दाद पर लहसुन लगाने से क्या होता है? - daad par lahasun lagaane se kya hota hai?

लिवर का स्वास्थ्य
लि वर शरीर का महत्त्वपूर्ण अंग है लेकिन बहुत अधिक लहसुन का सेवन करना इसके लिए हानिकारक हो सकता है। दरअसल, लहसुन में एंटी ऑक्सीडेंट्स की मात्रा अधिक होती है लेकिन इनकी अधिकता लिवर के लिए ठीक नहीं है। इसी तरह किसी भी मसाले या हर्ब का बहुत अधिक सेवन करने से लिवर संबंधी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।

कैंडिडा, टोरुलोप्सिस, ट्राइकोपीटन और क्रिप्टोकोकस जैसे कई फंगल संक्रमणों के इलाज के लिए लहसुन को अक्सर असरदार माना गया है। आप दाद वाली खुजली के उपचार में भी इसे आजमा सकते हैं। इसके लिए आपको ज्यादा कुछ नहीं करना है सिर्फ लहसुन को पीसना है और फिर उसमें नारियल के तेल की कुछ बूदें डालनी हैं।

इस पेस्ट को संक्रमित जगह पर लगाएं और करीब 2 घंटे के लिए छोड़ दें और फिर आप इसे धो सकते हैं। लेकिन अगर लगाने से आपको तेज चुभन और सूजन जैसा अहसास होता है तो तुरंत धो लें।

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​सेब का सिरका (Apple Cider Vinegar)

इसमें एंटी-फंगल के गुण पाए जाते हैं जो दाद के इलाज में मदद कर सकते हैं। एप्पल साइडर विनेगर कैंडिडा फंगल इंफेक्शन के इलाज में सहायक रहा है और कई लोग इसे दाद के फंगल इंफेक्शन के उपाय के रूप में लगाते हैं। लेकिन इसे डायरेक्ट इंफेक्शन पर एप्लाई करें बल्कि एक कॉटन पैड को सिरके में भिगो दें और धीरे-धीरे संक्रमित जगह पर लगाएं। अच्छे रिजल्ट के लिए आप सेब के सिरके को दिन में लगभग 3 बार लगा सकते हैं।

​एलोवेरा (Aloe Vera)

एलोवेरा (Aloe Vera) एक प्राकृतिक उपचार (Natural remedy) है जिसका उपयोग कई संक्रमणों और त्वचा की समस्याओं के इलाज के लिए किया जाता है। इसमें एंटी-फंगल और एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं जो त्वचा को ठीक करने में हमारी मदद कर सकते हैं।

एलोवेरा त्वचा को ठंडा करता है और संक्रमित वाली जगह के आसपास होने वाली जलन को कम करता है। अच्छे परिणाम के लिए आपको एलोवेरा जेल को पौधे से निकालकर दाद के फंगस पर दिन में 3-4 बार लगा सकते हैं। इसे लगाने से दा वाली जगह की सूजन भी कम हो जाएगी।

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​अजवायन का तेल (Oil of Oregano)

अजवायन में दो मजबूत एंटी-फंगल के घटक पाए जाते हैं, जैसे 'थाइमोल' और 'कार्वाकोल'। अजवायन का तेल स्किन पर होने वाले फंगल को फैलने से रोक सकता है। यह दाद के इलाज के लिए दवा के रूप में भी दिया जाता है। सबसे पहले अजवायन के तेल को हमेशा नारियल या किसी अन्य तेल में मिलाकर पतला करें ताकि यह आपकी त्वचा को किसी भी तरह से नुकसान न पहुंचाए। आप इसे दिन में तीन बार तक लगा सकते हैं।

डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।

​नारियल का तेल (Coconut Oil)

नारियल तेल हमारी सेहत के लिए कई से लाभकारी है और आयुर्वेदिक दवाओं में भी इसका उपयोग किया जाता है। इसमें फैटी एसिड होता है जो फंगल सेल्स को मारने में मदद करता है। दाद के इलाज के लिए इसका इस्तेमाल करने वाले लोगों ने इसे असरदार बताया है और अब तक इसका कोई दुष्प्रभाव भी नहीं दिखाई दिया।

संक्रमण के इलाज के लिए नारियल तेल का इस्तेमाल किया जा सकता है। आप संक्रमित त्वचा पर दिन में तीन बार नारियल का तेल लगा सकते हैं। वहीं, अगर आप इसे डेली लगाते हैं तो इससे आपकी स्किन पर फंगल इंफेक्शन होने के कम चांस होते हैं।

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​मुलेठी पाउडर (Powdered Licorice)

यह वास्तव में दाद के उपचार में मुलेठी को एक जड़ी बूटी के रूप में प्रयोग किया जाता है और कुछ अन्य फंगल संक्रमणों के इलाज के लिए दवा के रूप में भी माना जाता है। मुलेठी में एंटी-वायरल, एंटीफंगल, एंटी-माइक्रोबियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो त्वचा के लिए और फंगल इंफेक्शन को दूर करने के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं।

दाद एक फंगस होता है और ये एक इंसान से दूसरे में फैल जाते हैं। इसलिए जो व्‍यक्ति इससे परेशान होता है। उसे साफ सफाई का खास ध्यान रखना चाहिए। रिंगवार्म या दाद के कवक बंद कमरों, बिस्तर या पूल में मौजूद होते हैं। इसके अलावा यह तौलियों, कंघी, हेयर ब्रश और कपड़ो में भी चिपके होते हैं।

हल्दी

एंटीबैक्टीरियल गुणों से भरपूर होती है हल्दी। जो इस संक्रमण को बढ़ने से रोकती है। तो हल्दी में पानी मिलाकर गाढ़ा सा पेस्ट तैयार कर दाद वाली जगह पर लगाकर छोड़ दें, सूखने पर धो लें। बहुत जल्द इसका असर नजर आता है। 

टमाटर और नींबू

खूबसूरती बढ़ाने के अलावा दाद से छुटकारा दिलाने में भी टमाटर और नींबू का रस है बेहद कारगर, क्योंकि इसमें विटामिन सी पाया जाता है। जो स्किन से जुड़ी समस्याओं को दूर करता है और बचाता भी है। तो टमाटर के जूस का सेवन करें। और नींबू के रस के साथ इमली के बीज को पीस कर दाद पर लगाएं।

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नारियल तेल

नारियल तेल में माइक्रोबियल और एंटीफंगल तत्व होते है। बरसों से नारियल तेल का इस्तेमाल स्किन से जुड़ी समस्याओं में ही नहीं बल्कि दाद के इलाज में भी किया जाता रहा है। तो इस्तेमाल से पहले इसे हल्का गर्म कर लें और फिर प्रभावित जगह पर लगाएं। दिन में दो से तीन बार यूज करें।

नीम

नीम का तेल हो या इसकी पत्तियां का पेस्ट, दोनों ही दाद खत्म करने का सटीक इलाज हैं। आधे चम्मच नीम के पत्ते के पाउडर में एक चम्मच गर्म पानी मिलाकर पेस्ट बना लीजिए और इसे दाद पर लगाएं।

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लहसुन

लहसुन में एंटीफंगल गुण मौजूद होता है जो फंगल इंफेक्शन दूर करने में मदद करता है। लहसुन की दो से तीन कलियों का पेस्ट बनाएं। इसमें थोड़ा शहद और ऑलिव ऑयल भी मिला लें और दाद पर लगाएं। बेहद असरदार है ये नुस्खा।

लहसुन से दाद खुजली कैसे ठीक करें?

लहसुन का पेस्ट (Garlic Paste) आप दाद वाली खुजली के उपचार में भी इसे आजमा सकते हैं। इसके लिए आपको ज्यादा कुछ नहीं करना है सिर्फ लहसुन को पीसना है और फिर उसमें नारियल के तेल की कुछ बूदें डालनी हैं। इस पेस्ट को संक्रमित जगह पर लगाएं और करीब 2 घंटे के लिए छोड़ दें और फिर आप इसे धो सकते हैं।

दाद से हमेशा के लिए छुटकारा कैसे पाएं?

खूबसूरती बढ़ाने के अलावा दाद से छुटकारा दिलाने में भी टमाटर और नींबू का रस है बेहद कारगर, क्योंकि इसमें विटामिन सी पाया जाता है। जो स्किन से जुड़ी समस्याओं को दूर करता है और बचाता भी है। तो टमाटर के जूस का सेवन करें। और नींबू के रस के साथ इमली के बीज को पीस कर दाद पर लगाएं।

क्या लहसुन का पेस्ट दाद के लिए अच्छा है?

दाद की समस्या को दूर करने के लिए लहसुन का पेस्ट एक असरदार घरेलू नुस्खा है। लहसुन की कली को छीलकर पीस लें और पेस्ट बना लें। इस पेस्ट में दो बूंद नारियल का तेल डालें और दाद के ऊपर लगा लें। इसे डेढ़ से दो घंटे तक ऐसे ही लगा रहने दें।

दाद खाज खुजली का रामबाण इलाज क्या है?

गेंदे का फूल-गेंदे का फूल दाद, खाज जैसी बीमारी का रामबाण इलाज होता है। गेंदे में कई तरह की एंटी फंगल और एंटी-एलर्जिक क्वालिटी होती हैं जो दाद, खाज, खुजली जैसी प्रॉब्लम्स को जड़ से दूर कर देती है। लंबे टाइम से खाज-खुजली से परेशान हैं तो ये नुस्खा बड़े काम का है।

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