Vishwakarma Puja 2022 मान्यताओं के अनुसार भगवान विश्वकर्मा ने सृष्टि की रचना के समय भगवान ब्रह्मा की मदद की थी। इन्होंने ही संसार का मानचित्र तैयार किया था। ये वास्तुकला के अद्वितीय गुरु हैं इसलिए आज के दिन वास्तु दिवस भी मनाया जाता है। Show
नई दिल्ली, Vishwakarma Puja 2022: भगवान विश्वकर्मा को संसार का पहला इंजीनियर भी माना जाता है। मान्यताओं के अनुसार, भगवान विश्वकर्मा ने सृष्टि की रचना के समय भगवान ब्रह्मा की मदद की थी। इन्होंने ही संसार का मानचित्र तैयार किया था। ये वास्तुकला के अद्वितीय गुरु हैं, इसलिए आज के दिन वास्तु दिवस भी मनाया जाता है। विश्वकर्मा पूजा के अवसर पर औजारों, मशीनों, उपकरणों, कलम, दवात आदि की पूजा की जाती है। माना जाता है कि अगर व्यक्ति के ऊपर भगवान विश्वकर्मा की कृपा है, तो बिजनेस में तरक्की और उन्नति जरूर मिलती है। आइए जानते हैं कि भगवान विश्वकर्मा की पूजा किस विधि से करें, साथ ही जानिए शुभ मुहूर्त। विश्वकर्मा पूजा का शुभ मुहूर्त ( Vishwakarma Puja 2022 Shubh Muhurat)विश्वकर्मा पूजा का शुभ मुहूर्त- 17 सितंबर को सुबह 07 बजकर 39 मिनट से सुबह 09 बजकर 11 मिनट तक दूसरा शुभ समय- दोपहर 01 बजकर 48 मिनट से दोपहर 03 बजकर 20 मिनट तक तीसरा शुभ समय- दोपहर 03 बजकर 20 मिनट से शाम 04 बजकर 52 मिनट तक विश्वकर्मा पूजा पर बन रहे हैं खास योगइस साल विश्वकर्मा पूजा पर एक से बढ़कर एक शुभ योग बन रहे है, जिसका असर हर व्यक्ति के जीवन पर पड़ेगा। इस दिन एक नहीं बल्कि 4 शुभ योग बन रहे हैं। सर्वार्थ सिद्धि योग- सुबह 06 बजकर 07 मिनट से दोपहर 12 बजकर 21 मिनट तक द्विपुष्कर योग - दोपहर 12 बजकर 21 मिनट से दोपहर 02 बजकर 14 मिनट तक रवि योग- सुबह 6 बजकर 7 मिनट से दोपहर 12 बजकर 21 मिनट तक अमृत सिद्धि योग- सुबह 6 बजकर 6 मिनट से दोपहर 12 बजकर 21 मिनट तक विश्वकर्मा पूजा 2022 पूजन विधि (Vishwakarma Puja 2022 Pujan vidhi)
ऊँ आधार शक्तपे नम: ऊँ कूमयि नम: ऊँ अनन्तम नम: ऊँ पृथिव्यै नम:।
Pic Credit- Freepik डिसक्लेमर इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी। Edited By: Shivani Singh Vishwakarma Puja 2022 Samagri: विश्वकर्मा पूजा के लिए ये हैं 3 शुभ मुहूर्त, पूजन सामग्री और महत्व. Vishwakarma Puja 2022 Date Time and Samagri: विश्वकर्मा जयंती हर साल 17 सितंबर को मनाई जाती है. इस बार भी विश्वकर्मा जयंती (Vishwakarma Jayani) 17 सितंबर, शनिवार को मनाई जाएगी. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कन्या संक्रांति (Kanya Sankranti) के दिन जगत के पहले शिल्पकार, वास्तुकार भगवान विश्वकर्मा की पूजा (Vishwakarma Puja) की जाती है. विश्वकर्मा जयंती के दिन लोग अपने फैक्टरी, संस्थान में पूजा करने के अलावा औजारों और मशीनों की भी पूजा करते हैं. पौराणिक मान्यता है कि भगवान विश्वकर्मा (Vishwakarma) ने ही देवताओं के अस्त्र, शस्त्र, भवन, पुष्पक विमान और स्वर्ग लोग का निर्माण किया. आइए जानते हैं कि विश्वकर्मा पूजा के लिए शुभ मुहूर्त और पूजन सामग्री क्या है. यह भी पढ़ेंविश्वकर्मा जयंती शुभ मुहूर्त | Vishwakarma Jayanti 2022 Shubh Muhurat
Shukra Ast 2022: शुक्र देव सिंह राशि में हुए अस्त, इन 4 राशियों के लिए फायदेमंद तो इन 8 के लिए मुश्किल! विश्वकर्मा पूजा के लिए सामग्री | Vishwakarma Puja Samagri Listसुपारी, रोली, पीला अष्टगंध चंदन, हल्दी, लौंग, मौली, लकड़ी की चौकी, पीला कपड़ा, मिट्टी का कलश, नवग्रह समिधा, जनेऊ, इलायची, इत्र, सूखा गोला, जटा वाला नारियल, धूपबत्ती, अक्षत, धूप, फल, मिठाई, बत्ती, कपूर, देसी घी, हवन कुण्ड, आम की लकड़ी, दही, फूल विश्वकर्मा पूजा का महत्व | Vishwakarma Puja Importanceपौराणिक ग्रंथों के मुताबिक भगवान विश्वकर्मा, ब्रह्मा जी के मानस पुत्र हैं. कहा जाता है कि भगवान विश्वकर्मा की पूजा करने से इंजीनियर, मिस्त्री, वेल्डर, बढ़ई, जैसे लोग अधिक कुशल बनते हैं. इनके अंदर शिल्प कला का विकास होता है. इसके साथ ही कारोबार में वृद्धि होती है. धार्मिक मान्यता के अनुसार, भगवान विश्वकर्मा संसार के पहले बड़े इंजीनियर हैं. यही वजह है कि विश्वकर्मा पूजा के दिन लोग दुकान, वर्कशॉप, फैक्ट्री में यंत्रों और औजारों की पूजा करते हैं. ताकि काम में किसी प्रकार की रुकावटें ना आएं. कहा जाता है कि भगवान विश्वकर्मा ने स्वर्ग लोक, सोने की लंका, द्वारिका और हस्तिनापुर का निर्माण किया था. Shardiya Navratri 2022: शारदीय नवरात्रि में ऐसे करें घटस्थापना, जानें शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और मंत्र (Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.) अनंत चतुर्दशी आज, मुंबई में गणपति विसर्जन की धूमविश्वकर्मा पूजा कब है 2022 शुभ मुहूर्त?हिंदू पंचांग के अनुसार 17 सितंबर को विश्वकर्मा पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 07 बजकर 35 मिनट से सुबह 09 बजकर 10 मिनट तक रहेगा।
विश्वकर्मा पूजा का सही समय क्या है?हर साल कन्या संक्रांति के दिन भगवान विश्वकर्मा की जाती है और इस साल यह पूजा 17 सितंबर 2022, शनिवार के दिन है. इस दिन पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 7 बजकर 36 मिनट पर शुरू होगा और रात 9 बजकर 38 मिनट तक रहेगा. विश्वकर्मा पूजा के दिन सुबह 11 बजकर 51 मिनट से लेकर 12 बजकर 40 मिनट तक अभिजित मुहूर्त रहेगा.
विश्वकर्मा पूजा कितना बजे से कितना बजे तक है?विश्वकर्मा पूजा शुभ मुहूर्त 2022-
विश्वकर्मा पूजा का शुभ मुहूर्त- 17 सितंबर को सुबह 07 बजकर 39 मिनट से सुबह 09 बजकर 11 मिनट तक रहेगा। इसके बाद दूसरा शुभ समय दोपहर 01 बजकर 48 मिनट से दोपहर 03 बजकर 20 मिनट तक रहेगा। दोपहर 03 बजकर 20 मिनट से शाम 04 बजकर 52 मिनट तक शुभ समय रहेगा।
विश्वकर्मा पूजा पर क्या नहीं करना चाहिए?विश्वकर्मा पूजा के दिन न करें ये काम. विश्वकर्मा पूजा के दिन औजारों, मशीन और उपकरणों की पूजा अर्चना करना चाहिए। ... . विश्वकर्मा पूजा के दिन औजारों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए क्योंकि भगवान विश्वकर्मा को देवताओं का शिल्पकार माना जाता है।. इस दिन मांस-मंदिरा से दूर रहना चाहिए वरना आपके रोजगार और व्यापार पर बुरा असर पड़ सकता है।. |