नेवले के काटने पर नहीं लगा एंटी रैबीज, रैबीज से हुई मौतदमोहPublished: Aug 17, 2021 10:25:15 pm Show
नेवले के काटने के 23 दिन बाद बच्ची की मौत रैबीज सेAnti rabies was not applied on the bite of mongoose, death दमोह/ बनवार. बम्हौरी माला गांव की अवनी यादव (4) को नेवले ने काट लिया था। जिसकी 23 दिन बाद रैबीज की बीमारी होने से मौत हो गई। इस मामले में स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई जिसमें मासूम को
एंटी रैबीज का इंजेक्शन नहीं लगाया, जिसके बाद उसे पानी देखते ही डर लगने लगा था। सांप के हमले में नेवले के सुरक्षित रहने के पीछे दो प्रमुख कारण बताए जाते हैं. नेवले की सुरक्षा का सबसे पहला कारण ये है कि वह सांप के साथ भिड़ंत के दौरान अपनी गजब की फुर्ती से उसके हमले से बचता रहता है. इसके अलावा नेवला लड़ाई के दौरान अपने फरों को काफी सख्त कर लेता है.सांप के हमले में क्यों नहीं मरते नेवले (Mongoose and Snake) सांप और नेवले के बीच हमेशा 36 का आंकड़ा रहता है, ये हम सभी जानते हैं. सांप और नेवले की लड़ाई के किस्से और वीडियो तो हमने बहुत देखी हैं. सांप और नेवले को लेकर कई लोगों के मन में तरह-तरह के सवाल उठते हैं. उनमें कुछ सवाल काफी साधारण है जैसे सांप के काटने पर भी नेवला क्यों नहीं मरता और क्या नेवला सांप के मुकाबले ज्यादा जहरीला होता है? आज हम आपको इन दोनों सवाल के जवाब देंगे और बताएंगे कि आखिर सांप के काटने पर नेवला क्यों नहीं मरता? इसके साथ ही आज हम आपको ये भी बताएंगे कि नेवले और सांप में ज्यादा जहरीला कौन है? सांप के हमले में कैसे बच जाते हैं नेवले सांप और नेवले की लड़ाई हम सभी ने देखी है. अब चाहे ये लड़ाई हमने अपनी आंखों के सामने देखी हो या फिर किसी वायरल वीडियो में, लेकिन देखी जरूर है. इन दोनों जानवरों के बीच होने वाली लड़ाई में नेवला अकसर बाजी मार जाता है और सांप को दुम दबाकर जंग के मैदान को छोड़कर भागना पड़ता है. इस लड़ाई के दौरान जहां सांप अपनी जान बचाने के लिए नेवले पर कई हमले भी करता है लेकिन नेवले को कुछ नहीं होता. जबकि वही सांप यदि किसी इंसान पर हमला कर दे तो उसकी मौत भी हो सकती है. तो आखिर नेवले में ऐसा क्या है जिससे वह खुद को सुरक्षित बचा लेता है. तो इस वजह से बच जाते हैं नेवले सांप के हमले में नेवले के सुरक्षित रहने के पीछे दो प्रमुख कारण बताए जाते हैं. नेवले की सुरक्षा का सबसे पहला कारण ये है कि वह सांप के साथ भिड़ंत के दौरान अपनी गजब की फुर्ती से उसके हमले से बचता रहता है. इसके अलावा नेवला लड़ाई के दौरान अपने फरों को काफी सख्त कर लेता है. जिससे वह सांप के प्रहार से बच जाता है. इसके अलावा नेवले के शरीर में ऐसे एंटीडोट होते हैं जो सांप के जहर की एक सीमित मात्रा को सहन करने की क्षमता होती है. यही वजहें है कि नेवला, सांप के हमले में बच जाते हैं. सांप और नेवले में ज्यादा जहरीला कौन अब बात आती है, क्या नेवला एक सांप के मुकाबले वाकई में ज्यादा जहरीले होते हैं. इस सवाल का एक सीधा और मोटा-मोटा जवाब है नहीं. सांप के मुकाबले नेवले ज्याजा जहरीले नहीं होते हैं. दुनिया में सांप की ऐसी कई प्रजातियां हैं, जिनके काटने के बाद इंसान की तुरंत मौत भी हो सकती है. जबकि नेवले के काटने के बाद यदि सही इलाज कराया जाए तो इंसान बच सकता है. कुत्तों की तरह ही नेवले के काटने से भी रेबीज की बीमारी होती है. इसके अलावा नेवले द्वारा किसी इंसान पर किए गए हमले के मामले भी सांप की तुलना में काफी कम होते हैं. हालांकि, नेवले के हमले में कई लोगों की जान भी जा चुकी है. ये भी पढ़ें – हवाई जहाज के इस कब्रिस्तान में ‘दफ्न’ हैं 4400 से भी ज्यादा विमान! पूरी हकीकत जान दंग रह जाएंगे आप ये भी पढ़ें- बाहुबली तो सभी ने देखी है लेकिन क्या आपको मालूम है फिल्म में दिखाया गया माहिष्मति राज्य कहां है? नेवला काटता है तो क्या होता है?जागरण संवाददाता, नारनौल : रेबीज कुत्ता, बिल्ली, नेवला, चमगादड़ के काटने के साथ-साथ गर्म रक्तयुक्त जानवरों के काटने से होता है। ये मनुष्य को काटते समय अपनी लार में लिसा नामक वायरस को शरीर में छोड़ देते हैं, जिससे यह वायरस मनुष्य के मस्तिष्क पर सीधा असर डालता है।
क्या नेवला इंसानों के लिए खतरनाक है?क्या नेवले इंसानों के लिए आक्रामक हैं? सामान्य रूप से नहीं। सामान्य परिस्थितियों में, एक नेवला शायद ही कभी किसी इंसान पर हमला करता हो। नेवले लोगों के काफी करीब रहते हैं।
नेवला कितना जहरीला होता है?
नेवले पर जहर का असर क्यों नहीं होता?इसके अलावा, नेवले लड़ाई के दौरान अपने फरों को बहुत सख्त करते हैं, इससे वह सांप के हमले से बच जाते हैं। इसके अलावा, नेवले के शरीर में एक एंटीडोट होता है जो सीमित मात्रा में सांप के जहर को सहन करने की क्षमता रखता है। यही कारण है कि नेवले सांप के हमले से बच जाते हैं।
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