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Lord Ganesha : हिंदू धर्म में हर एक दिन किसी भगवान को समर्पित है. बुधवार के दिन भगवान गणेश जी की पूजा की जाती है. बुधवार को कौन से उपाय करने से परेशानियों से निजात मिल सकता है आइए जानें.TV9 Bharatvarsh | Edited By: Updated on: Jan 19, 2022, 2:18 PM IST
बुधवार का दिन बुध ग्रह को समर्पित है. बुध ग्रह की पूजा के अलावा भगवान गणेश की पूजा करें क्योंकि ऐसा करना बहुत शुभ माना जाता है. इनकी पूजा करने से घर में सुख-समृद्धि आती है. बुधवार के दिन इन उपायों को करने से आपके जीवन में सकारात्मकता आएगी. 1 / 5 अगर आपकी जन्म कुंडली में बुध दोष है तो प्रत्येक बुधवार को गणेश जी को मोदक का भोग लगाएं. गाय को पवित्र और शुभ माना जाता है. इस दिन गाय को हरी घास खिलाना चाहिए. ऐसा करने से समस्त देवी-देवताओं की कृपा मिलती है. 2 / 5 अगर जन्म कुण्डली में बुध दोष हो और उसके कारण आपको परेशानी हो रही हो तो आपको अपने ज्योतिषी के पास जाने की आवश्यकता है और उनकी सलाह पर आप अपनी छोटी उंगली पर पन्ना रत्न धारण कर सकते हैं. 3 / 5 भगवान गणेश को सिंदूर चढ़ाएं. ऐसा करने से समस्त समस्याएं दूर होती हैं. हरी मूंग का संबंध बुध ग्रह से होता है. बुधवार के दिन किसी गरीब और जरूरतमंद को आप हरी मूंग दाल दान कर सकते हैं. ऐसा करने से बुध दोष के बुरे प्रभाव कम होंगे. 4 / 5 बुध ग्रह के बुरे प्रभाव को कम करने के लिए आपको मंदिर जाना चाहिए और भगवान गणेश को दूर्वा अर्पित करना चाहिए. स्नान करने के बाद और साफ कपड़े पहनकर पूजा करनी चाहिए. 11 या 21 दूर्वा को एकसाथ इकट्ठा करके गांठ बनाएं और गणेश जी को आर्पित करें. 5 / 5
Most Read Storiesबुधवार का दिन कौन से भगवान का होता है?बुधवार के दिन भगवान गणेश जी की पूजा की जाती है. बुधवार को कौन से उपाय करने से परेशानियों से निजात मिल सकता है आइए जानें. बुधवार का दिन बुध ग्रह को समर्पित है. बुध ग्रह की पूजा के अलावा भगवान गणेश की पूजा करें क्योंकि ऐसा करना बहुत शुभ माना जाता है.
सप्ताह के किस दिन करें कौन से भगवान की पूजा?मनीष शर्मा के अनुसार शिवपुराण में सातों दिनों के हिसाब से देवताओं के पूजन का महत्व बताया है। रविवार को सूर्य, सोमवार को चंद्र, मंगलवार को मंगल, बुधवार को बुध, गुरुवार को बृहस्पति, शुक्रवार को शुक्र और शनिवार को शनि का पूजन करना श्रेष्ठ रहता है।
भगवान श्री कृष्ण का कौन सा दिन होता है?भगवान श्रीकृष्ण का जन्म भादों के महीने में अष्टमी तिथि के आधी रात और रोहिणी नक्षत्र में हुआ था। इस कारण से हर साल भगवान कृष्ण का जन्मोत्सव रात्रि में मनाई जाती है। पंचांग की गणना के अनुसार 18 अगस्त को रात के समय करीब 12 बजकर 2 मिनट से 12 बजकर 48 मिनट तक निशीथ काल का समय रहेगा।
गणेश भगवान का कौन सा दिन है?गणेश चतुर्थी के दिन, भगवान गणेश को बुद्धि, समृद्धि और सौभाग्य के देवता के रूप में पूजा जाता है. यह मान्यता है कि भाद्रपद माह में शुक्ल पक्ष के दौरान भगवान गणेश का जन्म हुआ था. गणेश चतुर्थी का त्योहार पूरे 10 दिन तक चलता है. 10वे दिन अनंत चतुर्दशी के दिन गणपति बप्पा का विसर्जन भी किया जाता है.
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