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विषय सूची
आर्थिक विकास (Economic Development)
आर्थिक संवृद्धि बनाम आर्थिक विकास (Economic growth versus economic development)
आर्थिक विकास दर (Economic growth rate)
आर्थिक विकास दर = गत वर्ष की तुलना में वर्तमान वर्ष के जीडीपी में परिवर्तन (वृद्धि या कमी) / गत वर्ष का जीडीपी X 100आर्थिक संवृद्धि दर (Economic growth rate)
आर्थिक संवृद्धि दर = गत वर्ष की तुलना में वर्तमान वर्ष के एनएनपी में परिवर्तन वृद्धि या कमी / गत वर्ष का एनएनपी X 100
आर्थिक विकास को प्रभावित करने वाले कारक (Factors Affecting Economic Growth)आर्थिक विकास को निर्धारित करने वाले कारकों को दो भागों में बांटा गया है – आर्थिक घटक
गैर आर्थिक घटक
आर्थिक संवृद्धि दर का अभिप्राय क्या है?आर्थिक संवृद्धि एकपक्षीय है अर्थात् केवल राष्ट्रीय आय तथा प्रति व्यक्ति आय में होने वाली वृद्धि से सम्बन्धित है, उत्पादन संरचना में होने वाले परिवर्तनों से नहीं। आर्थिक संवृद्धि एवं संख्यावाचक या परिमाणात्मक संकल्पना है।
आर्थिक विकास क्या अभिप्राय है?आर्थिक विकास से आशय उस प्रक्रिया से है जिसके परिणामस्वरूप देश के समस्त उत्पादन साधनों का कुशलतापूर्वक दोहन होता है। साथ ही साथ राष्ट्रीय आय और प्रति व्यक्ति आय में निरंतर एवं दीर्घकालिक वृद्धि होती है तथा जीवन स्तर एवं मानव विकास सूचकांक में सुधार की स्थिति उत्पन्न होती है।
आर्थिक समृद्धि का मापन कैसे किया जाता है?आर्थिक विकास के माप में प्रति व्यक्ति आय के जीवन की गुणवत्ता को सही माप नही माना जाता है। इसकी माप में अनेक चारों को सम्मिलित किया जाता है जैसे-आर्थिक, राजनैतिक तथा सामाजिक संस्थाओं के स्वरूप में परिवर्तन, शिक्षा तथा साक्षरता दर, जीवन प्रत्याशा, पोषण का स्तर, स्वास्थ्य सेवायें प्रति व्यक्ति टिकाऊ उपभोग वस्तु आदि।
आर्थिक समृद्धि को प्रभावित करने वाले घटक क्या है?आर्थिक संवृद्धि को निर्धारित करने वाले आर्थिक कारक प्राकृतिक संसाधन, पूंजी निर्माण, तकनीकी उन्नति, उद्यमशीलता, मानव संसाधन विकास, जनसंख्या में वृद्धि तथा सामाजिक लागतें हैं। संवृद्धि और विकास को निर्धारित करने वाले गैर-आर्थिक कारक राजनीतिक कारक, सामाजिक तथा मनोवैज्ञानिक कारक, शिक्षा तथा भौतिक सुधार की इच्छा हैं ।
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