भारत के औद्योगिक प्रदेश Show
8 प्रमुख औद्योगिक प्रदेश निम्नलिखित हैं- मुंबई-पुणे औद्योगिक प्रदेश
कोलकाता-हुगली औद्योगिक प्रदेश
बंगलूरू-चेन्नई औद्योगिक प्रदेश
गुजरात औद्योगिक प्रदेश
छोटानागपुर औद्योगिक प्रदेश
विशाखापत्तनम-गुंटूर औद्योगिक प्रदेश
गुरुग्राम-दिल्ली-मेरठ औद्योगिक प्रदेश
कोल्लम-तिरुवनंतपुरम औद्योगिक प्रदेश
लघु औद्योगिक प्रदेश
औद्योगिक गलियारे (Industrial Corridor)
भारत में औद्योगिक विकास की क्या विशेषताएं है?इन्हें सरलतापूर्वक स्थापित किया जा सकता है, क्योंकि इन उद्योगों को चलाने के लिए थोड़ी पूँजी, बहुत कम प्रशिक्षण तथा हल्के औजारों की आवश्यकता होती है। भारत में पूँजी का अभाव व श्रम-शक्ति की बहुतायत है। ऐसी अर्थव्यवस्था के लिए लघु उद्योग अत्यधिक उपयुक्त हैं। इन उद्योगों के विकास से राष्ट्रीय आय में वृद्धि होती है।
औद्योगिक विकास की विशेषताएं क्या थी?उत्पादकता में वृद्धि होने के कारण कीमतें कम होती है तथा मांग में वृद्धि होती है । औद्योगिक उत्पादन की मांग बढ़ जाने के कारण नये उद्योगों की स्थापना के अवसर बढ़ जाते हैं जिससे लघु तथा कुटीर उद्योगों का भी विकास होता है। इस प्रकार देश में औद्योगिकीकरण की प्रवृत्ति बढ़ जाती है ।
औद्योगिक क्षेत्र की मुख्य विशेषता क्या है?औद्योगिक क्षेत्र से आशय भूमि का वह भाग है, जहाँ एक निश्चित, नियोजित तथा विस्तृत योजना के आधार पर उद्योगों की स्थापना की जाती है तथा जहाँ विभिन्न आवश्यक सेवाएँ तथा सुविधाएँ उपलब्ध कराकर उद्योगों के विकास में सहायता प्रदान की जाती है।
भारत में औद्योगिक विकास की क्या विशेषता है उनमें से किन्हीं चार का उल्लेख कीजिए?हम भारत में बनी भारी मशीनों का उपयोग सीमेंट, वस्त्र, लोहा एवं इस्पात, चीनी उद्योगों में करते हैं। सार्वजनिक क्षेत्र का औद्योगिक आत्मनिर्भरता प्राप्त करने में अभूतपूर्व योगदान रहा है। लोहा एवं इस्पात, रेलवे के उपकरण, पेट्रोलियम, कोयला एवं उर्वरक जैसे उद्योगों का सार्वजनिक क्षेत्र के अन्तर्गत ही विकास किया गया है।
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