हेलो दोस्तों प्रश्न मारा है कि रुद्धोष्म प्रक्रम क्या है इसके लिए अवस्था समीकरण स्थापित कीजिए ठीक है तो सबसे पहले इसका परिभाषा देखते हैं अनु दोस्त प्रश्न क्या होता है प्रक्रम हमारा इनकी प्रोसेस मालू कोई निकाय है अगर इस निकाय में कोई भी उस में स्थानांतरित ना हो मतलब ना ही कुछ ना और सूचित करें निकाय ना ही हमारा निर्गत करें ठीक है यानी कि क्यों अगर जीरो हो तो इस प्रकार की अगर इस निकाय में जो भी प्रोग्राम होगा उस प्रकरण को क्या कहेंगे रुद्धोष्म प्रक्रम कहेंगे मतलब ना उस माउस उचित हो ना ही निर्गत हो ठीक है लेकिन उसमें कोई भी आज तक ऐसा निकाल नहीं मिला जिसमें पूर्णता है जो है जरूर दुश्मन कुछ ना कुछ कुछ ना उससे निर्गत या व शोषित जरूर करता है तो प्रकृति में अभी तक ऐसा कोई निकाल नहीं पाएगा जुहू रुद्धोष्म प्रक्रम करें लेकिन अगर हम लोग उस्मा का हस्तांतरण इतना तेजी से करें कि इसी समय ही ना मिल पाए ठीक है क्यों जीरो होने का समय ही ना मिल प्रक्रम या प्रोसेस इतना तेजी से हो कि उसे समय ही ना मिल पाए उसमें आदान-प्रदान का तो वह लगभग हमारा रुद्धोष्म प्रक्रम मान लिया जाता है Show इसको अगर बीवी ग्राफ पर दिखाया जाए तो कुछ इस प्रकार दिखाया जाता हमारा वाटसपीपी और एक सच में अगर मिले तो इसको यह हमारा इस प्रकार दिखाया जाता है ठीक है यह ग्राहक का दिखाता है रुद्धोष्म प्रक्रम को विश का सूत्र जो है वह पायसन नियम से ऑपरेशन के सूत्र से जाना जाता है ठीक है पायसन वैज्ञानिक थे उन्होंने दिया था यह क्या था बीवी की पावर गामा यह बराबर नियतांक जी बूढ़े भी की पावर गामा जो है नियतांक होता है यह इसका सूत्र ठीक जहां पर गाना जो है ना माइक नियतांक है गामा को बोलते हैं गैस नियतांक जी को उदासी बी बटा सीबी सीबी सीबी आप जानते हैं विशेष की विशेषताएं हैं सीपी हमारा नियत पर है टीवी नियत आयतन पर है ठीक है तो इसके लिए अब अब हमें और स्वस्थ अवस्था समीकरण प्राप्त करना पहले आवश्यक समीकरण यही है जो मारा सूत्र है दूसरा अगर मान ले हमारा गैस समीकरण आदर्श गैस एक मूल के लिए हमारा क्या होता है बराबर आरटी हो जाएगा मान लेते हैं एंड बराबर एक मूल के लिए ठीक है गैस मान लेते हैं एक मोल गैस के लिए हमारा यह प्रोसेस या प्रक्रम हो रहा है तो प्लीज कॉल टू पार्टी हो जाएगा तो यह हमारा पी बराबर आरटी बट अगर हम लोग भी रखें समीकरण एक में ठीक है तो समीकरण इसमें क्या हो जाएगा समीकरण एक से 80 बटा भी उड़े भी की पावर गामा बराबर नेता नशीली देता हूं कांस्टेंट अबार नियतांक है ही आयोजक अभी की पावर 1 गामा उधर जाएगा तो यह जाके टीवी की पावर गामा - 1 = नियतांक ठीक है कि आपका दूसरा समीकरण आएगा उसका समीकरण नंबर दो हो गया और भी में संबंध और हमारा पीएम का संबंध निकालना हो तो हमारा फिर से समीकरण हम लोग क्या रखेंगे इस बारिश वाली समीकरण में भी बराबर रख देंगे आरती बटा को समीकरण एक में रखने पर समीकरण एक में रख देते हैं तो देखिए क्या होगा इसको एक में रखें तुम्हारा पी और बी की जगह है आईटी बट आप ई की पावर गामा यह बराबर कांस्टेंट एनी की नियतांक है आयोजक आपी गुडे आरके पावर गामा इन 20 की पावर गामा बड़े मी की पावर गामा बराबर कांस्टेंट अबार हमारा गैस नियतांक है उसकी पावर गामा भी नियतांक ही रहेगा और यह हो जाएगा भी ऊपर जाएगा तुझे गप्पी की पावर 1 - गामा इन 20 की पावर गामा बराबर कांस्टेंट ऐसे सीमा लिख दीजिए या इसको आप कर सकते हैं इस प्रकार ले सकते हैं किटी की पावर गा मा बटे ई की पावर गामा - 1 = C2 या नियतांक यह हमारा जो है दूसरा समीकरण हो जाता है तीसरा तो यह हमारा तीसरा अवस्था समीकरण तो यह तीनों मारे क्या है रुद्धोष्म प्रक्रम के लिए अवस्था समीकरण है ठीक है रूद्धोष्म प्रक्रम से आप क्या समझते हैं इस प्रक्रम का अवस्था समीकरण दीजिए?रुद्धोष्म प्रक्रम: वह प्रक्रम जो अपने चारो ओर के परिवेश के साथ उष्मीय रूप से विलगित रहता है अर्थात परिवेश के साथ ऊष्मा का आदान प्रदान नहीं करता है , रुद्धोष्म प्रक्रम कहलाता है।
रुद्धोष्म प्रक्रम क्या है Hindi?रुद्धोष्म प्रक्रम किसी उष्मा गतिक निकाय में किए गए ऐसे प्रक्रम को कहते हैं, जिसमें परिवर्तन के समय निकाय और वाह्य वातावरण के बीच उष्मीय ऊर्जा का आदान-प्रदान न हो। रुद्धोष्म प्रक्रम की परिकल्पना अत्यन्त व्यावहारिक महत्व की है।
रुद्धोष्म प्रक्रम के लिए एंट्रॉफी में परिवर्तन कितना होगा?उत्क्रमणीय प्रक्रम में एन्ट्रॉपी परिवर्तन को निम्न प्रकार दिया जाता है। <br> ` S_f - S_i = int_(i)^(f) (Delta Q)/(T) ` <br> रुद्धोष्म उत्क्रमणीय प्रक्रम में निकाय को कोई ऊष्मा नहीं दी जाती है। अतः इस प्रक्रम में एन्ट्रॉपी का मान नियत होता है।
समतापी तथा रुद्धोष्म प्रक्रम में क्या अंतर है?Answer : समतापी प्रक्रम में निकाय व बाह्म वातावरण के बीच ऊष्मा का आदान-प्रदान होता है जिससे कि निकाय का ताप स्थिर रहता है: परन्तु रुद्धोष्म प्रक्रम में निकाय व बाह्म वातावरण के बीच ऊष्मा का आदान-प्रदान नहीं होता जिससे कि निकाय का ताप बदल जाता है।
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