टाइफाइड की बीमारी को आमतौर पर मोतीझरा और मियादी बुखार (आंत्र ज्वर) के नाम से भी जाना जाता है. यह रोग दुनिया भर में बैक्टीरिया के कारण होता है. यह रोग दूषित भोजन या पानी के उपयोग से होता है, जिसमे साल्मोनेला टाइफी बैक्टीरिया होता है या बैक्टीरिया से ग्रस्त व्यक्ति के नजदीकी संपर्क से भी होता है. औद्योगिक देशों में टाइफाइड ज्वर ज्यादा नहीं देखा जाता है, लेकिन यह उभरती हुई औद्योगिक देशों में सामान्य रूप से देखा जा सकता है, विशेष रूप से बच्चों के लिए यह एक गंभीर स्वास्थ्य जोखिम बना हुआ है. Show
आइए इस लेख के माध्यम से हम टाइफाइड में क्या नहीं खाना चाहिए इस बारे में जानकारी प्राप्त करें ताकि इस विषय में अपनी जानकारी बढ़ा सकें. कैसी होता है टाइफाइड? - Typhoid Kaise Hota Haiटाइफाइड साल्मोनेला टाइफीमुरियम संक्रमित व्यक्ति के मल के साथ सीधे संपर्क से लोगों के बीच फैलता है. कोई भी जानवर इस बीमारी का वाहक नहीं होता है, इसलिए टायफाइड हमेशा व्यक्ति से व्यक्ति में फैलता है. अगर टाइफाइड का इलाज नहीं किया जाता है, तो इस बीमारी से लगभग 4 में से 1 मामले में परिनाम मृत्यु पर समाप्त होती है. फिर भी अगर सही समय पर इलाज किया जाता है, तो मृत्यु दर 4 प्रतिशत से कम है. एक बार बैक्टीरिया मुंह के माध्यम से शरीर में प्रवेश करता है, तो यह एसटीफी बैक्टीरिया होस्ट की आंत में 1-3 सप्ताह तक रहता है. इसके बाद यह धीरे-धीरे संक्रमित रोगी के रक्त प्रवाह में अपना रास्ता बना देता है. इसके बाद यह मेजबान के अन्य टिश्यू और अंगों में फैलता है. रोगी की प्रतिरक्षा प्रणाली शायद एसटीफी बैक्टीरिया से लड़ सकती है, क्योंकि यह रोगी की कोशिकाओं के भीतर रहती है, मेजबान की प्रतिरक्षा प्रणाली से दूर हो जाती है. आहार से सम्बंधित परहेज - Typhoid Mein Kya Khana Chahiye Aur Kya Nhi
टाइफाइड में ध्यान रखने योग्य कुछ और बातें - Typhoid Mein Dhyan Dene Yogya Baate
33 people found this helpful टाइफाइड में जल्दी ठीक होने के लिए क्या खाएं?टाइफाइड को जल्द ही ठीक करना चाहते हैं तो फलों में केला, चीकू, पपीता, सेब, मौसमी, संतरे का सेवन करें। खाने में दाल, खिचड़ी, हरी सब्जियां पालक, पत्तागोभी, फूलगोभी, गाजर और पपीता खाएं। इस बीमारी में दही खाना बेहद फायदेमंद है। खांसी, जुकाम और जोड़ों के दर्द वाले लोग दही का सेवन नहीं करें।
टाइफाइड किसकी कमी से होता है?टाइफाइड एक गंभीर बीमारी है, यह साल्मोनेला एन्टेरिका सेरोटाइप टाइफी बैक्टीरिया से होता है! यह साल्मोनेला पैराटाइफी बैक्टीरियम से भी फैलता है! यह बैक्टीरिया पानी और खाने के जरिए लोगों के अन्दर जाता है और इसके द्वारा बहुत से लोगों में यह फ़ैल जाता है!
टाइफाइड को जड़ से खत्म करने के लिए क्या करें?लहसुन टाइफाइड बुखार से राहत पाने के लिए लहसुन का सेवन करना बहुत ही फायदेमंद माना जाता है। ... . लौंग टाइफाइड बुखार से राहत पाने के लिए लौंग का सेवन करना बहुत ही फायदेमंद माना जाता है। ... . तुलसी टाइफाइड बुखार से राहत पाने के लिए तुलसी का सेवन करना बहुत ही फायदेमंद माना जाता है। ... . टाइफाइड में क्या करना चाहिए क्या नहीं करना चाहिए?- टाइफाइड में रिफाइंड और प्रोसेस फूड खाने से बचना चाहिए. - घी, तेल और बेसन,मक्का, शक्करकंद, कटहल, भूरे चावल आदि का परहेज करें. - लाल मिर्च, मिर्च का सॉस, सिरका, गर्म मसाला, खटाई नहीं खानी चाहिए. - अंडे या गर्म चीजें नहीं खानी चाहिए.
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