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कौन हैं दुनिया के चार बड़े कृषि उत्पादकभारत दुनिया के चार बड़े कृषि उत्पादकों में जरूर है लेकिन अमेरिका, चीन और ब्राजील के किसान कहीं ज्यादा खुशहाल हैं
दुनिया में कुछ ही देश हैं, जो जरूरत से ज्यादा
अन्न और खाद्य पदार्थपैदा करते हैं. ये देश इतना अनाज और अन्य चीजें इतनी ज्यादा पैदा करते हैं कि यूरोप के सारे देश मिलकर भी उतनी पैदावार नहीं उगा पाते. एक जमाना था जबकि भारत की पैदावार अमेरिका से भी ज्यादा होती थी लेकिन भारत के पैदावार की बहुत कुछ खपत देश के अंदर ही हो जाती है. अमेरिका ये भी पढ़ें - मिग-29 के अपग्रेड होने से क्यों उड़ गई हैं पाकिस्तान की नींद अमेरिका का कृषि क्षेत्र अत्याधुनिक मशीनों से लैस है, जिसके चलते देश खादयान्न उत्पादन का बड़ा हब है. अमेरिका के कृषि मंत्रालय के आंकड़ों मुताबिक देश की कुल जीडीपी में कृषि का योगदान महज एक फीसदी है. वहीं 1.3 फीसदी लोग ही रोजगार के लिए इस निर्भर करते हैं. अमेरिका दुनिया में मक्के का सबसे बड़ा उत्पादक है. वहीं गेहूं उत्पादन में इसका दुनिया में तीसरा स्थान है. अमेरिका के खेत आधुनिक सुविधाओं और उपकरणों से कहीं ज्यादा लैस हैंअमेरिका में किसानों की आय पिछले सालों की तुलना में इस बार कम है लेकिन वो काफी समृद्ध स्थिति में हैं. चीन ये भी पढ़ें - जानिए, दुनिया की चौथी सबसे बड़ी एयरफोर्स IAF की ताकत चीन के पूर्वी और दक्षिणी इलाकों की मिट्टी खासी उपजाऊ है. चीन खेतों की जुड़े मजदूरों की संख्या 31 करोड़ के आसपास है. चीन की सरकार अपने किसानों को हर तरह का सहयोग देती है चीन में चावल, गेहूं, आलू, प्याज, हरी बीन्स ब्रोकली, पालक, गाजर,
कद्दू, टमाटर, अंगूर, सेब, तरबूजा आदि की जबरदस्त पैदावार होती है. इन सबकी पैदावार में वो दुनिया में सबसे ऊपर है. ये भी पढ़ें - किस तरह गांधीजी की अनिच्छा के बाद भी सबसे छोटे बेटे ने की लवमैरिज ब्राजील ब्राजील में खेती में आधुनिक तौरतरीकों का तो इस्तेमाल होता ही है. वहां के किसान आमतौर पर समृद्ध हैंदक्षिण अमेरिकी देश ब्राजील की जीडीपी में कृषि की हिस्सेदारी महज 5.6 फीसदी तो है लेकिन कृषि आधारित उद्योगों का हिस्सा तरीबन 23.5 फीसदी है. यह आंकड़े देश की प्रमुख कृषि संगठन सीएनए के हैं बीते सालों में यहां कृषि आधारित उद्योगों में बहुत तेजी आई है. ब्राजील की 15 फीसदी आबादी रोजगार के लिए कृषि पर निर्भर करती है. ब्राजील में भी किसानों की हालत काफी बेहतर है. साथ ही ब्राजील का खेती से जुड़ा प्रस्संकरण उद्योग अमेरिका की ही तरह खासा मजबूत है. ये भी पढ़ें - 90 फीसदी वेतन दान करने वाले 95 साल के धर्मपाल महाशय की दस खास बातें भारत भारत में किसान नाराज हैं. एक साल में तीन बार किसान तीन बड़े आंदोलन कर चुके हैंभारत में कृषि की हालत लगातार खराब होती जा रही है, हालांकि अब भी देश की अर्थव्यवस्था में कृषि की भूमिका अहम बनी हुई है. साल 2017-18 के आर्थिक सर्वेक्षण के मुताबिक देश की कुल जीडीपी में कृषि का हिस्सा लगभग 16 फीसदी का है. साथ ही करीब 49 फीसदी लोग रोजगार के लिए इस पर निर्भर करते हैं. भारत में किसानों की हालत असंतोषजनक है. किसानों का मानना है कि मौजूदा सिस्टम में वो अपनी उपज से बहुत ज्यादा कमाई नहीं कर पाते. कई इलाकों में तो किसान जितना पैसा बुआई में लगाता है, वो धन भी नहीं निकाल पाता. ये भी पढ़ें - जब सरदार पटेल के बड़े भाई ने नेताजी सुभाष बोस के नाम कर दी थी अपनी वसीयत ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी| Tags: Agriculture ministry, Agriculture producers, Brazil, China, India, India agriculture, United States (US) FIRST PUBLISHED : October 08, 2018, 16:07 IST विश्व में कृषि प्रधान देश कौन सा है?गेहूं, चावल और आलू के उत्पादन में चीन का दुनिया में पहला स्थान है. चीन में पिछले कुछ सालों में किसानों की आय लगातार बढी हैं. ब्राजील हमेशा से कृषि उत्पादक देश रहा है.
दुनिया का सबसे बड़ा कृषि भूमि क्षेत्र कौन सा है?Solution : नवीनतम सीआईए वर्ल्ड फैक्टबुक के अनुसार, भारत में दुनिया में सर्वाधिक कृषि योग्य भूमि क्षेत्र (1.753,694 वर्ग किमी) है। इसके बाद यूएसए (1,652,028 वर्ग किमी.) और चीन (1.084,461 वर्ग किमी) का स्थान आता है। खेती योग्य भूमि क्षेत्र (1,891,761 वर्ग किमी) के मामले में भी भारत पहले स्थान पर है।
विश्व में सबसे ज्यादा अनाज कौन से देश में होता है?चीन 582,660,863 टन प्रति वर्ष उत्पादन मात्रा के साथ दुनिया का सबसे बड़ा अनाज उत्पादक है। संयुक्त राज्य अमेरिका 475,983,881 टन वार्षिक उत्पादन के साथ दूसरे स्थान पर आता है। इंडोनेशिया 97,667,060 के साथ 5 वें स्थान पर है।
भारत का विश्व में अनाज उत्पादन में कौन सा स्थान है?इस साल जीएचआई रैंकिंग मानने वाले 116 देशों में से भारत का स्थान फिसलकर 101 पर आ गया है, पिछले साल 2020 में देश 94वें स्थान पर था। यहां तक कि दक्षिण एशिया में भारत के पड़ोसी देशों - श्रीलंका (65 रैंकिंग), बांग्लादेश (76), नेपाल (77) और पाकिस्तान (92) ने भी भारत से बेहतर प्रदर्शन किया है।
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