सोने की कीमत तय करते वक्त ये देखा जाता है कि सोने की शुद्धता कितनी है और उससे गहना बनाने का मेकिंग चार्ज कितना लगा है। सोना का गहना जितना अधिक डिजाइर होगा, उस पर मेकिंग चार्ज उतना ही अधिक हो सकता है। मेकिंग चार्ज लगाने का कोई स्टैंडर्ड तय नहीं है। इसके अलावा सोने पर 3 फीसदी जीएसटी और मेकिंग चार्ज पर 5 फीसदी जीएसटी भी ग्राहक को ही चुकानी होती है। यानी सोने पर आप कुल 8 फीसदी जीएसटी चुकाते हैं। Show
सोने के गहने की फाइनल कीमत = सोने की कीमत (22 कैरेट या 18 कैरेट)+सोने की कीमत पर 3 फीसदी जीएसटी+मेकिंग चार्ज+मेकिंग चार्ज पर 5 फीसदी जीएसटी 24 कैरेट सोने से नहीं बनती ज्वैलरीजब आप ज्वैलर के पास जाते हैं तो वह आपको तमाम ज्वैलरी दिखाते हुए ये जरूर बताता होगा कि ज्वैलरी 22 कैरेट की है या 18 कैरेट की है, लेकिन 24 कैरेट की ज्वैलरी नहीं दिखाता। ऐसा इसलिए क्योंकि 24 कैरेट से ज्वैलरी नहीं बनाई जाती हैं। 24 कैरेट यानी 99.99 फीसदी शुद्धता वाले सोने से ज्वैलरी इसलिए नहीं बनाई जाती क्योंकि वह बहुत ही मुलायम होता है। ऐसे में 24 कैरेट सोने से बने गहने बड़ी ही आसानी से अपनी डिजाइन खो देंगे। ऐसे में उस सोने को थोड़ा सख्त बनाने के लिए उसमें बाकी धातुएं मिलाई जाती हैं। सोने के गहने खरीदते वक्त जरूर करें मोलभाववैसे तो ज्वैलर्स कोई भी गहना बेचते हुए यह जरूर कहते हैं कि सोने का रेट तो डीजल-पेट्रोल की तरह घटता बढ़ता है और पीछे से ही तय होता है। यह सही भी है, लेकिन जो सोने के गहने ज्वैलर बेचते हैं उसमें मेकिंग चार्ज भी लगा होता है। यह मेकिंग चार्ज पीछे से तय नहीं होता। हालांकि, सोने पर लगने वाला जीएसटी भी आपको चुकाना ही होगा। यानी आप मेकिंग चार्ज और ज्वैलर के मार्जिन पर मोलभाव कर सकते हैं। 24 कैरेट सोना होता है सबसे शुद्धजब बात सोने की शुद्धता की आती है तो सोने को मुख्य रूप से 3 कैटेगरी में बांटा जाता है। 24 कैरेट सोना सबसे पहले आता है, जो 99.99 फीसदी शुद्ध होता है। इससे शुद्ध सोना नहीं होता। इसे 999 गोल्ड भी कहा जाता है। 24 कैरेट सोने को ईंट या बार के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। जो लोग सिर्फ निवेश के लिहाज से सोना खरीदना चाहते हैं, वह 24 कैरेट के सोने की ईंटें बार खरीदते हैं। अब समझिए क्या होता है 22 कैरेट सोना24 कैरेट के सोना से आभूषण नहीं बनाए जा सकते। ऐसे में 22 कैरेट सोना बड़े काम का साबित होता है। यह सोना 91.67 फीसदी शुद्ध होता है। यानी इसमें 8.33 फीसदी दूसरी धातुएं मिलाएं जाती हैं। या इसे ऐसे भी समझ सकते हैं कि 22 कैरेट सोने में 22 भाग सोना होता है, जबकि 2 भाग चांदी, तांबा, जिंक जैसी अन्य धातुएं होती हैं। इसे 916 गोल्ड के नाम से भी जाना जाता है। क्या होता है 18 कैरेट सोना?22 कैरेट सोने की तरह ही 18 कैरेट सोना भी शुद्ध नहीं होता है। इसमें 18 भाग सोना और 6 भाग बाकी धातुएं मिलाई जाती हैं। यानी यह सोना 75 फीसदी शुद्ध होता है, जिसमें 25 फीसदी बाकी धातुएं होती हैं। हालांकि, ज्वैलर्स ने इसकी और भी कैटेगरी बना दी हैं, जैसे 23 कैरेट, 16 कैरेट, 14 कैरेट, 10 कैरेट आदि। वह कैरेट के हिसाब से उसमें दूसरी धातुएं मिलते हैं और ज्वैलरी बेचते हैं। किसे खरीदना चाहिए कौन सा सोना?अगर आप गहने खरीदते हैं तो यह समझ लीजिए कि वह पूरी तरह से शुद्ध नहीं होंगे। अधिकतम शुद्धता वाला गहना भी 22 कैरेट सोने का होगा। तो अगर आपको इस्तेमाल के लिए सोना खरीदना है या किसी को गिफ्ट देना है तो सोने की ज्वैलरी खरीदें। अगर आप सिर्फ निवेश करने के मकसद से सोना खरीदना चाहते हैं तो आपको सोने की ईंट या बार खरीदना चाहिए, जो 24 कैरेट का होता है। निवेशकों को गहने खरीदने से उन्हें बेचते वक्त नुकसान होता है, क्योंकि गहनों पर मेकिंग चार्ज समेत की चार्ज लगते हैं, जो खरीदते वक्त तो आप चुकाते हैं, लेकिन बेचते वक्त वह आपको नहीं मिलते। कैसे चेक करें सोना असली है या नकली?सोने की कीमतें गिरने से सोने के गहनों की ओर लोगों का रुझान तेजी से बढ़ा है। बहुत सारे ठग भी ऐसे ही मौकों के इंतजार में रहते हैं कि लोग सस्ता सोना देखकर जल्दबाजी में उसे खरीदें और नकली चीज को सोना कहकर बेच दिया जाए। सस्ते सोने के इस दौर में अगर आप भी सोना खरीदने की प्लानिंग कर रहे हैं, तो आइए जानते हैं नकली सोने की पहचान करने के 5 आसान से तरीके। 1- हॉलमार्क जरूर देखेंसोना खरीदते समय सबसे पहले आपको उस पर हॉलमार्क जरूर देखना चाहिए। हॉलमार्क सर्टिफिकेशन का मतलब है कि सोना असली है। यह सर्टिफिकेशन ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड की तरफ से दिया जाता है। जाने-माने ब्रांड्स में तो आपको सभी गहने हॉलमार्क वाले ही मिलेंगे, लेकिन स्थानीय ज्वैलर्स कई बार बिना हॉलमार्क के गहने भी बेचते हैं, जिनके असली या नकली होने की पहचान आपको खुद करनी होगी। 2- चुंबक से टेस्ट करें सोनाध्यान रहे कि सोने में चुंबकीय गुण नहीं होते या यूं कहें कि वह चुंबक की ओर आकर्षित नहीं होता है। अगर आपका गहना चुंबक की ओर खिंचने लगे तो समझ लीजिए कि वह नकली है, जबकि अगर उस गहने पर चुंबक का कोई असर ना हो तो वह टेस्टिंग के पहले दौर में पास हो जाएगा। सोने पर कभी जंक भी नहीं लगता है, तो अगर सोने पर जंक लगा दिखे तो समझ जाइए कि वह नकली है और ऐसा नकली सोना चुंबक की ओर खिंचेगा। 3- फ्लोटिंग टेस्टसोने की एक खास बात होती है कि वह हार्ड मेटल है, इसलिए इसका फ्लोटिंग यानी तैरने का टेस्ट किया जा सकता है। एक बाल्टी में थोड़ा पानी लीजिए और फिर अपने सोने के गहने को उस पानी में डाल दीजिए। अगर आपकी ज्वैलरी डूब गई, तो समझिए वह फ्लोटिंग टेस्ट में भी पास हो गई, लेकिन अगर वह तैरने लगी तो समझ जाइए कि दुकान वाले ने आपको असली बोलकर नकली सोना बेच दिया है। 4- एसिड टेस्टअसली सोने पर नाइट्रिक एसिड का कोई असर नहीं होता है। हालांकि, अगर वह कॉपर, जिंक, स्टरलिंग सिल्वर या कुछ और है तो उस पर नाइट्रिक एसिड का असर देखने को मिल जाएगा। टेस्ट करने के लिए गहने को थोड़ा सा स्क्रैच करें और उस पर नाइट्रिक एसिड डालें। अगर वह सोना है तो उस पर कोई असर नहीं होगा। हालांकि, ये टेस्ट करते समय पूरी सावधानी बरतें, वरना एसिड से आपको नुकसान हो सकता है। 5- विनेगर टेस्टलगभग हर किचन में विनेगर आसानी से उपलब्ध होता है। अगर आप अपने सोने के गहने पर विनेगर की कुछ बूंदें डालें तो आपके गहने पर कोई असर नहीं होगा, बशर्ते वह असली सोना हो। अगर वह नकली सोना हुआ तो विनेगर की बूंदें जहां भी पड़ेंगी, गहने का रंग बदल जाएगा। तो अगर आप भी सस्ता सोना खरीदने की सोच रहे हैं तो इन 5 तरीकों को ध्यान में रखें और असली सोना खुद टेस्ट कर लें। 1 ग्राम सोने का मेकिंग चार्ज कितना है?ज्वैलर मनीष खूंटेटा के मुताबिक गहनों की डिजायन के हिसाब से ज्वैलर्स गोल्ड ज्वैलरी पर 200 से 700 रुपए प्रति दस ग्राम तथा सिल्वर ज्वैलरी का मेकिंग चार्ज 5 से 65 रुपए प्रति ग्राम तक लेते है।
ज्वेलरी मेकिंग चार्ज कितना होता है?लिहाजा, ज्वैलर्स का मार्जिन सिर्फ मेकिंग चार्ज पर निर्भर है. वैसे, मेकिंग चार्ज में कई कारक होते हैं जिनकी वजह से कुछ डिजाइन पर यह 15 से 20 या 25 प्रतिशत तक हो जाता है.
सोने के जेवर पर मेकिंग चार्ज कितना लगता है?ज्वैलरी पर 30 फीसदी तक मेकिंग चार्ज लिया जाता है। ज्वैलर्स से हमेशा ऑरिजनल बिल लें। इसके साथ ही हॉलमार्क ज्वैलरी खरीदें। सभी कैरेट का हॉलमार्क अलग होता है, 22 कैरेट पर 916, 21 कैरेट पर 875, 18 कैरेट पर 750 लिखा होता है।
तनिष्क में मेकिंग चार्ज कितना लगता है?इसके अलावा इस पर मेकिंग चार्ज 10 फीसदी लगता है तो इसका मतलब है कि आपको इस पर 5 हजार रुपये ज्यादा देने होंगे. इससे आपके सोने की चेन 55 हजार रुपये की हो जाएगी.
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