पति पत्नी में क्या फर्क होता है? - pati patnee mein kya phark hota hai?

‘ना उम्र की सीमा हो न जन्मों का हो बंधन, जब प्यार करे कोई तो देखे केवल मन…’

यह सॉन्ग आपने न जाने कितनी बार सुना होगा और गुनगुनाया होगा। लेकिन क्या वाकई उम्र की सीमा मायने नहीं रखती? विवाह के बंधन में अधिकतर लड़कों को बंधना ही पड़ता है।

यूं तो वक्त ने लोगों की सोच को काफी बदल दिया है। इसलिए उम्र के बीच का अंतर ज्यादा हो या कम, आज के समय में मायने नहीं रखता। लेकिन दूसरा सच यह भी है कि शादी से पहले आज भी इन बातों पर खासा ध्यान दिया जाता है।

आज भी हमारे घर के बुजुर्ग रिश्ता ढूंढते समय उम्र पर ध्यान देते हैं। उनका मानना होता है कि लड़के की उम्र लड़की से ज्यादा हो। लेकिन क्या आपने सोचा है इसका कारण क्या है? 'पति-पत्नी की उम्र में कितना अंतर होना चाहिए', इस पर हर व्यक्ति की अलग राय है।

किसी को लाइफटाइम साथी बनाने से पहले बहुत सी चीजें देखी जाती हैं। परिवार से लेकर एजुकेशन तक। लेकिन दोनों की उम्र में कितना अंतर होना चाहिए, इस पर काफी लोग आज भी असमंजस में हैं।

इसी को जानने के लिए हमने एक्सपर्ट से बात की। एक्टपर्ट की राय के आधार पर हर लड़के को भी यह पता होना चाहिए कि पति-पत्नी की उम्र में कितना अंतर होना जरूरी है। उम्र का यह अंतर कई कारणों पर निर्भर करता है।

Table of Contents

  • एक्सपर्ट की राय
  • मैच्योरिटी लेवल पर (Maturity Level)
  • हार्मोन्स में चेंज (Hormonal Changes)
  • रिस्पांसिबिलिटी की फीलिंग (Feeling of Responsibility)
  • रिस्पेक्ट की फीलिंग (Feeling of Respect)
  • अलग सोच और म्युचुअल अंडरस्टैंडिंग (Difference in Thinking)
  • एक-दूसरे के प्रति आकर्षण (Attraction to each other)

एक्सपर्ट की राय

फोर्टिस हॉस्पिटल, नोएडा में सीनियर साइकेट्रिस्ट एंड कंसलटेंट डॉक्टर स्वाति मित्तल कहती हैं ‘जिस तरह गाड़ी के दोनों पहियों का तालमेल जरूरी है। उसी प्रकार पति-पत्नी में भी आपस में तालमेल होना आवश्यक है। ताकि मैरिड लाइफ सुखी रहे।

हैप्पी मैरिड लाइफ के लिए प्यार, एक-दूसरे के लिए रिस्पेक्ट, टॉलरेंस, स्पेस, समय और कंपैटिबिलिटी।

लेकिन जब बात दोनों की उम्र में अंतर की आती है तो, ‘पति उम्र में पत्नी से बड़ा होना चाहिए। पति और पत्नी के बीच 4 से 6 साल तक का आयडियल एज गैप होना जरूरी है। ऐसा क्यों जरूरी है, इसे समझने के लिए अपको कई पहलुओं पर गौर करना होगा।

मैच्योरिटी लेवल पर (Maturity Level)

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डॉक्टर स्वाति मित्तल कहती है लड़के और लड़की के मैच्योरिटी लेवल में फर्क होता है। लड़कियां, 12 से 14 साल की उम्र में प्यूबर्टी पर पहुंच जाती हैं। वहीं लड़के इस स्टेज पर 14 से 17 साल की उम्र में पहुंचते हैं।

हार्मोन्स में चेंज (Hormonal Changes)

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एक उम्र के बाद हार्मोन्स में चेंज के कारण लड़कियां जल्दी बूढ़ी लगने लगती हैं। अगर पति-पत्नी एक सी उम्र के होंगे तो पत्नी, पति से ज्यादा बूढ़ी दिखेगी। इसलिए भी दोनों की उम्र के बीच अंतर होना जरूरी है।

रिस्पांसिबिलिटी की फीलिंग (Feeling of Responsibility)

एक रिपोर्ट के अनुसार लड़कों में 26 साल की उम्र तक रिस्पांसिबिलिटी की फीलिंग आती है। यही फीलिंग लड़कियों में 5 साल पहले आ चुकी होती है। लड़कों को भावनात्मक रूप से मैच्योर होने में अधिक समय लगता है। अगर लड़का उम्र में बड़ा होगा तो वह अपनी जिम्मेदारियों को अच्छी तरह समझ पाएगा।

साथ ही अपने पार्टनर की हेल्प भी करेगा। लेकिन एक सी उम्र होने पर रिस्पांसिबिलिटी की फीलिंग मिस होगी और दोनों को परेशानियां झेलनी पड़ सकती हैं।

रिस्पेक्ट की फीलिंग (Feeling of Respect)

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डॉ. स्वाति कहती हैं एक उम्र के पति-पत्नी में एक-दूसरे के लिए रिस्पेक्ट की फीलिंग कम होती है। यदि पति उम्र में बड़ा है तो पत्नी उसके डिसीजन को रिस्पेक्ट देगी और दोनों के बीच प्यार व सम्मान बढ़ेगा। माता-पिता भी चाहते हैं कि दोनों एक-दूसरे को समझे व इमोशनली सपोर्ट करें।

अलग सोच और म्युचुअल अंडरस्टैंडिंग (Difference in Thinking)

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एक ही उम्र के पति-पत्नी में सोच का मतभेद हो सकता है। उनकी सोच एक-दूसरे से कम ही मिलती है। इस कारण दोनों की म्युचुअल अंडरस्टैंडिंग पनप नहीं पाती और छोटी-छोटी बातों पर टकराव रहता है। यह टकराव बाद में  सेपरेशन का कारण भी हो सकता है। उम्र में अंतर होने पर दोनों एक-दूसरे को समझ पाते हैं।

पति-पत्नी का एज गैप, दोनों के बीच की अंडरस्टैंडिंग को स्ट्रांग बनाता है। अंडरस्टैंडिंग के कारण दोनों का इगो क्लैश नहीं होता और दोनों के बीच प्रेम बना रहता है।

एक-दूसरे के प्रति आकर्षण (Attraction to each other)

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आकर्षक, सुंदर और यंग पत्नी एक पति की चाहत होती है, वहीं पत्नी के लिए पति का प्यार मैटर करता है। कोई  भी रिश्ता तभी लंबे समय तक चल सकता है जब आपसी प्यार बना रहे। यह तभी संभव है जब लड़की की उम्र लड़के से कम हो। ऐसे में दोनों का एक-दूसरे के प्रति आकर्षण और आदर बना रहेगा।

निष्कर्ष : मैरिज एक ऐसा बॉन्ड है जिसे हर लड़के को एक्सेप्ट करना होता है। इंडियन सोसाइटी में पति की उम्र पत्नी से ज्यादा होनी चाहिए। लेकिन यह अंतर क्यों और कितना होना चाहिए, इसकी वजह कोई नहीं जानता। शादी के लिए उम्र को लेकर कुछ बायोलॉजिकल तर्क हैं। जिसके अनुसार पुरुषों का महिलाओं की तुलना में उम्र में बड़ा होना उचित है।


पति पत्नी की उम्र में कितना फर्क होना चाहिए?

एक्सपर्ट्स का कहना है कि शादी के लिए लड़के-लड़की की उम्र का अंतर बहुत मायने रखता है. उनके अनुसार पति उम्र में पत्नी से बड़ा होना चाहिए और दोनों के बीच 4-5 साल का अंतर होना चाहिए. शादी के लिए उम्र को लेकर एक्सपर्ट्स के कुछ बायोलॉजिकल तर्क हैं.

पति पत्नी में क्या अंतर होता है?

आज की युवा पीढ़ी का मानना है कि शादी के लिए उम्र नहीं बल्कि आपसी समझ, अंडस्टेंडिंग और कम्पैटिब्लिटी जरूरी होती है. लेकिन एक्सपर्ट और साइंस के नजरिए से देखें तो शादी के लिए लड़का और लड़की के बीच उम्र का अंतर भी मायने रखता है. अगर पति-पत्नी के बीच उम्र का अधिक अंतर है तो उन्हें कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है.

पति और प्रेमी में क्या अंतर होता है?

प्रेमी सर्वोपरी होता है । पति की कोई औकात नहीं होतीपति को कुछ समझती तो प्रेमी रखती ही क्यों। पति को छोड़ कर प्रेमी के साथ भाग जाती हैं ।

प्रेमिका और पत्नी में क्या अंतर होता है?

1• प्रेमिका अर्थात जो आपसे प्रेम करे या जिससे आप प्रेम करें, पत्नी का आपसे या आपका उससे प्रेम करना आवश्यक नहीं है। 2• प्रेमिका आपको रिझा सकती है। पत्नी का आपको रिझाना आवश्यक नहीं । 3• प्रेमिका जगजाहिर नहीं भी होती है।

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