बालगोबिन भगत के गीत सबको क्यों चौंका देते थे? - baalagobin bhagat ke geet sabako kyon chaunka dete the?

Short Note

बालगोबिन भगत के संगीत को जादू क्यों कहा गया है?

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Solution

बालगोबिन भगत का संगीत हर आयुवर्ग के लोगों पर समान रूप से असर करता था। उनका स्वर अचानक एक मधुर स्वर तरंग झंकृत-सी हो उठती है। उनके मधुर गान को सुनकर बच्चे झूम उठते थे, मेंड़ पर खड़ी औरतों के होंठ गुनगुना उठते थे, हलवाहों के पैर ताल से उठने से लगते थे और रोपनी करने वालों की अँगुलियाँ क्रम से चलने लगती थीं।

Concept: गद्य (Prose) (Class 10 A)

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Chapter 11: रामवृक्ष बेनीपुरी - बालगोबिन भगत - अतिरिक्त प्रश्न

Q 4Q 3Q 5

APPEARS IN

NCERT Class 10 Hindi - Kshitij Part 2

Chapter 11 रामवृक्ष बेनीपुरी - बालगोबिन भगत
अतिरिक्त प्रश्न | Q 4

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बाल गोविंद भगत के गीत सबको क्यों चौका देते थे?

उनका गीत सुनने वाला व्यक्ति अपनी सुध-बुध खोकर उन्हीं में खो जाता था। वे कबीर जी के पद गाते थे। कबीर जी के पद वे इस ढंग से गाते थे कि ऐसे लगता था कि सभी पद जीवित हो उठे हों। बालगोबिन भगत के संगीत का जादू सबको झूमने के लिए मजबूर कर देता था।

बालगोविंन भगत के संगीत को जादू क्यों कहा गया है?

बालगोबिन भगत के संगीत को जादू क्यों कहा गया है? बालगोबिन भगत का संगीत हर आयुवर्ग के लोगों पर समान रूप से असर करता था। उनका स्वर अचानक एक मधुर स्वर तरंग झंकृत-सी हो उठती है।

बालगोबिन भगत के गीतों का खेतों में काम करते हुये या आते जाते नर नारियों पर क्या प्रभाव पड़ता था?

Solution : बाल गोबिन भगत के गीतोंखेतों में काम करते हुए और आते-जाते नर-नारियों पर गीतात्मक प्रभाव पड़ता था कि मेड़ पर खड़ी औरतों होंठ काँप उठते हैं वे गुनगुनाने लगती हैं, रोपनी करने वालों की अँगुलियाँ एक अजीब क्रम से चलने लगती हैं। यही बालगोबिन भगत के संगीत का जादू है।

बालगोबिन भगत के गीतों का लोगों पर क्या प्रभाव पड़ता था?

1 बालगोबिन भगत जी का गीत लोगों को विशेष आकर्षित करती थी। 2 बालगोबिन जी का स्वर बहुत मधुर था। 3 बालगोबिन जी का गीत सुनकर लोग मंत्रमुग्ध हो जाते थे तथा औरते उस गीत को गुनगुनाने लगती थी। 4 बालगोबिन जी का गीत का मनमोहक प्रभाव वातावरण में छा जाता था