निम्नलिखित मुद्दों के आधार पर खेती के लिए आधुनिक और आवश्यक उपकरणों की दुकान का विज्ञापन तैयार कीजिए - nimnalikhit muddon ke aadhaar par khetee ke lie aadhunik aur aavashyak upakaranon kee dukaan ka vigyaapan taiyaar keejie

निम्‍नलिखित मुद्दों के आधार पर कहानी लिखकर उसे उचित शीर्षक दो। 

निम्नलिखित मुद्दों के आधार पर खेती के लिए आधुनिक और आवश्यक उपकरणों की दुकान का विज्ञापन तैयार कीजिए - nimnalikhit muddon ke aadhaar par khetee ke lie aadhunik aur aavashyak upakaranon kee dukaan ka vigyaapan taiyaar keejie

निम्नलिखित मुद्दों के आधार पर खेती के लिए आधुनिक और आवश्यक उपकरणों की दुकान का विज्ञापन तैयार कीजिए - nimnalikhit muddon ke aadhaar par khetee ke lie aadhunik aur aavashyak upakaranon kee dukaan ka vigyaapan taiyaar keejie

जैसे को तैसा

       रामपुर नाम का एक गाँव था। उस गाँव में भोला दर्जी की एक छोटी-सी दुकान थी। दुकान से थोड़ी दूर पर गाँव के किनारे एक नदी थी। गाँव के जमींदार राम सिंह के पास एक हाथी था। वह हाथी प्रतिदिन भोला दर्जी की दुकान से होकर नदी पर नहाने जाता था। दर्जी भी प्रतिदिन उस हाथी को दो-चार केले खिला देता था। हाथी व भोला दर्जी दोनों की यही दिनचर्या बन गई थी।
      एक दिन हाथी अपने नियमित समय पर दुकान के पास पहुँचा। भोला ने जब हाथी को देखा, तो उसे मजाक सूझा। उस दिन भोला ने हाथी को केला तो खिलाया, लेकिन उसकी सूँड़ में सुई भी चुभा दी। सुई हाथी की सूँड़ में ज्यादा चुभ गई थी और हाथी को दर्द भी हुआ, लेकिन उसने उस वक्त कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। वह उस समय दर्द से तड़पकर रह गया। उधर भोला दर्जी हँस-हँसकर लोटपोट हो गया। इस मजाक का परिणाम यह हुआ कि हाथी ने मन-ही-मन बदला लेने की ठान ली। उस दिन वह नदी पर गया और नहाने के बाद अपनी सूँड़ में नदी की गीली मिट्टी से युक्त गंदा पानी भरकर वापस लौटा। रास्ते में भोला दर्जी की दुकान के पास पहुँचकर वह रुक गया। भोला दर्जी उसे देखकर फिर जोर-जोर से हँसने लगा और उसके पास आया।
       जैसे ही भोला उसके पास आया हाथी ने अपनी सूँड़ का सारा गंदा पानी उस पर और उसकी दुकान पर फेंक दिया। उस गंदे पानी से भोला का पूरा शरीर व दुकान गंदे हो गए।
       गंदा कीचड़ उसकी दुकान में रखे कपड़ों पर पड़ गया था। इससे उसे नुकसान भी हुआ। अंतत: भोला को यह बात समझ में आ गई कि जैसा करेंगे, वैसा ही भरेंगे। उसने उसी दिन अपने कान पकड़ लिए और इस तरह की गलती कभी न करने का निश्चय किया।

Concept: लेखन (8th Standard)

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