सवाल: आपके अनुसार भारत यूरोप की तुलना में तकनीकी विकास की दौड़ में क्यों पिछड़ गया था?
हमारे हिसाब से भारत यूरोप की तुलना में तकनीकी विकास की दौड़ में पिड़ने के पीछे मुख्य कारण यह है, कि उस समय भारत पर बाहरी आक्रमण बहुत होते थे, जिसकी वजह से देश को उस अवस्था से उभरने में बहुत समय लगा था। तथा उस समय भारत में बनी हुई कच्ची चीजें जैसे कपास आदि की चीजें बनी हुई दूसरे देश जाती थी, और वहां से वापस पक्का माल बनकर भारत में आता था, और वही माल भारत में बेचा जाता था। जिससे दूसरे देशों में पैसा जाने के कारण भारत के आर्थिक स्थिति भी डगमगा चुकी थी, इसलिए मेरे हिसाब से यही दो मुख्य कारण थे, जिसकी वजह से तकनीकी हिसाब से यूरोप से भारत पिछड़ चुका था।
सभी संसाधनों के होते हुए भी भारत तकनीकी विकास में यूरोप से कैसे पिछड़ गया?
सभी संसाधनों के होते हुए भी भारत वैज्ञानिक खोजों और आविष्कारों की ओर ध्यान केंद्रित न कर सका। यही कारण था कि भारत यूरोप से तकनीकी विकास की दौड़ में पिछड़ गया।.
उसे अपना काम चलाने के लिए कुछ भारतीयों की आवश्यकता थी। ... .
वे भारतीयों को पश्चिमी सभ्यता के रंग में रंगना चाहते थे।.
भारत यूरोप को तुलना में तकनीकी विकास की दौड़ में क्यों पिछड़ गया?
Answer: भारत यूरोप की तुलना में तकनीकी विकास की दौड़ में पिछड़ गया था क्योंकि यूरोप के देशों में विज्ञान के क्षेत्र में तेजी से विकास हो रहा था। ... मोदी सरकार भारत में उद्योग-धंधों को प्रोत्साहन नहीं देती थी, इसलिए यूरोप की तुलना में भारत तकनीकी विकास की दौड़ में पिछड़ गया था।
यूरोप के तकनीकी विकास के पीछे क्या था?
हमारी सोच के दायरों को अब धीरे-धीरे जैसे जंग लगने लगा था। हमारी वैज्ञानिक चेतना इन आडम्बरों, रूढ़ियों व संकीर्ण मानसिकता के नीचे दब कर रह गई। इसके विपरीत यूरोप भारत से जो कभी पिछड़ा हुआ था, अपनी वैज्ञानिक चेतना तथा बुलंद जीवन शक्ति और विकसित मानसिकता के कारण तकनीकी विकास में भारत से आगे निकल गया।
तकनीकी कौशल में कौन पहले बहुत पिछड़ा हुआ था *?
विशाल जनसंख्या का बसेरा होने के अलावा क्या आज उसके पास ऐसा कुछ बचा है जिसे जानदार कहा जा सके ?