वर्ल्ड ट्रेड सेंटर न्यू यॉर्क के मैनहैटन में बने दो टावर रूपी इमारतों का जोड़ा था, जिसे आतंकवादी संगठन अल कायदा से जुड़े आतंकवादियों ने ११ सितंबर, २००१ को नष्ट कर दिया था। मूल वर्ल्ड ट्रेड सेंटर निचले मैनहट्टन, न्यूयॉर्क सिटी, संयुक्त राज्य अमेरिका में मील का पत्थर जुड़वां टावरों की विशेषता सात इमारतों के साथ एक जटिल था। जटिल 4 अप्रैल 1973 को खोला और 11 सितंबर के
हमलों के दौरान 2001 में नष्ट कर दिया था। पांच नए गगनचुंबी इमारतों और हमलों के हताहतों की संख्या के लिए एक स्मारक के साथ साइट पुनर्निर्माण किया जा रहा है। सितम्बर 2011 के रूप में, केवल एक गगनचुंबी इमारत चार से अधिक 2020 से पहले पूरा होने की उम्मीद के साथ पूरा हो चुका है। एक छठे टॉवर अभी भी पुष्टि का इंतजार कर रहा है बनाया जा. उनके पूरा होने के समय, मूल 1 और 2 के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर दुनिया में सबसे लंबे इमारतों थे, एम्पायर स्टेट बिल्डिंग, मैनहट्टन में भी श्रेष्ठ है। सन्दर्भ[स्रोत सम्पादित करें]वर्ष 1993 में भी आतंकियों ने वर्ल्ड ट्रेड सेंटर को निशाना बनाने की कोशिश की थी. उस समय यहां पर अंडरग्राउंड गैराज में एक ट्रक बम प्लांट किया गया था. जोरदार ब्लास्ट में सात मंजिलों को नुकसान पहुंचा था. उस समय छह लोगों की मौत हुई और करीब 1,000 लोग घायल हो गए थे.वर्ष 1993 में भी आतंकियों ने वर्ल्ड ट्रेड सेंटर को निशाना बनाने की कोशिश की थी. 11 सितंबर 2001 (9/11 terror Attack) को अमेरिका पर हुए आतंकी हमले को आज 20 पूरे हो गए हैं. ये वो आतंकी हमला था जिसने न सिर्फ अमेरिका बल्कि पूरी दुनिया को आतंकवाद के उस चेहरे से मिलवाया था जिससे उस समय भारत जूझ रहा था. 50 साल बाद भी अमेरिका इस दर्द को शायद ही भूला पाएगा. इन हमलों में न्यूयॉर्क स्थित वर्ल्ड ट्रेड सेंटर को प्रमुख तौर पर निशाना बनाया गया था. आइए आपको बताते हैं कि आखिर ऐसी क्या कमी रह गई थी इस खूबसूरत बिल्डिंग में जो यह गिर गई. एक के बाद एक विमानों ने ट्विन टावर पर हमला किया और कुछ ही घंटों में दोनों टावर्स ढह गए. न्यूयॉर्क के मैनहट्टन स्थित वर्ल्ड ट्रेड सेंटर सात बिल्डिंग्स का एक कॉम्प्लेक्स था जिसमें से ज्यादातर ऑफिस और कमर्शियल प्रयोग के लिए थीं. वर्ष 1970 की शुरुआत में इन बिल्डिंग्स का काम पूरा हुआ और वर्ष 1973 में इसे खोला गया. 1,300 फीट की ऊंचाई वाली ये इमारतें अमेरिका की शान बन गई थीं. इन्हें दुनिया की सबसे ऊंची बिल्डिंग माना जाता था. जेट फ्यूल की गर्मी नहीं झेल पाई बिल्डिंगवर्ष 1993 में भी आतंकियों ने वर्ल्ड ट्रेड सेंटर को निशाना बनाने की कोशिश की थी. उस समय यहां पर अंडरग्राउंड गैराज में एक ट्रक बम प्लांट किया गया था. जोरदार ब्लास्ट में सात मंजिलों को नुकसान पहुंचा था. उस समय छह लोगों की मौत हुई और करीब 1,000 लोग घायल हो गए थे. लेकिन दोनों टॉवर्स को कुछ नहीं हुआ था. एफबीआई ने बाद में हमले में शामिल सात आतंकियों को गिरफ्तार किया था. वर्ल्ड ट्रेड सेंटर को स्टील से तैयार किया गया था. इसकी डिजाइन ऐसी थी कि यह 200 मील प्रति घंटे से चलने वाली हवाओं का भी झेल सकता था. अगर कोई बड़ी आग लग जाती तो भी इस बिल्डिंग को कुछ नहीं होता. लेकिन यह बिल्डिंग जेट फ्यूल की गर्मी को झेल नहीं पाई थी. हालांकि कुछ लोग इसे मानने से इनकार कर देते हैं. ये ट्विन टावर पहले ऐसे स्क्राइस्क्रैर्प्स थे जिसमें लोकल और एक्सप्रेस एलीवेटर्स थे. हर टावर में 99 एलीवेटर्स जिसमें फ्रेट, लोकल और हाई स्पीड एलीवेटर्स शामिल थे. हर एलीवेटर में 10,000 पौंड की मोटर लगी हुई थी. कहा जाता है कि जिस समय नॉर्थ टावर पर हमला हुआ, उस समय भगदड़ मच गई थी. लिफ्ट के लिए मची भगदड़ में करीब 200 लोग मारे गए थे. कुछ लोग साउथ टावर में थे और जैसे ही दूसरी फ्लाइट ने हमला किया, लोग अंदर लिफ्ट में ही रह गए. बिजली काट दी गई थी और इस वजह से यह त्रासदी और ज्यादा भयानक हो गई थी. अमेरिका ने हमलों के बाद क्या किया9/11 के बाद अमेरिका ने होमलैंड सिक्योरिटी नामक एक डिपार्टमेंट बनाया. इस डिपार्टमेंट का काम सिक्योरिटी एजेंसियों के साथ मिलकर आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई करना है. इसके अलावा एयरपोर्ट पर यात्रियों की स्क्रीनिंग प्रक्रिया को बढ़ाया गया और दुनिया के बाकी देशों के बीच इंटेलीजेंस शेयरिंग को और मजबूत बनाया गया. जिस जगह पर वर्ल्ड ट्रेड सेंटर था उस जगह पर एक नेशनल सितंबर 11 मेमोरियल और म्यूजियम बनाया गया है. इसके अलावा एक 1,776 फीट ऊंचा एक वर्ल्ड ट्रेड सेंटर भी मौजूद है. कुछ और बिल्डिंग्स भी जल्द ही इस जगह पर होंगी. पेंटागन में भी एक मेमोरियल बनाया गया और इस मेमोरियल के अंदर उन पीड़ितों को श्रद्धांजलि दी गई है जो हमले में मारे गए थे. वहीं पेंसिलवेनिया में भी एक मेमोरियल मौजूद है. यह भी पढ़ें-तालिबान के कब्जे के बाद काबुल इंटरनेशनल एयरपोर्ट से रवाना हुई पहली फ्लाइट, कतर पहुंचे विदेशी नागरिक वर्ल्ड ट्रेड सेंटर की ऊंचाई कितनी थी?वर्ल्ड ट्रेड सेंटर. वर्ल्ड ट्रेड सेंटर कब ध्वस्त हुआ?अमेरिका में 11 सितंबर 2001 को हुए आतंकवादी हमले को आज 20 साल पूरे गए हैं। इस हमले में हजारों को लोगों की मौत हुई थी और 40 अरब अमेरिकी डॉलर का नुकसान हुआ था। आतंकियों द्वारा किए गए इस अटैक में न्यूयॉर्क शहर में स्थित वर्ल्ड ट्रेड सेंटर (WTC) की दो गगनचुंबी इमारतें पूरी तरह ध्वस्त हो गई थी।
9 11 में कितने लोग मारे गए थे?इन हमलों में लगभग 3,000 लोग तथा 19 अपहरणकर्ता मारे गए। न्यूयॉर्क राज्य स्वास्थ्य विभाग के अनुसार जून, 2009 तक अग्निशामकों एवं पुलिस कर्मियों सहित, 836 आपातसेवक मारे जा चुके हैं। वर्ल्ड ट्रेड सेन्टर पर हुए हमले में मारे गए 2,752 पीड़ितों में से न्यूयॉर्क शहर तथा पोर्ट अथॉरिटी के 343 अग्निशामक और 60 पुलिस अधिकारी थे।
वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर आतंकवादियों द्वारा आक्रमण की तिथि क्या थी?11 सितंबर 2001 को अमेरिका में आतंकी हमला हुआ था. आतंकियों ने वर्ल्ड ट्रेड सेंटर से दो विमानों को भिड़ा दिया था. इस हमले में 3000 लोगों की जान गई थी.
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