Show Solution : उत्पादों के मानकीकरण के अंतर्गत सरकार उत्पादों के लिए न्यूनतम मानक को बनाए रखने के लिए आग्रह करती है। यह वस्तुओं के उत्पादन, वितरण तथा बिक्री के मानक, निर्धारित करती है। न्यूनतम मानक बनाए रखने के लिए सरकार ने विभिन्न संस्थाओं की स्थापना की है। <br> (i) उत्पादों की मानकता के माध्यम से सरकार उपभोक्ताओं को वस्तुओं की गुणवत्ता की कमी तथा वस्तुओं के विभिन्न मानकों से बचाना चाहती है। <br> (ii) वस्तुओं की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए सरकार ने दो एजेंसियों की स्थापना की है। <br> (क) भारतीय मानक संस्थान (BIS)-बी० आई० एस० का प्रमुख उत्तरदायित्व वैज्ञानिक आधार पर औद्योगिक व उपभोक्ता सामान के मानक निध रित करना है। साथ ही यह उन वस्तुओं को प्रमाणित भी करता है जो निर्धारित मापदंड पर खरे उतरते हैं। <br> (ख) एगमार्क (AGMARK)-एगमार्क खेती के उत्पाद कानून (1937) जिसे 1986 में संशोधित किया गया है, के अंतर्गत कार्य करता है। यह स्कीम भारत सरकार को कृषि मंत्रालय के अधीन मार्केटिंग एवं इंटेलिजेंस निदेशालय (डी० एम० आई०) द्वारा संचालित होती है। शुद्ध मसाले जैसी वस्तुओं पर यह चिह्न होता है। वस्तुओं के मानकीकरण का क्या अर्थ हैं विभिन्न उत्पादों के मानकीकरण को प्रतीक?इसे सुनेंरोकेंमानकीकरण का अर्थ – उत्पादों की गुणवत्ता के लिए मानक निर्धारित करना माल का मानकीकरण कहलाता है। बाजार में कई तरह के सामान उपलब्ध हैं, लेकिन शोषण से बचने के लिए उपभोक्ता को हमेशा मानकीकृत सामान ही खरीदना चाहिए।
मानकीकरण चिन्ह क्या होता है?आईएसआई (भारतीय मानक ब्यूरो का पिछला नाम), भारत में औद्योगिक उत्पादों के लिए एक प्रमाणीकरण चिह्न है। भारत में बेचे जाने वाले उत्पादों को प्रमाणित करने के लिए आईएसआई चिन्ह अनिवार्य है। आईएसआई संस्थान 6 जनवरी, 1947 को अस्तित्व में आया।
मानकीकरण क्या है भारत में?Answer: मानकीकरण - तकनीकी मानकों का विकास करना एवं उन पर सहमत होना मानकीकरण कहलाता है।
मानकीकृत चिन्ह वाले उत्पादों को खरीदना महत्वपूर्ण क्यों है?जिन उत्पादों पर एगमार्क लगा हो, उनके बारे में उम्मीद की जाती है कि ये उत्पाद कुछ निर्धारित मानकों पर खरे उतरते हैं. एगमार्क शुद्ध रूप से खाद्य पदार्थों से जुड़ा हुआ प्रमाण चिन्ह है जो खाद्य वस्तुओं जैसे दालें, अन्न, आवश्यक खाद्य तेल, फल और सब्जियों आदि की शुद्धता को सुनिश्चित करता है.
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