विषय-सूचि Show
इस लेख में हम संज्ञा के भेद भाववाचक संज्ञा के बारे में विस्तार से पढेंगे। (संज्ञा और उसके सभी भेद के बारे में पढने के लिए यहाँ क्लिक करें – संज्ञा और संज्ञा के भेद) भाववाचक संज्ञा की परिभाषा (bhav vachak sangya definition in hindi)परिभाषा: जो शब्द किसी चीज़ या पदार्थ की अवस्था, दशा या भाव का बोध कराते हैं, उन शब्दों को भाववाचक संज्ञा कहते हैं। जैसे- बचपन, बुढ़ापा, मोटापा, मिठास, उमंग, चढाई, थकावट, मानवता, चतुराई, जवानी, लम्बाई, मित्रता, मुस्कुराहट, अपनापन, परायापन, भूख, प्यास, चोरी, क्रोध, सुन्दरता आदि। उपर्युक्त उदाहरणों में बचपन, बुढ़ापा आदि किसी को आप छू नहीं सकते हैं; केवल अनुभव कर सकते हैं। भाववाचक संज्ञा के कुछ अन्य उदाहरण (bhav vachak sangya examples in hindi)
गरीबी शब्द से गरीब होने के भाव का बोध हो रहा है। अतः गरीबी एक भाववाचक संज्ञा शब्द है।
बचपन शब्द से बच्चा होने के भाव का बोध हो रहा है। अतः बचपन एक भाववाचक संज्ञा है।
लम्बाई शब्द से लम्बा होने के भाव का बोध हो रहा है। अतः लम्बाई एक भाववाचक संज्ञा है।
दोस्ती शब्द से दोस्त होने के भाव का बोध हो रहा है। अतः दोस्ती एक भाववाचक संज्ञा है।
मिठास शब्द से आवाज़ मीठी होने का बोध हो रहा है। अतः मिठास एक भाववाचक संज्ञा है।
आज़ादी शब्द से आज़ाद होने के भाव का बोध हो रहा है। अतः आज़ादी एक भाववाचक संज्ञा है।
इस वाक्य में गुस्सा आना एक भाव को प्रदर्शित करता है, इस कारण यह भाववाचक संज्ञा का उदाहरण है।
इस वाक्य में ‘प्रेम’ एक भाव यानी अनुभव को जताता है, जिसकी वजह से यह भाववाचक है।
उपरोक्त वाक्य भाववाचक संज्ञा का उदाहरण वाक्य है, जिसमें में ‘इंसानियत’ एक भाव है।
ऊपर दिए वाक्य में ‘बचपन’ एवं ‘यादें’ हमें भावों के बोध करा रहें हैं अतः यह वाक्य भाववाचक संज्ञा का उदाहरण है।
दिए गए वाक्य में सुंदरता एक भाव है अतः यह वाक्य भाववाचक संज्ञा के उदाहरण है।
ऊपर दिया वाक्य भाववाचक संज्ञा का उदाहरण है क्योंकि इसमें ‘गुस्सा’ शब्द हमें एक भाव का बोध कराता है।
थकान शब्द हमें एक थकने के भाव का बोध होता है अतः यह एक भाववाचक संज्ञा का उदाहरण है।
ऊपर दिये गए वाक्य में ‘दोस्ती’ शब्द हमें एक भाव का बोध कराता है अतः यह एक भाववाचक संज्ञा है। जातिवाचक संज्ञा से भाववाचक संज्ञा बनाना
सर्वनाम से भाववाचक संज्ञा बनाना
विशेषण से भाववाचक संज्ञा बनाना
क्रिया से भाववाचक बनाना
संज्ञा से भाववाचक बनाना
आप अपने सवाल और सुझाव नीचे कमेंट में लिख सकते हैं। सम्बंधित लेख:
Post navigationभाववाचक संज्ञा कितने प्रकार से बनाई जा सकती है उदाहरण सहित लिखिए?Solution : भाववाचक संज्ञाएँ चार प्रकार के विकारी शब्दों से बनती हैं—(1) जातिवाचक संज्ञा से, (2) सर्वनाम से, (3) विशेषण से और (4) क्रिया से।
भाववाचक संज्ञा के उदाहरण कौन कौन से हैं?या -जिस संज्ञा शब्द से पदार्थों की अवस्था, गुण-दोष, धर्म आदि का बोध हो उसे भाववाचक संज्ञा कहते हैं. जैसे – मिठास, खटास, धर्म, थकावट, जवानी, मोटापा, मित्रता, सुन्दरता, बचपन, परायापन, अपनापन, बुढ़ापा, प्यास, भूख, मानवता, मुस्कुराहट, नीचता, क्रोध, चढाई, उचाई, चोरी आदि.
भाववाचक संज्ञा शब्द कैसे बनाएं?यदि किसी धातु शब्द या क्रिया शब्द में अन / अ / ति / य प्रत्यय जोड़ दिया जाए तो बनने वाला शब्द भाववाचक संज्ञा शब्द होता है। भाववाचक संज्ञा कैसे बनाते हैं? भाववाचक संज्ञा (bhav vachak sangya) बनाने के लिए जातिवाचक संज्ञा / सर्वनाम / क्रिया / विशेषण / अव्यय शब्दों में प्रत्यय जोड़ दिया जाता है।
भाववाचक शब्द कौन कौन से हैं?परिभाषा: जो शब्द किसी चीज़ या पदार्थ की अवस्था, दशा या भाव का बोध कराते हैं, उन शब्दों को भाववाचक संज्ञा कहते हैं। जैसे- बचपन, बुढ़ापा, मोटापा, मिठास, उमंग, चढाई, थकावट, मानवता, चतुराई, जवानी, लम्बाई, मित्रता, मुस्कुराहट, अपनापन, परायापन, भूख, प्यास, चोरी, क्रोध, सुन्दरता आदि।
|