पेड़ पौधों की देखभाल कैसे करनी चाहिए? - ped paudhon kee dekhabhaal kaise karanee chaahie?

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इंडोर और आउटडोर दोनों ही पौधे, किसी के भी घर की खूबसूरती को बढ़ा देते हैं। इनकी देखभाल करना और मेंटेन करना आमतौर पर आसान होता है और सही केयर और ट्रीटमेंट मिलने पर अच्छी तरह से बढ़ते हैं। चाहे आप आपके पौधों की देखभाल करना सीखना चाहते हैं या फिर आप सिर्फ ये जानना चाहते हैं कि आप अपने पौधों की देखरेख का काम सही तरीके से कर रहे हैं या नहीं, अपने इंडोर और गार्डन के पौधों की देखभाल करने के बारे में जानकारी पाने के लिए लिए गाइड को पढ़ना शुरू करें।

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    अपने पौधों पर भरपूर रौशनी पड़ने दें: हाउसप्लांट्स के लिए सबसे जरूरी बात यही होती है कि आप सुनिश्चित कर लें कि उन्हें भरपूर लाइट मिल रही है या नहीं। अपने पौधों को अपने लिविंग रूम की एक साइड-टेबल पर रखना शायद आपको अच्छा लगेगा, लेकिन अगर ये खिड़की से काफी दूर है, तो आपका प्लांट ज्यादा समय के लिए नहीं हरा रह पाएगा। आपके पास में जो प्लांट है, खास उसके लिए धूप की जरूरत का पता लगाएँ और फिर उसे एक ऐसी लोकेशन पर ले जाएँ, जो इन्हीं जरूरतों को पूरा करती हो। एक बात का ध्यान रखें कि आपके घर की साउथ या दक्षिण की ओर फेसिंग विंडो सबसे ज्यादा रौशनी पाएगी, जबकि नॉर्थ या उत्तर की तरफ फेसिंग विंडो पर सबसे कम रौशनी आएगी। बेसिक गाइडलाइंस इस प्रकार हैं:

    • ऐसे पौधे, जिन्हें 'पूरी धूप' की जरूरत होती है, उन्हें ऐसी किसी जगह पर रखा जा सकता है, जहां दिन में 4 से 6 घंटे की धूप मिले।
    • ऐसे पौधे, जिन्हें 'हल्की धूप' की जरूरत होती है, उन्हें ऐसी किसी जगह पर रखा जा सकता है, जहां दिन में 2 से 3 घंटे की धूप मिले।
    • ऐसे पौधे, जिन्हें छाँव की जरूरत होती है, उन्हें ऐसी किसी जगह पर रखा जा सकता है, जहां दिन में केवल 1 घंटे की डाइरैक्ट धूप मिले।

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    पौधों को रेगुलरली पानी दें: हाउसप्लांट्स को सही बैलेंस में पानी देना मुश्किल हो सकता है: बहुत ज्यादा पानी और खराब ड्रेनेज की वजह से जड़ें सड़ना शुरू कर देंगी, और बहुत कम पानी और फिर वो सूखना शुरू कर देंगी। किसी पौधे के लिए कितने पानी की जरूरत होती है, ये मात्रा अलग-अलग पौधे के हिसाब से अलग-अलग रहती है, क्योंकि कुछ को हमेशा गीला रहना अच्छा लगता है, तो कुछ (जैसे कि कैक्टी और सक्यूलेंट्स) को हफ्ते में केवल एक ही बार पानी देने की जरूरत होती है। हालांकि, ज़्यादातर पौधे हफ्ते में दो से तीन बार पानी देने पर हरे रहते हैं। एक स्प्रे बॉटल या छोटे वॉटरिंग केन का यूज करें और हर बार भरपूर पानी एड करें, ताकि मिट्टी बहुत ज्यादा गीली हुई बिना, नम बनी रहे।

    • अपनी उंगली को मिट्टी में अंदर दूसरे पोर तक डालकर देखें कि वो कितनी गीली है; अगर आपकी उंगली सूखी बाहर आती है, तो आपको अपने पौधे को पानी देने की जरूरत है। अगर ये पूरी गीली है, तो अभी पानी देने के लिए आपको अभी एक या दो दिन इंतज़ार कर लेना चाहिए।
    • अपने पौधों के लिए हमेशा गुनगुने पानी का ही यूज करें, क्योंकि ठंडा पानी पौधे की जड़ों को शॉक कर सकता है और प्लांट को डैमेज कर सकते हैं।[१]
    • अपने पौधे की महीने में करीब एक बार डीप वॉटरिंग करें। इन्हें सिंक में रखें और उन पर से पानी बहने दें। ये मिट्टी की सतह पर नमक को जमने से रोकने में मदद करेगा।

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    हर कुछ हफ्ते में अपने पौधों को फर्टिलाइज करें: फर्टिलाइजर या खाद एक सॉइल एडिटिव है, जो पौधे को न्यूट्रीएंट्स सप्लाई करता है। खासतौर से इंडोर प्लांट्स को हर 2 से 3 हफ्ते के अंदर फर्टिलाइज करना जरूरी होता है, क्योंकि इनमें मिट्टी में नेचुरली वो ओर्गेनिक मैटर एड नहीं हो पाते हैं, जो कि बाहर लगाने पर हो सकते हैं। ज़्यादातर फर्टिलाइजर 10-20-10 के जैसी 3 नंबर सीरीज के साथ में आया करते हैं; ये नंबर आमतौर पर फर्टिलाइजर में मौजूद नाइट्रोजन, फॉस्फोरस और पोटेशियम की मात्रा को दर्शाता है। क्योंकि हर एक तरह के पौधे को इन तीनों मिनरल्स की अलग-अलग मात्रा की जरूरत होती है, इसलिए आपको किस टाइपके फर्टिलाइजर की जरूरत होगी, ये भी अलग होगा। हालांकि, 6-12-6 या 10-10-10 के जैसी एक 'मिडिल ग्राउंड' फर्टिलाइजर के साथ में शुरुआत करना भी पौधों के लिए काफी रहेगा।

    • फर्टिलाइजर को पैकेज के ऊपर की डाइरैक्शन के अनुसार सीधे मिट्टी के ऊपर स्प्रे करें या फैलाएँ।
    • लिक्विड फर्टिलाइजर (Liquid fertilizers) को आपके पानी के केन में पानी के साथ मिलाकर दिया जा सकता है। इन्हें डालने के लिए, बस अपने पौधे को पानी दें।
    • आपको पॉटेड सॉइल या मिट्टी में फर्टिलाइजर को मिलाने की जरूरत नहीं पड़ेगी, क्योंकि ये खुद ही समय के साथ मिक्स्चर में घुल जाएगी।

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    पौधों पर से धूल को साफ करें: इंडोर प्लांट्स पर समय के साथ धूल की एक परत जम जाती है। ये धूल पौधे की नेचुरल ब्यूटी या पौधे की खूबसूरती को खराब कर देती है और पत्तियों के पोर्स के इस तरह से क्लोग होने की वजह से उनके लिए भी बढ़ पाना मुश्किल हो जाता है। जिसके परिणामस्वरूप, आपके लिए रेगुलर बेसिस पर पौधे के ऊपर दिखने वाली धूल को साफ करना जरूरी हो जाता है। आपके पौधे के साइज के अनुसार, उन्हें साफ करने के दो अलग-अलग तरीके मौजूद हैं: उन्हें कपड़े से पोंछ लें या फिर उन्हें बहते पानी के नीचे रखकर सिंक में धो लें। अगर आप अपने पौधे को पोंछकर साफ करने का तय करते हैं, तो गुनगुने पानी में थोड़े से डिश सोप या प्लांट सोप को मिलाएँ और इससे पौधे की पत्तियों को आराम से साफ करने के पहले, एक साफ कपड़े को इस मिक्स्चर में भिगोएँ। अगर आप इन्हें पानी के नीचे ले जाकर धो रहे हैं, तो बस अपनी सिंक में गुनगुना पानी चलाएं और आराम से हर एक पत्ती को अपने हाथ से या एक साफ कपड़े से पोंछकर साफ करते जाएँ।

    • पानी के नीचे रखकर अपने पौधे को धोने का तरीका छोटे पौधों के लिए अच्छा काम करता है। बस ध्यान रखें कि पौधे के पॉट में बहुत ज्यादा पानी अंदर न जाने पाए।
    • पौधे को साफ करने के लिए मार्केट में कई ब्रांड के क्लीनिंग स्प्रे उपलब्ध हैं, जिन्हें आप अपने पौधे की धूल को साफ करने वाले स्प्रे की तरह यूज कर सकते हैं।

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    अपने पौधे को एयर वेंट्स से दूर रखें: घर के अंदर की नमी का लेवल घर के बाहर के नमी के लेवल से कम होता है। जिसकी वजह से, ह्यूमिडिटी कम होने से हाउसप्लांट्स का सूखना मुमकिन है। हालांकि, रेगुलर पानी देना इसे होने से रोकने में मदद कर सकता है, लेकिन अपने पौधे को एयर वेंट्स के नजदीक रखना इसके पीछे की बड़ी वजह है। फिर चाहे हीटर हो या एयर कंडीशनर चालू हो, लगातार आने वाली हवा पौधे की पत्तियों को सुखा देगी और जिसकी वजह से पौधा खराब हो जाएगा। इस परेशानी के हल के लिए, अपने पौधे को कमरे में मौजूद किसी भी वेंट से दूर रखें। आप चाहें तो हवा में नमी एड करने के लिए अपने घर में एक ह्यूमिडिफ़ायर भी रख सकते हैं।[२]

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    सुनिश्चित करें कि आपके पौधे को भरपूर पानी मिल रहा है: गार्डन में पौधों का ख्याल रखना काफी हद तक नेचुरल एलीमेंट्स और एनवायरनमेंट के ऊपर निर्भर करता है। जिसकी वजह से, आपको आपके पौधे को कितनी बार पानी देना चाहिए, ये आपके एरिया के मौसम पर और मिट्टी पर निर्भर करता है। हफ्ते में 2 से 3 बार या तो अपने हाथ से या फिर वॉटरिंग केन से या फिर स्प्रिंकल सिस्टम से पानी देना, अपने पौधों को पानी देने का एक अच्छा नियम होता है। आपके गार्डन की मिट्टी को बहुत ज्यादा कीचड़ जैसा गीला नहीं, लेकिन नम रहना चाहिए और न ही बहुत ज्यादा सूखी और धूल वाली भी होना चाहिए।

    • चेक कर लें कि हर एक पौधे के लिए आइडियल कितना पानी दिया जाना चाहिए, क्योंकि कुछ वेराइटी को बहुत ज्यादा पानी अच्छा लगता है, जबकि दूसरी को बहुत कम पानी की जरूरत होती है।

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    नियमित रूप से अपने गार्डन की खरपतवार की सफाई करें: खरपतवार रातभर में बढ़ जाती हैं और आपके खूबसूरत गार्डन को बर्बाद कर देती है। खरपतवार न केवल देखने में बेकार लगती है, बल्कि ये बढ़ने वाली काफी ज्यादा स्पेस लेती है और मिट्टी में मौजूद उन न्यूट्रीएंट्स को यूज कर लेते हैं, जिसे आपके गार्डन के पौधों के द्वारा इस्तेमाल किया जा सकता था। जिसकी वजह से, जब भी आपको खरपतवार बढ़ती नजर आए, तब तुरंत आपको उसे खरीदकर निकाल देना चाहिए। हर एक खरपतवार को खींचकर जितना हो सके, उतना जमीन के करीब से उखाड़ लें और फिर इसे सीधे खींचकर ऊपर निकाल लें। ऐसा करना उसके रूट सिस्टम को साथ में खींचने के चांस को बढ़ा देगा और आगे आने वाले समय में भी इन्हें बढ़ने से रोक देगा।

    • आप चाहें तो अपने गार्डन में खरपतवार किलर्स का इस्तेमाल कर सकते हैं, लेकिन इनमें से ज़्यादातर सभी पौधे के हिसाब के नहीं होते हैं और ये आसपास के पौधों को (न कि केवल खरपतवार को) भी खराब कर देंगे।
    • पौधे या झाड़ी की केनोपी के नीचे खरपतवार की ग्रोथ के ऊपर नजर रखें।

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    हर कुछ महीने में अपने गार्डन में मल्च एड करें: मल्च एक तरह की ऑर्गनिक कम्पोस्ट है, जिसे खरपतवार की बढ़त को रोकने और नमी को बनाए रखने में मदद के लिए आपकी गार्डन की मिट्टी के ऊपर एड किया जाता है। मल्च एड करने से, समय के साथ इसके मिक्स होने पर मिट्टी में न्यूट्रीएंट्स भी एड होते जाते हैं, जो आपके पौधों को और भी बड़ा होने में मदद करते हैं। आप चाहें तो किसी भी गार्डन सप्लाई स्टोर से माल छ खरीद सकते हैं। बस अपने गार्डन में पूरी टॉपसॉइल के ऊपर मल्च की एक 1 से 2 इंच या 2.5 से 5 cm मोटी एक लेयर बिछाएँ।[३]

    • ध्यान रखें कि आपको आपके पौधों के बेस को मल्च से नहीं ढंकना है, क्योंकि ये उनकी ग्रोथ में रुकावट डाल देगा। ये खासतौर से छोटे पेड़ों और झाड़ियों के लिए ज्यादा जरूरी हो जाता है।
    • आप चाहें तो गार्डन मल्च की बजाय एक ऑर्गनिक कम्पोस्ट की लेयर का भी यूज कर सकते हैं। एक बात का ख्याल रखें कि कम्पोस्ट खरपतवार को बढ़ने से नहीं रोकेगी, हालांकि ये आपके पौधों की ग्रोथ के लिए जरूर फायदेमंद रहेगी।
    • परमानेंट प्लांटिंग्स के लिए, आप मिट्टी के ऊपर लैंडस्केप फेब्रिक (landscape fabric) भी बिछा सकते हैं, जो कि खरपतवार के लिए बेरियर की तरह काम करेगा। मल्च के साथ में इस कोंबिनेशन का इस्तेमाल करना, खरपतवार को हमेशा के लिए खत्म कर देगा।

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    किसी भी डैड या बीमार पौधे को काटकर अलग कर दें: पौधे की बीमारी को अगर रोका न जाए, तो ये बड़ी तेजी से आपके गार्डन में फैल सकती है। ठीक यही बात किसी चोट खाए पौधे के लिए भी लागू रखती है; अगर आप खराब हो रहे अंग को नहीं निकालेंगे, तो ये बाकी के पौधे के ऊपर भी फैलना जारी रखेगा। जब भी आप ऐसे किसी पौधे को देखें, जो ब्राउन हो रहा हो, सूखा, मुरझाया या फिर और किसी तरह से बीमार नजर आ रहा हो, कैंची या गार्डनिंग शियर्स की एक पेयर लें और उस शाखा को बेस से पूरा काटकर अलग कर दें। इन शाखाओं को अपने गार्डन में कम्पोस्ट के लिए रखने की बजाय, अलग कर दें, क्योंकि अगर इनमें कोई भी पौधे की बीमारी हुई, तो ये अभी आसपास के पौधों में फैल सकती है।

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    अपने फूलों को डैडहैड करें: 'डैडहैड' का मतलब, किसी पौधे के मुरझाए फूलों के हैड या मुख्य हिस्से को काटकर अलग करना होता है। ये नई ग्रोथ को बढ़ावा देगा और ब्राउन या खराब हो रहे फूलों को हटा देगा। इसे करने के लिए, गार्डन वाली कैंची से फूलों को ठीक उनकी बड्स के नीचे से काटकर अलग कर दें। अगले कुछ दिनों में, आप नई बड्स को बढ़ते और फूल देते हुए पाएंगे।

    • पत्तियों की ग्रोथ को बढ़ावा देने के लिए, फ्लॉवर बड्स को फूलने से पहले ही काटकर अलग कर दें। ये पौधे की एनर्जी को बचाकर रखेगा।
    • ये मेरिगोल्ड या गेंदा, केलोसिया जैसे लगभग हर टाइप के पौधों के ऊपर अप्लाई होता है।

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    अपने पौधे को महीने में एक बार फर्टिलाइज करें: इंडोर प्लांट्स के मुक़ाबले, आउटडोर प्लांट्स को अपने आसपास के वातावरण से ज्यादा न्यूट्रीएंट्स मिल जाते हैं, जिसका मतलब कि इन्हें कम बार खाद देने की जरूरत होती है। एक ऐसी खाद की तलाश करें, जिसमें आपके पौधे के लिए जरूरी मिनरल शामिल हों या फिर अपने लोकल नर्सरी से एक 'एवरेज' फर्टिलाइजर, जैसे कि एक 6-12-6 या 10-10-10 मिक्स्चर को चुनें। इस खाद को उसके पैकेज इन्सट्रक्शन के अनुसार हर 4 से 5 हफ्ते में अपने पौधों के ऊपर छिड़कें या फैलाएँ।

    • मिट्टी के ऊपरी कुछ इंच के हिस्से पर खाद मिलाएँ। ये खाद के हार्मफुल पदार्थों को पानी के रास्ते और बाकी के दूसरे एरिया पर जाने से रोकने में मदद कर सकता है। अगर खाद को मिट्टी के ऊपर ही छोड़ दिया जाए, तो न्यूट्रीएंट्स मिट्टी की बजाय, हवा में एंटर कर लेंगे।
    • खाद के लिए ऑर्गनिक ऑप्शन यूज करने के बारे में सोचें। केमिकल खाद में मौजूद ज़्यादातर न्यूट्रीशन बर्बाद हो जाते हैं, ऐसा इसलिए क्योंकि ये पौधे के द्वारा इस्तेमाल किए जाने के पहले ही रिलीज हो जाते हैं। इसके अलावा, ये केवल तीन ही न्यूट्रीएंट्स प्रोवाइड करते हैं। मेच्योर ऑर्गनिक कम्पोस्ट मिक्स और भी कई सारे माइक्रोन्यूट्रीएंट्स प्रोवाइड करती है। ऑर्गनिक कम्पोस्ट आपके पौधे की जरूरत के अनुसार आने वाले लंबे समय तक न्यूट्रीएंट्स को रिलीज करती रहेगी।
    • अगर आपको समझ नहीं आ रहा है कि आपको कौन सी खाद यूज करना चाहिए, तो आपके लोकल नर्सरी के हेल्पर से आपकी मदद करने का कहें।[४]

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    खराब तरीके से ड्रेन होने वाली मिट्टी में ड्रेनेज एड करें: अगर गार्डन पैच या पॉट में लगाए पौधे में हमेशा ऊपर पानी भरा रहता है, तो मिट्टी सही तरह से ड्रेन नहीं हो रही है। ये बहुत बेकार स्थिति है, क्योंकि पानी का जमाव पौधे की जड़ों को सड़ा सकता है, जो समय के साथ पौधे को खत्म कर देगा। इससे बचने के लिए, अपने पौधे को आराम से बाहर निकालें और मिट्टी को थोड़ा ढीला कर दें; पौधे को किसी दूसरे साफ पॉट में रख दें। कम्पोस्ट या पीट को मिट्टी के साथ मिक्स करें। पौधे को वापस उसकी ओरिजिनल लोकेशन पर लगा दें।

    • अगर पूरी की पूरी मिट्टी ही खराब ड्रेन हो रही है, तो अप खोदकर और उसमें रेत मिलाकर भी ड्रेनेज को बेहतर बना सकते हैं।

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    ऐसे पौधे, जो एक-दूसरे के बहुत नजदीक लगे हैं, उन्हें दूर-दूर कर दें: अगर आप थोड़ा ज्यादा लालची हो गए और आपने काफी सारे पौधों को छोटे में एक-दूसरे के साथ में रोप दिया, तो आप उनके बढ्ने पर और आपके गार्डन में या इंडोर पॉट में एक-दूसरे के साथ में स्पेस के लिए झगड़ते हुए देखकर हैरान हो जाएंगे। ऐसे पौधे, जो एक-दूसरे के बेहद नजदीक लगे होते हैं, वो ज्यादा बड़े नहीं हो पाएंगे, क्योंकि उनमें एक-दूसरे के साथ में बांटने के लायक भरपूर पोषण नहीं मिल रहा होगा। ऐसे में, रुकावट डालने वाले पौधे को खोदकर बाहर निकालें और उसे नए गार्डन में या फिर दूसरे पॉट में लगा दें, जिसमें उसे बढ़ने के लिए काफी जगह मिल सके। खाली हुई जगह को फ्रेश गार्डन की मिट्टी से भर दें।[५]

    • अपने आँगन की मिट्टी की बजाय, हमेशा स्टोर से खरीदी मिट्टी का ही यूज किया करें, क्योंकि घर के आँगन की मिट्टी में इन्सेक्ट्स, पौधे की बीमारियाँ और वीड्स मौजूद होते हैं, जो अपनी नई लोकेशन में आपके पौधे पर भी फैल जाएगी।
    • पौधे एक-दूसरे पर बढ़ रहे हैं या फिर उनकी शाखाएँ/तने मुड़ने या उलझने लगे हैं, तो आप ऐसा देखकर पता लगा सकते हैं कि आपके पौधे एक-दूसरे के काफी करीब हैं।

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    बहुत ज्यादा भी मल्च न एड करें: भले ही मल्च एड करना वीड्स को ब्लॉक करने और न्यूट्रीएंट्स एड करने के लिए फायदेमंद होता है, लेकिन बहुत ज्यादा भी मल्च एड करने की वजह से आपके गार्डन में परेशानी खड़ी हो सकती है। ऐसा इसलिए, क्योंकि मल्च न केवल वीड्स को ही ब्लॉक करेगी, बल्कि ये आपके पौधों की नई ग्रोथ का भी सतह से बाहर निकलना रोकना शुरू कर देगी। अपने गार्डन में कभी भी मल्च की एक 2 इंच लेयर से ज्यादा न एड करें। अगर मल्च एड करने के बाद आपका गार्डन बढ़ नहीं रहा है, तो 1 से 2 इंच या 2.5 से 5 cm मल्च निकाल लें और कुछ हफ्ते बाद देखें अगर इससे कोई सुधार हो जाए।

    • अगर आप तने या पेड़ के बेस से काफी ऊपर मल्च एड कर देते हैं, तो इससे जरूरी धूप रुकने लग जाएगी और ये ग्रोथ को रोक देगा। अपने गार्डन के पेड़ों के लिए मल्च को तने के बेस से और पेड़ की मुख्य शाखा से दूर हटा दें।

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    किसी भी डैड या बीमारी से ग्रसित पौधे को काटकर अलग कर दें: पौधे की बीमारी को अगर रोका न जाए, तो ये बड़ी तेजी से आपके गार्डन में फैल सकती है। ठीक यही बात किसी चोट खाए पौधे के लिए भी लागू रखती है; अगर आप खराब हो रहे अंग को नहीं निकालेंगे, तो ये बाकी के पौधे के ऊपर भी फैलना जारी रखेगा। जब भी आप ऐसे किसी पौधे को देखें, जो ब्राउन हो रहा हो, सूखा, मुरझाया या फिर और किसी तरह से बीमार नजर आ रहा हो, कैंची या गार्डनिंग शियर्स की एक पेयर लें और उस शाखा को बेस से पूरा काटकर अलग कर दें।

    • इन शाखाओं को अपने गार्डन में कम्पोस्ट के लिए रखने की बजाय, अलग कर दें, क्योंकि अगर इनमें कोई भी पौधे की बीमारी हुई, तो ये अभी आसपास के पौधों में फैल सकती है।

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    अपने पौधों को ज्यादा पानी देने से बचें: भले ही आपको ऐसा लगता हो कि आप तो पौधों को सही पानी दे रहे हैं, लेकिन अगर वो पीले या झुके हुए नजर आएँ, तो इसका मतलब कि आप उन्हें बहुत ज्यादा पानी दे रहे हैं। ज़्यादातर पौधों को हर रोज पानी दिए जाने की जरूरत नहीं होती है, असल में अगर इन्हें हर कुछ दिन के अंदर ढेर सारा पानी मिलता रहे, तो ये ज्यादा अच्छी तरह से बढ़ते हैं। केवल अपने पौधे को तभी पानी दें, जब मिट्टी 2 इंच अंदर तक सूखी लगे। अगर आप हर बार ऊपर की मिट्टी के सूखे लगने पर पानी देते रहेंगे, तो इस बात की पूरी आशंका है कि आप आपके पौधे को जरूरत से ज्यादा पानी दे रहे हैं। अगर आपको अपने इंडोर प्लांट्स को बहुत सारा पानी देने की मुश्किल हो रही है, तो फिर पानी के केन की बजाय, अपने पौधों को पानी देने के लिए स्प्रे बॉटल का यूज कारण शुरू कर दें। स्प्रे बॉटल से बहुत सारा पानी जाना मुश्किल हो जाता है, क्योंकि इनसे एक बार में बहुत जरा सा पानी ही बाहर आता है।[६]

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    सुनिश्चित करें कि आपने आपके पौधे को बहुत गहराई पर नहीं लगाया है: अगर आपका पौधा धीरे-धीरे खराब हो रहा और मुरझाते जा रहा है, वो भी बिना किसी वजह के, तो शायद आपने आपके पौधे को बहुत ज्यादा गहराई पर लगा दिया है। पौधे की जड़ों को सतह के थोड़ा करीब रखने की जरूरत होती है, ताकि वो ऊपर की मिट्टी से सारे न्यूट्रीएंट्स ले सकें और धूप भी पा सकें। अपने पौधे को आराम से निकालें और उसे फिर से रोपें, ताकि रूट बॉल अब सीधे मिट्टी की सतह पर या ठीक सतह के नीचे रहे। अगर रूट बॉल हल्की सी नजर आ रही है, तो उसके ऊपर मल्च की हल्की सी परत बिछाकर उसे प्रोटेक्ट कर लें।

    • जब एक पौधे को पॉट से गार्डन में लगाएँ, तब मिट्टी के लेवल को उतना ही रखें, जितना कि ये पहले वाले पॉट में था।
    • अगर आपकी जड़ें सतह से ज़्यादातर ऊपर ही हैं, तो भी आपका पौधा खराब हो जाएगा। आपको जड़ों को गार्डन टॉपसॉइल के साथ लेबल में रखना है।

सलाह

  • ज्यादा ग्रोथ के लिए इंडोर प्लांट्स को हर साल दूसरे पॉट में लगा दिया करें।

चेतावनी

  • इनऑर्गनिक पेस्टिसाइड का इस्तेमाल न करें।

विकीहाउ के बारे में

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यह लेख ने कैसे आपकी मदद की?

पेड़ पौधों की देखभाल हमें कैसे करनी चाहिए?

हर पौधा के बारे में यह जरूर ध्‍यान रखें कि उसे दिन भर में कितनी धूप चाहिए. वहीं कुछ पौधे ऐसे होते हैं, जो सूरज की तेज धूप नहीं सह सकते. ऐसे में इस तरह के पौधों को कम धूप वाली जगह पर रख सकते हैं. गर्मियों के दिनों में बगीचे और पेड़-पौधों को कीट से दूर रखने के लिए प्राकृतिक कीटनाशक का इस्‍तेमाल करें.

पेड़ पौधों की देखभाल कैसे करें पाँच वाक्य लिखिए?

अब 'पौधों की परी' ने कहा - एक ऐसे पेड़ को छुओ जिसका तना या तो बहुत मोटा हो या फिर पतला हो । पर अपना हुक्म जो चला सकता था।

पौधों को हरा भरा रखने के लिए क्या करना चाहिए?

समय समय पर पौधे में खाद और पानी लगाते रहें. इससे ग्रोथ के वक्त पौधों का सही विकास होगा और पेड़ हरे भरे रहेंगे. अगर मिट्टी की ऊपरी तरह सूख गई है और पत्तियां भूरे-स्लेटी रंग की दिख रही हैं तो इन्हें पानी जरूर दें. हां इस बात का भी ख्याल रखें कि जरूरत से ज्यादा पानी देने पर भी पौधे मर जाते हैं.

वृक्षों की देखभाल के लिए आप क्या करेंगे?

बगैर पेड़ पौधों के वर्षा कम होती है। हमें पूरी निष्ठा और इमानदारी के साथ पौधारोपण कर उन्हें वृक्ष बनाने तक ध्यान रखना होगा। सभी लोगों को पौधारोपण अभियान में साथ देना चाहिए। सभी को कम से कम एक पौधा अवश्य लगाना चाहिए व इसकी देखभाल भी करना चाहिए।

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