नीट की परीक्षा देने के लिए क्या करना पड़ता है? - neet kee pareeksha dene ke lie kya karana padata hai?

नीट 2022 के बाद क्या करें? - एमबीबीएस/बीडीएस एडमिशन का जानें रोडमैप - नीट की शुरुआत हो जाने से भारतीय चिकित्सा शिक्षा व्यवस्था का मानकीकरण हुआ है। नीट यूजी भारत के सभी मेडिकल और डेंटल कॉलेजों में प्रवेश के लिए आयोजित की जाने वाली एकमात्र प्रवेश परीक्षा है। लेकिन 'नीट 2022 के बाद क्या करें' प्रश्न अभिभावकों और परीक्षार्थियों के लिए एक पहेली ही बना रहता है।

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Latest Updates for NEET

  • 5 days ago:

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नीट की परीक्षा देने के लिए क्या करना पड़ता है? - neet kee pareeksha dene ke lie kya karana padata hai?

नीट परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद, 'प्रवेश की प्रक्रिया क्या है?' या नीट 2022 के बाद क्या करें' या नीट के बाद मेडिकल या डेंटल कॉलेजों में प्रवेश कैसे प्राप्त करें' जैसे प्रश्न आम तौर पर दिमाग में आते हैं। NEET 2022 परीक्षा के बाद, नीट कटऑफ हासिल करने वाले उम्मीदवार प्रवेश प्रक्रिया के लिए पात्र हैं। सरकारी कॉलेजों में प्रवेश 15% अखिल भारतीय कोटा (AIQ) और 85% राज्य कोटे की सीटों के आधार पर किया जाता है।

इसे भी देखें-
नीट ऑफिशियल आंसर की 2022
नीट के बिना मेडिकल कोर्स के विकल्प

नीट 2022 के माध्यम से सरकारी एमबीबीएस, बीडीएस, आयुष, बीवीएससी और एएच, बीएससी नर्सिंग पाठ्यक्रमों में 15% एआईक्यू सीटों पर प्रवेश चिकित्सा परामर्श समिति (एमसीसी) द्वारा किया जाता है। जबकि शेष 85% राज्य कोटे की सीटें राज्य काउंसलिंग प्राधिकरण द्वारा NEET स्कोर के आधार पर आवंटित की जाती हैं। NEET-UG के बाद निजी कॉलेजों में प्रवेश भी संबंधित राज्य के अधिकारियों द्वारा किया जाता है। हालांकि, उम्मीदवारों को राज्य कोटे की सीटों पर प्रवेश के लिए संबंधित राज्यों द्वारा निर्दिष्ट नीट अधिवास मानदंडों को पूरा करना होता है।

‘अगर मैं किसी विशेष राज्य का मूल निवासी नहीं हूं, तो क्या इसके बावजूद वहां एमबीबीएस/बीडीएस काउंसलिंग के लिए आवेदन किया जा सकता है?’, नीट समाप्त हो जाने के बाद मुझे प्रवेश के लिए कौन-कौन से फॉर्म भरने होंगे’, नीट 2022 क्वालिफाई करने के बाद मुझे क्या करना होगा?' जैसे कई सवाल परीक्षार्थियों और उनके अभिभावकों के मन में चलते रहते हैं। एमबीबीएस/बीडीएस प्रोग्रामों में नीट के जरिए प्रवेश की प्रक्रिया के बारे में आसान तरीके से परीक्षार्थियों को जानकारी देने के लिए कॅरियर्स360 द्वारा यहां ‘नीट 2022 के बाद क्या करें' विषय पर लेख में विस्तार से जानकारी दी गई है। पात्र उम्मीदवारों को विस्तृत जानकारी के लिए ‘नीट 2022 के बाद क्या करें' विषय पर लिखे गए इस आलेख को गौर से पढ़ना चाहिए।

एमबीबीएस/बीडीएस प्रवेश के लिए नीट 2022 के बाद क्या?

नीट परीक्षा समाप्त होने के बाद उम्मीदवार मिलने वाले अंकों की गणना के लिए अनऑफिशियल या ऑफिशियल आंसर की का उपयोग कर सकते हैं। परीक्षा खत्म होने के लगभग एक माह बाद नीट 2022 रिजल्ट घोषित किया जाता है। परिणाम की घोषणा के बाद वास्तविक रैंक की मदद से उम्मीदवार मिलने वाले कॉलेजों का अनुमान लगा सकते हैं। परिणामों की घोषणा के एक सप्ताह के बाद नीट प्रवेश प्रक्रिया 2022 शुरू होगी। नीट 2022 के बाद के दोनों चरणों, यानि परीक्षा के तुरंत बाद और नीट रिजल्ट के बाद की अवधि की अहम विशेषताएं नीचे बताई गई हैं:

नीट 2022 के बाद क्या करें? - परीक्षा के तुरंत बाद (What after NEET? - Immediately after the exam)

परीक्षा समाप्त होने और नीट आंसर की जारी होने के बाद, उम्मीदवार दो कार्य कर सकते हैं -

  • नीट 2022 स्कोर की गणना करना

  • नीट 2022 रैंक का अनुमान लगाना

नीट स्कोर और रैंक का अनुमान लगा लेने से उम्मीदवारों को पिछले वर्ष के नीट एडमिशन ट्रेंड्स के आधार पर मिल सकने वाले मेडिकल/डेंटल कॉलेजों के बारे में जानकारी जुटाने में मदद मिल जाएगी। नीट आंसर की 2022 में दिए गए सही उत्तरों का उपयोग करते हुए उम्मीदवार मिलने वाले अनुमानित अंकों की गणना कर सकते हैं। नीट स्कोर पता कर लेने के बाद छात्र नीट अंक और रैंक ट्रेंड का उपयोग करके अपनी रैंक का अनुमान लगा सकते हैं।

नीट 2022 के बाद क्या करें? - परिणाम की घोषणा के बाद (What after NEET 2022? - Following the declaration of result)

नीट 2022 परिणाम घोषित होने के बाद एमबीबीएस/बीडीएस प्रवेश काउंसलिंग प्रक्रिया शुरू होगी। नीट कटऑफ 2022 में न्यूनतम आवश्यक क्‍वालीफाइंग पर्सेंटाइल हासिल करने वाले अभ्यर्थी ही काउंसलिंग प्रक्रिया में शामिल हो सकेंगे और प्रवेश के लिए उन्‍हीं पर विचार किया जाएगा। नीट 2022 क्वालीफाई करने के लिए सामान्य कैटेगरी के उम्मीदवार को कम से कम 50वां पर्सेंटाइल (एससी/एसटी/ओबीसी के लिए 40वां पर्सेंटाइल) स्कोर करना होगा। रिजल्ट जारी किए जाने के बाद निम्नलिखित प्रक्रिया अपनाई जाएगी-

  1. परीक्षा क्वालीफाई करना (नीट कटऑफ स्कोर हासिल करके)।

  2. काउंसलिंग प्रक्रिया के लिए आवेदन करें।

  3. काउंसलिंग में शामिल होकर प्रवेश सुनिश्चित करें

एमबीबीएस/बीडीएस में प्रवेश के लिए नीट काउंसलिंग प्रक्रिया को समझना

‘नीट के बाद के क्या करें’ (What after NEET) से जुड़ा सबसे उलझाने वाला पहलू विभिन्न काउंसलिंग प्रक्रिया से संबंधित होता है और यह प्रक्रिया परीक्षा परिणाम की घोषणा के बाद शुरू होती है। परीक्षार्थी और उनके माता-पिता अक्सर इसी के चलते भ्रमित रहते हैं। कई काउंसलिंग एजेंसियों और फॉर्म की उपलब्धता के चलते नीट से पहले के दौर की मेडिकल प्रवेश प्रक्रिया की याद ताजा करा देते हैं। भले ही काउंसलिंग के प्रकार की समझ है और सीटों की संख्या पता है, तब भी तय विभिन्न पात्रता मानदंड समझने में मुश्किल होते हैं। आइए नीट एमबीबीएस/बीडीएस प्रवेश प्रक्रिया संबंधी भ्रम की स्थिति से बाहर निकलें और ‘नीट के बाद क्या’ करना चाहिए, उसे विस्‍तार से समझते हैं।

नीट 2022 क्वालीफाई करने वाले परीक्षार्थियों के लिए उपलब्ध एमबीबीएस/बीडीएस सीटें

क्रम

सीट का प्रकार

काउंसलिंग प्राधिकरण

1.

सभी एआईक्‍यू (ऑल इंडिया कोटा) सीटें*

स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय (डीजीएचएस)

2.

डीम्ड और केंद्रीय विश्वविद्यालयों की सभी सीटें

स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय (डीजीएचएस)

3.

राज्य के सरकारी कॉलेजों में राज्य कोटे की सीटें (केवल मूलनिवासी परीक्षार्थियों के लिए उपलब्ध)

राज्य काउंसलिंग प्राधिकरण

4.

पूरे देश के सभी प्राइवेट कॉलेज (मूलनिवासी परीक्षार्थियों के लिए उपलब्ध राज्य कोटे की सीटों के अलावा)

राज्य काउंसलिंग प्राधिकरण

*जम्मू-कश्मीर (जे ऐंड के) के अभ्यर्थी एआईक्यू काउंसलिंग के लिए आवेदन नहीं कर सकते हैं, क्योंकि जे ऐंड के ने इसकी शुरुआत से ही 15% एआईक्यू योजना से बाहर रहने का विकल्प चुना है।

नीट 2022 की विभिन्न सीटों के लिए आवेदन प्रक्रिया (Application Process for various NEET 2022 seats)

नीट 2022 के बाद क्या करें से संबंधित परीक्षार्थियों के मन में आने वाले काउंसलिंग के प्रश्नों का समाधान करने के लिए विभिन्न आवेदन प्रक्रियाओं के बारे में स्पष्ट जानकारी नीचे दी गई है:

1. ऑल इंडिया कोटा (एआईक्‍यू) सीटें

देश के सभी सरकारी मेडिकल और डेंटल कॉलेजों (केंद्र शासित प्रदेश जम्मू, कश्मीर और लद्दाख को छोड़कर) की एमबीबीएस/बीडीएस सीटों में से 15% सीटें नीट एआईक्‍यू योजना के लिए रखी गई हैं, जिसके लिए नीट 2022 क्वालीफाई करने वाले सभी परीक्षार्थी (जम्मू, कश्मीर और लद्दाख के परीक्षार्थियों को छोड़कर यदि उन्होंने नीट एप्‍लीकेशन फार्म भरते समय स्व-घोषणा पत्र जमा न कर दिया हो) आवेदन कर सकते हैं। इसका मतलब यह है कि अगर कोई परीक्षार्थी हरियाणा का है, तो वह एआईक्‍यू के तहत हरियाणा सहित अन्य राज्यों के सरकारी कॉलेजों में प्रवेश ले सकेगा।

एआईक्‍यू काउंसलिंग के लिए आवेदन करने हेतु मेडिकल काउंसलिंग कमेटी (एमसीसी) की ओर से स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय (डीजीएचएस) द्वारा एआईक्‍यू काउंसलिंग फॉर्म जारी किए जाने पर भरना होता है। नीट 2022 एआईक्‍यू काउंसलिंग ऑनलाइन मोड में शुरू होगी। जारी कर दिए जाने के बाद इस पेज पर नीट काउंसलिंग 2022 रजिस्ट्रेशन लिंक उपलब्ध कराया जाएगा।

2. डीम्ड और सेंट्रल यूनिवर्सिटी में सीटें

नीट 2022 उत्तीर्ण करने वाले उम्मीदवारों के लिए केंद्रीय और डीम्ड विश्वविद्यालयों की भी सभी सीटें खुली होती हैं। केंद्रीय विश्वविद्यालयों में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू), बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू), दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) और जामिया मिल्लिया इस्लामिया (जेएमआई) से संबद्ध कॉलेज शामिल हैं।

एआईक्यूई के समान ही डीजीएचएस डीम्ड और केंद्रीय विश्वविद्यालयों के लिए भी काउंसलिंग प्राधिकरण है। नीट 2022 डीम्ड और केंद्रीय विश्वविद्यालयों की एमबीबीएस/बीडीएस सीटों के लिए आवेदन करने के लिए उम्मीदवारों को डीजीएचएस द्वारा डीम्ड और केंद्रीय विश्वविद्यालयों की काउंसलिंग के लिए अलग से जारी किया गया फॉर्म भरना होता है।

3. राज्य सरकार के कॉलेज

नीट के बाद क्या, इसके बारे में सोचने वाले अधिकतर परीक्षार्थी इस बात को लेकर स्‍पष्‍ट राय रखते हैं कि नीट के बाद उन्‍हें किन राज्यों में आवेदन करना है और वरीयता भी पता रहती है। एआईक्‍यू में 15% सीटें चली जाने के बाद सरकारी मेडिकल और डेंटल कॉलेजों के पास जो 85% सीटें रहती हैं वे राज्य कोटे की सीटों के अंतर्गत आती हैं। ये सीटें आम तौर पर इन राज्यों से संबंधित परीक्षार्थियों के लिए होती हैं। उदाहरण के लिए मध्य प्रदेश में राज्य कोटे की सीटों के तहत प्रवेश पाने के लिए केवल वही परीक्षार्थी आवेदन कर सकते हैं जो मध्य प्रदेश के मूल निवासी हैं।

अपने राज्य के सरकारी कॉलेजों में राज्य कोटे की सीटों के वास्‍ते आवेदन करने के लिए परीक्षार्थियों को संबंधित राज्य काउंसलिंग प्राधिकरण द्वारा जारी आवेदन पत्र को भरना होता है। कुछ राज्य नीट से पहले ही अपनी आवेदन प्रक्रिया शुरू कर सकते हैं, लेकिन नीट परिणाम घोषित होने के बाद वे सभी नीट 2022 राज्य कोटा काउंसलिंग आवेदन भी जारी करते हैं। सभी राज्यों की राज्य कोटे की सीटें पता करने और उनके लिए आवेदन करने का लिंक यहां उपलब्ध कराया जाएगा।

4. प्राइवेट कॉलेज की सीटें

नीट के बाद क्या करें, अधिकतर छात्रों की इससे संबंधित दुविधा का समाधान हो चुका होगा और भला हो प्राइवेट कॉलेज का क्योंकि इनमें मूल निवास की आवश्यकताएं ज्यादा कठोर नहीं होती हैं जिसके चलते छात्र अपनी पसंद के अधिकतर राज्यों में आवेदन कर सकते हैं। नीट 2022 क्वालीफाई करने वाले सभी परीक्षार्थी संबंधित राज्य काउंसलिंग प्राधिकरण के एप्‍लीकेशन फॉर्म भरकर पूरे देश के प्राइवेट मेडिकल और डेंटल कॉलेजों में सीटों के लिए आवेदन कर सकते हैं। लेकिन कुछ प्राइवेट कॉलेज राज्य कोटे की कुछ प्रतिशत सीटें अलग रखते हैं, जिसके लिए केवल उन्‍हीं राज्यों के परीक्षार्थी आवेदन कर सकते हैं।

राज्य काउंसलिंग प्राधिकरण जो कि राज्य कोटे की सीटों के लिए काउंसलिंग करते हैं। वही प्राइवेट कॉलेजों के लिए भी काउंसलिंग करते हैं। कुछ राज्य पहले से ही अपनी आवेदन प्रक्रिया शुरू कर देते हैं, वहीं नीट परिणाम घोषित होने के बाद अधिकतर राज्य नीट 2022 राज्य काउंसलिंग एप्‍लीकेशन्‍स (प्राइवेट कॉलेजों के लिए) जारी करते हैं।

विशेष पात्रता आवश्यकताओं वाली एमबीबीएस/बीडीएस सीटें

ऊपर बताई गई सीटों के अलावा एएफएमसी, पुणे और ईएसआईसी कॉलेजों में बीमित व्यक्ति (आईपी) के बच्चों के लिए आरक्षित एमबीबीएस/बीडीएस की सीटें भी हैं। एआईक्यू और डीम्ड/केंद्रीय विश्वविद्यालयों के लिए प्रवेश आयोजित करने वाला निकाय – डीजीएचएस ही एएफएमसी, पुणे और ईएसआईसी कॉलेजों में एमबीबीएस/बीडीएस सीटों के लिए आवेदन करने वाले सभी आईपी वार्डों के लिए भी काउंसलिंग आयोजक प्राधिकरण है।

एएफएमसी में प्रवेश के लिए या ईएसआईसी में आईपी वार्ड कोटे के तहत आने के लिए इच्छुक और पात्र परीक्षार्थी संबंधित काउंसलिंग प्रक्रियाओं के लिए डीजीएचएस वेबसाइट के जरिए अलग से आवेदन कर सकते हैं। ईएसआईसी में आईपी वार्ड और एएफएमसी, पुणे की सीटों के लिए आवश्‍यक विशिष्ट पात्रता की जानकारी नीचे दी गी है।

एमबीबीएस/बीडीएस सीटें

सीट का प्रकार

पात्रता

एएफएमसी, पुणे

डीजीएचएस आवेदन प्रक्रिया के माध्यम से एएफएमसी के लिए उम्मीदवार द्वारा आवेदन करने के बाद एएफएमसी परीक्षार्थियों को शॉर्टलिस्ट करेगा और फिर एडमिशन के लिए स्क्रीनिंग के अन्य चरण आयोजित करेगा। एएफएमसी के पात्रता मानदंडों में आयु सीमा, आवश्यक ऊंचाई आदि शामिल हैं।

ईएसआईसी में आईपी वार्ड की सीटें

ईएसआईसी संस्थानों में बीमित व्यक्ति (आईपी) कोटा सीटों के लिए डीजीएचएस अलग से एप्‍लीकेशन फॉर्म और प्रवेश प्रक्रिया शुरू करता है। इस श्रेणी के लिए आवेदन करने वाले परीक्षार्थियों के माता-पिता में से किसी एक का ईएसआई अधिनियम की परिभाषा के अनुसार बीमित व्यक्ति होना आवश्यक है और 1 जनवरी, 2022 तक 5, 4 या 3 वर्षों तक सतत बीमित रोजगार में रहे हों।

काउंसलिंग प्रक्रिया

नीट परीक्षा के बाद क्या की सबसे महत्‍वपूर्ण प्रक्रिया होती है परीक्षार्थियों का काउंसलिंग में शामिल होना। नीट रिजल्ट के बाद उत्तीर्ण परीक्षार्थी ने एक बार काउंसलिंग के लिए यदि सही एप्‍लीकेशन फॉर्म भर लिया तो फिर अन्य सभी आवश्यक प्रक्रियाएं काउंसलिंग प्राधिकरण के नियमित अपडेट के माध्‍यम से स्‍वत: ठीक होती जाएंगी। हालांकि तैयार रहने के लिए महत्वपूर्ण बातों के बारे में पहले से जानकारी जुटाना हमेशा बेहतर होता है। नीट के बाद क्या किया जाए, यह समझने में परीक्षार्थियों की मदद के लिए यहां काउंसलिंग प्रक्रिया का विवरण दिया गया है–

  • एआईक्‍यू सीट काउंसलिंग: डीजीएचएस द्वारा 15% एआईक्‍यू एमबीबीएस/बीडीएस सीटों के लिए काउंसलिंग के दो राउंड आयोजित किए जाते हैं। दूसरा राउंड समाप्त होने के बाद बची हुई सीटें (अगर हों तो) राज्यों को वापस स्थानांतरित कर दी जाती हैं। पिछले वर्ष 235 मेडिकल और डेंटल कॉलेजों में लगभग 4591 एमबीबीएस / बीडीएस सीटें, 15% ऑल इंडिया कोटे के तहत उपलब्ध थीं।

  • डीम्ड/सेंट्रल यूनिवर्सिटी काउंसलिंग: डीम्ड और सेंट्रल यूनिवर्सिटी के लिए डीजीएचएस काउंसलिंग राउंड आयोजित करता है, उसके बाद एक मॉप अप राउंड होता है।

  • एएफएमसी और ईएसआईसी आईपी वार्ड्स के लिए काउंसलिंग: एएफएमसी पुणे और ईएसआईसी कॉलेजों के एमबीबीएस/बीडीएस कोर्स में एडमिशन के लिए डीजीएचएस ही काउंसलिंग बॉडी है। इन सीटों के लिए इच्छुक और पात्र परीक्षार्थियों को डीजीएचएस पोर्टल के माध्यम से अपना पंजीयन करना होता है।

  • राज्य कोटा काउंसलिंग: राज्य कोटे की 85% सीटों के लिए संबंधित राज्य काउंसलिंग प्राधिकरण अपने राज्यों की काउंसलिंग आयोजित करते हैं। ये सीटें आमतौर पर राज्यों के मूल निवासी परीक्षार्थियों के लिए आरक्षित होती हैं। राज्य कोटे की सीटों के लिए काउंसलिंग दो से तीन राउंड में आयोजित होती है, इसके बाद मॉप-अप राउंड होता है।

  • प्राइवेट कॉलेज काउंसलिंग: राज्य कोटे की सीटों के लिए काउंसलिंग करने वाला प्राधिकारण ही राज्य के प्राइवेट कॉलेजों में एमबीबीएस/बीडीएस सीटों के लिए काउंसलिंग कर ता है। काउंसलिंग तीन से चार राउंड तक जा सकती है, जिसके बाद खाली बची सीटों के आधार पर मॉप अप राउंड आयोजित होगा।

पंजीयन प्रक्रिया के बाद आवश्यक दस्तावेज

नीट 2022 के बाद क्या करना चाहिए यह जानने के इच्‍छुक परीक्षार्थी देखेंगे कि अगर वे ऊपर बताई गई किसी भी काउंसलिंग प्रक्रिया के लिए आवेदन करते हैं अधिकतर काउंसलिंग प्राधिकरण अपनी मेरिट लिस्‍ट जारी कर इनमें से पात्र परीक्षार्थियों को स्टेट रैंक देंगे। कुछ राज्य काउंसलिंग प्राधिकरण नीट मेरिट लिस्‍ट 2022 के दो सेट भी जारी कर सकते हैं, जिनमें से एक सरकार के लिए और दूसरा प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों के लिए होगी। संबंधित काउंसलिंग के दौरान निम्नलिखित कुछ अनिवार्य दस्तावेज हैं जिन्हें आपको आने साथ ले जाना चाहिए:

  • नीट एडमिट कार्ड 2022

  • नीट रैंक लेटर

  • 10वीं या 12वीं कक्षा के प्रमाण पत्र और मार्कशीट

  • आईडी प्रमाण पत्र

  • मूल निवासी प्रमाण (केवल राज्य कोटे की सीटों के लिए)

यदि आप NEET 2022 में एमबीबीएस सीट सुरक्षित नहीं कर पा रहे हैं तो क्या होगा?

यदि कोई उम्मीदवार वांछित एमबीबीएस सीट नहीं सुरक्षित कर पा रहा है, तो वे दुबारा नीट के लिए आवेदन कर सकते हैं, क्योंकि परीक्षा में अब तक प्रयासों की कोई अधिकतम सीमा नहीं तय की गई है। इसके अलावा उम्मीदवारों को यह भी याद रखना चाहिए कि नीट 2022 स्कोर का उपयोग न केवल MBBS सीटों में प्रवेश के लिए किया जाएगा, बल्कि कई अन्य कोर्सों में भी नीट के स्कोर से प्रवेश दिया जाता है जिनमें BDS, BAMS, BHMS, BUMS, BYMS, BSMS और BVSc&AH शामिल हैं। उपलब्ध विकल्पों की संख्या में बढ़ोतरी को देखते हुए उम्मीदवार नीट के बाद क्या करें, इस प्रश्न को लेकर थोड़ा राहत की साँस ले सकते हैं।

यह बात भी याद रखी जानी चाहिए कि चिकित्सा डोमेन में कई अलग-अलग क्षेत्र शामिल हैं जो इस व्यवस्था को के सुचारू रूप से चलने के लिए महत्वपूर्ण हैं और यदि रुचि हो तो इन पर भी विचार किया जा सकता है। फार्मेसी, नर्सिंग, बायोटेक्नोलॉजी, बायोमेडिकल इंजीनियरिंग, फॉरेंसिक साइंस, क्लिनिकल साइकोलॉजी, मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी, ऑप्टोमेट्री जैसे प्रोग्राम नीट के बिना भी किए जा सकते हैं। इसलिए नीट के बाद क्या करेंगे इस बारे में चिंता करना छोड़ें और पूरे विश्वास के साथ अपने सपने मेडिकल कॅरियर को पाने की दिशा में आत्मविश्वास से प्रयास करें।

इसे भी देखें-

नीट यूजी एग्जाम एनालिसिस

नीट के बिना किए जा सकने वाले मेडिकल कोर्स

नीट का एग्जाम देने के लिए कितनी उम्र होती है?

उम्मीदवारों के लिए, अब नीट के लिए प्रयासों की कोई निश्चित संख्या नहीं थी और इसे यह अधितकता आयु सीमा मानदंड द्वारा निर्धारित किया जाना था। हालांकि, मेडिकल छात्रों के लिए नीट 2022 में उपस्थित होने के लिए न्यूनतम आयु सीमा 17 वर्ष या उससे अधिक होने को रखा गया।

नीट की तैयारी के लिए क्या करना पड़ता है?

विशेषज्ञों और टॉपर्स के अनुसार, “तैयारी पूरी होने के इंतजार में मॉक टेस्ट और सैंपल पेपर्स हल करना न छोड़ें। तैयारी के साथ-साथ ही मॉक टेस्ट को हल करते रहें।” एग्जाम टाइम के अनुसार टेस्ट सॉल्व करें: नीट 2022 परीक्षा की समय–सीमा यानि दोपहर 02:00 बजे से शाम 05:00 बजे के भीतर ही, फुल–लेंथ मॉक टेस्ट्स देने की प्रैक्टिस करें।

नीट में पास होने के लिए कितने मार्क्स चाहिए?

सामान्य वर्ग के लिए नीट कटऑफ 50वां पर्सेंटाइल और एससी/एसटी/ओबीसी के लिए 40वां पर्सेंटाइल है। एनईईटी क्वालिफाइंग कटऑफ स्कोर 2022 एनटीए द्वारा neet.nta.nic.in पर परिणाम के साथ 07 सितंबर तक जारी किया जाएगा। पहले, सामान्य वर्ग के लिए नीट कटऑफ पासिंग अंक 715-117 था, जबकि एससी/एसटी/ओबीसी के लिए यह 116-93 है।

नीट की तैयारी के लिए सबसे अच्छी बुक कौन सी है?

नीट के सर्वश्रेष्ठ पुस्तकें- फिजिक्स (Best Books for NEET – Physics).
कक्षा 11 और 12 की फिजिक्स की किताबें- एनसीईआरटी.
कॉन्सेप्ट्स ऑफ फिजिक्स- एचसी वर्मा.
फिजिक्स फार नीट- डीसी पांडे.
फंडामेंटल्स ऑफ फिजिक्स- हालिडे, रेसनिक और वाकर.
फंडामेंटल्स ऑफ फिजिक्स- प्रदीप.
प्रॉबलम्स इन जनरल फिजिक्स- आईई इरोदोव.