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Edited by Vineet Tripathi | नवभारत टाइम्स | Updated: Jun 25, 2022, 11:54 AM News about आपातकाल: रामलीला मैदान की 25 जून, 1975 की रैली का जिक्र आते ही जेहन में उन तमाम रैलियों और अन्य सभाओं का ख्याल आने लगता है जिनके आयोजन ने इसे अलग स्थान दिलाया है। रामलीला मैदान में स्थायी मंच 1962 में ही बना। दरअसल ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ भारत के दौरे पर आई थीं।हाइलाइट्स
कैसे पुलिस को चकमा दिया था अरुण जेटली ने रामलीला मैदान की यादगार सभाएं Navbharat Times News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म... पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐप लेटेस्ट न्यूज़ से अपडेट रहने के लिए NBT फेसबुकपेज लाइक करें रेकमेंडेड खबरें
देश-दुनिया की बड़ी खबरें मिस हो जाती हैं?धन्यवाद25 जून 1975 को क्या हुआ?25 जून 1975 को भारत में आपातकाल के ऐलान के साथ ही सबसे पहले प्रेस पर सेंसरशिप लागू कर दिया गया. इंदिरा गांधी के छोटे बेटे संजय गांधी के आदेश पर देश में नसबंदी कार्यक्रम की शुरुआत की गई. नागरिकों के सभी मौलिक अधिकारों को समाप्त कर दिया गया. सरकार के खिलाफ आवाज उठाने वाले राजनेताओं को जेल में डाला जाने लगा.
1975 में आपातकाल का कारण क्या है?1975. 12 जून 1975 को इंदिरा गांधी को इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने दोषी पाया और छह साल के लिए पद से बेदखल कर दिया। इंदिरा गांधी पर वोटरों को घूस देना, सरकारी मशीनरी का गलत इस्तेमाल, सरकारी संसाधनों का गलत इस्तेमाल जैसे 14 आरोप सिद्ध हुए लेकिन आदतन श्रीमती गांधी ने उन्हें स्वीकार न करके न्यायपालिका का उपहास किया ।
1975 में आपातकाल के समय भारत के राष्ट्रपति कौन थे?25 जून 1975 को लागू इमरजेंसी (Emergency) का जिक्र होते ही तत्कालीन राष्ट्रपति फखरुद्दीन अली अहमद (Fakhruddin Ali Ahmed) भी याद किए जाते हैं.
25 जून को क्या बनाया जाता है?इस दिन तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने भारत में आपातकाल लगाने की घोषणा की थी। 25 जून 1975 से 21 मार्च 1977 तक की 21 महीने की अवधि में भारत में आपातकाल लगा था।
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