भारत के रेलवे अध्यक्ष कौन है? - bhaarat ke relave adhyaksh kaun hai?

रेलवे बोर्ड में चेयरमैन के अलावा 7 सदस्य होते हैं. हर सदस्य के जिम्मे खास कार्यों की जिम्मेदारी होती है. ये भी सभी मेंबर्स रेल मंत्री को रिपोर्ट करते हैं. रेलवे बोर्ड के चेयरमैन भी रेल मंत्री को ही रिपोर्ट करते हैं.

सुनीत शर्मा को रेलवे बोर्ड का अध्यक्ष और सीईओ बनाया गया है. सुनीत शर्मा इससे पहले पूर्व रेलवे के महाप्रबंधन कर चुके हैं. वीके यादव का कार्यकाल खत्म होने के बाद सुनीत शर्मा को सीईओ और चेयरमैन बनाया गया है. वीके यादव को पिछले साल जनवरी में सेवा विस्तार दिया गया था.

सुनीत शर्मा 1978 बैच के स्पेशल क्लास अप्रेंटिंस ऑफिसर हैं. उन्होंने भारतीय रेलवे में 34 साल सेवा दी है. इस दौरान उन्होंने रेलवे, कारखाना और डीजल लोको शेड समेत कई विभागों में अपनी सेवाएं दीं. सुनीत शर्मा के बारे में कहा जाता है कि वे प्रक्रिया को आसान बनाने और प्रशासनिक सुधारों की कोशिश करते हैं और उसे अमल में भी लाते हैं.

कई विभागों में कर चुके हैं काम

सुनीत शर्मा ने आधुनिक कोच फैक्टरी रायबरेली में महाप्रबंधक के पद पर सेवा दी. इसके पहले वे मध्य रेलवे में पुणे में मंडल रेलवे प्रबंधक थे. इसके साथ ही मध्य रेलवे के चीफ रॉलिफ स्टॉक इंजीनियर (फ्रेट) और चीन मैकेनिकल इंजीनियर (योजना) और बनारस में डीजल लोकोमोटिव वर्क्स के प्रधान मुख्य यांत्रिक इंजीनियर भी रह चुके हैं.

Suneet Sharma appointed as new Chairman Chief Executive Officer of Railway Board.

— ANI (@ANI) December 31, 2020

सुनीत शर्मा अलग-अलग रेलवे इंस्टीट्यूट्स में कई ट्रेनिंग प्रोग्राम में हिस्सा ले चुके हैं. उन्होंने जर्मनी और फ्रांस में ‘रेलवे वर्कशॉप्स मेंटिनेंस प्रैक्टिस एंड कॉस्टिंग सिस्टम्स’ में हिस्सा लिया है. इसके अलावा वे पिट्सबर्ग में कारनेजी मेल्लोन यूनिवर्सिटी, अमेरिका में एडवांस मैनेजमेंट कोर्स और ईरान में ‘असिस्टेंस इन लोको प्रोडोक्शन’ जैसे कार्यक्रमों में हिस्सा ले चुके हैं.

सबसे सशक्त है रेलवे बोर्ड

रेलवे बोर्ड को भारतीय रेलवे का सबसे सशक्त विभाग माना जाता है क्योंकि इसके पास अत्यधिक शक्तियां होती हैं. भारत का रेल बोर्ड दुनिया के पांच टॉप रेलरोड नेटवर्क में अहम है और इसमें दुनिया के किसी भी रेलवे विभाग से ज्यादा कर्मचारी कार्यरत हैं. भारतीय रेलवे में 14 लाख के आसपास कर्मचारी काम करते हैं, जिसकी पूरी जिम्मेदारी रेल बोर्ड के हाथों में है.

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रेलवे बोर्ड में चेयरमैन के अलावा 7 सदस्य होते हैं. हर सदस्य के जिम्मे खास कार्यों की जिम्मेदारी होती है. ये भी सभी मेंबर्स रेल मंत्री को रिपोर्ट करते हैं. रेलवे बोर्ड के चेयरमैन भी रेल मंत्री को ही रिपोर्ट करते हैं. रेल बोर्ड के मेंबर मेकेनिकल, ट्रैफिक, इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल औ स्टाफ विभाग की जिम्मेदारी संभालते हैं. इसके अलावा बोर्ड में एक फाइनेंस कमिश्नर का पद भी होता है. इन सभी मेंबर का प्रमुख रेलवे बोर्ड का चेयरमैन होता है.

रेलवे का सर्वोच्च विभाग

रेलवे बोर्ड रेलवे में निर्णय लेने वाला सर्वोच्च विभाग है. यह बोर्ड भारतीय रेलवे से जुड़े सभी प्रोजेक्ट और पॉलिसी का निर्धारण करता है. इसकी स्थापना 1901 में हुई थी और इसे स्थापना के चार साल बाद पूर्ण शक्तियां दे गईं. रेलवे बोर्ड के अधिकारी क्लास ए सिविल सर्विस के तहत आते हैं और इनकी नियुक्ति यूनियन पब्लिक सर्विस कमिशन के तहत होती है. रेलवे बोर्ड की 7 सदस्यीय टीम वित्तीय रूप से भी काफी सशक्त है, जिसके हाथों में कई अधिकार हैं. रेल मंत्रालय भारत सरकार का ऐसा विभाग है जिसका अपना बजट होता है.

January 1, 2022 , updated on January 2, 2022

(A) सुनीत शर्मा
(B) विनय कुमार त्रिपाठी
(C) विनोद कुमार यादव
(D) अरुणेंद्र कुमार

भारत के रेलवे अध्यक्ष कौन है? - bhaarat ke relave adhyaksh kaun hai?

Answer : विनय कुमार त्रिपाठी

Explanation : भारतीय रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष विनय कुमार त्रिपाठी है। केंद्रीय मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति (एसीसी) ने विनय कुमार त्रिपाठी की रेलवे बोर्ड के चेयरमैन और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) के पद पर नियुक्ति को मंजूरी 31 दिसंबर 2021 को दी। त्रिपाठी इससे पूर्व उत्तर-पूर्व रेलवे के महाप्रबंधक थे। त्रिपाठी ने रुड़की से बीटेक (इलेक्टिकल इंजीनियरिंग) किया। 1983 में इंडियन रेलवे सर्विस आफ इलेक्टिकल इंजीनियर्स (आइआरएसईई) के माध्यम से वह रेलवे में शामिल हुए। उनकी पहली पोस्टिंग उत्तर रेलवे में सहायक विद्युत अभियंता के रूप में थी।

अपने प्रभावशाली करियर में त्रिपाठी ने उत्तरी, मध्य और पश्चिम रेलवे में विद्युत विभाग के महत्वपूर्ण पदों पर काम किया है। इसके साथ-साथ उन्होंने मंडल रेल प्रबंधक, उत्तर-मध्य रेलवे, प्रयागराज और मुख्य विद्युत लोकोमोटिव इंजीनियर, अतिरिक्त महाप्रबंधक, पश्चिम रेलवे के कर्तव्यों का निर्वहन किया है। वह रेलवे बोर्ड में अतिरिक्त सदस्य भी रहे हैं। उन्होंने स्विट्जरलैंड व अमेरिका में उच्च प्रबंधन प्रशिक्षण कार्यक्रमों में भाग लिया है। महाप्रबंधक त्रिपाठी के कार्यकाल में पूवरेत्तर रेलवे का लखनऊ-गोरखपुर-छपरा (425 किमी) मुख्य रेलमार्ग 110 से 130 किमी प्रति घंटे रफ्तार की क्षमता का हो गया। इस ट्रैक पर अब राजधानी, वंदे भारत और दूरंतो जैसी प्रमुख ट्रेनें चल सकती हैं।

स्विट्जरलैंड एवं अमेरिका में उच्च प्रबंधन का प्रशिक्षण लेने वाले विनय कुमार त्रिपाठी ने महाप्रबंधक पद संभालने के बाद हर यात्री और कर्मचारी तक रेलवे की आनलाइन सुविधाएं पहुंचाने का संकल्प लिया। कर्मचारी कल्याण के लिए ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट सिस्टम (एचआरएमएस) को अनिवार्य कराया, जिससे सुविधा पास समेत सेवा से संबंधित सभी कार्य हो रहे हैं। अब फाइलें न मेज पर दिखती हैं, न लंबित होती हैं। पूवरेत्तर रेलवे अस्पतालों में हास्पिटल मैनेजमेंट इंफार्मेशन सिस्टम (एचएमआइएस) लागू करने वाला भी पहला जोन बना। अब गोरखपुर सहित प्रमुख स्टेशनों की निगरानी भी आनलाइन हो रही है।....अगला सवाल पढ़े

Tags : प्रमुख पदाधिकारी वर्तमान अध्यक्ष

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वर्तमान में रेलवे अध्यक्ष कौन है?

भारतीय रेलवे ने 1 जनवरी 2022 को वीके त्रिपाठी को रेलवे बोर्ड का अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) नियुक्त किया है। त्रिपाठी की नियुक्ति को कैबिनेट की नियुक्ति समिति (ACC) ने मंजूरी दे दी है और वह वर्तमान में उत्तर-पूर्वी रेलवे, गोरखपुर के महाप्रबंधक के रूप में कार्यरत हैं।

भारत के प्रथम रेलवे अध्यक्ष कौन है?

भारत के रेल मंत्री.

रेलवे बोर्ड में कितने महानिदेशक होते हैं?

मोदी सरकार ने नई व्यवस्था में रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष के साथ-साथ एक मुख्य कार्यकारी अधिकारी भी होते हैं. मोदी सरकार ने नई व्यवस्था में रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष के साथ-साथ एक मुख्य कार्यकारी अधिकारी भी होते हैं. इसके साथ ही रेलवे बोर्ड के चार सदस्य हैं. साथ ही दो महानिदेशक पहला महानिदेशक, मानव संसाधन औऱ दूसरा संरक्षा है.

रेलवे का सबसे बड़ा अधिकारी कौन होता है?

रेलवे में रेल मंत्री के बाद सबसे बड़ा अधिकारी रेलवे बोर्ड का चेयरमैन (सीआरबी) होता है.