बाल विकास एवं शिक्षा मनोविज्ञान (Bal Vikas Shiksha Manovigyan) के महत्वपूर्ण सिद्धांत और उनके प्रतिपादक: Show शिक्षा भर्ती परीक्षाएं जैसे कि CTET, UPTET, REET, KVS, NVS, MPTETआदि में बाल विकास एवं शिक्षा मनोविज्ञान (Bal Vikas Shiksha Manovigyan) के महत्वपूर्ण सिद्धांत और उनके प्रतिपादक के बारे अक्सर प्रश्न पूछ लिए जाते है तो यदि आप टीईटी परीक्षाओ की तैयारी कर रहे है तो इस आर्टिकल मे दी गई जानकारी आपके बहुत काम आएगी। ये भी पढ़ें:
यहा हम बाल विकास एवं शिक्षाशास्त्र “Bal Vikas Shiksha Manovigyan Notes” के अंतर्गत विभिन्न विद्वानों द्वारा दिए गए सिद्धांत को जानेंगे इसके साथ ही हमने उन सभी विद्वानों के सिद्धांतों को सम्मिलित किया है जो की परीक्षा में पूछे जाने की पूर्ण रूप से संभावना है आशा है यह पोस्ट आपके परीक्षा की दृष्टि से सहायक सिद्ध होगा। Important Principles of Child Development and Education Psychology and Their Exhibitors
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बाल विकास के प्रतिपादक कौन है?प्रश्न-बाल विकास के गति के सिद्धांत को किसने दिया था? परस्पर संबंध का सिद्धांत- बाल विकास के सिद्धांत में परस्पर संबंध का सिद्धांत थार्नडाइक ने दिया था। इस बाल विकास के सिद्धांत के अनुसार थार्नडाइक बताते हैं कि बालक के सभी विकास एक दूसरे से परस्पर संबंधित होते हैं।
बाल मनोविज्ञान के जनक कौन है?बाल मनोविज्ञान के जनक जीन पियाजे (Jean Piaget) को कहा जाता है.
बाल विकास के प्रमुख सिद्धांत कौन कौन से हैं?बाल विकास के सिद्धांत. निरंतर विकास का सिद्धांत. विकास की विभिन्न गति का सिद्धांत. विकास क्रम का सिद्धांत. विकास दिशा का सिद्धांत. एकीकरण का सिद्धांत. परस्पर संबंध का सिद्धांत. व्यक्तिक विभिन्नताओं का सिद्धांत. समान प्रतिमान का सिद्धांत. बाल विकास की शुरुआत कब हुई?6. भारत में बाल विकास के अध्ययन की शुरूआत लगभग 1930 से मानी जाती है।
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