सूक्ष्म शिक्षण Micro Teaching क्या हैं? यह शिक्षण प्रक्रिया का संकुचित रूप होता हैं। Micro Teaching मे छात्रों की संख्या एवं समय की अधिकता को कम कर दिया जाता हैं। इसका निर्माण छात्रों में शिक्षक कौशल को विकसित करने के लिए गया गया था। जब छात्राध्यापक शिक्षण के दौरान शिक्षण कार्य करते हैं तो उस समय उनके सामने छात्रों की उपस्थिति को सीमित कर 5 या 6 कर दिया जाता हैं। Show
तत्पश्चात छात्रअध्यापकों अपना शिक्षण आरम्भ करते हैं। सामान्यतः सूक्ष्म शिक्षण Micro Teaching का अर्थ होता हैं कम समय का शिक्षण। जिसमें छात्रअध्यापकों में एक-एक करके शिक्षण कौशल का ज्ञान करवाया जाता हैं।
सूक्ष्म शिक्षण क्या है? ( Micro Teaching Meaning in Hindi)सूक्ष्म शिक्षण को शिक्षण के संकुचित रूप में देखा वे समझा जाता हैं। सूक्ष्म शिक्षण में छात्रध्यापकों में शिक्षण के कौशल का एक साथ उपयोग न करके उनको एक एक छोटा प्लेन बनाने को कहा जाता हैं एवं एक समय में सिर्फ एक कौशल करवाया जाता है। सूक्ष्म शिक्षण Micro Teaching का विकास अमेरिका के स्टेनफोर्ड विश्वविद्यालय में (1961) को हुआ था। सूक्ष्म शिक्षण Micro Teaching में छात्राध्यापकों से पाठ योजना का निर्माण करवाया जाता हैं। वह शिक्षण करते हैं फिर अध्यापकों एवं छात्रों से प्रतिपुष्टि (Feedback) देने को कहा जाता हैं यह प्रक्रिया दुबारा दोहराई जाती हैं जिसे सूक्ष्म शिक्षण चक्र (Cycle of Micro Teaching) कहा जाता हैं। विभिन्न कौशल इस प्रकार हैं- श्यामपट्ट कौशल,पुनर्बलन कौशल,प्रस्तावना कौशल,व्याख्यान कौशल,उद्दीपन परिवर्तन कौशल। सूक्ष्म शिक्षण की परिभाषा (Defination of Micro Teaching in Hindi)1) एलेन महोदय के अनुसार – ” सूक्ष्म शिक्षण समस्त शिक्षण को लघु क्रियाओं में बाटना हैं।” 2) शिक्षा विश्वकोश के अनुसार – ” सूक्ष्म शिक्षण (Micro Teaching) वास्तविक निर्मित तथा अध्यापन अभ्यास का न्यूनीकृत अनुमाप है जो शिक्षक-प्रशिक्षण, पाठ्यक्रम विकास व अनुसंधान में प्रयुक्त किया जाता हैं।” 3) पीक व टकर महोदय के अनुसार – ” सूक्ष्म शिक्षण विडियो टेप फीडबैक के प्रयोग से प्रमुख कौशलों के विकास को संकुचित रूप से जानने के लिए प्रयोगात्मक विधि की एक प्रणाली हैं।” 4) बी० के० पासी महोदय के अनुसार – ” सूक्ष्म शिक्षण (Micro Teaching) एक प्रशिक्षण तकनीक है जो छात्र-अध्यापकों से यह अपेक्षा रखती हैं कि वे किसी तथ्य को थोड़े से छात्रों को कम समय में किसी विशिष्ट शिक्षण कौशल के माध्यम से शिक्षण दें।” 5) बी० एम०शोर महोदय के अनुसार – ” सूक्ष्म शिक्षण कम अवधि, कम छात्रों तथा कम शिक्षण क्रियाओं वाली प्रविधि हैं।” सूक्ष्म शिक्षण की विशेषता (Characteristics of Micro Teaching)
सूक्ष्म शिक्षण की उपयोगिता (Utility of Micro Teaching)
सूक्ष्म शिक्षण में सावधानियां (Precautions in Micro Teaching)
दोस्तों आपको इस पोस्ट सूक्ष्म शिक्षण Micro Teaching क्या है? से काफी कुछ जानने को मिला होगा और यह जानकारी आपको भविष्य में काफी लाभ पहुँचाएगी। इसी तरह मेरी सभी पोस्ट को पड़ने एवं उससे लाभ प्राप्त करने के लिए लगातार हमारी वेब साइड sstmaster.com पर अपने लाभ से जुड़े प्रकरण को पढ़ते रहे। संबंधित लेख – S.St. का Lesson Plan कैसे बनायें सूक्ष्म शिक्षण का क्या अर्थ है?बुश (Bush) के अनुसार, "सूक्ष्म शिक्षण शिक्षक प्रशिक्षण की प्रविधि है, जिसमें शिक्षक स्पष्ट रूप से परिभाषित शिक्षण कौशलों का प्रयोग करते हुए, ध्यानपूर्वक नियोजित पाठों के आधार पर 5 से 10 मिनट तक वास्तविक छात्रों के छोटे समूह के साथ अंतः क्रिया करता है जिसके परिणामस्वरुप वीडियो टेप पर प्रेक्षण प्राप्त करने का अवसर ...
सूक्ष्म शिक्षण के जनक कौन है?साधारण शब्दों में कह सकते हैं, कि सूक्ष्म शिक्षण कक्षा का एक छोटा सा आकार होता है। सूक्ष्म शिक्षण विधि के जनक / माइक्रो टीचिंग के जनक डी• एलन (D. Allen) है, इन्होंने ही सूक्ष्म शिक्षण का नामकरण 1963 में अमेरिका के स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय (Stanford University) में किया था।
सूक्ष्म शिक्षण के कितने चरण होते हैं?सूक्ष्म शिक्षण चक्र का पहला चरण है
सूक्ष्म शिक्षण कितने प्रकार के होते हैं?सूक्ष्म शिक्षण क्रा प्रत्यय का सूक्ष्म शिक्षण, शिक्षण जिसमें वास्तविक है । इसमें शिक्षण की एक सरली सरलीकृत रूप है। जाता है। का Scanned with CamScanner Page 3 09. विकास किया।
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