बवासीर कौन सा फल खाना चाहिए? - bavaaseer kaun sa phal khaana chaahie?

बवासीर कौन सा फल खाना चाहिए? - bavaaseer kaun sa phal khaana chaahie?

बवासीर के दौरान फलों का सेवन शरीर में पानी की पूर्ति के लिए उपयोगी होता है। फलों में फाइबर भरपूर मात्रा में पाया जाता है जो कब्ज से बचाव करता है और बवासीर के दौरान मलत्याग के समय होने वाली परेशानियों से राहत देता है। इसके अलावा फलों में कई तरह के पोषक तत्व होते हैं जो शरीर को एनर्जेटिक रखने में अहम भूमिका निभाते हैं। आज हम उन 10 फलों के नाम जानेंगे जो बवासीर के दौरान उपयोगी हो सकते हैं।

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  • बवासीर के लिए 10 फल – Piles ke liye fruits
    • 1. सेब (apple)
    • 2. केला (banana)
    • 3. रसभरी(raspberry)
    • 4. नाशपाती (pears)
    • 5. पपीता (pappaya)
    • 6. जामुन (blackberry)
    • 7. अनार (promegranate)
    • 8. आम का बीज (mango seed)
    • 9. आलूबुखारा (prunes)
    • 10. अंजीर (figs)
  • निष्कर्ष – conclusion

बवासीर के लिए 10 फल – Piles ke liye fruits

1. सेब (apple)

अंग्रेजी में एक कहावत है “an apple a day, Keeps your doctor away” इसका मतलब होता है कि रोजाना एक सेब का सेवन आपको डॉक्टर से दूर रखता है।न सिर्फ डॉक्टर, बल्कि बवासीर को भी दूर करता है। सेब में फाइबर की उच्च मात्रा होती है, जो पाचन दुरुस्त करता है और कब्ज से सुरक्षा करता है। इसमें पेक्टिन नामक एक फाइबर मौजूद होता है जो आंतों को साफ करता है और मलत्याग को आसान बना देता है। इसके सेवन से मल मुलायम हो जाता है और बवासीर में दर्द नहीं होता है।

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2. केला (banana)

केला रेसिस्टेंट स्टार्च और पेक्टिन से भरपूर फल है। एक केला में तक़रीबन 3 ग्राम फाइबर होता है जो पाचन दुरुस्त करता है। पेक्टिन मल को जेल की तरह बना देता है और आंतों के मूवमेंट को बेहतर बनाता है जिससे मलत्याग कुछ ही सेकंड में हो जाता है और बवासीर का दर्द नहीं झेलना पड़ता है।

3. रसभरी(raspberry)

लगभग एक कप रास्पबेरी में 8 ग्राम फाइबर होता है जो फाइबर के डेली इन्टेक का 26.6 % कोटा पूरा कर देता है। वहीं, इसमें 85% पानी होता है जो कब्ज और पेट के एंठन को कम करता है और मलत्याग को सरल बनाकर बवासीर से राहत दिलाता है।

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4. नाशपाती (pears)

बवासीर में कौन सा फल खाना चाहिए- नाशपाती फाइबर से भरपूर होता है, अतः बवासीर में इसका सेवन जरूर करना चाहिए। यह मल मुलायम करता है और कब्ज दूर करता है जिससे पॉटी के समय जोर नहीं लगाना पड़ता है और दर्द नहीं होता है। नाशपाती के छिलके में आवश्यक फाइबर होते हैं, इसलिए नाशपाती को छिलके सहित खाएं। आप इसे स्नैक के तौर पर सलाद के साथ खा सकते हैं।

5. पपीता (pappaya)

पपीता में भरपूर मात्रा में एंटी-ऑक्सीडेंट और फाइबर होता है जो पूरे पाचन तंत्र को मजबूत रखता है और कब्ज से राहत दिलाकर बवासीर में मलत्याग की पीड़ा से राहत दिलाता है। पपीता में पेपेन नामक एक विशेष एंजाइम होता है जो पाचन क्रिया को सुचारू करता है और कब्ज एवं गैस से छुटकारा दिलाता है।

6. जामुन (blackberry)

ब्लैकबेरी एंटीऑक्सिडेंट से भरा होता है जो विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है और बवासीर के दौरान होने वाले दर्द और सूजन को कम करने में भी मदद करता है। जामुन का सेवन गुदा और मलाशय के नसों को मजबूत करता है और बवासीर से राहत दिलाता है।

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7. अनार (promegranate)

अनार दाना को कवर करने वाले पीले कलर के छिलके में बवासीर के लक्षण को कम करने में अहम रोल निभाता है। अनार के छिलके को पानी में डालकर उबालें और मिश्रण को पी लें। ऐसा दिन में दो बार करें। आधा गिलास मिश्रण पीने से बवासीर के दर्द और अन्य लक्षणों को कम करने में आसानी होगी।

8. आम का बीज (mango seed)

आम के बीज में कई प्रकार के विटामिन और मिनरल भरे होते हैं जो पाचन तंत्र दुरुस्त करते हैं और कब्ज से छुटकारा दिलाते हैं। बवासीर में इनका सेवन मलत्याग के दौरान भीषण दर्द से छुटकारा दिलाएगा। यह एक नेचुरल लेक्सेटिव (laxative) का काम करता है। दो चम्मच आम के बीज का पाउडर एक गिलास गुनगुने पानी में मिलाकर नियमित रूप से दिन में दो बार पिएं।

9. आलूबुखारा (prunes)

आलूबुखारा स्वाद में लजीज तो होता ही है लेकिन, इसमें नेचुरल लेक्सेटिव भी पाया जाता है जो कब्ज दूर करता है और आंतों की गहराई से सफाई करता है। पाचन क्रिया को तेज करके कब्ज से निजात दिलाता है। बवासीर में नियमित रूप से आधा आलूबुखारा का सेवन जरूर करें।

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10. अंजीर (figs)

भारत में, पेट से संबंधित समस्याओं को दूर करने के लिए अंजीर लम्बे समय से इस्तेमाल हो रहा है। रात में दो अंजीर भिगोकर सुबह इनका सेवन करने से कब्ज नहीं होता है और आंत साफ हो जाती है। अगर आप इसमें मौजूद फाइबर का पूरा लाभ उठाना चाहते हैं तो आपको इसे छिलके के साथ खाना चाहिए।

निष्कर्ष – conclusion

बवासीर के लिए ऊपर बताए गए दस फल कब्ज दूर करेंगे और मलत्याग के समय होने वाली कठिनाइयों को कम करेंगे। कब्ज के अलावा वयस्कों में बवासीर का प्रमुख कारण व्यायाम की कमी, खराब जीवन शैली, जंक फूड, डेयरी उत्पाद, मसालेदार और नमकीन भोजन, प्रसंस्कृत भोजन, कैफीनयुक्त पेय आदि हैं।

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खान-पान में सुधार, भरपूर पानी का सेवन और कुछ व्यायाम करके आप बवासीर के लक्षणों को कम कर सकते हैं। लेकिन, अगर फिर भी आराम नहीं होता है तो डॉक्टर से सलाह लेना चाहिए।

अगर आप बवासीर का जड़ से इलाज करना चाहते हैं तो Pristyn Care के डॉक्टर से बात कर सकते हैं। इसके लिए आप हमारे app या मोबाइल नंबर का उपयोग कर सकते हैं।

डिस्क्लेमर: यह ब्लॉग सामान्य जानकारी के लिए लिखा गया है| अगर आप किसी बीमारी से ग्रसित हैं तो कृपया डॉक्टर से परामर्श जरूर लें और डॉक्टर के सुझावों के आधार पर ही कोई निर्णय लें|

बवासीर में कौन कौन से फल खा सकते हैं?

बवासीर से परेशान लोगों के लिए सेब, अंगूर, प्रून और जामुन जैसे फलों को छिलके सहित खाना बहुत फायदेमंद है। ये सभी फल फाइबर, विटामिन और मिनरल से भरपूर हैं, जो स्वास्थ्य के लिए भी अच्छे हैं

क्या खाने से बवासीर ठीक हो जाता है?

बवासीर में क्या खाना चाहिए.
पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से बवासीर में मदद मिलती है ... .
साबुत अनाज बवासीर में फायदेमंद होते हैं ... .
फलों का सेवन बवासीर में अच्छा माना जाता है ... .
बवासीर में हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन फायदेमंद होता है ... .
छाछ का सेवन बवासीर के लक्षणों को कम करता है ... .
बवासीर में हर्बल चाय का सेवन प्रभावशाली होता है.

बवासीर में कौन सी सब्जी नहीं खाना चाहिए?

बवासीर के रोगी भूलकर भी न करें इन चीजों का सेवन, पड़ सकता है भारी.
मिर्च बवासीर के रोगियों को मिर्च का सेवन तो करना ही नहीं चाहिए, चाहे वो हरी या लाल मिर्च। ... .
बाहर के खाने से करें परहेज ... .
राजमा, मसूर और बीन्स न खाएं ... .
सुपारी, गुटखा, सिगरेट और पान मसाला.

बवासीर में क्या क्या चीज का परहेज करना चाहिए?

बवासीर रोग के इलाज लिए आपकी जीवनशैली (Your Lifestyle for Piles or Hemorrhoids Treatment).
जंक-फूड ना खाएं।.
उपवास करें।.
तनाव और गुस्सा ना करें।.
व्यायाम करें।.
ठंडा पानी पिएं।.
तला-भुना एवं मिर्च-मसाले युक्त भोजन का सेवन बिल्कुल ना करेंं।.
अधिक देर तक एक ही जगह पर बैठे ना रहें।.
नियमित रूप से व्यायाम एवं प्राणायाम करेंं।.