3 अभिलेखीय अभिलेखों के संरक्षण और बहाली के लिए अपनाई गई विधियों पर चर्चा करें - 3 abhilekheey abhilekhon ke sanrakshan aur bahaalee ke lie apanaee gaee vidhiyon par charcha karen

आयोग को अभिलेखों के अनुरक्षण, प्रबंधन और विनाश से संबंधित अपनी पद्धतियों में आवश्यक परिवर्तन करने और कतिपय सूचना या सूचना के प्रवर्गों को प्रकाशित करने के लिए लोक प्राधिकारियों को निर्देश देने की शक्ति है। धारा 19(8) नीचे दिया गया है:
19(8) अपने विनिश्चय में, यथास्थिति, केन्द्रीय सूचना आयोग या राज्य सूचना आयोग को निम्नलिखित की शक्ति है—

(क) लोक प्राधिकरण से ऐसे उपाय करने की अपेक्षा करना, जो इस अधिनियम के उपबंधों का अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक हो, जिनके अंतर्गत निम्नलिखित भी हैं:--

i. सूचना तक पहुंच उपलब्ध कराना, यदि विशिष्ट प्ररूप में ऐसा अनुरोध किया गया है;

ii. यथास्थिति, केन्द्रीय लोक सूचना अधिकारी या राज्य लोक सूचना अधिकारी को नियुक्त करना;

iii. कतिपय सूचना या सूचना के प्रवर्गों को प्रकाशित करना;

iv. अभिलेखों के अनुरक्षण, प्रबंध और विनाश से संबंधित अपनी पद्धतियों में आवश्यक परिवर्तन करना;

v. अपने अधिकारीयों के लिए सूचना के अधिकार के संबंध में प्रशिक्षण के उपबंध को बढ़ाना;

vi. धारा 4 की उपधारा (1) के खंड (ख) के अनुसरण में अपनी एक वार्षिक रिपोर्ट उपलब्ध कराना;

(ख) लोक प्राधिकारी से शिकायतकर्ता को, उसके द्वारा सहन की गई किसी हानि या अन्य नुकसान के लिए प्रतिपूरित करने की अपेक्षा करना;

(ग) इस अधिनियम के अधीन उपबंधित शास्तियों में से कोई शास्ति अधिरोपित करना;

(घ) आवेदन को नामंजूर करना।

अभिलेखीय रिकॉर्ड के लिए संरक्षण कार्य कैसे किया जाता है?

अभिलेखों के संरक्षण के उपचारात्माक पहलू में स्थाकयी महत्व् के भुरभुरे, नाजुक और अम्लीकय अभिलेखों को ठीक करना शामिल है जिससे कि वि-अम्ली्करण नामक प्रक्रिया का प्रयोग करके इस विभाग में रखी गई अभिलेखीय विरासत की क्षति को कम किया जा सके।

अभिलेख संरक्षण क्या है?

पुनरूद्धार संरक्षण जिसे दस्‍तावेज को नवजीवन देने के लिए प्रयुक्‍त किया जाता है, का स्‍वरूप अभिलेख की भौतिक अवस्‍था पर निर्भर है तथा राष्‍ट्रीय अभिलेखागार में की जा रही सभी उपर्युक्‍त प्रक्रियाओं में प्रत्‍येक सामग्री के लिए निर्धारित अभिलेखीय विशिष्‍टता के अनुसार इन प्रक्रियाओं के करने के लिए प्रयोग की जाने वाली ...

अभिलेख कितने प्रकार के होते हैं?

अतः इस बात को हमेश ध्यान में रखा जाय कि अनावश्यक अभिलेखों को नष्ट कर दिया जाय ताकि आवश्यक अभिलेखों के लिये स्थान उपलब्ध होता रहे।

अभिलेखागार क्या है इतिहास लेखन में अभिलेखागार के महत्व का परीक्षण कीजिए?

अभिलेखागार सार्वजनिक अथवा वैयक्तिक अभिलेखों, पांडुलिपियों, मानचित्रों, पुस्तकों आदि को संरक्षित रखने का एक स्थान है। यह अनमोल कृतियों, पांडुलिपियों और पुरातात्विक महत्व की सामग्रियों को सुरक्षित रखने के लिए बनाया जाता है। अभिलेखागार में वे सभी वस्तुएं और कृतियां मिलेंगी जिनका पुरातात्विक और ऐतिहासिक महत्व होता है।