वाक्य शब्दों से बनता है और शब्दों के अपने अर्थ वाक्य को पूर्ण अर्थ प्रदान करते हैं. भाषा में वाक्य अर्थ की दृष्टि से एक पूर्ण इकाई होता है. जब हम किसी बात को बोलते हैं, तो एक वाक्य में बोलते हैं. और उस वाक्य का अर्थ भी होता है. अर्थ और रचना की दृष्टि से वाक्य कई प्रकार के होते हैं. तो आज मैं आपसे इसी के बारे में बात करेंगे कि रचना की दृष्टि से वाक्य के भेद कितने
हैं? वाक्य किसे कहते हैं? वाक्य किसे कहते हैं?वाक्य वह सार्थक शब्दों का समूह है, जो भाव को व्यक्त करने की दृष्टि से अपने में परिपूर्ण हो अर्थात् पूर्ण अर्थ को प्रतीत कराने वाला हो. वाक्य वह अर्थपूर्ण शब्द समूह है, जो पूर्ण बात या भाव की तुलना में अपूर्ण होते हुए भी अपने आप में पूर्ण हो. शिक्षा शब्दकोश में वाक्य की परिभाषा इस प्रकार दी गयी है, ‘वाक्य भावों अथवा विचारों की अभिव्यक्ति को पूर्ण इकाई बनाने के लिए व्याकरणिक एवं वाक्य रचना की दृष्टि से व्यवस्थित एक शब्द अथवा शब्दों का समूह है.’ रचना की दृष्टि से वाक्य के भेद कितने होते हैं?रचना की दृष्टि से वाक्य के तीन भेद होते हैं,
सरल वाक्य किसे कहते हैं?सरल वाक्य उस वाक्य को कहते हैं, जिस वाक्य में एक क्रिया व एक ही कर्ता हो और उन वाक्यों का एक ही उद्देश्य हो, ऐसे वाक्य सरल वाक्य कहलाते हैं. इस वाक्य में एक विधेय होता है, लेकिन उद्देश्य एक या एक से अधिक भी हो सकते हैं. जैसे,
मिश्रित वाक्य किसे कहते हैं?मिश्रित वाक्य उस वाक्य को कहते हैं, जिस वाक्य में एक प्रधान वाक्य के साथ एक या एक से अधिक आश्रित उपवाक्य होते हैं. जैसे,
संयुक्त वाक्य किसे कहते हैं?संयुक्त वाक्य वे वाक्य होते हैं, जिस वाक्य में दो या दो से अधिक उपवाक्य होते हैं और सभी उपवाक्य प्रधान होते हैं. जैसे,
अर्थ की दृष्टि से वाक्य के भेद
अर्थ की दृष्टि से वाक्य के प्रकारविधान सूचक वाक्य इन वाक्यों में किसी बात के होने का संकेत प्रकट होता है. जैसे- रोहन खाना खाता है. निषेध सूचक वाक्य इस वाक्य में किसी बात के न होने की संकेत होती है. जैसे- मोहन ने खाना नहीं खाया. आज्ञा सूचक वाक्य जिस वाक्य में आज्ञा या आदेश देने का संकेत होता हो. जैसे- अच्छे से पढ़ाई करो, अपनी आदत सुधारों. प्रश्न सूचक वाक्य कुछ जानने की इच्छा प्रकट हो या कोई प्रश्न किया जाता है, वे वाक्य प्रश्न सूचक वाक्य होते हैं. जैसे- आप कब खाना खायेंगे? विस्मय सूचक प्रश्न जिस वाक्य में विस्मय या आश्चर्य प्रकट होता हो, वे वाक्य विस्मय सूचक वाक्य होते हैं. जैसे- अरे!ग्लास किसने तोडा. संदेह सूचक वाक्य जिस वाक्य में संदेह या संशय प्रकट होता हो, वे वाक्य संदेह सूचक वाक्य कहलाते हैं. जैसे- संभव है कि कल तक परिणाम आ जाएगी. इच्छा सूचक वाक्य ऐसे वाक्य जिनमें इच्छा, शुभकामना आदि का बोध होता हो, वह वाक्य इच्छा सूचक वाक्य कहलाते हैं. जैसे- सदा खुश रहो. ईश्वर तुम्हारी मनोकामना पूर्ण करें. संकेत सूचक वाक्य जिस वाक्य में संकेत या शर्त प्रकट होता हो, वे वाक्य संकेत सूचक वाक्य कहलाते हैं. जैसे- यदि आप थोड़ी देर और रुक जाते, तो मुझसे मिल लेते. इसे भी पढ़ें: अनेक शब्दों के लिए एक शब्द रचना की दृष्टि से वाक्य के कितने भेद होते हैं नाम?Solution : रचना की दृष्टि से वाक्य तीन प्रकार के होते हैं, <br> (क) सरल या साधारण वाक्य <br> (ख) संयुक्त वाक्य <br> (ग) मिश्र वाक्य।
रचना की दृष्टि से वाक्य के तीन भेद कौन कौन से हैं?Solution : रचना की दृष्टि से वाक्य के तीन भेद हैं-(i) सरल वाक्य, (ii) मिश्र वाक्य तथा (iii) संयुक्त वाक्य ।
रचना की दृष्टि से शब्द कितने प्रकार के होते हैं?रचना के आधार पर शब्दों के तीन भेद होते हैं:. रूढ़/मूल शब्द. यौगिक शब्द. योगरूढ़ शब्द. रचना के आधार पर वाक्य के कितने भेद होते हैं Class 10?1- सरल वाक्य - राधा नाचती-गाती है। मिश्र वाक्य - जो नाचती-गाती है, वह राधा है। 2- सरल वाक्य - मोहन हँसकर बोला। मिश्र वाक्य - वह मोहन है जो हँसकर बोला।
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