विधानवाचक वाक्य कौन सा होता है? - vidhaanavaachak vaaky kaun sa hota hai?

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से

नेविगेशन पर जाएँ खोज पर जाएँ

जिन वाक्यों में किसी क्रिया के करने या होने का सामान्य रूप बोध हो, उन्हें विधानवाचक वाक्य कहते हैं।

उदाहरण[संपादित करें]

  1. सूर्य गर्मी देता है।
  2. वह शिमला गया होगा।
  3. भारत हमारा देश है।
  4. वह बालक है।
  5. हिमालय भारत के उत्तर दिशा में स्थित है।
  6. राम ने खाना का लीया|
व्यख्याउपरोक्त वाक्योँ में सूर्य का गर्मी देना, हिन्दी का आधिकारिक भाषा होना आदि कार्य हो रहे हैं और किसी के (देश तथा बालक) होने का बोध हो रहा है।

सन्दर्भ[संपादित करें]

बाहरी कड़ियाँ[संपादित करें]

विधानवाचक वाक्य का उदाहरण कौन सा है?

सूर्य गर्मी देता है। वह शिमला गया होगा। भारत हमारा देश है। वह बालक है।

विधानार्थी वाक्य कौन से होते हैं?

वे वाक्य जिनसे किसी बात या कार्य के होने का बोध होता है, विधानार्थक वाक्य कहलाते हैं। राजा बाज़ार गया। जिनसे किसी बात या कार्य के न होने अथवा इनकार किए जाने का बोध होता है, निषेधवाचक वाक्य कहलाते हैं। कल नेहा घर नहीं गयी थी।

विधानवाचक वाक्य का दूसरा नाम क्या है?

विधानवाचक वाक्य को दूसरे शब्दों में विधि वाचक वाक्य भी कहा जाता है।

निषेधवाचक वाक्य कौन सा है?

एक ऐसा सन्देश जो किसी काम को न करने का आदेश दे रहा हो (वाक्य में नकारात्मक हो) वह निषेधवाचक वाक्य कहलाता है। इन वाक्यों में प्रायः न, नहीं या मत जैसे शब्दों का प्रयोग किया जाता है।