके लक्षण दिखाई नहीं दे पाते हैं और हर व्यक्ति में इसके भिन्न लक्षण नजर आते हैं। इसके कुछ सामान्य लक्षण निम्न हैं:
कभी-कभी जब तक हेमोक्रोमैटोसिस की वजह से कोई अन्य परेशानी नहीं होती है तब तक लोगों को इसके कोई लक्षण दिखाई नहीं दे पाते हैं। इसकी वजह से निम्न समस्याएं हो सकती हैं:
यदि आप अधिक मात्रा में विटामिन सी लेते हैं या विटामिन सी से युक्त खाद्य पदार्थ ज्यादा खाते हैं, तो आपमें हेमोक्रोमैटोसिस की स्थिति और ज्यादा बिगड़ सकती है क्योंकि विटामिन सी भोजन से आयरन को अवशोषित करने में मदद करता है। शरीर में आयरन की अधिकता (हेमोक्रोमैटोसिस) के कारण - Hemochromatosis Causes in Hindiप्राइमरी हेमोक्रोमैटोसिस ज्यादातर प्राइमरी हेमोक्रोमैटोसिस के मामले जीन में म्यूटेशन (गड़बड़ी) के कारण मिलते हैं। एचएफई या हेमोक्रोमैटोसिस जीन यह नियंत्रित करता है कि भोजन से कितनी मात्रा में आयरन अवशोषित करना है। इस जीन में दो तरह से म्यूटेशन (गड़बड़ी) होते हैं, जो हेमोक्रोमैटोसिस का कारण बनते हैं, पहला C282Y और दूसरा H63D। अमेरिका के 'नेशनल हार्ट, लंग एंड ब्लड इंस्टीट्यूट' (NHLBI) के अनुसार, जेनेटिक रूप से इस बीमारी के लक्षण पुरुषों में 40 और 60 साल की उम्र के बीच जबकि महिलाओं में मेनोपॉज के बाद या 50 वर्ष की उम्र के बाद विकसित होते हैं। प्राइमरी हेमोक्रोमैटोसिस के दो उप प्रकार भी हैं जुवेनाइल (किशोर) और नियोनेटल (नवजात)।
सेकेंडरी हेमोक्रोमैटोसिस
शरीर में आयरन की मात्रा बढ़ने के अन्य कारण हेमोक्रोमैटोसिस के अलावा कुछ और कारण भी हैं जिनकी वजह से शरीर में आयरन की मात्रा अधिक हो सकती है, जैसे कि:
शरीर में आयरन की अधिकता (हेमोक्रोमैटोसिस) से बचाव - Prevention of Hemochromatosis in Hindiप्रत्येक बच्चे को एक पिता और एक मां से जीन मिलता है और इस प्रकार हर इंसान में जीन के दो सैट बनते हैं। यदि कोई बच्चा अपने माता-पिता दोनों से विकृत एचएफई जीन प्राप्त करता है, तो उसमें सिर्क हेमोक्रोमैटोसिस का खतरा होता है। यदि कोई बच्चा माता या पिता, दोनों में से किसी एक से दोषपूर्ण जीन प्राप्त करता है, तो उस बच्चे से ये बीमारी आगे की पीढ़ी और उसके खुद के बच्चों में होगी, इसे "कैरियर" के रूप में जाना जाता है। लेकिन इस स्थिति में बच्चे को स्वयं ये बीमारी नहीं होती है।
शरीर में आयरन की अधिकता (हेमोक्रोमैटोसिस) का निदान - Diagnosis of Hemochromatosis in Hindiडॉक्टर के लिए हेमोक्रोमैटोसिस का निदान करना मुश्किल हो सकता है, क्योंकि ऐसी कई बीमारियां हैं, जिनके लक्षण इससे मिलते-जुलते हैं। यदि किसी व्यक्ति को ऊपर बताए गए लक्षण दिखते हैं या फिर परिवार का कोई सदस्य इस विकार से ग्रस्त है तो ऐसे में डॉक्टर, कुछ टेस्ट करवाने की सलाह दे सकते हैं। डॉक्टर के पास कुछ अन्य तरीके भी हैं, जिनसे इस बीमारी का पता लगाया जा सकता है:
शरीर में आयरन की अधिकता (हेमोक्रोमैटोसिस) का इलाज - Hemochromatosis Treatment in Hindiयदि प्राइमरी हेमोक्रोमैटोसिस है, तो डॉक्टर नियमित शरीर से खून निकालकर इसका इलाज करते हैं। यहां शरीर से खून निकालने का मतलब रक्तदान से नहीं है। डॉक्टर हाथ या पैर की नस में सुईं लगाते हैं जिसके बाद खून सुई के जरिए बहता हुआ एक ट्यूब में आता है जो कि एक बैग से जुड़ी होती है। खून निकालने की प्रक्रिया को दो भागों में बांटा गया है: इनिशियल और मेंटेनेंस उपचार।
हेमोक्रोमैटोसिस के लिए अन्य इलाज
शरीर में आयरन की अधिकता (हेमोक्रोमैटोसिस) की जटिलताएं - Hemochromatosis Complications in Hindi
आमतौर पर हार्ट फेल का इलाज दवाओं से किया जा सकता है। संदर्भ
शरीर में आयरन की अधिकता के डॉक्टरसर्जरी के लिए बैस्ट डॉक्टर
डॉक्टर से अपना सवाल पूछें और 10 मिनट में जवाब पाएँ शरीर में आयरन ज्यादा होने से क्या होता है?हृदय की मांसपेशियों में आयरन के जमा होने से कार्डियोमायोपैथी हो सकती है, जिसके कारण हार्ट फेलियर होने की आशंका बढ़ जाती है। इसकी अधिक मात्रा हृदय की धड़कनों को अनियमित करती है, जिसे अरदिमिया कहते हैं। > लिवर में जमा होने से लिवर सिरोसिस और लिवर कैंसर होने का खतरा बढ़ जाता है।
आयरन कैसे कम करें?आयरन शरीर को एनर्जी देने के साथ-साथ खून की कमी को पूरा करता है। अगर किसी व्यक्ति के शरीर में आयरन की कमी हो जाए तो वह एनीमिया के शिकार हो सकता हैं। आयरन की कमी को पूरा करने के लिए हरी सब्जियां, चना, गुड़, केला आदि का सेवन किया जाता है।
शरीर में आयरन कैसे बढ़ता है?नींबू में विटामिन सी भरपूर मात्रा में पाया जाता है। इससे बॉडी में हीमोग्लोबिन बढ़ता है। अनार में मैग्नीशियम, कैल्शियम, विटामिन सी के अलावा आयरन भी अच्छी मात्रा में होता है। एक गिलास गुनगुने दूध में दो चम्मच अनार पाउडर डालकर पीने से हीमोग्लोबिन बढ़ाया जा सकता है।
आयरन क्या खाने से बढ़ता है?चुकंदर - शरीर में खून की कमी को पूरा करने के लिए सबसे पहले चुकंदर खाने की सलाह दी जाती है। ... . अनार - चुकंदर के बाद अनार का नाम आता है। ... . आंवला - आंवला एक सुपर फूड है जो विटामिन सी, आयरन और कैल्शियम जैसे पोषक तत्वों से भरपूर होता है। ... . पालक - खून की कमी होने पर पालक का सेवन करने से शरीर में इसकी कमी पूरी होती है।. |