राजस्थान के वर्तमान मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत द्वारा 1 मई 2021 को प्रदेश वासियों के स्वास्थ्य को लेकर बहुत बड़ा अभियान चलाया गया है। इस अभियान को “मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना” (Mukhyymantri Chiranjeevi Swasthya Bima Yojana) का नाम दिया गया। दिसंबर 2022 तक चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना (MCSBY) के अंतर्गत 1.36 करोड़ लोगों ने अपना पंजीकरण करवाया है। इसी के साथ लगभग 16 लाख से अधिक लोगों को योजना के अंतर्गत नि:शुल्क उपचार उपलब्ध करवाया जा चुका है। प्रत्येक प्रदेशवासी के लिए यह जानना बहुत जरूरी है कि प्रदेश के ऐसे कौन से प्राइवेट, सरकारी और केंद्र सरकार द्वारा संचालित हॉस्पिटल हैं (Chiranjeevi Yojana Hospital List Jaipur) जो योजना के अंतर्गत अधिकृत हैं। प्रदेश के सरकारी, निजी और केंद्र सरकार द्वारा संचालित अस्पतालों की सूची इसी लेख में आपको देखने को मिलेगी। Show आइए जानते हैं, जयपुर में कौन कौन से प्राइवेट हॉस्पिटल चिरंजीवी योजना से जुड़े हुए हैं? चिरंजीवी योजना के अंतर्गत बीमार व्यक्ति को कैसे हॉस्पिटल में एडमिट होना चाहिए? एडमिट होने से पहले चिरंजीवी योजना का जिक्र करना जरूरी है? यह सभी विवरण जानने के लिए आप इस लेख में अंत तक बने रहिए मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के अंतर्गत जयपुर जिले में 230 प्राइवेट हॉस्पिटल, केंद्र सरकार द्वारा संचालित 8 हॉस्पिट, राजस्थान सरकार द्वारा संचालित 51 अस्पताल चिरंजीवी योजना से जुड़े हुए हैं। योजना के अंतर्गत सम्मिलित सभी अस्पतालों में कोविड-19 से लेकर नॉर्मल हॉस्पिटल में भर्ती होने तक नि:शुल्क इलाज किया जाता है। जिन प्रदेशवासियों के पास जन आधार कार्ड बना हुआ है उन्हें ₹50 हज़ार नॉर्मल बीमारी के लिए 4.50 लाख रुपए गंभीर एवं जटिल बीमारियों के लिए सुनिश्चित किए गए हैं। अस्पताल में भर्ती होने के उपरांत मरीज को कैशलेस सुविधा दी जाती है। यदि गंभीर बीमारी के दौरान 5 लाख से अधिक खर्च होता है तो मरीज को खुद को वहन करना पड़ेगा। Chiranjeevi yojana के अंतर्गत केवल आप ₹10 लाख तक का नि:शुल्क इलाज करवा सकते हैं। प्रदेश में तकरीबन 1.36 करोड़ लोगों ने मुख्यमंत्री चिरंजीवी बीमा योजना के अंतर्गत पंजीकरण किया हुआ है। जिसमें अधिकांश लोग पहले से ही पंजीकृत हैं। जिनके पास भामाशाह कार्ड की सुविधा उपलब्ध थी और जन आधार कार्ड बना हुआ है। तथा NFSA द्वारा राशन सामग्री प्राप्त करते हैं। सामाजिक जनगणना योजना 2011 के अंतर्गत पंजीकृत हैं। वह सभी बिना किसी आवेदन के चिरंजीवी स्वास्थ्य योजना के उचित पात्र हैं। यदि किसी व्यक्ति को गंभीर बीमारी के दौरान हॉस्पिटल में एडमिट होना पड़ता है। तो उन्हें पहले सुनिश्चित कर लेना चाहिए कि जिस अस्पताल में भर्ती हो रहे हैं, वह अस्पताल Chiranjeevi Swasthya Beema Yojana के अंतर्गत अधिकृत है या नहीं। यदि वह हॉस्पिटल योजना के अंतर्गत अधिकृत है तो आपको नि:शुल्क इलाज उपलब्ध होगा। इसीलिए मरीज को अस्पताल में भर्ती कराने के दौरान इस बात की पुष्टि अवश्य कर लेना चाहिए कि पेशेंट को किसी प्रकार का भुगतान तो नहीं करना पड़ेगा। जयपुर के प्राइवेट हॉस्पिटल जो चिरंजीवी योजना से जुड़े हैं। यदि हॉस्पिटल में उपलब्ध सेवाएं जानना चाहते हैं तो PDF List देख सकते हैं:- Mukhya Mantri Chiranjeevi Swasthya Bima Yojana के अंतर्गत जयपुर में अभी तक तकरीबन 237 प्राइवेट हॉस्पिटल शामिल हो चुके हैं। यह सभी प्राइवेट हॉस्पिटल योजना के अंतर्गत अधिकृत सभी हेल्थ पैकेज को नि:शुल्क उपलब्ध करवाएंगे। हो सकता है किसी अस्पताल में योजना में दिए गए सभी हेल्थ पैकेज शामिल नहीं हो तो आप अन्य अस्पताल में भर्ती होकर योजना का लाभ ले सकते हैं। इसके अतिरिक्त दी गई excel Sheet में हॉस्पिटल का नाम एड्रेस और नोडल ऑफिसर के नंबर दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना के अंतर्गत जयपुर के तकरीबन 52 गवर्नमेंट हॉस्पिटल शामिल है। जहां पर आप मुफ्त उपचार ले सकते हैं।
प्रत्येक राज्य में केंद्र सरकार द्वारा संचालित बड़े हॉस्पिटल स्थापित किए गए हैं। जयपुर में तकरीबन 8 केंद्र संचालित अस्पताल हैं जो चिरंजीवी बीमा योजना के अंतर्गत प्रदेशवासियों को नि:शुल्क उपचार उपलब्ध करवाने हेतु प्रतिबंध है।
Ans. चिरंजीवी योजना से जयपुर के तक़रीबन 250 अस्पताल जुड़ चुके हैं। पैनलबद्ध हॉस्पिटल लिस्ट को ऑनलाइन देखा जा सकता हैं। सबसे पहले chiranjeevi Yojana के ऑफिसियल साइट पर विजिट करें। होम पेज पर पैनलबद्ध हॉस्पिटल लिंक पर क्लिक करें। जयपुर में कौन कौन से हॉस्पिटल है?
चिरंजीवी योजना में कौन कौन से इलाज फ्री है?चिरंजीवी योजना प्रस्तावनापरिभाषाएंयोजना का उद्देश्य योजना का विवरण. योजना का विवरण योजनार्न्तगत पैकेजपॉलिसी वर्षयोजनान्तर्गत पात्रतायोजना के लाभार्थीयोजनार्न्तगत पंजीकरण प्रक्रियायोजनार्न्तगत लाभ लेने की प्रक्रियाआवश्यक दस्तावेज. पैनलबद्ध अस्पताल. दस्तावेज़ ... . मीडिया ... . जन जागरूकता ... . सामान्य प्रश्न. संपर्क करें. जयपुर में सरकारी हॉस्पिटल का क्या नाम है?सवाई मान सिंह अस्पताल भारत और राजस्थान राज्य का प्रमुख अस्पताल है। इस सरकारी अस्पताल में 255 डॉक्टरों का स्टाफ है और 43 वार्डों में 6000 बेड के साथ 660 नर्स हैं। अस्पताल की इमारत का निर्माण 1934 में शुरू हुआ था।
भामाशाह कार्ड से कौन कौन सी बीमारी का इलाज होता है?योजना के तहत पात्र व्यक्ति को सामान्य बीमारी में 30 हजार रुपए गंभीर रोग के इलाज के लिए 3 लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज होगा। योजना का लाभ अधिकृत लाभार्थी को भामाशाह कार्ड बनते ही मिलेगा। बीमित परिवार के सभी सदस्यों की बीमा से पूर्व की भी सभी बीमारियां कवर होगी। साल की समाप्ति पर उपलब्ध कवर की शेष राशि स्वतः रद्द हो जाएगी।
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