8 मई को मदर्स डे क्यों मनाया जाता है? - 8 maee ko madars de kyon manaaya jaata hai?

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मदर्स डे आने वाला है. हर साल मई के दूसरे रविवार को ये पर्व मनाया जाता है. विभिन्न देशों में इस पर्व को अलग अलग तरीकों से मनाया जाता है. यहां जानिए भारत समेत देश के अन्य हिस्सों में इस दिन को सेलिब्रेट करने के तरीके.

8 मई को मदर्स डे क्यों मनाया जाता है? - 8 maee ko madars de kyon manaaya jaata hai?

मदर्स डे 2022

Image Credit source: pixabay.com

हर साल मई के दूसरे रविवार को मदर्स डे मनाया जाता है. ये दिन मां के त्याग, समर्पण और प्रेम के प्रति आभार प्रकट करने का दिन है. कहा जाता है कि मदर्स डे (Mothers Day) की शुरुआत एना जॉर्विस नाम की एक अमेरिकन महिला ने की थी. वे अपनी मां (Mother) से बेहद प्यार करती थीं. मां के निधन के बाद उन्होंने विवाह न करने का फैसला लिया और अपना जीवन मां को समर्पित कर दिया. एना के मन में मदर्स डे मनाने का पहला विचार लगभग साल 1908 के आसपास आया था, लेकिन औपचारिक रूप से इस दिन की शुरुआत 9 मई 1914 से हुई. तब से हर साल मई माह के दूसरे रविवार को मदर्स डे मनाया जाता है. दुनियाभर के तमाम हिस्सों में मदर्स डे अलग अलग तरीकों से मनाया जाता है. भारत में भी बीते कुछ वर्षों से ये दिन काफी प्रचलित हो चुका है. इस साल मदर्स डे 8 मई 2022 (Mothers Day 2022 Date) को मनाया जाएगा. यहां जानिए विभिन्न देशों में इसे मनाने के तरीके.

यूरोप

यूरोप में मदर्स डे को मदरिंग संडे कहा जाता है. इस दिन मां से दूर रह रहे बच्चे उनके पास आकर परिवार के साथ समय बिताते हैं. बच्चे अपनी मां को फूल देते हैं और उन्हें स्पेशल मदरिंग केक खिलाते हैं.

फ्रांस

फ्रांस में ये दिन मई के आखिर या जून की शुरुआत में मनाया जाता है. यहां मदर्स डे मनाने की शुरुआत साल 1950 में हुई थी. इस दिन लोग अपनी मां के साथ स्पेशल लंच या डिनर के लिए बाहर जाते हैं और अपनी मां को गिफ्ट देते हैं.

अमेरिका

अमेरिका में इस दिन की शुरुआत एना जॉर्विस ने की थी. मां के गुजरने के बाद उन्होंने मां के प्रति अपना आभार व्यक्ति करने के लिए इसे सालाना जश्न के तौर पर मनाना शुरु किया. 8 मई, 1914 से ऑफिशल तौर पर इसे मनाने का चलन शुरू हो गया. इस दिन लोग मां को स्पेशल फील कराने के लिए गिफ्ट देते हैं, केक कटवाते हैं और तमाम तरह से उन्हें खुशियां देकर इस दिन को सेलिब्रेट करते हैं.

पेरू

पेरू में भी ये दिन मई के दूसरे संडे को मनाया जाता है. बाकी देशों की तरह यहां सभी लोग मां को गिफ्ट देते हैं और फूल देकर उनका आभार व्यक्त करते हैं. इस दिन बड़ी संख्या में लोग कब्रिस्तान में मिलकर उन सभी मांओं को याद करते हैं जो गुजर चुकी हैं.

भारत

बीते कुछ दशकों से मदर्स डे भारत में भी काफी प्रचलित हो गया है. मदर्स डे आने से पहले ही तमाम तरह के गिफ्ट्स की दुकानें सज जाती हैं. मदर्स डे के दिन लोग मां को विश करते हैं और उन्हें सरप्राइज देने के लिए केक कटवाते हैं, डिनर पर ले जाते हैं या घर में उनका पसंदीदा खाना बनाकर उनका आशीर्वाद लेते हैं.

ऑस्ट्रिया, जर्मनी व स्विटजरलैंड

इन देशों में भी मई के दूसरे रविवार को ही मदर्स डे मनाया जाता है. प्रथम विश्व युद्ध के दौरान सन 1917 में सबसे पहले स्विटजरलैंड ने इस दिन को सेलिब्रेट किया था. जर्मनी में सन 1922 में औऱ ऑस्ट्रिया में सन 1926 में पहली बार मदर्स डे मनाया गया. यहां लोग मां को तमाम सरप्राइज देकर उन्हें खुशियां देते हैं, फैमिली के साथ वक्त बिताते हैं और इस दिन का जश्न मनाते हैं.

एजुकेशन डेस्क, अमर उजाला Published by: सुभाष कुमार Updated Sun, 08 May 2022 06:40 AM IST

सार

Mother’s Day 2022: मातृ दिवस की शुरुआत सबसे पहले साल 1908 में अमेरिका से हुई थी। 1908 में ग्रेफट्न के एंड्रयूज मेथॉडिस्ट चर्च में पहली बाद मातृ दिवस का आयोजन किया गया था।

8 मई को मदर्स डे क्यों मनाया जाता है? - 8 maee ko madars de kyon manaaya jaata hai?

Mother’s Day 2022 - फोटो : Amar Ujala

विस्तार

आज की तारीख दुनियाभर के लिए बेहद खास है। आज पूरी दुनिया में मातृ दिवस (Mothers Day 2022) मनाया जा रहा है। इस दिवस को हर साल मई महीने के दूसरे रविवार को मनाया जाता है। इसका मकसद दुनियाभर की माताओं द्वारा बिना शर्त प्यार और उनके द्वारा अपने बच्चों के लिए किए गए प्रत्येक बलिदान को याद करना है। इस अवसर पर सभी लोग अपनी जिन्दगी में मां या मां का किरदार अदा करने वाली महिलाओं को उनके त्याग और समर्पण के लिए शुक्रिया अदा करते हैं। 

कहां से हुई दिवस की शुरुआत?
मातृ दिवस की शुरुआत सबसे पहले साल 1908 में अमेरिका से हुई थी। 1908 में ग्रेफट्न (वेस्ट वर्जीनिया) के एंड्रयूज मेथॉडिस्ट चर्च में पहली बार मातृ दिवस का आयोजन किया गया था। इस दिवस की लोकप्रियता का नतीजा था कि साल 1914 में अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति वुड्रो विल्सन ने इसे देश के राष्ट्रीय दिवस के रूप में घोषित किया।

क्यों शुरू हुआ दिवस?
एन रीव्स जार्विस एक अमेरिकी महिला थी। उन्होंने अपने जीवनकाल महिलाओं को इस बात के लिए जागरूक करने में बिताया कि उन्हें कैसे अपने बच्चों का पालन-पोषण करना चाहिए। पूरे साल माताओं को अपने अपने बच्चों के लिए समर्पित देखकर एना रीव्स ने भी इच्छा जताई कि कभी कोई अपनी मां की इच्छाओं को पूरा करने के लिए साल में एक दिन जरूर समर्पित करेगा। उनकी सेवाओं के लिए उनका सम्मान किया जाएगा। एना रीव्स जार्विस ने स्वास्थ्य जागरूकता के लिए मदर्स डे वर्क क्लब का आयोजन किया था। वह इस क्लब को वार्षिक मेमोरियल के रूप में आयोजित करना चाहती थी। हालांकि, इससे पहले ही साल 1905 में उनकी मृत्यू हो गई।  

बेटी ने पूरा किया सपना
एन रीव्स जार्विस के सपने को उनकी बेटी एना जार्विस ने पूरा किया। अपनी मां की मौत के बाद उन्होंने उनके कार्यों को आगे बढ़ाया। साल 1908 में एना जार्विस ने मई के दूसरे रविवार को अपनी मां और सभी माताओं के सम्मान के लिए एंड्रयूज मेथोडिस्ट एपिस्कोपल चर्च में एक मेमोरियल सेरेमनी का आयोजन किया। इसके बाद धीरे-धीरे यह दिवस अमेरिका और अन्य देशों में भी लोकप्रिय होने लगा। साल 1914 में इसे अमेरिका में औपचारिक रूप से दिवस घोषित कर दिया गया। इसके बाद अन्य देशों ने भी इसे स्वीकृति दी।

कुछ देशों में अलग तारीख
मातृ दिवस कई देशों में मई के बजाय अन्य महीनों में मनाया जाता है। यूनाइटेड किंगडम में इसे मार्च महीने के चौथे रविवार को मनाया जाता है। वहीं, नॉर्वे में मातृ दिवस फरवरी में मनाया जाता है। अलग-अलग कहानियों से प्रेरित होकर भिन्न तारीखों पर ही, लेकिन इस दिन सभी अपनी माताओं को सम्मान देते हैं। 

मदर्स डे 8 मई को क्यों मनाया जाता है?

ये दिन मां के त्याग, समर्पण और प्रेम के प्रति आभार प्रकट करने का दिन है. कहा जाता है कि मदर्स डे (Mothers Day) की शुरुआत एना जॉर्विस नाम की एक अमेरिकन महिला ने की थी. वे अपनी मां (Mother) से बेहद प्यार करती थीं. मां के निधन के बाद उन्होंने विवाह न करने का फैसला लिया और अपना जीवन मां को समर्पित कर दिया.

मातृ दिवस कब शुरू हुआ?

1997 में चीन में यह दिन गरीब माताओं की मदद के लिए निश्चित किया गया था। खासतौर पर उन गरीब माताओं के लिए जो ग्रामीण क्षेत्रों, जैसे पश्चिम चीन में रहती हैं। जापान में मातृ दिवस शोवा अवधि के दौरान महारानी कोजुन (सम्राट अकिहितो की मां) के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता था। आज कल इसे अपनी मां के लिए ही लोग मनाते हैं।

Mothers Day 2022 कब और क्यों हुई मदर्स डे मनाने की शुरुआत जानें मां?

एना जॉर्विस ने भले ही इस दिन की नींव रखी हो लेकिन मदर्स डे की औपचारिक रूप से शुरुआत 9 मई 1914 से हुई थी. अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति वुड्रो विल्सन थे. जिन्होंने मदर्स डे मनाने के लिए प्रत्यक्ष रूप से स्वीकृति दी थी. अमेरिकी संसद में कानून पास कर इस दिन को मई महीने के दूसरे रविवार को मनाने का एलान किया गया था.

मदर्स डे का मतलब क्या होता है?

हर साल मई महीने के दूसरे रविवार को मदर्स डे के रूप में मनाया जाता है. आइए जानते हैं मदर्स डे जुड़े कुछ रोचक तथ्य और इसके पीछे का इतिहास शुभम शांडिल्य/नई दिल्लीः (Mother's Day 2022) मां एक ऐसी शक्ति है जिसकी महिमा का ऐहसास जन्म से लेकर मृत्यु तक होता है.