बल लगाने पर किसी वस्तु में क्या क्या परिवर्तन होते हैं? - bal lagaane par kisee vastu mein kya kya parivartan hote hain?

नमस्कार दोस्तों हमसे पूछा गया किसी वस्तु पर बल लगाने पर उस पर क्या प्रभाव पड़ सकता है तो देखो मान लिया कि हमने किसी वस्तु पर बल लगाया तो बल लगाया मैंने इस तरफ से लगा दिया वस्तु विराम अवस्था में थी और मैंने इस तरफ से इस पर बल लगा दिया तो बल लगाने के कारण क्या होगा कि एक रईस की स्थिति में परिवर्तन हो सकता है यहां से और यहां पर चला गया पहले यहां पर तो और अब यहां पर चल गया तू पहले यहां पर लिख सकता स्थिति में परिवर्तन हो सकता है इस स्थिति में परिवर्तन हो सके दूसरे यहां पर क्या हो सकता है लगाने के कारण मिलेगा तोरण की कहानियां पर क्या हो गया इसके वेग में परिवर्तन आ सकता है तो अगर मान लो कि हमारी बस तू चल रही है तो क्या होगा अगर मैं और बल लगा देता हूं तू और तेज चल सकती है तो गति में परिवर्तन हो सकता है गति में परिवर्तन हो सकता क्या हो सकते या तो दिन में भी हो सकती थी में या 30 भी हो सकते हैं

टीम या फिर भी हो सकते हैं जैसे की वस्तु इस दिन है तो इस चल भी सकती है तो इस तिथि में परिवर्तन हो सकता है और अगर गतिशील है तो अगर त्वरण मिल रहा है तो उसी दिशा में तो यह तेज चल सकती है और अगर मुझे रोकना है तो विपरीत दिशा में लगा दूंगा बेखुदी में भी हो जाएगी इस प्रकार यहां पर विगत इमेज परिवर्तनों से क्या करूंगा कि जैसे कि यह इस तरह चल रही थी इस तरह हमारी यह वस्तु का वेग था उसे क्या किया कि मैंने यहां पर कॉल लगाना प्रारंभ कर दिया अभी यहां पर सुने हो गया फिर क्या करना शुरू हो गया कि बल लगाता ही चला गया तो इस तरह गतिशील हो गया अब की बार भी इस तरफ हो गया तो वे की दिशा में परिवर्तन हो सकता ठीक है की दिशा में भी परिवर्तन आ सकता दिशा में परिवर्तन आ सकता परिवर्तन अब इसके अलावा ऐसा भी हो सकते कि जैसे कि मैं क्या करता हूं कि यह वाला एक ही जगह अगर मैं क्या करता हूं कि हमारे पास तो इस तरह और मैं दोनों तरफ से बुला लेता हूं तो जैसे की रबड़ की गेंद के ऊपर आरोप लगा दिया मैंने दोनों

अब से तो क्या हो जाएगी संकुचित होना प्रारंभ कर देती है तू संकुचित होना प्रारंभ कर देती है मैंने यह किस कारण हो रहा है कि दोनों हाथों से अगर मैंने बल लगाया इस वस्तु पर तो यह दब जाएगा कि रबड़ की हमारे पास गया था यार गुटका है तू तब नहीं लग जाएगा तो इसके कारण क्या हो जाता कि उसकी आकृति में परिवर्तन हो सकता है ठीक है तू यह यहां पर कर सकता है बल के कारण है ऐसा हो सकता है बल लगाने पर उस वस्तु पर क्या प्रभाव पड़ेगा आकृति में भी उसकी अवस्था में परिवर्तन हो सकता या फिर मैं क्यों की वस्तु के आकार में परिवर्तन हो सकता वस्तु की आकृति में परिवर्तन हो सकता आकृति परिवर्तित हो सकते हैं परिवर्तित हो सकते हैं तो यह हमारे यहां पर उत्तर हो जाएंगे कि क्या-क्या हो सकता है अगर मैं लगाता हूं तो एक वस्तु पर धन्यवाद

प्रश्न दिया है वस्तु पर बल लगाने पर परिवर्तन संभव यहां पर चार विकल्पों में दिया गया जिसमें पहला है वह के परिमाण में आ कार्य आकृति में गति की दिशा में या फिर उपर्युक्त सभी तो आइए हम लोग इस प्रश्न का उत्तर देते हैं हम लोग मान लेते हैं कि इस तरह से हमारे पास एक वस्तु है जिसका द्रव्यमान एवं है अब हम किस वस्तु पर बल ऐप लगाते हैं जिसकी वजह से यह गलती करी है ठीक है यह गति कार्य तो देखो गडरिया बीएफ लगाए हैं बल्कि मात्रा को बनाएंगे तो उसका जो वेद है वह भी बढ़ेगा हमारे पास ठीक है और अगर हम लोग इसके विपरीत दिशा में बल्प लगा देंगे जो कि लिखकर परिवार से ज्यादा होगा तो वेट की डिज़ाइनर हो जाएगी और यहां पर फिर इसके वे का प्रभाव पड़ेगा और यह भी रहेगा तो भी वे का जो परिणाम ही मान होगा वह हमें प्राप्त होगा या फिर हम लोग इसी दिशा में ही एक और बल लगा देंगे ऐप तब इसके जो वे कमान भी है वहां से बढ़कर kv1 हो जाएगा तो बल लगाने से हम लोग वस्तु के वेख के परिमाण में परिवर्तन कर सकते हैं यानी कि हमारा यहां पर एक विकल्प है

सही हो जाएगा जैसे कि इसको और हम लोग समझ सकते हैं जिसे हम लोग साइकल चलाते हैं जब हम लोग धीरे-धीरे पैडल मारते तो साइकल जो है धीरे-धीरे गति से चलती है लेकिन जब हम लोग पैदल को अधिक बल लगाकर की तेज गति से चलाने के लिए मैं उसमें अधिक बल लगाने की आवश्यकता होती है यानी कि हम लोग उसके पेट के परिमाण में परिवर्तन कर सकते हैं बल लगा कर के फिर यह कार्य आकृति में तो यह जो वस्तु है इस पर हम लोग बल लगा के उदाहरण के लिए हम लोग ले लेते हैं कि हमारे पास कोई ऐसी एक रबड़ की वस्तु है समझने के लिए बस ठीक है फिर कौन रोग लगा कर कर इधर खींच आएंगे तो या तो प्रसारित हो जाएगी या फिर एलुमिनियम होगा तो उसको भी हम लोग प्रसारित कर सकते हैं रबर को छोड़ने के बाद फिर से कैसे पड़ेगा लेकिन अगर हम लोग इसी तरह से बाल इस पर लगा ही रहेंगे तो इसकी आकारी आकृति में तो परिवर्तन हो सकता है या फिर किसी वस्तु को हम लोग इस तरह से बल लगाएं कि इसको दबा दे कंप्रेस करते तब वह वस्तु से सिकुड़ जाएगी यानी कि उसके आकार या कृति में हम लोग बल लगाकर परिवर्तन कर सकते हैं तो बीवी सही होगा फिर गति की दिशा में तो जैसे कि हमने देखा कि यहां

पर एक वस्तु है मान लेते हैं जो कि इस दिशा में चल रही है विवेक विवेक से और हमने इस पर एक वर्सेस को धक्का दिया है ठीक है अब हम लोग इस पर इधर से बल लगा देंगे जो कि इस बार के परिवार से ज्यादा होगा तो इसकी दिशा जो है इस पर यहां से परिवर्तित हो किधर हो जाएगी इसके विक्की दिशा ज्ञान केंद्र दिशा को परिवर्तित कर सकते इसको भी आप उसी तरह से साइकिल के उदाहरण से ही समझ सकते हैं जैसे कि आप साइकिल में सीधी सड़क में चल रहे होते हैं तो आप हैंडल पर उत्तर बल नहीं लगाते हैं लेकिन आपको अगर टर्निंग कोई मोड़ आता है तो उस पर मुनि के लिए आपको जिस दिशा में मोटा होता है मान लेते कि आपको लास्ट की तरफ मोडा है तो आप लेफ्ट दिशा में बल लगाएंगे ठीक है राइट की तरफ से या फिर राइट में मोना है तो आप उधर बल लगाएंगे ताकि आप उस दिशा में बल के प्रभाव से इस दिशा में अपने साइकिल के हैंडल को बदलने और उसकी तरफ चले जाने की गति की दिशा भी परिवर्तित हो सकती है बल लगाने से तो हमारे यहां पर सही विकल्प क्या हो जाएगा डी विकल्प होगा उपर्युक्त सभी जो है संभव है बल्कि प्रभाव में धन्यवाद

बल लगाने पर किसी वस्तु में क्या परिवर्तन होते हैं?

Solution : (i) वस्तु की चाल बदल सकती है। जिससे वह तेज अथवा धीमी गति करने लगती है। <br> (2) वस्तु की गति की दिशा में परिवर्तन हो सकता है। <br> (3) इससे वस्तु का आकार परिवर्तित हो सकता है।

बल के कौन कौन से प्रभाव होते हैं?

यहाँ कुछ प्रभाव हैं जो इसके वस्तुओं पर लागू होते हैं:.
यह किसी वस्तु की दिशा बदलता है।.
यह एक पिंड को विराम की अवस्था से गति में कर सकता है।.
यह किसी वस्तु की गति को बढ़ा या घटा या बदल सकता है।.
यह एक गतिशील पिंड को रोक सकता है।.
यह किसी वस्तु के आकृति या आकार को बदल सकता है।.

किसी वस्तु पर खींचने के कारण लगने वाले बल को क्या कहते हैं?

एक धक्का या खिंचाव बल कहलाता है। या, किसी वस्तु पर लगने वाले धक्के या खिंचाव को बल कहते हैं। या, आकर्षण या अभिकर्षण (खींचना) या अपकर्षण (धक्का देना) बल कहलाता है।

बल से आप क्या समझते हैं?

” वह बाह्य कारक, जो किसी वस्तु के विराम की अथवा एकसमान वेग से गति की अवस्था में परिवर्तन कर देता है या करने का प्रयास करता है। उस बाह्य कारक ही बल कहते हैं