डैग हैमरस्कजोल्डकुर्त वाल्डहीम यू-धांटत्रिग्वे ली
Solution : नॉर्वे के प्रसिद्ध राजनीतिज्ञ ट्रीग्वे ली 1946 से 1952 तक संयुक्त राष्ट्र के प्रथम महासचिव थे। संयुक्त राष्ट्र महासचिव के रूप में उनका चयन प्रमुख शक्तियों के मध्य हुए समझौते का परिणाम था। महासचिव के रूप में, ली ने इजरायल और इंडोनशिया की स्थापना का समर्थन किया।
पुर्तगाल के पूर्व प्रधानमंत्री एंटोनियो गुटेरेश अगले साल बान की मून की जगह लेंगे.
पुर्तगाल के पूर्व प्रधानमंत्री एंटोनियो गुटेरेश जल्दी ही संयुक्त राष्ट्र के अगले महासचिव होंगे. वो अगले साल बान की मून की जगह लेंगे.
किसी महिला के संयुक्त राष्ट्र महासचिव बनने की चर्चा के बीच गुटेरेश का नाम निर्विवाद रहा. मतदान में 10 उम्मीदवार शामिल रहे.
कौन हैं एंटोनिया गुटेरेश? कौन हैं मतदान में शामिल दूसरे उम्मीदवार. और क्या है संयुक्त राष्ट्र महासचिव को चुनने की पूरी प्रक्रिया?
पेशे से कारोबारी एंटोनियो गुटेरेश ने 1976 में राजनीति में पहला क़दम रखा था.
पुर्तगाल के लिए 1976 का साल ख़ास था. क्योंकि देश में पांच दशकों की तानाशाही के बाद पहली बार लोकतांत्रिक चुनाव हो रहे थे.
इसी साल 'कार्नेशन रेवोल्यूशन' यानी तानाशाही व्यवस्था को उखाड़ फ़ेंकने वाला आंदोलन हुआ और तानाशाही शासन का ख़ात्मा हुआ.
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शरणार्थी संकट से जूझ रहे सीरिया, अफ़गानिस्तान जैसे देशों में गुटेरेश की भूमिका अहम रही.
राजनीति में उनका क़द बढ़ता गया. एंटोनियो गुटेरेश 1992 में सोशलिस्ट पार्टी के नेता बन कर उभरे. और फिर 1995 में देश के प्रधानमंत्री बने.
गुटेरेश संयुक्त राष्ट्र की शरणार्थी संस्था यूएनएचसीआर के लिए 2005 से 2015 तक प्रमुख रहे.
सीरिया, अफ़गानिस्तान और इराक़ सहित दुनिया के कई शरणार्थी संकट में उनकी भूमिका अहम रही है.
बताया जाता है कि इस मुश्किल दौर में उन्होंने संस्था के प्रमुख के रूप में शरणार्थी संकट से जूझ रहे लोगों की मदद करने के लिए पश्चिम देशों से लगातार अपील की.
समाचार एजेंसी एएफ़पी के अनुसार पुर्तगाल के पूर्व राष्ट्रपति अनीबल सिल्वा का कहना है, "गुटेरेश शरणार्थी संस्था में अपने पीछे एक ख़ास विरासत छोड़ गए हैं. वे आदरणीय व्यक्ति हैं. पूरी दुनिया उनकी बात सुनती और मानती है."
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बुलगारिया की इरीना बोकोवा मतदान में चौथे और सात महिला उम्मीदवारों में पहले नंबर पर रहीं.
कौन-कौन थे दौड़ में शामिल?
संयुक्त राष्ट्र महासचिव पद के लिए अपनी क़िस्मत आज़माने वालों में कई ख़ास उम्मीदवार शामिल रहे.
इस बार महासचिव पद के 13 उम्मीदवारों में से 7 महिलाएं थीं.
महिलाओं में बुलगारिया की राजनेता और संयुक्त राष्ट्र संघ के यूनेस्को की महानिदेशक 63 साल की इरीना बोकोवा, न्यूज़ीलैंड की पूर्व प्रधानमंत्री और संयुक्त राष्ट्र संघ के विकास कार्यक्रम की मौजूदा प्रमुख 66 साल की हेलेन क्लार्क के नाम महत्वपूर्ण रहें.
मतदान में इरीना बोकोवा चौथे स्थान पर रहीं.
संयुक्त राष्ट्र महासभा के पूर्व अध्यक्ष सर्बिया के वुक जेरेमिक दूसरे नंबर और स्लोवाकिया के मीरोस्लाव लाजकैक तीसरे नंबर पर रहें.
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सुरक्षा परिषद के 15 सदस्यों के अनुसार गुटेरेश मतदान में निर्विवाद रहें.
सुरक्षा परिषद के 15 सदस्यों ने मतदान में शामिल हुए 10 उम्मीदवारों के लिए गुप्त मतदान किया.
सभी सदस्यों ने निर्विवाद रूप से गुटेरेश का नाम चुना.
सदस्यों को इन उम्मीदवार के लिए अपनी पसंद बताने के लिए "हां", "नहीं" और "नहीं मालूम" के तीन विकल्प दिए गए थे.
पुर्तगाल के पूर्व प्रधानमंत्री के लिए "हां" के लिए 13, और "नहीं मालूम" के लिए दो मत पड़े.
संयुक्त राष्ट्र का अगला प्रमुख बनने के लिए गुटेरेश ने बुलगारिया के यूरोपीय संघ बजट कमिश्नर क्रिस्तालीना जार्जिएवा सहित नौ दूसरे उम्मीदवारों को हराया.
गुरुवार को संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद में उम्मीदवार के नाम की पुष्टि का औपचारिक मतदान होगा.
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इस बार किसी महिला के संयुक्त राष्ट्र महासचिव बनने की चर्चा रही
संयुक्त राष्ट्र संघ के मौजूदा महासचिव बान की मून 10 साल तक प्रमुख रहने के बाद जनवरी 2017 को अपना पद छोड़ रहे हैं.
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जानकारी के लिए बता दें कि एंटोनियो गुटेरेस का एक सफल और बेहतरीन राजनीतिक सफर रहा है. वे दो बार पुर्तगाल के प्रधानमंत्री रह चुके हैं. इसके बाद यूएन में उन्होंने सबसे पहले बतौर उच्चायुक्त काम किया है. उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान शरणार्थियों के लिए काफी कुछ किया है. अब जब उन्हें दोबारा महासचिव के पद के लिए चुन लिया गया है, ऐसे में सभी की उनसे उम्मीदें भी ज्यादा बढ़ गई हैं.संयुक्त राष्ट्र एक अंतरराष्ट्रीय संगठन है, जिसके उद्देश्य में उल्लेख है कि यह अंतरराष्ट्रीय क़ानून को सुविधाजनक बनाने के सहयोग, अन्तर्राष्ट्रीय सुरक्षा, आर्थिक विकास, सामाजिक प्रगति, मानव अधिकार और विश्व शांति के लिए कार्यरत है। संयुक्त राष्ट्र की स्थापना 24 अक्टूबर, 1945 को संयुक्त राष्ट्र अधिकार पत्र पर 50 देशों के हस्ताक्षर होने के साथ हुई। महासचिव संयुक्त राष्ट्र का सबसे प्रमुख अधिकारी होता है। इसकी नियुक्ति सुरक्षा परिषद की संस्तुति पर महासभा द्वारा 5 वर्ष के लिए की जाती है। वह दुबारा भी चुना जा सकता है। संयुक्त राष्ट्र अधिकारपत्र के अनुरूप, महासचिव अपनी सहायता के लिए दक्ष, योग्य और सत्यनिष्ठ कर्मचारियों का अंतर्राष्ट्रीय समूह खुद चुनता है। संयुक्त राष्ट्र के वर्तमान महासचिव एंटोनियो गुटेरेश है जो पुर्तगाल के हैं, जिन्होने 1 जनवरी 2017 को अपना कार्यकाल सँभाला है।
संयुक्त राष्ट्र के महासचिव के कर्तव्य:
महासचिव के कर्तव्य हैं अंतर्राष्ट्रीय संघर्षों को सुलझाना, शांतिरक्षा कार्यों का प्रबंध करना, अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित करना, सुरक्षा परिषद प्रस्तावों के कार्यान्वयन को जांचना और सदस्य सरकारों से बातचीत करना। 21 मार्च 2005 को, महासचिव कोफ़ी अन्नान ने सचिवालय में कई परिवर्तनों के प्रस्ताव रखे। उन्होने वैज्ञानिक सलाहकार को नियुक्त, शांतिरक्षा सहायता कार्यालय को स्थापित, निर्णय लेने के लिए मंत्रीमंडल को अनुबंधित और मध्यस्थता कार्यों को मजबूत आदि करने के इरादे घोषित किए।
संयुक्त राष्ट्र के महासचिव की शक्तियाँ:
महासचिव की शक्तियाँ किसी भी अन्य संयुक्त राष्ट्र अधिकारी की तुलना में अधिक होती है। वह सदस्य राष्ट्रों की सरकारों को सलाह दे सकता है तथा समस्याओं को सुलझाने में अपने पद से जुड़े प्रभाव का इस्तेमाल कर सकता है। वह संगठन की उपलब्धियों और समस्याओं से जुड़ा वार्षिक प्रतिवेदन महासभा के सामने प्रस्तुत करता है। महासचिव किसी विशेष क्षेत्र में विश्व शांति व सुरक्षा को खतरा पहुँचने वाले मामले पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का ध्यान भी आकर्षित कर सकता है। [ad336]