लद्दाख़ी (Ladakhi language) भारत के लद्दाख प्रदेश की प्रमुख भाषा है। इसे भोटी भी कहते हैं। यह एक तिब्बताई भाषा है किन्तु मानक तिब्बती भाषा तथा लद्दाखी जानने वाले एक दूसरे को नहीं समझ सकते।[1] लद्दाख़ के गान्चे क्षेत्र में तिब्बती मूल के बलती व लद्दाख़ी लोग रहते हैं। सांस्कृतिक रूप से यह भारत के लद्दाख़ क्षेत्र का भाग है, हालांकि यहाँ के अधिकतर लोग धार्मिक दृष्टि से मुस्लिम हैं। यहाँ अधिकतर बलती भाषा बोली जाती है जो लद्दाख़ी भाषा के क़रीब है और अक्सर तिब्बती भाषा की उपभाषा समझी जाती है।[2] इन्हें भी देखें[संपादित करें]
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सन्दर्भ[संपादित करें]
लद्दाख़ी भारत के लद्दाख प्रदेश की प्रमुख भाषा है। इसे भोटी भी कहते हैं। यह एक तिब्बताई भाषा है किन्तु मानक तिब्बती भाषा तथा लद्दाखी जानने वाले एक दूसरे को नहीं समझ सकते। कम दिखाएंऔर पढ़ें विकिपीडिया लद्दाख में कौन सी भाषा बोली जाती है?लद्दाख़ी भारत के लद्दाख प्रदेश की प्रमुख भाषा है। इसे भोटी भी कहते हैं। यह एक तिब्बताई भाषा है किन्तु मानक तिब्बती भाषा तथा लद्दाखी जानने वाले एक दूसरे को नहीं समझ सकते। लद्दाख़ के गान्चे क्षेत्र में तिब्बती मूल के बलती व लद्दाख़ी लोग रहते हैं।
जम्मू कश्मीर और लद्दाख में कौन सी भाषा बोली जाती है?जम्मू कश्मीर और लद्दाख - यह दोनो भारत के केंद्रशासित प्रदेश है। जहा पर कश्मीरी सबसे अधिक बोली जाती है, इसके अलावा यहा पर डोगरी, पंजाबी, हिंदी और उर्दू जैसी भाषाएं बोली जाती है।
लद्दाख का पुराना नाम क्या है?" मोलूसूओ या मार्स का राज्य मार्च-युल का पर्याय बन सकता है, जो लद्दाख के लिए एक सामान्य नाम है।
लद्दाख का प्रमुख धर्म कौन सा है?बौद्ध धर्म इस क्षेत्र का प्रमुख धर्म है।
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