परिवार का अर्थ परिभाषा विशेषताएं प्रकार, कार्य Show
परिवार का अर्थ अवधरणा एवं परिभाषाएं
परिवार क्या होता है?
परिवार की परिभाषामैकाइवर व पेज के अनुसार परिवार की परिभाषा
लूसीमेयर के अनुसार के अनुसार परिवार की परिभाषा
किंग्सले डेविस के अनुसार, के अनुसार परिवार की परिभाषा
बर्गेस व लॉक के अनुसार, के अनुसार परिवार की परिभाषा
ऑगबर्न और निमकॉफ के अनुसार परिवार
उपर्युक्त परिभाषाओं से स्पष्ट है कि परिवार जैविकीय संबंधों पर आधारित एक सामाजिक समूह है जिसमें माता-पिता और उनकी संतानें होती हैं तथा जिसका उद्देश्य अपने सदस्यों के लिए भोजन, प्रजनन, यौन संतुष्टि समाजीकरण संबंधी आवश्यकताओं की करना है। इस प्रकार परिवार के निम्नलिखित पांच तत्वों का उल्लेख किया जा सकता है
परिवार की विशेषताएंसार्वभौमिकता
भावात्मक आधार
सृजनात्मक प्रभाव
सीमित आकार
सामाजिक संरचना में केंद्रीय स्थिति
सदस्यों का उत्तरदायित्व
सामाजिक नियंत्रण
परिवार की अस्थायी एवं स्थायी प्रकृति
परिवार के प्रकारमानव समाज में वैसे विभिन्न प्रकार के परिवार पाए जाते हैं लेकिन सुविधा की दृष्टि से परिवार को छह आधारों सत्ता, वंश, उत्तराधिकार, निवास स्थान, विवाह तथा सदस्य संख्या या आकार पर विभाजित किया जाता है । सत्ता या वंश उत्तराधिकार या निवास स्थान के आधार पर परिवार के दो भेद हैंपितृसत्तात्मक (Patriachal) पितॄनामी(Patrimonai) या पितृस्थानीय (Patrilocal) - परिवार
(ख) मातृसत्तात्मक (Matriarchal) या मातृवंशीय (Matrilineal) या मातृनामी (Matrimonial) या मातृस्थानीय (Matrilocal)-
सदस्यों की संख्या के आधार पर परिवार को दो भागों में विभाजित किया जाता है(क) मूल या केंद्रीय परिवार
संयुक्त परिवार
(क) मिताक्षरा संयुक्त परिवार
(ख) दायभाग संयुक्त परिवार
(ग) विस्तृत परिवार
विवाह के आधार पर परिवार के मुख्यतः दो प्रकार हैं(क) एक विवाही परिवार
(ख) बहु विवाही परिवारइस प्रकार के परिवार में एक पुरूष कई औरतों से विवाह करता है - या एक औरत कई पुरूषों से यौन संबंध रख सकती है। प्रायः इस प्रकार के परिवार आदिम समाजों में पाए जाते हैं। इसक दो स्वरूप हैं (1) बहुपति विवाही परिवार इस प्रकार के परिवार में एक स्त्री के अनेक पति होते हैं। इसके दो भेद हैं- (क) भ्रातृक बहुपतिविवाही-
(ख) अभ्रातृक बहुपति विवाह
(2) बहुपत्नी विवाही परिवार - इसमें एक पुरूष की अनेक पत्नियां रहती हैं नगा, गोंड, बैगा इत्यादि जनजातियों में इस प्रकार के परिवार पाए जाते हैं। लिंटन ने संबंध के आधार पर परिवार के दो भेद किए हैं (क) विवाह संबंधी परिवार
(ख) रक्त संबंधी परिवार
(क) जन्ममूलक परिवार
(ख) प्रजननमूलक परिवार
जिमरमैन ने परिवार के तीन प्रकार बताते हैं-(क) न्यासिता परिवार
(ख) अतिलघु परिवार
(ग) घरेलू परिवार
बर्गेस एवं लॉक ने दो प्रकार के परिवार की चर्चा कीसंस्थागत परिवार
साहचर्य परिवार
परिवार के प्रकार्यजॉर्ज पीटर मुर्डाक, जिन्होंने 250 समाजों का अध्ययन किया तथा परिवार को एक सार्वभौमिक संस्था कहा ' मुर्डाक परिवार के चार कार्यों को महत्वपूर्ण मानते हैं (i) आर्थिक कार्य (ii) प्रजनन संबंधी कार्य (iii) धार्मिक और पालन पोषण का कार्य (iv) शैक्षिक कार्य ऑगबर्न तथा निमकॉफ ने परिवार के निम्नलिखित कार्यों का उल्लेख किया है
रीक परिवार के कार्यों को चार भागों में बांटते हैं
सामान्य रूप से हम परिवार के कार्यों की विवेचना निम्नलिखित रूप में कर सकते हैंपरिवार के जैविकीय प्रकार्य
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