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नारियल का तेल बवासीर के लक्षणों को दूर करने में सक्षम है। नारियल तेल में मौजूद एन्टी-ऑक्सीडेंट और एन्टी-इंफ्लेमेट्री गुण पाइल्स का इलाज कर सकते हैं। आप नारियल तेल का उपयोग दो प्रकार से कर सकते हैं, पहला- खाकर, दूसरा- मरहम के रूप में।
बवासीर में नारियल का तेल कैसे उपयोग करें – How to use coconut oil for hemorrhoids in Hindiबवासीर के लिए नारियल का तेल उपयोग करने की कई विधि है- कोकोनट आयल को अपने आहार में शामिल करेंसब्जी बनाने के लिए आप नारियल तेल का प्रयोग कर सकते हैं। या फिर ब्रेड खाते समय मक्खन के साथ एक चम्मच नारियल तेल मिला लीजिए। इस तरह से नारियल तेल का सेवन पाइल्स के लक्षण मिटा सकता है। इसे भी पढ़ें- बवासीर के मस्सों का दर्द दूर करने की क्रीम सपोजिटरी (suppository) की तरह प्रयोग करेंनारियल तेल को सिलेंडर का आकार दें और उसकी चौड़ाई एक पेंसिल के बराबर रखें। इसे फ्रीज़ कर लें और जरूरत होने पर सपोजिटरी की तरह इस्तेमाल करें। ऐसा करने से आपको बहुत राहत मिलेगी। विच हेजल (witch hazel) के साथ प्रयोग करेंविच हेजल एक एस्ट्रिजेंट (astrigent) है जिसका प्रयोग रक्त स्त्राव को रोकने और सूजन कम करने के लिए किया जाता है। आप इसमें नारियल के तेल को मिश्रित करके उपयोग कर सकते हैं। नहाते समय नारियल तेल का प्रयोग करेंबवासीर होने पर सिट्ज बाथ (sitz bath) जरूर करना चाहिए। यह दर्द और सूजन कम करने में मददगार है। नहाते समय पानी में थोड़ी मात्रा में कोकोनट आयल मिलाएं। पढ़ें- बवासीर में आराम से कैसे बैठे लहसुन और नारियल तेल का मिश्रणलहसुन में उचित मात्रा में एन्टी-ऑक्सीडेंट पाए जाते हैं। इसके अलावा इसमें सूजनरोधी गुण भी मौजूद हैं। लहसुन का लेप सूजी हुई नसों को शांत करता है और रक्त प्रवाह को सामान्य बनाता है। लहसुन के पेस्ट में उचित मात्रा में नारियल तेल मिलाएं और 15 मिनट के लिए फ्रीज़र में रखें। फिर इस मिश्रण को बवासीर पर लगाएं। हल्दी और नारियल तेलहल्दी में एन्टी-इंफ्लेमेट्री गुण पाए जाते हैं जो घाव भरने में मदद करते हैं। हल्दी पेल्विक क्षेत्र की सूजी हुई नसों को राहत पहुँचा सकती है। नारियल तेल और हल्दी का मिश्रण बवासीर में बहुत उपयोगी है। करीब एक टेबलस्पून नारियल तेल में उचित मात्रा हल्दी मिलाएं और इस पेस्ट को दिन में 2 से 3 बार गुदा में लगाएं। जैविक नारियल तेल का प्रयोग करें (organic coconut oil)आर्गेनिक कोकोनट आयल फ्रेश नारियल से तैयार किया जाता है। आर्गेनिक कोकोनट आयल की पहचान है कि, यह रूम टेम्प्रेचर में ही जम जाता है। इसमें फैटी एसिड पाई जाती है जो अपच की समस्या दूर करती है। यह पेट के कीटाणु मारने में भी सक्षम है। फैटी एसिड के अलावा इसमें विटामिन, मिनरल और फाइबर पाया जाता है जो कई तरह के फायदे पहुँचाते हैं। पढ़ें- बवासीर का आधा घंटा में इलाज बवासीर में नारियल तेल के उपयोग के क्या फायदे हैं?नारियल तेल के उपयोग से पाइल्स के लक्षणों को दूर किया जा सकता है। बवासीर में इसके कई फायदे हैं जो नीचे बताए गए हैं-
बवासीर में नारियल तेल के साइड इफेक्ट्सपाइल्स को ठीक करने में नारियल तेल फायदेमंद है लेकिन इसके साइड इफेक्ट भी हो सकते हैं। अधिक मात्रा में नारियल तेल का सेवन कर लेने से कब्ज या डायरिया की समस्या हो सकती है। पाचन शक्ति कमजोर है तो इसे पचाना मुश्किल होता है। बवासीर के साथ-साथ डायरिया है तो कोकोनट आयल का प्रयोग न करें। गर्भवती महिलाओं को नारियल तेल की वजह से कब्ज की समस्या हो सकती है। इसलिए इसका सेवन उचित मात्रा में ही करें। पढ़ें- क्या बवासीर में अंडा खाना चाहिए Pristyn Care से कराएं बवासीर का सफल इलाज बवासीर से राहत पाने के लिए नारियल तेल आपके लिए फायदेमंद होगा इसकी गारंटी नही दी जा सकती है। यह आपकी स्थिति को खराब भी कर सकता है। इसलिए इसका प्रयोग करने से पहले डॉक्टर की राय लें। बवासीर का तुरंत इलाज चाहते हैं तो Pristyn Care से एडवांस लेजर सर्जरी करा सकते हैं। Pristyn Care क्लीनिक में पाइल्स के अनुभवी डॉक्टर मौजूद हैं जो आपका पेनलेस ट्रीटमेंट करेंगे। 30 मिनट के भीतर सर्जरी खत्म हो जाती है। लेज़र ट्रीटमेंट की मदद से एक दिन के भीतर आप बवासीर से मुक्त हो जाएंगे। सर्जरी के दौरान एनेस्थीसिया का प्रयोग किया जाता है जिससे दर्द नही होता है। बवासीर की लेजर सर्जरी के लिए Pristyn Care में ऑनलाइन अपॉइंटमेंट बुक कर सकते हैं। डिस्क्लेमर: यह ब्लॉग सामान्य जानकारी के लिए लिखा गया है| अगर आप किसी बीमारी से ग्रसित हैं तो कृपया डॉक्टर से परामर्श जरूर लें और डॉक्टर के सुझावों के आधार पर ही कोई निर्णय लें| बवासीर के मस्सों को जड़ से खत्म कैसे करें?बवासीर के मस्सों को हटाने के उपाय में आक के पत्ते और सहजन के पत्ते का मलहम बना कर लगाने से मस्सों से छुटकारा मिलता है। नीम का तेल और हल्दी कड़वी तोरई के रस में मिला कर मस्सों पर लगाये। नियमित रूप से इश रामबाण उपाय को करने पर मलद्वार के मस्से जड़ से खत्म हो जाते है।
बवासीर में कौन सा तेल इस्तेमाल करते हैं?नारियल का तेल बवासीर के लक्षणों को दूर करने में सक्षम है। नारियल तेल में मौजूद एन्टी-ऑक्सीडेंट और एन्टी-इंफ्लेमेट्री गुण पाइल्स का इलाज कर सकते हैं।
अरंडी का तेल बवासीर में क्या काम करता है?अरंडी का तेल (Castor oil)
अरंडी का तेल मल को नरम करने में मदद करता करता है. इससे गुदा वाले हिस्से में नसों पर पड़ने वाले दबाव कम हो जाता है. इससे हर दिन रात में दूध के साथ एक चम्मच अरंडी के तेल का सेवन करें.
बवासीर के मस्सों पर क्या लगाना चाहिए?बवासीर के मस्सों को सुखाने के आसान उपाय. हल्दी को कडवी तोरई के रस में लेप बना कर मस्सों पर लगाने से सब तरह के मस्से नष्ट हो जाते हैं। ... . आक और सहजन के पत्तों का लेप भी मस्सों के लिए बहुत रामबाण है। ... . लौकी गुड़ को कांजी में पीसकर लेप करने से बवासीर के मस्से नष्ट हो जाते हैं।. |