इसे सुनेंरोकेंकहते हैं कि शिवलिंग पर चढ़ा हुआ प्रसाद चण्डेश्वर का भाग होता है. चण्डेश्वर का अंश यानी शिवलिंग पर चढ़ा हुआ प्रसाद ग्रहण करना भूत-प्रेतों का अंश ग्रहण करना माना जाा है. इसलिए कहा जाता है कि शिवलिंग पर चढ़ा हुआ प्रसाद ग्रहण नहीं करना चाहिए. भगवान शिव का प्रसाद सभी पापों का नाश करता है.
शिव जी को क्या भोग लगाएं?
इसे सुनेंरोकेंशिवरात्रि की पूजा के दौरान शिव जी को दूध, दही, शहद, बेलपत्र, भांग, धतूरा, सफेद चंदन, मौसमी फल, गंगाजल, गाय का दूध, गाय का घी, सफेद फूल, गन्ने का रस, सफेद बूरा आदि चीजों को चढ़ाया जाता है.
भोलेनाथ का प्रसाद क्या है?
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इसे सुनेंरोकेंभगवान शिव को भांग और पंचामृत का नैवेद्य पसंद होता है। इसके अलावा उन्हें रेवड़ी, चिरौंजी और मिश्री भी चढ़ाई जाती है। सावन के महीने में भोले बाबा का व्रत रखकर उन्हें गुड़ चना और चिरौंजी का भोग लगाने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। जल, दूध, दही, शहद, घी, चीनी, ईत्र, चंदन, केसर, भांग।
शिव जी को कौन सी मिठाई पसंद है?
इसे सुनेंरोकेंमालपुआ भगवान शिव को बहुत पसंद होता है। ऐसे में अगर इस बार आप शिवरात्रि पर मालपुआ बनाने चाहते हैं, तो उसमें थोड़ा सा भांग का पाउडर मिला दें। इससे मालपुए का स्वाद भी बढ़ जाएगा और भोग में भांग भी शामिल हो जाएगी। शिवरात्रि आते-आते मौसम में थोड़ी गर्माहट भी आ जाती है।
क्या शाम को शिवलिंग पर जल चढ़ा सकते हैं?
इसे सुनेंरोकेंकी जी हां, शाम के समय भी शिवलिंग पर जल चढ़ाया जा सकता हैं.
शिवलिंग पर लोंग चढ़ाने से क्या होता है?
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इसे सुनेंरोकेंभोलेनाथ को अरहर दाल के पत्ते और अरहर की दाल चढ़ाना अत्यंत शुभ होता है। जो भी जातक शिवजी को नियमित रूप से अरहर दाल के पत्ते या फिर अरहर की दाल चढ़ाते हैं उनके जीवन में धन-ऐश्वर्य और सुख-समृद्धि की वृद्धि होती है। इसके अलावा दु:खों से भी राहत मिलती है।
शिव जी को क्या पसंद है?
इसे सुनेंरोकेंभगवान शिव तुरंत और तत्काल प्रसन्न होने वाले देवता हैं। इसीलिए उन्हें आशुतोष कहा जाता है। आइए जानते हैं भगवान शिव को प्रिय 11 ऐसी सामग्री जो अर्पित करने से भोलेनाथ हर कामना पूरी करते हैं। यह 11 सामग्री हैं : जल, बिल्वपत्र, आंकड़ा, धतूरा, भांग, कर्पूर, दूध, चावल, चंदन, भस्म, रुद्राक्ष …..
भगवान शिवजी को औघड़दानी कहा जाता है और शिव पूजा के लिए सोमवार का दिन सबसे सर्वोत्तम दिन माना जाता है। सोमवार के दिन शिव की सरल सी पूजा करने से भी प्रसन्न होते हैं। अगर किसी के जीवन में परेशानियां खत्म होने का नाम न ले रही हो तो शांत चित होकर शिव मंदिर में जाकर शिवलिंग पर इस चीज को चढ़ा कर का इस चीज से अभिषेक करने पर शिव कृपा से सारी समस्याएं दूर होने लगेगी।
सावन का महीना भगवान शिव को समर्पित है. इस पूरे महीने भगवान भोलेनाथ की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है. माना जाता है कि इन दिनों शिवलिंग पर बेलपत्र, धतूरा, चंदन और अक्षत चढ़ाने से शंकर भगवान जल्दी प्रसन्न होते हैं, वहीं कुछ चीजें भोलेनाथ को अर्पित करने की मनाही है. ऐसा कहा जाता है कि शिवलिंग पर ये चीजें चढ़ाने से शंकर भगवान नाराज हो सकते हैं. आइए जानते हैं क्या हैं ये चीजें.
सावन महीने की शुरुआत हो चुकी है. सावन को भगवान शिव का महीना माना जाता है. भगवान शिव अपने भक्तों पर जल्द प्रसन्न हो जाते हैं. उनकी पूजा के दौरान शिवलिंग अभिषेक और उस पर अर्पित की जाने वाले हर एक अलग चीज का अपना एक अलग महत्व होता हैं. आइए जानते हैं किस चीज को शिवलिंग पर चढ़ाने से मिलता है क्या फल.
जल-
मंत्रों का उच्चारण करते हुए शिवलिंग पर जल चढ़ाने से हमारा स्वभाव शांत और स्नेहमय होता है.
दूध-
शिव-शंकर को दूध अर्पित करने से स्वास्थ्य हमेशा अच्छा रहता है और बीमारियां दूर होती हैं.
इत्र-
शिवलिंग पर इत्र लगाने से विचार पवित्र और शुद्ध होते हैं. इससे हम जीवन में गलत काम करने से बचते हैं.
भांग-
औघड़-अविनाशी शिव को भांग चढ़ाने से हमारी कमियां और बुराइयां दूर होती हैं.
चंदन-
शिवजी को चंदन चढ़ाने से हमारा व्यक्तित्व आकर्षक होता है. इससे हमें समाज में मान-सम्मान और यश मिलता है.
दही-
पार्वती पति को दही चढ़ाने से स्वभाव गंभीर होता है और जीवन में आने वाली परेशानियां दूर होने लगती हैं.
चीनी (शक्कर)-
महादेव का शक्कर से अभिषेक करने से सुख और समृद्धि बढ़ती है. ऐसा करने से मनुष्य के जीवन से दरिद्रता चली जाती है.
केसर-
शिवलिंग पर केसर अर्पित करने से हमें सौम्यता मिलती है.
घी-
भगवान शंकर पर घी अर्पित करने से हमारी शक्ति बढ़ती है.
शहद-
भोलेनाथ को शहद चढ़ाने से हमारी वाणी में मिठास आती है.