Video And Animation In Multimedia Notes in Hindi – PGDCA, BCA | एनिमेशन के उपयोग | Animation Effect in Hindi | Digital And Analog Video in Hindi | Analog Video In Multimedia | Digital Video In Multimedia | मल्टीमीडिया में वीडियो और एनीमेशन | Video And Animation In Multimedia Video/वीडियो
:- वीडियो एक ऐसा इलेक्ट्रॉनिक माध्यम होता है जिसमें की किसी भी वस्तु इमेज को Motion के रूप में दिखाया जाता है वीडियो भी दो प्रकार की होती है एनालॉग वीडियो और डिजिटल वीडियो। इसमें हम किसी भी घटना वस्तु या अन्य जानकारी को इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के द्वारा स्टोर करके रख सकते है। किसी भी लाइव घटना इवेंट या अन्य जानकारी को हम इलेक्ट्रॉनिक वीडियो रिकॉर्डर से रिकॉर्ड करके वीडियो के रूप में सेव करके रख सकते हैं वीडियो मल्टीमीडिया का एक बहुत ही महत्वपूर्ण अंग होता है
जिसके द्वारा हम किसी भी घटना को सेव करके देख सकते हैं।वर्तमान समय में इसका प्रचलन काफी तेजी से बढ़ा है । वीडियो का उपयोग :- मनोरंजन के क्षेत्र में, शिक्षा के क्षेत्र में, प्रशिक्षण के लिए।
Animation/एनिमेशन :- एनिमेशन मल्टीमीटर का एक गतिशील प्रदर्शित रूप होता है जिसके द्वारा किसी भी वस्तु को गतिशील ग्रुप में प्रदर्शित करते हैं जबकि वास्तव में ऐसा होता नहीं है एनिमेशन में जो हम किसी भी ऑब्जेक्ट को गति करते हुए देखते हैं वास्तव में वह हमारा एक भ्रम ही होता है क्योंकि इसमें किसी भी वस्तु की इमेज को उसके बढ़ते हुए Motion के क्रम में जमाया जाता है और उसे रिकॉर्ड किया जाता है जिससे कि हमें कोई भी ऑब्जेक्ट गतिशील दिखाई देता है यह एक एनिमेशन होता है।
इसमें अनेकों प्रकार की तस्वीर को क्रम से Motion के अनुरूप जमाया जाता है और फिर इसे एक निर्धारित स्पीड से Frame से गुजारा जाता है जिससे कि हमें कोई भी वस्तु चलती हुई प्रतीत होती है Frame से प्रति सेकंड में जितनी इमेज गुजरती है उसे हम फ्रेम रेट (Frame rate) कहते है।
Digital And Analog Video in Hindi
एनालॉग वीडियो/Analog Video :- एनालॉग वीडियो को एनालॉग सिग्नल के रूप में प्रदर्शित किया जाता है इस सिग्नल को ट्रांसफर करने के लिए हमें एनालॉग सिग्नल की ही आवश्यकता होती है तभी इसे ट्रांसफर किया जा सकता है एनालॉग वीडियो को लाने-लेजाने के लिए 2 चैनल वाले S Video और मल्टी चैनल वीडियो का उपयोग करते हैं।
इस प्रकार के सिग्नल को भेजते समय इसमें किसी प्रकार का परिवर्तन नहीं होता है इसका जीवनकाल भी काफी अधिक होता है और इसमें खर्च भी कम आता है।
डिजिटल वीडियो/Digital Video :- डिजिटल वीडियो को प्रदर्शित करने के लिए डिजिटल इमेज की आवश्यकता होती है डिजिटल वीडियो बायनरी रूप में स्टोर होती है इसकी खास बात यह है कि इसे कितने भी बार कॉपी करने पर भी इसकी क्वालिटी में कोई परिवर्तन नहीं होता है डिजिटल वीडियो को हम हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर के इस्तेमाल करके इसे स्टोर कर सकते हैं।
Computer software Notes in Hindi PGDCA, BCA Hindi Notes
DOS Command Internal and External Notes IN Hindi | PGDCA, BCA
Computer Output Device Notes In HindiPGDCA, BCA
Types of Network And Topology Notes in Hindi PGDCA, BCA
Types of Computer in Hindi Notes
Reader Interactions
मल्टीमीडिया क्या है? मल्टीमीडिया के प्रकार? उपयोग, फायदे एवं विशेषताएं? What Is Multimedia In Hindi? दोस्तों Multimedia Files (text, images, audio, video and animations) को तो हम सभी इस्तेमाल करते हैं? पर क्या आपको आता है की आख़िर मल्टीमीडिया होता क्या है? अगर नही। तो आज इस पोस्ट में हम जानिंगे All about Multimedia In Hindi?
जैसा की दोस्तों यदि आप टेक्नोलॉजी अर्थात मोबाइल या कंप्यूटर का इस्तेमाल करते हैं? या फिर आप एक छात्र हैं तो आपने अक्सर मल्टीमीडिया शब्द का नाम जरूर सुना होगा।
- टैली क्या है और कैसे सीखे – What Is Tally In Hindi
- कोरलड्रॉ क्या है और कैसे सीखे – What Is CorelDraw In Hindi
- फोटोशॉप क्या है और कैसे सीखे – What Is Photoshop In Hindi
लेकिन आखिर यह मल्टीमीडिया होता क्या है? अक्सर कई लोगों को इस विषय पर जानकारी नहीं होती। इसलिए आज का यह लेख मल्टीमीडिया विषय पर है जिसमें आप सरल शब्दों में जानेंगे कि मल्टीमीडिया क्या होती है? इसकी क्या विशेषताएं हैं? तथा मल्टीमीडिया एप्लीकेशंस कौन-कौन सी हैं। चलिये। बिना समय गवाए जानते हैं कि मल्टीमीडिया क्या है? मल्टीमीडिया के प्रकार? उपयोग, फायदे एवं विशेषताएं?
अनुक्रम
- 1 मल्टीमीडिया क्या है? (What Is Multimedia In Hindi)
- 2 मल्टीमीडिया के प्रकार? (Types Of Multimedia In Hindi)
- 2.1 Text Material
- 2.2 Photographs
- 2.3 Audio Files
- 2.4 Video Presentation
- 2.5 GIF and Other Forms of Animation
- 2.6 Common File Types In Multimedia
- 3 मल्टीमीडिया के फायदे? (Benefits Of Multimedia In Hindi)
- 4 मल्टीमीडिया के नुकसान?
- 5 मल्टीमीडिया की विशेषताएं?
- 5.1 Multimedia Presentation
- 5.2 Multimedia Games & Simulatiion
- 5.3 Linear
- 5.4 Non-Linear
- 6 मल्टीमीडिया का उपयोग?
- 6.1 Creative Industries
- 6.2 Commercial Use
- 6.3 Entrainment & Fine Arts
- 6.4 Education Technology
- 7 मल्टीमीडिया का इतिहास? (History Of Multimedia In Hindi)
- 8 मल्टीमीडिया में क्या-क्या चीजें सीखी जा सकती हैं?
मल्टीमीडिया क्या है? (What Is Multimedia In Hindi)
मल्टीमीडिया एक कंटेंट होता है जिसमें विभिन्न तरह के कंटेंट होते हैं जैसे की text, audio, images, एनीमेशन आदि। इसके अलावा यदि हम मल्टीमीडिया की सरल शब्दों में परिभाषा समझें तो मल्टीमीडिया ऑडियो, वीडियो, एनीमेशन आदि का एक माध्यम होता है। जिसके जरिये किसी यूजर को विभिन्न प्रकार की जानकारी मिलती है।
दोस्तों मीडिया का अर्थ अपनी बात दूसरों तक पहुंचाना होता है। और मीडिया कई प्रकार के हो सकते हैं जैसे कि text मीडिया, ग्राफिक्स मीडिया, सॉन्ग मीडिया, एनीमेशन मीडिया, वीडियो मीडिया आदि जब सभी मीडिया आपस में जुड़ जाते हैं अर्थात इनका मिश्रण हो जाता है तो हम इसे मल्टीमीडिया के नाम से जानते हैं।
नाम से ही पता चलता है multi अर्थात एक से अधिक। मतलब एक से अधिक मीडिया का मिश्रण Multimedia होता है। कंप्यूटर का निर्माण केलकुलेटर की तरह हुआ था तब उस समय इसमें कोई वीडियो एनिमेशन, मीडिया आदि शामिल नहीं थे। तथा समय के साथ जब कंप्यूटर में ग्राफिक्स चित्र आने लगे तो कंप्यूटर का इस्तेमाल तेजी से बढ़ने लगा।
इसलिए हम कह सकते हैं की मल्टीमीडिया टेक्स्ट, ऑडियो, ड्राइंग, वीडियो तथा एनीमेशन का एक संयोजन (combination) होता है जिसका उपयोग कंप्यूटर या अन्य डिजिटल device में किया जाता है। आज मल्टीमीडिया का महत्व काफी बढ़ चूका है। क्योंकि आज text layout के स्थान पर ग्राफ़िक्स का इस्तेमाल हो रहा है।
दोस्तों पहले के समय में जब टेक्नोलॉजी का बहुत कम इस्तमाल होता था उस समय कागजों, पत्रिकाओं, समाचार के माध्यम से प्रचार करते थे परन्तु आज मीडिया का दौर बदल चुका है। आज मल्टीमीडिया का इस्तेमाल लगभग सभी विज्ञापन एजेंसी करती हैं।
दोस्तो आज मल्टीमीडिया का इस्तेमाल बड़े पैमाने पर मोबाइल कंप्यूटर तथा अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस में किया जा रहा है चलिये हम जानते हैं कि मल्टीमीडिया के क्या-क्या फायदे होते हैं?
यह भी पढ़े: एनीमेशन क्या है और कैसे बनाये – What Is Animation In Hindi
मल्टीमीडिया के प्रकार? (Types Of Multimedia In Hindi)
Text Material
मल्टीमीडिया के अंतर्गत हम Text को सबसे पुराना प्रकार कह सकते हैं। यदि हम बात करें इंटरनेट की शुरुआत की तो उस समय Written form में Text के माध्यम से यूजर एक दूसरे को messages भेज सकता था।
लेकिन आज भी Text बिल्कुल खत्म नहीं हुआ है। आज भी यही प्राइमरी तरीका है और अक्सर डिजिटल कंटेंट बनाते समय text का इस्तेमाल होता है। क्योंकि यदि आप भी इस जानकारी को पढ़ रहे हैं तो यह भी टेक्स्ट के माध्यम से ही हो रहा है। अतः आज भी जानकारियां Text के माध्यम से ट्रांसमिट हो रही हैं। और आने वाले समय में भी होती रहेंगी।
इसलिए हम मल्टीमीडिया में Text को कम्युनिकेशन का प्रमुख tool कह सकते हैं। जिसका इस्तेमाल हम विभिन्न उद्देश्यों के लिए करते हैं। Example के लिए यदि आप कोई फोटो या वीडियो देखते हैं। और फोटो के नीचे डिस्क्रिप्शन में वह photo किस बारे में है इसकी जानकारी भी टेक्स्ट के माध्यम से ही हमें मिलती ही.
Photographs
मल्टीमीडिया का दूसरा हम प्रकार हम फोटोग्राफ्स तथा images को कह सकते हैं। क्योंकि Electronic कम्युनिकेशन की शुरुआत हुई तो फोटोग्राफ्स images ने जो Text का स्थान था उसे और अधिक enhance कर दिया जिससे लोगों के लिए डिजिटल युग में संचार करना और सुविधाजनक हो गया।
कई बार टेक्स्ट और फोटोग्राफ्स को हम एक साथ मिलाकर एक Single form में देखते हैं। क्योंकि कई ऐसे सॉफ्टवेयर प्रोग्राम्स भी हैं जो हमें टेक्स्ट को ही Creative तरीके से show करने में मदद करते हैं। जिससे text से भी एक बेहतरीन विजुअल एलिमेंट प्राप्त होता है।। मल्टीमीडिया के इस प्रकार में हम illustrations को सबसे पुराने प्रकारों में से एक कह सकते हैं.
Audio Files
किसी डिजिटल कंटेंट में बैकग्राउंड म्यूजिक आज के समय में आम बात हो चुकी है। आज किसी भी वीडियो, प्रजेंटेशन यहां तक कि वेबसाइट में भी ऑडियो का इस्तेमाल होता है। और हम खुद मल्टीमीडिया के इस टाइप का इस्तेमाल काफी लंबे समय से ऑडियो गाने सुनने के लिए कर रहे हैं।
और वर्तमान समय में कई ऐसे गैजेट्स हैं जो ऑडियो को सपोर्ट करते हैं। जैसे कि आज के डिजिटल कैमरा भी फोटोस को कैप्चर करने के साथ-साथ ऑडियो रिकॉर्ड करने में सक्षम है। अतः ऑडियो के आने के बाद मल्टीमीडिया ने लोगों को इंटरनेट के जरिए ऑनलाइन कम्युनिकेशन में काफी मदद की।
Video Presentation
मल्टीमीडिया के प्रकारों को जब Combine किया जाता है। तो एक प्रजेंटेशन सामने आती है। इस प्रजेंटेशन में हमें images और Text के साथ-साथ बैकग्राउंड साउंड देखने को मिलता है जिसमें images हिलती हुई दिखाई देती है और पीछे से sound आती है.
फिर चाहे बात हो स्लाइड प्रेजेंटेशन की या कोई वीडियो प्ले होती है हमें सभी मल्टीमीडिया के types एक साथ देखने को मिल जाते हैं। वीडियो फाइल्स मल्टीमीडिया का एक ऐसा प्रकार है जिसने डिजिटल कम्युनिकेशन में सबसे बड़ा बदलाव आया क्योंकि इनके जरिए लोग वास्तविक दृश्य की तरह आंखों से किसी चीज को देख सकते थे सुनने का अनुभव कर सकते हैं। वर्तमान समय में तो वीडियोस का उपयोग कितना अधिक बढ़ चुका है आप भली-भांति जानते हैं।
GIF and Other Forms of Animation
दोस्तों Gif के बारे में आप शायद जानते होंगे यह भी एक मल्टीमीडिया का प्रकार होता है। इसे हम न तो images मल्टीमीडिया कह सकते हैं और ना ही वीडियो यह इन दोनों के बीच का एक कंपोनेंट है। GIF का साइज सामान्यतः कम होता है इसमें एक से अधिक इमेजेस का इस्तेमाल किया जाता है तथा motion के effect के साथ इमेजेस चलती रहती है और एक बार इफेक्ट खत्म होने के बाद ऑटोमेटिक play हो जाता है।
Common File Types In Multimedia
मल्टीमीडिया के सभी मुख्य प्रकारों की बात कर चुके हैं अब यहां हम उन सभी कंपोनेंट के कौन-कौन से types हैं आइए देखते हैं।
Text Only: TXT
Text with other elements: DOC, DOCX, PDF
Audio: MP3, WAV, WMA
Video: AVI, WMV, FLV, MOV, MP4
Animation: GIF, FLV
Images: JPG, PNG, TIF, BMP
मल्टीमीडिया के फायदे? (Benefits Of Multimedia In Hindi)
मल्टीमीडिया यूजर फ्रेंडली होता है अर्थात आपको किसी विषय पर जानकारी लेने के लिए ऊर्जा को अधिक खर्च करने की आवश्यकता नहीं है। आज आप इंटरनेट पर जो।खोजते हैं उस विषय पर हमें कहीं सारी जानकारी वीडयो तथा टेक्स्ट, एनीमेशन मल्टीमीडिया के माध्यम से मिल जाती हैं।
मल्टीमीडिया का इस्तेमाल अधिकतर बिजनेस में प्रोडक्ट तथा सेवाओं का प्रचार करने के लिए इस्तेमाल होता है। अर्थात कंपनियां अपने प्रोडक्ट तथा सेवाओं को multimedia के जरिये प्रचार करती हैं अतः यह काफी इफेक्टिव तरीका है।
मल्टीमीडिया के ईस्तेमाल से कस्टमर तथा ग्राहक के बीच एक बेहतर कनेक्शन स्थापित होते हैं। क्योंकि मल्टीमीडिया की मदद से कस्टमर फीडबैक दे पाते हैं। यह एक फ्लैक्सिबल माध्यम है अर्थात मल्टीमीडिया का इस्तेमाल आप कहीं भी कभी भी कर सकते हैं।
मल्टीमीडिया का इस्तेमाल एडवरटाइजिंग कंपनियां अपने प्रोडक्ट को प्रमोट करने के लिए किसी विशेष उम्र लोगों के लिए या ग्रुप के लोगों को टारगेट करने लिए किया जाता है।।
- ईमेल (Email) क्या है? – What Is Email In Hindi
- एंड्राइड (Android) क्या है? – What Is Android In Hindi
मल्टीमीडिया के नुकसान?
दोस्तों चूंकि यह इलेक्ट्रॉनिक मीडिया है इसलिए इसे ऑपरेट करने के लिए इलेक्ट्रिसिटी कि हमेशा आवश्यकता होती है। कई ऐसे Area’s है जहां पर बिजली नहीं होती है वहां पर यह कार्य करना मुश्किल है।
मल्टीमीडिया का प्रोडक्शन करना costly होता है। क्योंकि यह किसी एक से अधिक मीडियम से मिलकर बना होता है।मल्टीमीडिया बनाने के लिए एक सिस्टम और सॉफ्टवेयर्स परचेस करना ही पड़ता है।
यह Time Consuming है। जी हां भले ही कंटेंट तैयार होने के बाद हमें वह पसंद आता है लेकिन उसमें काफी ज्यादा टाइम लगा होता है। किसी भी अन्य कठिन काम की तरह ही मल्टीमीडिया में भी कठिन परिश्रम और लंबे समय तक प्रेक्टिस करने की जरूरत होती है। तभी अच्छा कॉन्टेंट Create किया जा सकता है।
मल्टीमीडिया बनाने हेतु आप जिस डिवाइस का इस्तेमाल कर रहे हैं उसका भी पूरा ध्यान रखना पड़ता है। किसी भी कारणवश डिवाइस को नुकसान पहुंचने की स्थिति में आपको दूसरा डिवाइस खरीदना पड़ेगा।
मल्टीमीडिया की विशेषताएं?
Multimedia Presentation
मल्टीमीडिया प्रेजेंटेशन को किसी व्यक्ति द्वारा मंच पर प्रोजेक्टर या मीडिया प्लेयर की मदद से play कर देखा जा सकता है। मल्टीमीडिया को देखने के विभिन्न तरीके जैसे लाइव या रिकॉर्ड की गयी प्रेजेंटेशन (प्रस्तुति) हो सकती है। मल्टीमीडिया broadcast या रिकॉर्डिंग को Analog या डिजिटल इलेक्ट्रॉनिक मीडिया तकनीक की मदद से की जा सकती है।।
इसके अलावा वर्तमान समय मे डिजिटल ऑनलाइन मल्टीमीडिया को इंटरनेट की सहायता से आसानी से डाउनलोड या स्ट्रीम कर सकते हैं जैसा कि आपने किया भी होगा। यह स्ट्रीमिंग लाइव या पहले से बता कर सकते हैं।
इन विभिन्न डिजिटल मल्टीमीडिया तथा टेक्नोलॉजी का मुख्य उद्देश्य यूजर के अनुभव को बेहतर करना होता है इसलिए समय-समय पर डिजिटल मल्टीमीडिया सॉफ्टवेयर अपडेट होते रहते हैं। इन्हें यूजर्स की मांग तथा समय अनुसार अपग्रेड किया जा सकता है ऐसा इसलिए किया जाता है ताकि यूजर्स को जानकारियाँ आसानी तथा फास्ट तरीके से उपलब्ध हो। इसलिए इंटरटेनमेंट art तथा अन्य categories में इसका इस्तेमाल होता है।
Multimedia Games & Simulatiion
मल्टीमीडिया गेम्स को भौतिक वातावरण में cool इफेक्ट्स के साथ बनाया जाता है इसका सबसे अच्छा उदाहरण आप वर्तमान समय में कंप्यूटर तथा मोबाइल में गेमिंग के दौरान देख सकते हैं। इनमें बेहतरीन graphics होते हैं जो यूजर को लंबे समय तक खेलने के लिए उत्सुक बनाते हैं।
मल्टीमीडिया गेम्स को कई सारी यूजर्स एक समय में खेल सकते हैं हालांकि इन्हें ऑफलाइन भी खेला जा सकता है इन्हें खेलने के लिए मोबाइल, कंप्यूटर, गेम सिस्टम सिमुलेटर का इस्तेमाल होता है।
आज हम मल्टीमीडिया के जिस स्तर को देखते हैं उसमें सभी मल्टीमीडिया कंटेंट का योगदान है अर्थात इन सभी मीडिया सामग्री को जोड़कर Multimedia को बेहतर बनाया गया है।
वर्तमान समय में ऑनलाइन मल्टीमीडिया तेजी से सब्जेक्ट ओरिएंटेड तथा डाटा ड्रिवन हो रहा है जो बदलते समय के साथ एप्लीकेशन को enable करने के साथ सहज इनोवेशन तथा personalization को सक्षम कर रहा है. इसका सबसे अच्छा उदाहरण हम वर्तमान समय में वेबसाइट मैं पब्लिश कंटेंट को देख सकते हैं। इसके अलावा वर्तमान समय में मल्टीमीडिया तकनीक बढ़ती जा रही है तथा आए दिन नए-नए एक्सपेरिमें इसमें किए जा रहे हैं।
दोस्तों अब हम यहाँ मल्टीमीडिया की केटेगरी के बारे में जानते हैं। मल्टीमीडिया को विशेषकर दो कैटेगरी में बांटा गया है इनके बारे में हम जानते हैं-
Linear
लाइनर कंटेंट किसी भी नेवीगेशनल कंट्रोल के बिना कार्य करती है इसे हम सरल शब्दों में उदाहरण की सहायता से समझ सकते हैं। हम आमतौर पर सिनेमाघरों या टीवी पर मूवी / फिल्म को देखते हैं तो उस पर हमारा कोई नियंत्रण नहीं रहता क्योंकि वह content चलता रहता है।
Non-Linear
non-liner कंटेंट को यूजर द्वारा कंट्रोल कर नियंत्रित किया जा सकता है इसका सबसे अच्छा उदाहरण वीडिय गेम है जिसमे हम देखने के दौरान अपनी आवश्यकता के मुताबिक कंट्रोल कर पाते हैं।
मल्टीमीडिया प्रेजेंटेशन को लाइव या रिकॉर्ड किया जा सकता है एक रिकॉर्ड की गई प्रेजेंटेशन नेवीगेशन सिस्टम के माध्यम से इंटरएक्टिविटी (प्रभावित) कर सकती है। अर्थात इसे edit करना संभव है।
इसके साथ ही live मल्टीमीडिया प्रेजेंटेशन यूजर्स को प्रजेंटर या परफॉर्मर से जोड़ने का कार्य करती है। तथा live प्रेजेंटेशन को यूजर द्वारा कंट्रोल नहीं किया जा सकता।
यह भी पढ़े: Infographics क्या हैं और Infographic कैसे बनाये
मल्टीमीडिया का उपयोग?
दोस्तों अब हम मल्टीमीडिया एप्लीकेशन के बारे में विस्तारपूर्वक जानते हैं। कि वर्तमान समय में मल्टीमीडिया एप्लीकेशन का कहां-कहां इस्तेमाल होता है?
वर्तमान समय में विभिन्न क्षेत्रों में मल्टीमीडिया एप्लीकेशन का उपयोग हो रहा है जैसे कि विज्ञापन, एजुकेशन, मनोरंजन, मैथमेटिक्स बिजनेस, साइंटिफिक रिसर्च तथा मेडिसिन आदि कई क्षेत्रों में इसका इस्तेमाल हो रहा है।
Creative Industries
creative इंडस्ट्रीज विभिन्न प्रकार के उद्देश्यों के लिए मल्टीमीडिया का उपयोग करते हैं। यह कंपनियां मनोरंजन से लेकर पत्रकारिता तथा व्यवसाय कला हेतु मल्टीमीडिया का इस्तेमाल करते हैं।
Commercial Use
कहीं सारे पुराने तथा नए इलेक्ट्रॉनिक मीडिया जो कमर्शियल आर्टिस्ट तथा ग्राफ़िक डिज़ाइनर द्वारा उपयोग किए जाते हैं। वह मल्टीमीडिया कहलाते हैं।
यूजर्स का विज्ञापनों में ध्यान खींचने के लिए आकर्षित प्रेजेंटेशंस का इस्तेमाल होता है। कमर्शियल (वाणिज्यिक) मल्टीमीडिया डेवलपर्स को सरकारी तथा गैर सरकारी सेवाओं की एप्लीकेशन को डिजाइन करने के लिए भी कहा जाता है।
Entrainment & Fine Arts
दोस्तों यदि हम बात करें मल्टीमीडिया की इंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में तो सबसे अधिक इसी इंडस्ट्री में मल्टीमीडिया का उपयोग होता है। जो खासतौर पर मूवी, ऐनीमेशन में स्पेशल इफेक्ट (VFX, 3D animation, आदि) के लिए किया जाता है।
मल्टीमीडिया गेम काफी लोकप्रिय हैं यह पहले cd-ROMs रोम आदि के जरिए का इस्तेमाल किया जाता था। परंतु आज यह ऑनलाइन हो चुके हैं इसके अलावा कुछ वीडियो गेम्स भी मल्टीमीडिया फीचर्स का इस्तेमाल करते हैं।
Education Technology
वर्तमान समय में मल्टीमीडिया का इस्तेमाल शिक्षा के क्षेत्र में भी किया जा रहा है। मल्टीमीडिया का इस्तेमाल कंप्यूटर बेसिक ट्रेनिंग आदि के लिए होता है। जिसमें यूजर के लिए कोर्स में किसी विषय पर text प्रेजेंटेशन की श्रंखला, इलस्ट्रेशन तथा अन्य सूचना फॉर्मैट्स मौजूद होते हैं।
वर्तमान समय में Edutainment एजुकेशन तथा एंटरटेनमेंट का संयोजन बन चुका है। थ्योरी से पढ़ना पुराने समय की बात हो चुकी है मल्टीमीडिया के आने से एजुकेशन का तरीका बदल चुका है।
इसके अलावा सोशल वर्क, पत्रकारिता तथा लैंग्वेज कम्युनिकेशन तथा अन्य क्षेत्रों में multimedia का इस्तेमाल होता है।
- याहू (Yahoo) क्या है? – What Is Yahoo In Hindi
- गूगल क्या है और किसने बनाया – What Is Google In Hindi
मल्टीमीडिया का इतिहास? (History Of Multimedia In Hindi)
दोस्तों यदि हम मल्टीमीडिया के इतिहास में जाएं तो तो सबसे पहले समाचार पत्र से मल्टीमीडिया की शुरुआत हुई थी क्योंकि अखबारों में अधिकतर text ग्राफ़िक्स तथा images का इस्तेमाल होता था।
तथा वर्ष 1895 में Gugliemo Marconi ने इटली के Pontecchio में अपना पहला वायरलैस रेडियो प्रसारण भेजा। शुरुआत में इसे टेलीग्राफ के लिए आविष्कार किया गया परंतु वर्तमान समय में रेडियो, ऑडियो मीडिया का प्रमुख स्थान बन चुका है।
उसके बाद टीवी (टेलिविज़न) बीसवीं शताब्दी का नया मीडिया था जिसने वीडियो के माध्यम से लोगों को सूचनाएं मनोरंजन प्रदान किया। तथा इस तरह टीवी ने दुनिया में संचार के तरीके को ही बदल दिया।
वर्ष 1965 में मल्टीमीडिया शब्द का पहली बार इस्तेमाल किया गया इस शब्द को सिनेमा आर्ट म्यूजिक, लाइट आदि से जोड़ा गया था।
- डिजिटल सिग्नेचर क्या है – What Is Digital Signature In Hindi
- डिजिटल मार्केटिंग क्या है – What Is Digital Marketing In Hindi
मल्टीमीडिया में क्या-क्या चीजें सीखी जा सकती हैं?
दोस्तों वर्तमान समय में मल्टीमीडिया इंडस्ट्री काफी तेजी से grow हो रही है जॉब के अवसरों से यह भरी पड़ी है| इसलिए multimedia में आज युवा अपना कैरियर बनाने की भी सोच रहे हैं। तो आइए जानते हैं कौन-कौन सी चीजें मल्टीमीडिया के अंतर्गत आती हैं जिन्हें देखकर आप भी इसमें अपना करियर बनाने की सोच सकते हैं.
- Digital editing.
- Graphic design.
- Multimedia programming
- Animation.
- Introductory photography.
- Electronic imaging.
- Website design fundamentals.
- Interactive media.
तो दोस्तों यह सभी कोर्सेज मल्टीमीडिया के अंतर्गत ही आते हैं। आप अपने इंटरेस्ट के मुताबिक किसी भी फील्ड में मल्टीमीडिया के जा सकते हैं यदि आप ग्राफिक डिजाइनिंग मैं रुचि रखते हैं। तो आप अपनी skills को बेहतर बनाने के लिए ग्राफिक डिजाइन कोर्स कर सकते हैं। अर्थात आप किसी भी फील्ड को सेलेक्ट कर सकते हैं।
दोस्तों उम्मीद है की अब आपको मल्टीमीडिया से जुड़ी पूरी जानकारी मिल चुकी होगी, और अब आप जान गये होगे की मल्टीमीडिया क्या है? इसके प्रकार? उपयोग? Multimedia Applications & All about Multimedia In Hindi?
यह भी पढ़े:
- बाई-फाई क्या है –
What Is WiFi In Hindi
- वायरस क्या है – What Is Virus In Hindi
- फ़ायरवॉल क्या है – What Is Firewall In Hindi
- सर्च इंजन क्या है – What Is Search Engine In Hindi
- डिजिटल सिग्नेचर क्या है – What Is Digital Signature In Hindi
Hope की आपको मल्टीमीडिया क्या है? मल्टीमीडिया के प्रकार? उपयोग, फायदे एवं विशेषताएं? का यह पोस्ट पसंद आया होगा, और हेल्पफ़ुल लगा होगा।
अगर आपके पास इस पोस्ट से रिलेटेड कोई सवाल है तो नीचे कमेंट करे. और अगर पोस्ट पसंद आया हो तो सोशल मीडिया पर शेयर भी कर दे.