हिंदू धर्म के मुताबिक बहुत सारे पेड़ पौधे ऐसे है, जिनकी पूजा की जाती है। साथ ही कुछ ऐसे भी पेड़ पौधे होते है, जिसे घर में लगाना शुभ माना जाता है। इन्हीं पेड़ पौधे में से एक बेल का पौधा भी शामिल है। जानकारी के मुताबिक, ऐसा माना जाता है कि बेल के पौधे में मां लक्ष्मी वास करती है। इसके साथ ही ऐसा कहा जाता है कि बेल का पेड़ भगवान शिव को काफी पसंद है। Show
माता लक्ष्मी जी का आशीर्वाद पाने के लिए और शिव भगवान को खुश करने के ज्यादातर लोग अपने घरों के गमले में बेल का पेड़ लगाना चाहते है, यदि आप भी इन लोगों में शामिल है और अपने गमले में बेल का पौधा लगाना चाहते है (bel ka ped gamle mein kaise lagaye), तो उसके लिए आपको हमारे लेख को अंत तक पढ़ने की आवश्यकता होगी। क्योंकि आगे के लेख में हम आपको बेल का पौधा गमले में कैसे लगाएं से जुड़ी संपूर्ण जानकारी प्रदान करने वाले हैं। बेल का पौधा किस दिन लगाना चाहिए?बेल के पौधे को बेलपत्र के नाम से भी जाना जाता है। भगवान शिव को बेलपत्र चढ़ाने से भगवान शिव खुश हो जाते है। ऐसा इसलिए क्योंकि भगवान शिव को बेल का पौधा काफी प्रिय है। तो क्या आप भी अपने घर में बेल का पौधा लगाना चाहते हैं, यदि हां तो उसके लिए किसी ऐसे दिन का चुनाव करना चाहिए जो शुभ हो। यदि आप भी शुभ दिन अपने घर के गमले में बेल का पौधा लगाना चाहते हैं, तो आप सोमवार के दिन लगा सकते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि सोमवार के दिन अपने गमले में बेल का पौधा लगाना काफी शुभ माना जाता है। दरअसल, सोमवार का दिन भगवान शिव की पूजा की जाती है और इस दिन बेल का पौधा लगाना अच्छा माना जाता है। बेल का पौधा लगाने के क्या क्या फायदे है?बेल का पौधा लगाना काफी शुभ है और इसके विभिन्न फायदे भी है।
बेल का पौधा गमले में कैसे लगाएंबेल का पौधा गमले में लगाना चाहते है, तो उसके लिए आपको नीचे के विधि को Follow करने की आवश्यकता होगी। जो कि इस प्रकार है
घर में पवित्रता लाता है बेल पत्रशिव पुराण में घर में बेल का पेड़ लगाने से होने वाले फायदों के बारे में बताया गया है। इसके अनुसार जिस स्थान या घर में यह पौधा होता है, वह स्थान काशी तीर्थ के समान पवित्र और पूजनीय हो जाता है। ऐसे स्थान पर देवी लक्ष्मी का वास होता है और व्यक्ति को सभी पापों से मुक्ति मिल जाती है। अथवा गृह सभी प्रकार के तंत्र बाधा से मुक्त होते हैं। जिस घर में बेल का पेड़ होता है वहां रहने वाले सभी सदस्यों को अक्षय पुण्य मिलता है। बेल के पौधे से घर में होता है लक्ष्मी का वासकहा जाता है कि शिव को बिल्वपत्र चढ़ाने से लक्ष्मी की प्राप्ति होती है क्योंकि बिल्वपत्र की जड़ में लक्ष्मीजी का वास होता है। इसलिए इसके पेड़ को श्रीवृक्ष भी कहते हैं। इसकी पूजा करने से धन और लक्ष्मी की प्राप्ति होती है। कहा जाता है कि जिस घर में यह पौधा होता है, वहां लक्ष्मी का वास होता है और घर धन-धान्य से भर जाता है। इस वृक्ष की जड़ में घी, अनाज, खीर या मिठाई चढ़ाने से दरिद्रता का नाश होता है और कभी भी धन की कमी नहीं होती है। निष्कर्षआशा है या आर्टिकल आपको बहुत पसंद आया हुआ इस आर्टिकल में हमने बताया बेलपत्र का पेड़ लगाने की विधि | bel ka ped gamle mein laga sakte hain के बारे मे संपूर्ण जानकारी देने की कोशिश की है अगर यह जानकारी आपको अच्छी लगे तो आप अपने दोस्तों के साथ भी Share कर सकते हैं अगर आपको कोई भी Question हो तो आप हमें Comment कर सकते हैं हम आपका जवाब देने की कोशिश करेंगे। FAQ क्या बेलपत्र घर में लगाना चाहिए?दरिद्रता को दूर करने के लिए घर में बेल के पत्ते का पौधा अवश्य लगाना चाहिए। इससे मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और धन-धान्य के भंडार भरे रहते हैं। आप अपने धन स्थान पर बेलपत्र का पत्ता रख सकते हैं इससे घर में हमेशा बरकत बनी रहेगी। आर्थिक समृद्धि के लिए इसे उत्तर-दक्षिण दिशा में लगाएं। बेल का पेड़ कब और कहां लगाना चाहिए?बेल का पौधा घर के उत्तर-पश्चिम में लगाने से घर के सदस्यों के मान-सम्मान में वृद्धि होती है। परिवार का यश चारों दिशाओं में फैलता है और ये किसी भी कार्य में खूब तरक्की करते हैं। इस दिशा में बेल लगाने से परिवार के सदस्यों की आयु में वृद्धि होती है। बेलपत्र का पौधा कौन से वार को लगाना चाहिए?स्कंद पुराण के अनुसार रविवार और द्वादशी के दिन बेलपत्र के पेड़ की पूजा करनी चाहिए। इससे ब्रह्महत्या आदि महापाप भी नष्ट हो जाते हैं। इस पेड़ को लगाने से घर की दरिद्रता दूर होती है और लक्ष्मी की प्राप्ति निरंतर होती रहती है। बेल के पेड़ के नीचे पूजा करने से क्या होता है?बेल के पेड़ की पूजा करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और धन की प्राप्ति होती है। इसलिए सावन में भगवान शिव को बेलपत्र चढ़ाने के साथ ही बेल के पेड़ को भी जला दें। बेलपत्र तोड़ते समय कौन सा मंत्र बोलना चाहिए?बेल के पत्ते तोड़ने से पहले निम्न मंत्र का जाप करना चाहिए- अमृतोद्भव श्रीवृक्ष महादेवप्रियसदा। गृह्यामि तव पटरानी शिवपुजर्थमद्रात्॥ अर्थ: अमृत से उत्पन्न रूप और ऐश्वर्य का वृक्ष महादेव को सदैव प्रिय है। हे पेड़, मैं भगवान शिव की पूजा करने के लिए आपके पत्ते तोड़ता हूं। बेलपत्र के पेड़ के नीचे शिवलिंग रख सकते हैं क्या?बेल के पेड़ के नीचे शिवलिंग की पूजा करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है। भगवान शिव को बेलपत्र चढ़ाने से भगवान शिव अति प्रसन्न होते हैं। बिल्व वृक्ष के नीचे दीपक जलाने से ज्ञान की प्राप्ति होती है। बेल का पेड़ कब और कहां लगाना चाहिए?शास्त्रों के अनुसार घर के उत्तर पश्चिम दिशा में लगा बेल का पौधा वहां रहने वाले सदस्यों को अधिक तेजस्वी और ऊर्जावान बनाता है। घर के आंगन में इसका पेड़ होने से बुरी शक्तियां घर में प्रवेश नहीं करती. ये तंत्र बाधाओं से हमें मुक्त कराता है और परिवार के सदस्यों की रक्षा करता है.
बेल का पौधा कौन से दिन लगाना चाहिए?बिल्व (बेल पत्र) के पेड़ को किस दिन लगाया जाना चाहिए? ज्यादा तर पेंड वर्षा के समय ही लगाना चाहिए जिससे वह आसानी से उग सकें।
बेलपत्र कब नहीं तोडना चाहिए?चतुर्थी, अष्टमी, नवमी, चतुर्दशी और अमावस्या तिथि पर बेलपत्र न तोड़ें. साथ ही तिथियों के संक्रांति काल और सोमवार को भी बेलपत्र नहीं तोड़ना चाहिए. बेलपत्र को कभी भी टहनी समेत नहीं तोड़ना चाहिए. इसके अलावा इसे चढ़ाते समय तीन पत्तियों की डंठल को तोड़कर ही भगवान शिव को अर्पण करना चाहिए.
बेल का पेड़ घर में लगा सकते हैं क्या?बेल का पेड़ घर में लगाने से व्यक्ति को कई तीर्थों का फल प्राप्त होता है। बेल का पेड़ घर के अलग-अलग दिशाओं में लगाने से अलग-अलग फल मिलता है। घर के उत्तर पश्चिम में बेल का पौधा लगाने से घर और परिवार के सदस्यों के मान-सम्मान में वृद्धि होती है।
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