लेखिका अपने बचपन में कौन-कौन सी चीजें मज़ा ले-लेकर खाती थीं? उनमें से प्रमुख फलों के नाम लिखो।
Solution
लेखिका बचपन में चॉकलेट को बड़े मजे से खाती थी। उनको सप्ताह में एक बार चॉकलेट खरीदने की छूट थी। लेखिका चॉकलेट को साइडबोर्ड पर रख देती थी फिर बिस्तर पर लेटकर मजे से खाती थी। इसके अतिरिक्त कुल्फ़ी, शहतूत, फ़ाल्से के शरबत, चॉकलेट, पेस्ट्री तथा फल मजे ले-लेकर खाती थी। कुछ प्रमुख फल ‘काफल’ और ‘चेस्टनट’ था।
विषयसूची
लेखिका अपने बचपन में कौन कौन सी चीजें मजा ले ले कर खाती थी उनमें से प्रमुख फलों के नाम लिखो?
इसे सुनेंरोकेंउत्तर:- लेखिका बचपन में चाकलेट और चने जोर गरम और अनारदाने का चूर्ण मज़ा ले-लेकर खाती थीं। रसभरी, कसमल और काफ़ल उनके प्रिय फल थे।
लेखिका को चश्मा लगाने पर उनके चचेरे भाई उन्हें क्या कहकर चिढाते थे?
इसे सुनेंरोकेंजब पहली बार लेखिका ने चश्मा लगाया तो उसके चचेरे भाई ने उसे छेड़ते हुए कहा कि, देखो! कैसी लग रही है! आँख पर चश्मा लगाया ताकि सूझे दूर की पर नहीं लड़की को मालूम सूरत बनी लंगूर की!
उन दिनों में कुछ घरों में क्या होते थे?
इसे सुनेंरोकें(ख) उन दिनों कुछ घरों में ग्रामोफ़ोन थे।
बचपन में लेखिका ने घुड़सवारी कहाँ की थी?
इसे सुनेंरोकेंफलों में शिमला के खट्टे-मीठे का काफल, रसभरी, कसमल भी उसे खूब पसंद थे। प्रश्न 1. लेखिका के बचपन में हवाई जहाज़ की आवाजें, घुड़सवारी, ग्रामोफ़ोन और शोरूम में शिमला-कालका ट्रेन का मॉडल ही आश्चर्यजनक आधुनिक चीजें थीं।
कसमल कौन सा फल है?
इसे सुनेंरोकेंइस फल को काफल के नाम से जाना जाता है। हिमालयी क्षेत्रों में पाए जाने वाले इस पहाड़ी फल की बनावट शहतूत की तरह होती है। गर्मियों में पाए जाने वाले काफल जब कच्चा रहता है तो हरे रंग का होता है लेकिन पकने पर ये लाल और काले रंग का हो जाता है। इसका स्वाद कुछ खट्टा और कुछ मीठा होता है।
बचपन पाठ के अनुसार चेस्तनत क्या है?
इसे सुनेंरोकेंलेखिका के चश्मा लगाने पर उनके चचेरे भाई उन्हें इसलिए छेड़ते थे क्योंकि जब कोई व्यक्ति पहली बार चश्मा लगता है तो सभी को अटपटा-सा लगता है। लेखिका का चचेरा भाई उनकी सूरत को लंगूर की सूरत कहकर चिढ़ाता था। उत्तर – लेखिका बचपन में कुल्फी, समोसा, गरम चने, अनारदाने का चूर्ण, चॉकलेट, पेस्ट्री तथा फल मजे लेकर खाती थीं।
छोटू का परिवार कहाँ रहता था?
इसे सुनेंरोकेंAnswer: छोटू का परिवार मंगल ग्रह पर बने भूमिगत घरों में रहता था।
लेखिका बचपन में कौन कौन सी चीजें मजे लेकर खाती थी?
इसे सुनेंरोकेंलेखिका बचपन में कुल्फ़ी, शहतूत, फ़ाल्से के शरबत, चॉकलेट, पेस्ट्री तथा फले मजे ले-लेकर खाती थी। कुछ प्रमुख फल काफ़ल और चेस्टनट हैं।
लेखिका को चश्मा क्यों लगाना पड़ा चश्मा लगाने पर उनके चचेरे चिढ़ाते थे?
इसे सुनेंरोकेंचश्मा लगाने पर उनके चचेरे भाई उन्हें क्या कहकर चिढ़ाते थे? लेखिका को रात में टेबल लैंप के सामने बैठकर पढ़ने के कारण उनकी नजर कमजोर हो गई थी, इस वजह से उन्हें चश्मा लगाना पड़ा। उनके चचेरे भाई चश्मा लगाने पर उन्हें छेड़ते हुए कहते थेआँख पर चश्मा लगाया ताकि सूझे दूर की यह नहीं लड़की को मालूम सूरत बनी लंगूर की!
कृष्णा सोबती का बचपन कहाँ बीता?
इसे सुनेंरोकेंबचपन 7 याद रहे, उन दिनों कुछ घरों में ग्रामोफ़ोन थे, रेडियो और टेलीविजन नहीं थे। हमारे बचपन की कुलफ़ी आइसक्रीम हो गई है। कचौड़ी-समोसा, पैटीज़ में बदल गया है। शहतूत और फ़ाल्से और खसखस के शरबत कोक-पेप्सी में।
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Question
लेखिका अपने बचपन में कौन-कौन सी चीज़ें मज़ा ले-लेकर खाती थीं? उनमें से प्रमुख फलों के नाम लिखो।
Solution
लेखिका बचपन में चाकलेट खाना बहुत पसंद करती थीं। वो हमेशा रात में खाने के बाद अपने बिस्तर में आराम व मज़े लेते हुए खाती थीं। इसके अलावा लेखिका को काफ़ल, रसभरी, कसमल और चेस्टनट बहुत पसन्द थे, वे चने भी खाती थीं ।