विषयसूची
बीट से क्या समझते हैं?
इसे सुनेंरोकेंबीट से आशय है : लेखन और रिपोर्टिंग का विशेष क्षेत्र जैसे अपराध, खेल, फ़िल्म, कृषि अलग – अलग बीट कहलाती है
पत्रकारिता में वीट का क्या अर्थ है?
इसे सुनेंरोकेंपत्रकारिता की भाषा में ‘बीट’ जानकारी व दिलचस्पी के अनुसार कार्य विभाजन को कहते हैं। विभिन्न विषयों से जुड़े समाचारों के लिए संवाददाताओं के बीच काम का विभाजन आम तौर पर उनकी दिलचस्पी और ज्ञान को ध्यान में रख कर किया जाता है। मीडिया की भाषा में इसे ही बीट कहा जाता है
बीट कवर करने वाले रिपोर्टर को क्या कहते हैं?
इसे सुनेंरोकेंबीट कवर करने वाले रिपोर्टर को संवाददाता तथा विशेषीकृत रिपोर्टिंग करने वाले रिपोर्टर को विशेष संवाददाता कहा जाता है
बीट रिपोर्टिंग और विशेषीकृत रिपोर्टिंग में मुख्य अंतर क्या है?
इसे सुनेंरोकेंइसके अलावा एक बीट रिपोर्टर को आमतौर पर अपनी बीट से जुड़ी सामान्य खबरें ही लिखनी होती हैं। लेकिन विशेषीकृत रिपोर्टिग का तात्पर्य यह है कि आप सामान्य खबरों से आगे बढ़कर उस विशेष क्षेत्र या विषय से जुड़ी घटनाओं, मुद्दों और समस्याओं का बारीकी से विश्लेषण करें और पाठकों के लिए उसका अर्थ स्पष्ट करने की कोशिश करें
पत्रकार जगत में बीट से क्या अभिप्राय है?
इसे सुनेंरोकेंयानी उस पत्रकार को ज़्यादा से ज्यादा समय अपने क्षेत्र के बारे में हर छोटी बड़ी जानकारी इकट्ठी करने में बिताना पड़ता है तभी वह उस बारे में विशेषज्ञता हासिल कर सकता है और उसकी रिपोर्ट या खबर विश्वसनीय मानी जाती है। यह तो हुई बीट रिपोर्टिंग।
पत्रकारिता में वाइट का क्या अर्थ है?
इसे सुनेंरोकेंउत्तर बाइट का अर्थ है कथन । टेलीविजन पत्रकारिता में इसका विशेष महत्त्व है। टेलीविजन पर किसी खबर की पुष्टि के लिए संबंधित बाइट दिखाई जाती है। किसी घटना की सूचना देने, उसका दृश्य दिखाने के साथ – साथ घटना के बारे में प्रत्यक्षदर्शियों या संबंधित व्यक्तियों का कथन दिखाया जाता है, इसे बाइट कहा जाता है।
पत्रकार वार्ता का क्या प्रयोजन है?
इसे सुनेंरोकेंयह पृष्ठ पत्रकारिता लेख के सुधार पर चर्चा करने के लिए वार्ता पन्ना है। यदि आप अपने संदेश पर जल्दी सबका ध्यान चाहते हैं, तो यहाँ संदेश लिखने के बाद चौपाल पर भी सूचना छोड़ दें।
3 पत्रकारिता से क्या आशय है इसके विभिन्न प्रकारों को विस्तार से लिखिए?
इसे सुनेंरोकें’जर्नलिज्म’ यानी पत्रकारिता का अर्थ समाचार पत्र, पत्रिका से जुड़ा व्यवसाय, समाचार संकलन, लेखन, संपादन, प्रस्तुतीकरण, वितरण आदि होगा। आज के युग मे पत्रकारिता के अभी अनेक माध्यम हो गये हैं, जैसे-अखबार, पत्रिकाएँ, रेडियो, दूरदर्शन, वेब-पत्रकारिता, सोशल मीडिया, इंटरनेट आदि। हिन्दी में भी पत्रकारिता का अर्थ भी लगभग यही है।
खेल पत्रिका क्या है?
इसे सुनेंरोकेंखेल पत्रकारिता (स्पोर्ट्स जर्नलिज्म) लेखन का एक रूप है जो खेल के विषय और घटनाओं पर रिपोर्ट करता है। यह खेल के घटनाओं और एथलीटों के बारे में लिखने का अभ्यास और व्यवसाय है। खेल पत्रकारिता मीडिया संगठन के मुख्य वर्गों में से एक है।
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बीट क्या है रिपोर्टर की भाषा रिपोर्टर का क्षेत्र विशेष समाचार समाचार लेखन?
इसे सुनेंरोकेंपत्रकारिता की भाषा में ‘बीट’ जानकारी व दिलचस्पी के अनुसार कार्य विभाजन को कहते हैं। विभिन्न विषयों से जुड़े समाचारों के लिए संवाददाताओं के बीच काम का विभाजन आम तौर पर उनकी दिलचस्पी और ज्ञान को ध्यान में रख कर किया जाता है। मीडिया की भाषा में इसे ही बीट कहा जाता है।
मीडिया की भाषा में विशेष लेखन क्या कहलाता है?
इसे सुनेंरोकेंविशेष लेखन – समाचार पत्र सामान्य समाचारों के अलावा साहित्य , विज्ञान , खेल इत्यादि की भी पर्याप्त जानकारी देते हैं। इसी कार्य के अंतर्गत जब किसी खास विषय पर सामान्य लेखन से हटकर लेखन किया जाए तो उसे विशेष लेखन कहते हैं। डेस्क – समाचार पत्र-पत्रिकाओं , रेडियो और टीवी में विशेष लेखन के लिए अलग डेस्क का होता है।
विषय विशेषज्ञ पत्रकार या पत्रकारों का समूह कार्य करता है उसे क्या कहते हैं?
इसे सुनेंरोकेंपत्रकारीय विशेषज्ञता का अर्थ यह है कि व्यावसायिक रूप से प्रशिक्षित न होने के बावजूद उस विषय में जानकारी और अनुभव के आधार पर अपनी समझ को इस हद तक विकसित करना कि उस विषय या क्षेत्र में घटने वाली घटनाओं और मुद्दों की आप सहजता से व्याख्या कर सकें और पाठकों के लिए उनके मायने स्पष्ट कर सकें।
समाचार बीट क्या है?
इसे सुनेंरोकेंबीट : विभिन्न विषयों से जुड़े समाचारों के लिए संवाददाताओं के बीच काम का विभाजन आम तौर पर उनकी दिलचस्पी और ज्ञान को ध्यान में रख कर किया जाता है। मीडिया की भाषा में इसे बीट कहते हैं ।
बीट से क्या समझते हैं?
इसे सुनेंरोकेंquestion. ➲ बीट से तात्पर्य उस विशेष क्षेत्र से है, जो किसी संवाददात या पत्रकार को उसी क्षेत्र विशेष से संबंधित समाचार तैयार करने के लिए दिया जाता है।
विशेष लेखन कितने प्रकार के होते हैं?
इसे सुनेंरोकेंविशेष लेखन के अंतर्गत रिपोर्टिग के अलावा उस विषय या क्षेत्र विशेष पर फीचर, टिप्पणी, साक्षात्कार, लेख, समीक्षा और स्तंभ-लेखन भी आता है। इस तरह का विशेष लेखन समाचार-पत्र या पत्रिका में काम करने वाले पत्रकार से लेकर फ्री-लांस (स्वतंत्र) पत्रकार या लेखक तक सभी कर सकते हैं।
विशेष लेखन से क्या आशय हैं?
इसे सुनेंरोकेंविशेष लेखन क्या है? अखबारों के लिए समाचारों के अलावा खेल, अर्थ-व्यापार, सिनेमा या मनोरंजन आदि विभिन्न क्षेत्रों और विषयों संबंधित घटनाएँ, समस्याएँ आदि से संबंधित लेखन विशेष लेखन कहलाता है। इस प्रकार के लेखन की भाषा और शैली समाचारों की भाषा-शैली से अलग होती है।