मस्से का आयुर्वेदिक इलाज क्या है? - masse ka aayurvedik ilaaj kya hai?

Written and reviewed by

Bachelor of Ayurveda, Medicine and Surgery (BAMS)

Ayurvedic Doctor, Lakhimpur Kheri  •  13years experience

मस्से का आयुर्वेदिक इलाज क्या है? - masse ka aayurvedik ilaaj kya hai?

मस्से की समस्या ऐसी है कि ये कई लोगों को इरिटेट करती है. ये त्वचा पर लगभग फोड़े जैसी शक्ल में दिखाई पड़ती है. लेकिन ये फोड़ा-फुंसी नहीं होता है. ये कोई बहुत गंभीर समस्या तो नहीं है लेकिन इसे इसे हल्के में लेना भी ठीक नहीं है. यदि आपको इसके साथ कोई और समस्या हो या फिर इस दौरान दर्द हो तो आपको चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए. मस्से कि समस्या से पीड़ितों की संख्या भी अब अच्छी-ख़ासी है. मस्से हमारे त्वचा पर एक उपज की तरह होते हैं. इसके साथ ही ये सुसाध्य भी समझे जाते हैं. हालांकि ये कैंसरयुक्त तो नहीं होते हैं लेकिन फिर भी इनसे ग्रसित कई लोग इन्हें निकालने के लिए परेशान रहते हैं. इसके पीछे कारण ये है कि मस्से त्वचा पर अच्छे नहीं लगते हैं. यहाँ आपको ये भी बता दें कि आपके शरीर पर मस्से 'ह्युमन पैपिल्लोमा वाइरस' के कारण विकसित हो पाते हैं. इसके अलावा हमारे शरीर कि त्वचा पर बेडौल और रुखी सतहों का विकसित होना भी मस्सों के लक्षण हो सकते हैं. ज़्यादातर बार मस्से अपने आप विकसित होकर अपने आप ही गायब भी हो जाते हैं. हलांकी कुछ मस्से अत्याधिक पीड़ादायक साबित होते हैं. ऊपर से ये फैलते भी बहुत तेजी से हैं. आपको ये जानकार आश्चर्य होगा कि इनमें से कई मस्से तो बरसों तक बने रहते हैं. इसलिए इनका उपचार बेहद आवश्यक है. तो आइए इस लेख के माध्यम से हम आपको मस्से का कुछ आयुर्वेदिक उपचार बताएं.
बरगद के पत्तों से
बरगद का पेड़ हमारे यहाँ काफी लोकप्रिय है. इसी के नीचे भगवान बुद्ध, बुद्धत्व को प्राप्त हुए थे. आपको जानकर हैरानी होगी कि इसके पत्ते का रस मस्सों के उपचार के लिए बहुत ही प्रभावी साबित होता है. इसके इस्तेमाल से त्वचा मुलायम भी हो जाती है और मस्से अपने आप गिरने लग जाते हैं.
हल्दी पाउडर के द्वारा
हल्दी पाउडर का इस्तेमाल किए बिना हमारे यहाँ भोजन नहीं बनता है. इसके सहायता से आप मस्सों का उपचार कर सकते हैं. इसके लिए आपको एक चम्मच कोथमीर का रस लेकर उसमें एक चुटकी हल्दी डालकर इसका सेवन करने से मस्सों से निजात मिलती है.
आलू भी है उपचार
आलू के बिना सब्जियाँ कैसी लगेंगी? सभी सब्जियों में आलू कॉमन होता है. इसके इस्तेमाल से आप मस्सों से छुटकारा पा सकते हैं. इसके लिए कच्चे आलू के एक स्लाइस को आप नियमित रूप से दस मिनट तक मस्से पर लगाकर रखें इससे लाभ मिलेगा.
केले का छिलका
केले के छिलके कि सहायता से आप मस्से को दूर कर सकते हैं. इसके लिए आपको केले के छिलके को अंदर की तरफ से मस्से पर रखकर उसपर एक पट्टी बांध लें. नियमित रूप से दिन में दो बार लगातार ऐसा करने से मस्से ख़तम हो जाते हैं.
अरंडी के तेल कि सहायता से
यदि आप अरंडी का तेल नियमित रूप से मस्सों पर लगायें तो इससे भी मस्से नरम पड़ सकते हैं. कुछ दिन तक इसे लगाते रहने से मस्से धीरे धीरे गायब हो जायेंगे. आप चाहें तो अरंडी के तेल के बदले कपूर के तेल का भी इस्तेमाल कर सकते हैं.
लहसुन के इस्तेमाल से
मस्से को दूर करने के लिए लहसून के एक टुकड़े को पीसकर रखें. हलांकी ये ध्यान रखें कि ये बहुत महीन न हो और इस पीसे हुए लहसून को मस्से पर रखकर इसे पट्टी से बांध लें. इससे भी मस्सों के उपचार में काफी सहायता मिलती है.
कारगर है मौसम्मी का रस
मौसम्मी के रस कि एक ताजा बूँद यदि आप अपने मस्से पर नियमित रूप से लगाएँ तो इससे भी काफी राहत मिलती है. लगाने के बाद इसपर पट्टी बाँध लें. दिन में 3-4 बार ऐसा करने पर आपके मस्से गायब हो जाएंगे.
अम्लाकी से
अम्लाकी का रस भी मस्सों को दूर करने में सहायक साबित होता है. इसका रस आपको मस्सों पर तब तक मलते रहना होगा जब तक कि मस्से उस रस को सोख न लें. इसके बाद अम्लाकी के रस को मस्से पर मल कर पट्टी से बांध लें.
अन्य विभिन्न तरीके
इसके लिए आपको बंगला, मलबारी, कपूरी, या नागरबेल के पत्ते के डंठल का रस मस्से पर लगाने से मस्से झड़ जाते हैं. यदि तब भी न असर न हो तो आपको पान में खाने का चूना मिलाकर घिसना चाहिए.

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केले का छिलका

चेहरे से मस्सों को हटाने के लिए केले का छिलका सबसे अच्छा उपाय है। केले के छिलके में ऑक्सीकरण रोधी तत्व पाए जाते हैं जो इसे हटाने में मदद करते हैं। इस इस्तेमाल करने के लिए केले के छिलके को मस्से पर 24 घंटें तक बंधा रहने दें। इस उपाय को कुछ दिन करने से मस्से दूर हो जाते हैं।

मस्से का आयुर्वेदिक इलाज क्या है? - masse ka aayurvedik ilaaj kya hai?

चूना और घी

मस्सों को हटाने के लिए घी और चूना समान मात्रा में लेकर अच्छी तरह से मिलाएं। फिर इसे मस्से पर दिन में 3-4 बार लगाएं। इस उपाय से मस्सा जड़ से झड़ जाएगा।

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प्याज का रस

प्याज का रस मस्सों को हटाने के लिए रामबाण उपाय है। इसे 20 से 30 दिन तक मस्से पर लगाएं और जब भी समय मिलें प्याज को काटकर मस्सों पर रगड़ें। इसे प्रक्रिया को दिन दो-तीन बार करें। इससे मस्से जड़ से खत्म हो जाते हैं।

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सेब का सिरका

सेब के सिरके में मस्सों को जीवणुओं को मारने की शक्ति होती है। इस से मस्से झड़ते नहीं बल्कि धीरे-धीरे जलने लगते हैं। इसे रोजाना कॉटन से मस्से पर लगाएं और एक ही सप्ताह में फर्क नजर आने लगेगा।

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शहद

मस्सों को हटाने के लिए शहद भी काफी फायदेमंद है। इसे प्रयोग में लाने के लिए शहद को मस्से पर लगा कर 10-12 घंटे के लिए इसे डॉक्टर टेप से ढक्कर रखें और बाद में इसे उतार दें। इस उपाय को 15 दिन करने के बाद आपको फर्क दिखने लगेगा।

मस्से को जड़ से खत्म कैसे करें?

मस्से हटाने के लिए एक चम्मच बेकिंग सोडा में कुछ बूंदें कैस्टर ऑयल मिलाकर उसक पेस्ट तेयार कर लें। अब इस पेस्ट को मस्से पर लगाकर हल्के हाथों से मसाज करेंमस्से वाली जगह को एक घंटे बाद पानी से धो लें। एक महीने में आपको मस्सों की परेशानी से निजात मिल जाएगी।

मस्से किसकी कमी से होते हैं?

मस्सों का मुख्य कारण मानव (ह्यूमन) पैपिलोमा वायरस (एचपीवी) होता है। इस मानव (ह्यूमन) पैपिलोमा वायरस के 130 प्रकार होते हैं। कई प्रकार के एचपीवी एक धीमी विकास करते है। सबसे सामन्य एचपीवी और मस्सा के प्रकार नीचे सूचीबद्ध हैं

मस्से को हटाने के लिए क्या लगाना चाहिए?

मस्से और तिल हटाने के लिए एक चम्मच अरंडी के तेल में एक चम्मच बेकिंग सोडा मिलाकर उसे तिल पर लगाकर रात भर छोड़ दें। सुबह उठकर इस पेस्ट को धो लें। कई दिनों तक लगातार ऐसा करने से तिल गायब हो जाएगा। मस्सा हटाने के लिए ताजा अनानास का रस निकालकर उसमें रूई डुबोकर प्रभावित क्षेत्र पर लगाएं।

मसा की बीमारी क्यों होती है?

मस्से त्वचा पर होने वाली वृद्धि है जो ह्यूमन पैपिलोमावायरस के कारण होती है। आमतौर पर, यह फटी हुई त्वचा पर होता है क्योंकि वायरस त्वचा की ऊपरी परत के माध्यम से आसानी से प्रवेश कर सकता है। संक्रमण के परिणामस्वरूप, त्वचा की ऊपरी परत तेजी से विकास का अनुभव करती है जिसके परिणामस्वरूप मस्सा कहा जाता है।

मस्से की क्रीम का नाम क्या है?

Wartosin शरीर पर किसी भी मस्से को कुछ ही दिनों में पूरी तरह से हटाने के लिए एक अनूठा आयुर्वेदिक समाधान है. निर्देश: केवल बाहर की ओर निकले हुए मस्सो के लिए.

मसा की बीमारी कैसे होती है?

पाइल्स एक ऐसी बीमारी है जिसमें पीड़ित व्यक्ति एनस के अंदर और बाहरी हिस्से में सूजन आ जाती है। जिसकी वजह से एनस अंदरूनी हिस्से या बाहर के हिस्से में स्किन जमाकर होकर मस्से जैसी बन जाती है और इसमें से कई बार खून निकलने के साथ ही दर्द भी होता है। मल त्याग के दौरान जोर लगाने पर ये मस्से बाहर आ जाते हैं।