संतुलन कीमत से आप क्या समझते हैं?(A) मांग और पूर्ति द्वारा निर्धारित कीमत Show Answer : मांग और पूर्ति द्वारा निर्धारित कीमत Explanation : संतुलन कीमत से आप मांग और पूर्ति द्वारा निर्धारित कीमत समझते हैं। मार्शल के अनुसार संतुलित कीमत का निर्धारण कैंची के दो फलकों की भांति मांग एवं पूर्ति दोनों शक्तियों द्वारा किया जाता हैं। अर्थात कीमत उस बिंदु पर निर्धारित होती है जहां वस्तु की मांग एवं वस्तु की पूर्ति बराबर हा जाते हैं। ....अगला सवाल पढ़े Tags : अर्थशास्त्र प्रश्नोत्तरी अर्थशास्त्र वस्तुनिष्ठ प्रश्न उत्तर ऑनलाइन अर्थशास्त्र सवाल और जवाब Useful for : UPSC, State PSC, SSC, Railway, NTSE, TET, BEd, Sub-inspector Exams Latest Questionsसंतुलन कीमत किसे कहते हैं इसका निर्धारण कैसे होता है?जिस कीमत पर किसी वस्तु की मांगी गई मात्रा उसकी आपूर्ति की मात्रा के बराबर हो उसे सन्तुलन कीमत कहते हैं । सन्तुलन कीमत पर वस्तु की मांगी गई मात्रा उसकी आपूर्ति की मात्रा के बराबर होती है । वस्तु की यह मात्रा संतुलन मात्रा कहलाती है ।
संतुलित कीमत की गणना कैसे होती है?संतुलन कीमत को माँग अथवा पूर्ति वक्र के समीकरण में प्रतिस्थापित करके संतुलन मात्रा (q द्वारा दर्शायी गई ) प्राप्त की जाती है चूँकि संतुलन की अवस्था में, माँग तथा पूर्ति दोनों की मात्रा बराबर होती हैं। qs = q" = 120 + 40 = 160 अतः संतुलन मात्रा 160 किलोग्राम है।
संतुलन से आप क्या समझते हैं?संतुलन या साम्य या साम्यावस्था (इक्विलिब्रिअम) से तात्पर्य किसी निकाय की उस अवस्था से है जब दो या अधिक परस्पर विरोधी वस्तुओं या बलों के होने पर भी 'स्थिरता' (अगति) का दर्शन हो। बहुत से निकायों में साम्यावस्था देखने को मिलती है।
संतुलन कीमत तथा संतुलन मात्रा से क्या तात्पर्य है?संतुलन कीमत तथा मात्रा किस प्रकार प्रभावित होती है, जब उपभोक्ताओं की आय में (a) वृद्धि होती है (b) कमी होती है? उत्तर: उपभोक्ता की आय में वृद्धि या कमी से संतुलन कीमत तथा मात्रा किस प्रकार प्रभावित होगी वह इस बात पर निर्भर करता है कि वस्तु सामान्य वस्तु है या निम्नकोटि की वस्तु।
|